Thread Rating:
  • 12 Vote(s) - 2.83 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Thriller Drugs Ka Dhanda (Pulp Fiction, Crime, Suspense, Triller Story - Hardcore BF)
#5
Part 2: शहर की नई सिक्योरिटी अफसर - SANPREET KE CROWN JEETNE KE EK MAHINE BAAD.

दिल्ली की गर्म, उमस भरी शाम, 6 बजे। अजंता, 30 साल की वो अफसर, जो महाराष्ट्र से डेपुटेशन पर आई है, शहर में अभी-अभी पाँव रखती है। उसका ट्रांसफर दिल्ली सिक्योरिटी में हुआ है, एक बड़े क्राइम ब्रांच केस के लिए। वो अपना सूटकेस लेकर एक महंगे अपार्टमेंट में चेक-इन करती है, जो शहर के पॉश इलाके में है। कमरा बड़ा, एयर-कंडीशंड, लेकिन अजंता की आँखें खिड़की से बाहर घूम रही हैं—सड़कों पर गंदी गलियाँ, कचरा बीनते लोग, और दूर से दिखते नीच मर्द, जो पसीने से तर हैं। उसकी चूत में एक हल्की सी खुजली उठती है, लेकिन वो खुद को कंट्रोल करती है। “पहले सेटल हो जाऊँ,” वो फुसफुसाती है।

अजंता का बदन? माँ कसम, 5 फुट 10 इंच की लंबाई, गोरी चमड़ी इतनी चमकदार कि कमरे की लाइट में चमक रही है। वो शीशे के सामने खड़ी होती है, अपनी ब्रा और पैंटी में। उसके मम्मे भारी, टाइट, जैसे जिम की मेहनत से तराशे गए हों। कमर पतली, लेकिन कूल्हे चौड़े, गांड इतनी भरी कि पैंटी में कसी हुई लग रही है। जांघें मोटी, मांसल, लेकिन मुलायम—जिम में घंटों कसरत करने का कमाल।

शहर का सबसे महंगा क्लब—“एलीट लाउंज”—एक छिपी हुई जगह, जहाँ सिर्फ अमीर औरतें आती हैं। मेंबरशिप लाखों में, और अंदर क्या होता है, वो बाहर की दुनिया को पता नहीं चलता। अजंता ने सुना था, ये क्लब अमीर घर की औरतों के लिए है, जहाँ वो रिलैक्स करती हैं, नेटवर्किंग करती हैं, और बदन को और ज्यादा गोरा, मादक बनाने के लिए स्पेशल ट्रीटमेंट लेती हैं। अजंता अपना फॉर्म भरती है, पैसे ट्रांसफर करती है—उसके अमीर बाप की वजह से पैसों की कोई कमी नहीं।

क्लब की मालकिन, कृतिका, 40 साल की वो औरत, जो 5 साल पहले सनप्रीत की तरह देश की सबसे गर्म औरत का खिताब जीत चुकी है। कृतिका का चेहरा अब भी कातिल—गोरी चमड़ी, लंबे बाल, लेकिन उसकी आँखें सख्त, जैसे वो सब कुछ देख चुकी हो। वो एंटी-ड्रग्स NGO भी चलाती है, दिन में मीटिंग्स, रात में क्लब। अजंता को मेंबरशिप अप्रूव करते हुए कृतिका हल्के से मुस्कुराती है, “वेलकम, अफसर अजंता। यहाँ रिलैक्स करो, बाहर की दुनिया भूल जाओ।”

अजंता क्लब में घुसती है, शाम के 7 बजे। हवा में महंगे परफ्यूम की महक, लाइट्स डिम, और बैकग्राउंड में सॉफ्ट म्यूजिक। क्लब में औरतें बिखरी हुई हैं—सब अमीर, गोरी, मांसल, स्वादिष्ट। एक कोने में दो औरतें वाइन पी रही हैं, उनकी जांघें नंगी, गाउन ऊपर सरकी हुई। लेकिन सनप्रीत और अजंता जैसी कोई नहीं—सबसे लंबी, सबसे गोरी, सबसे मादक। अजंता की नजर घूमती है, और वो मसाज रूम की तरफ बढ़ती है। वो चेंजिंग रूम में जाती है, अपनी ड्रेस उतारती है—ब्रा, पैंटी, सब। उसकी चमड़ी गोरी, गर्म, और वो टॉवल लपेटती है, जो मुश्किल से उसके मम्मों को ढक पा रहा है। उसकी गांड टॉवल से बाहर झांक रही है, और वो हल्के से कूल्हे मटकाकर मसाज रूम में घुसती है।

