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Thriller Drugs Ka Dhanda (Pulp Fiction, Crime, Suspense, Triller Story - Hardcore BF)
#1
DRUGS KA DHANDA
(Pulp Fiction, Crime, Suspense, Thriller Story - Hardcore BF)



MAIN CHARACTERS: 

1. SANPREET: National Beauty Competition 2025 Winner. Desh Ki Sabse Garam Aurat!!

35 साल की वो माल, जो भारत की सड़कों पर, गलियों में, और टीवी स्क्रीन पर धमाल मचाती है। 5 फुट 11 इंच की लंबी, अमीर घर की, हद से ज्यादा गोरी, भरी हुईगुदाज़, मलाईदार और हद से ज्यादा स्वादिष्ट औरत। उसके शरीर में कोई अतिरिक्त चर्बी नहीं है। तंग जहां होना चाहिए, और नरम और मलाइडर जहां होना चाहिए। देश की कोई और औरत ज़्यादा गोरी और स्वादिस्ट नहीं है। उसकी चमड़ी इतनी मुलायम, इतनी साफ, कि देखकर किसी का भी लंड तन जाए, बिना छुए ही मालपानी छूट जाए। उसका चेहरा? हाय, साली के होंठ इतने लाल, रसीले, कि लगता है चूसने के लिए ही बने हैं। आँखें ऐसी कि एक नजर में किसी का भी लंड खड़ा कर दे। बाल काले, लंबे, चमकदार, जो उसकी कमर तक लहराते हैं। उसके मम्मे? भाई, क्या बताएँ! इतने बड़े, गोल, फुले हुए, और गुदाज़ कि लगता है साली ने इनमें हवा भर रखी है। कभी झुकने का नाम ही न लें। निप्पल? हल्के गुलाबी, लेकिन जब सनप्रीत ब्लाउज खोलती है, तो वो तनकर ऐसे खड़े होते हैं जैसे लंड को सलामी दे रहे हों। 

उसकी जांघें? माँ कसम, इतनी गोरी, मुलायम, और मांसल कि देखकर मुँह में पानी आ जाए। ऐसी कि चूसने, चाटने, और दबाने का मन करे। और उसकी गांड? उफ्फ, गोल, फूली हुई, इतनी गुदाज़ कि अगर दबाए तो उंगलियाँ धंस जाएँ। एक बार तो एक नीच मर्द ने कहा था, “सनप्रीत की गांड दबाने में अहसहनिय  मजा आता है।”—चमड़ी इतनी साफ, इतनी गर्म, कि छूते ही लंड से मालपानी का फव्वारा छूट जाए। उसकी चूत? टाइट, गर्म, और इतनी रसीली कि लंड अंदर जाते ही घिनौना मालपानी भर भराके उड़ेल दे, मज़ा इतना बर्दाश के बाहर  होता है । नीच मर्द बताते हैं, “सनप्रीत की चूत में लंड डालो, तो एक दम कसा हुआ रंडाना मज़ा मिलता है। पाँच मिनट भी टिकना मुश्किल, मालपानी अपने आप छूट जाता है, घना, सफेद।” 

सनप्रीत अमीर घर की बहू है, ससुराल में पैसे की बारिश होती है। पति उसका, राघव, कोई बड़ा बिजनेसमैन, जो दिन-रात ऑफिस में गधे की तरह खटता है। लेकिन सनप्रीत? साली को चुदास का भूत सवार है। राघव को महीने में एक-दो बार चोदने देती है, वो भी ऐसे जैसे एहसान कर रही हो। पेटीकोट ऊपर उठाकर, चूत में लंड डलवाती है, लेकिन मम्मे? वो तो कभी नंगे नहीं करती। “बस, जल्दी कर, मुझे नींद आ रही है,”—ऐसा कहकर राघव को भगा देती है। 

लेकिन बाहर? वहाँ सनप्रीत की असलियत खुलती है। सनप्रीत को नीच मर्दों का नशा है। गटर साफ करने वाले, कचरा बीनने वाले, रिक्शा चलाने वाले—वो छोटे कद के, घुप्प काले, पसीने से लथपथ, गंदे मर्द, जिनके दाँत पीले, मुँह से सिगरेट और पान की बू आती है। यही वो मर्द हैं जो सनप्रीत को पटाके कसके नंगा करते है।

सनप्रीत की सोच? वो सोचती है, “मैं अमीर घर की बहू हूँ, लेकिन मेरी चूत गटर के मर्दों के लिए बनी है।” उसे नीच मर्दों का लंड चूसने में, उनकी गंदी बातें सुनने में, और उनकी गंदगी में लोटने में मजा आता है। हर बार जब वो चुदवाती है, उसे लगता है कि वो और नीचे गिर रही है।

2. AJANTA: Yeh National Beauty Competition mein nahi gayi. Varna Sanpreet ke baad dusra no. isi ka hota!!!

सिक्योरिटी अफसर अजंता: 30 साल की, 5 फुट 10 इंच की वो औरत, जो वर्दी में कातिल लगती है। अमीर घर की, हद से ज्यादा गोरी। उसकी चमड़ी इतनी साफ, इतनी चिकनी, कि छूने से पहले ही लंड तन जाए। चेहरा? साली का मुँह ऐसा कि देखकर लगे, ये तो बस चूसने और चाटने के लिए बना है। होंठ मोटे, गीले, जैसे हर वक्त लंड का इंतज़ार कर रहे हों। आँखें काली, चमकती हुई, जो एक बार घूर लें, तो मर्द का लंड पैंट में ही फड़फड़ाने लगे। 

बाल छोटे, कटे हुए, जो उसकी गर्दन तक आते हैं। उसका बदन? माँ कसम, जिम का कमाल। कसरत करती है, तो मांसल है, पर गुदाज़ भी। उसकी बाहें टोन्ड, पर इतनी मुलायम कि दबाने में उंगलियाँ धंस जाएँ। कमर पतली, पर कूल्हे चौड़े, जैसे किसी ने गोल-मटोल गांड को तराश कर रख दिया हो। उसकी गांड इतनी भरी हुई, इतनी उभरी कि वर्दी की पैंट में भी फटने को तैयार लगती है। एक बार एक नीच मर्द ने कहा था, “अजंता की गांड देखकर लगता है, साली को पीछे से पकड़कर बस चोद दो।” उसके मम्मे? भारी, टाइट, और इतने गोल कि ब्रा में भी उछल-उछल कर बाहर आने को बेताब। निप्पल? छोटे, सख्त, जैसे हर वक्त तने रहते हों। उसकी जांघें? मोटी, मांसल, पर इतनी चिकनी कि देखकर मुँह में पानी आ जाए। चूत? पूरी साफ, एक भी बाल नहीं, और इतनी टाइट कि लंड अंदर जाए, तो बाहर निकलने का मन न करे। 

अजंता की चमड़ी इतनी गोरी, इतनी गर्म कि नीच मर्द के लंड से मालपानी बिना छुए ही छूट जाए। नीच मर्द बताते हैं, “अजंता की चूत में लंड डालो, तो ऐसा लगता है जैसे मक्खन में चाकू घुसा दिया। टाइट, गर्म, और इतनी गीली कि लंड फिसलते हुए भी जकड़ लेती है। मालपानी? दस गुना ज्यादा, घना, सफेद, जैसे कोई फव्वारा फूट पड़ा हो।” 

अजंता सिक्योरिटी अफसर है, क्राइम रोकती है, गुंडों की गांड मारती है। दिन में थाने में बैठकर फाइलें चेक करती है, बदमाशों को धमकाती है। लेकिन रात? रात में साली अपनी वर्दी उतारकर नीच मर्दों की निजी नंगी औरत बन जाती है। वो गंदी जगहों— गटर के पास की झोपड़ियों, या कचरे के बड़े बड़े ढेर के पीछे—फेके हुए गद्दों पर नंगी होकर लेटती है। 

लेकिन अजंता को पटा लो, तो समझो जन्नत मिल गई। साली आसानी से नहीं पटती। नीच मर्दों को उसकी चूत तक पहुँचने के लिए जी-तोड़ मेहनत करनी पड़ती है। 

अजंता की सोच? साली मानती है कि उसका बदन नीच मर्दों के लिए बना है। वो सोचती है, “मैं सिक्योरिटी अफसर हूँ, मैं क्राइम रोकती हूँ, लेकिन मेरी चूत गंदे मर्दों के लंड के लिए तड़पती है।” उसे नीच मर्दों की गंदी बू, उनका पसीना, उनकी गालियाँ—सब कुछ गीला करता है। वो जानती है कि उसका गोरा, मांसल, गुदाज़ बदन रंडाना मज़ा देने के लिए है। 

3. Kritika: Elite Lounge Club ki Maalkin aur Anti-Drugs NGO ki head!!

कृतिका: क्लब की रानी, चुदास की मालकिन कृतिका, 40 साल की वो औरत, जो दिल्ली के एलीट लाउंज की मालकिन है और दिन में एंटी-ड्रग्स NGO चलाती है। 5 फुट 10 इंच की लंबी, और गोरी—इतनी गोरी कि उसकी चमड़ी में जैसे दूध। उसका बदन? माँ कसम, ऐसा स्वादिष्ट कि देखकर लंड अपने आप तन जाए, और मालपानी बिना छुए छूट जाए। वो जब चलती है, तो कूल्हे ऐसे मटकते हैं जैसे गली के हरामियोंको ललकार रही हो। उसकी ड्रेस? हमेशा टाइट, चाहे ब्लैक सूट हो या साड़ी 