रूम में डिम लाइट्स, दो मसाज टेबल्स, और हवा में महंगे नेचुरल क्रीम और तेल की महक—जो बदन को हद से ज्यादा गोरा, मुलायम, और मादक बनाते हैं। एक टेबल पर सनप्रीत पहले से लेटी हुई है, टॉवल लपेटे, उसकी गोरी पीठ चमक रही है। सनप्रीत की जांघें हल्की सी फैली हुई हैं, और मसाज करने वाली लड़की, एक 25 साल की, उसके कंधों पर तेल मल रही है। सनप्रीत की आँखें बंद हैं, लेकिन उसकी साँसें तेज, जैसे वो मजे ले रही हो। अजंता को देखते ही सनप्रीत की आँखें खुलती हैं, और वो हल्के से मुस्कुराती है। लेकिन अजंता पहले बोलती है, अपनी आवाज़ में एक शरीफ टोन रखते हुए। “कांग्रेचुलेशंस, सनप्रीत। देश की सबसे गर्म औरत... वाह, क्या बात है।” अजंता की आँखें सनप्रीत के बदन पर घूम रही हैं, उसकी गोरी जांघों पर, और वो अपनी जीभ होंठों पर फेरती है, लेकिन बाहर से शरीफ लग रही है। सनप्रीत हल्के से सिर उठाती है, उसकी गोरी कमर चमकती है, और वो कहती है, “थैंक यू, डियर। तुम हो कौन?” उसकी आवाज़ मखमली, लेकिन उसमें एक गहरी खनक, जैसे वो अजंता के बदन को स्कैन कर रही हो।

मसाज जारी रहता है—लड़की सनप्रीत की पीठ पर तेल मलती है, उंगलियाँ धीरे-धीरे नीचे सरकाती हैं, सनप्रीत की गांड के पास। सनप्रीत एक हल्की सी सिसकारी भरती है, लेकिन बाहर से शांत। “मैं अजंता, अफसर। नई आई हूँ शहर में।” अजंता दूसरी टेबल पर लेट जाती है, टॉवल थोड़ा सरकता है, और उसकी गोरी जांघें नंगी हो जाती हैं। दूसरी मसाज लड़की आती है, तेल लेकर, और अजंता की पीठ पर लगाती है। तेल गर्म, चिपचिपा, और अजंता की चमड़ी और गोरी लगने लगती है। वो आँखें बंद करती है, लेकिन उसकी उंगलियाँ टेबल पर बेचैन, जैसे वो सनप्रीत की तरफ देखना चाह रही हो। मसाज चलता रहता है—धीरे-धीरे, उंगलियाँ अजंता की जांघों पर फिसलती हैं, उसकी गांड को छूती हैं।

अजंता की साँसें तेज हो जाती हैं, लेकिन वो कंट्रोल करती है। सनप्रीत की तरफ से भी हल्की सी आवाज़ें— “आह, थोड़ा जोर से...” वो फुसफुसाती है, और उसकी जांघें हल्की सी हिलती हैं। रूम में महक फैल रही है, बदन मादक हो रहे हैं।

आधे घंटे बाद, दोनों उठती हैं, टॉवल लपेटे, और बार काउंटर की तरफ जाती हैं। क्लब की दूसरी औरतें उन्हें देख रही हैं—एक ग्रुप में तीन औरतें, सब गोरी, मांसल, लेकिन सनप्रीत और अजंता से कम। एक कहती है, “देखो, वो सिक्योरिटी अफसर... अजंता। इतना महंगा क्लब, खर्चा कैसे उठाती होगी? दिखने में तो देश की किसी हीरोइन से दस गुना ज्यादा गोरी और सुंदर है। जरूर अमीर बाप की बेटी है, लेकिन सिक्योरिटी में क्यों गई?” दूसरी हँसती है।

बार काउंटर पर, डिम लाइट्स, महंगी कॉकटेल्स। अजंता और सनप्रीत साइड बाय साइड बैठती हैं, टॉवल अभी भी लपेटे, लेकिन सरके हुए। बारटेंडर, एक जवान लड़का, उन्हें देखकर लंड को छुपाता है। “दो मार्टिनी,” अजंता ऑर्डर करती है, और ग्लास लेकर सनप्रीत की तरफ मुड़ती है। “तुम्हारी लाइफ कैसी है? ये खिताब जीतने के बाद क्या बदला?” सनप्रीत ग्लास उठाती है, होंठों पर लगाती है, और धीरे से पीती है। उसकी आँखें अजंता के मम्मों पर, जो टॉवल से झांक रहे हैं। “लाइफ... वही है। सोशल वर्क, मॉडलिंग। और तुम? सिक्योरिटी में कैसी हो? नया शहर, डेपुटेशन... मुश्किल तो नहीं?” अजंता हल्के से हँसती है, अपनी जांघ को थोड़ा फैलाती है, लेकिन बाहर से शरीफ। “मुश्किल है, लेकिन मजा आता है। क्राइम रोकना, लोगों की मदद।” दोनों की बातें चलती हैं, लेकिन उनकी आँखों में कुछ और—एक गहरी, छिपी चुदास, जो बाहर नहीं दिख रही।
Like Reply


Messages In This Thread
RE: Drugs Ka Dhanda (Pulp Fiction, Crime, Suspense, Triller Story - Hardcore BF) - by mike_kite56 - 05-09-2025, 06:18 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)