उसके मम्मे? भारी, गोल, और इतने टाइट कि ड्रेस में भी उछल-उछल कर बाहर आने को बेताब। निप्पल? गहरे गुलाबी, सख्त, जैसे हर वक्त किसी लंड को सलामी दे रहे हों। उसकी कमर? पतली, लेकिन कूल्हे चौड़े। उसकी गांड? उफ्फ, गोल, फूली हुई, और इतनी गुदाज़ कि दबाओ तो उंगलियाँ धंस जाएँ उसकी जांघें? मोटी, चिकनी, और इतनी मुलायम कि चूसने का मन करे। चमड़ी इतनी साफ, इतनी गर्म उसकी चूत? पूरी साफ, एक बाल नहीं। नीच मर्द, जो कभी-कभी उस तक पहुँच पाते हैं, बताते हैं, “कृतिका की चूत में लंड डालो, तो मालपानी दस गुना ज्यादा निकलता है—घना, सफेद।” उसके होंठ? मोटे, लाल, और चमकदार, जैसे हर वक्त चूसने के लिए तैयार। जब वो बात करती है, तो उसकी जीभ होंठों पर फिसलती है, और मर्दों के दिमाग में बस एक ख्याल—इसे चूस डालो। बाल? लंबे, सुनहरे 

कृतिका का प्रोफेशन? दिन में वो एंटी-ड्रग्स NGO की हेड है। मीटिंग्स में बैठती है, नेताओं से मिलती है, ड्रग्स के खिलाफ भाषण देती है। उसकी आवाज़ सख्त, लेकिन मखमली, जो सुनने वालों को जकड़ लेती है। वो झुग्गियों में जाती है, ड्रग एडिक्ट्स से बात करती है, उन्हें रिहैब भेजती है। लोग उसे रिस्पेक्ट करते हैं, उसे “मैडम” कहते हैं, लेकिन उसकी आँखों में एक गहरी चमक है, जैसे वो कुछ छुपा रही हो। 

रात में? वो एलीट लाउंज की मालकिन बन जाती है। ये क्लब उसका गढ़ है—यहाँ अमीर, गोरी, मांसल औरतें आती हैं, और कृतिका उनकी रानी। वो हर औरत को देखती है, जैसे उनकी चूत का राज़ जानती हो। क्लब में मसाज, कॉकटेल्स, और गुप्त मुलाकातें—सब कुछ कृतिका की नजर में होता है। लेकिन कृतिका की असलियत? साली की चूत में वही चुदास, जो सनप्रीत और अजंता में है। वो नीच मर्दों की गंदी बू, उनके पसीने, और उनके मोटे, काले लंड की दीवानी है। वो बाहर से शरीफ, सख्त, और कंट्रोल्ड लगती है, लेकिन जब रात गहरी होती है, और क्लब की लाइट्स डिम होती हैं, तो कृतिका अपनी ड्रेस उतारती है, और किसी गटर साफ करने वाले, पान चबाने वाले मर्द के साथ बिस्तर गर्म करती है। उसका बदन? वो हथियार है, जो नीच मर्दों को पागल करता है, और उसकी चूत? वो जाल, जिसमें हर लंड फँस जाता है।



>>>रंडाना मज़ा क्या होता है? वो मज़ा जो सिर्फ अमीर घर की, हद से ज्यादा गोरी, भरी हुई, स्वादिष्ट औरत ही दे सकती है। वो मज़ा जो मर्द के लंड से दस गुना ज्यादा मालपानी निकाल दे, इतना घना, इतना सफेद, कि लगे जैसे कोई नल फूट गया हो। पता नही, अमीर घर की, हद से ज्यादा गोरी, भरी हुई, स्वादिष्ट औरत के बदन और छेदो में क्या काला जादू है? नीच मर्द बताते है की उनके बदन से अपना बदन मलने परऔर उसका मू या चूत चोदने परकिसी भी दूसरी घरेलु औरत के मुकाबले पाँच गुना ज़्यादा रंडाना मज़ा (orgasm जो बर्दाश के बाहर होता है) मिलता है, और आधा मग भरकर घिनौनाघाड़ासफ़ेद मालपानी निकलता है। ऐसे औरतों के बदन पर एक भी बाल नहीं। न बगल में, न चूत में, न कहीं। ये कोई वैक्सिंग-शेविंग का कमाल नहीं, साली पैदाइशी ऐसी है
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Drugs Ka Dhanda (Pulp Fiction, Crime, Suspense, Triller Story - Hardcore BF) - by mike_kite56 - 05-09-2025, 11:31 AM



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