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Adultery खुशबू : गोल्ड डिगर हाउसवाइफ
खुशबू ने तोलिया ( कपड़ा ) लेकर बाथरूम चली गई। बाथरूम में अपनी पीठ और गांड को साफ किया और सामने लगे आईने में अपनी चूत को देखी. वो किसी गोलगप्पे की तरह फूल चुकी थी और बहुत जलन हो रही थी। चूत का छेद भी पहले की अपेक्षा बड़ा दिख रहा था और अभी भी खुला हुआ था। रूम में वापस आकर घड़ी की ओर देखी जिसमें रात्रि के 2 बजे थे उसने अपनी ब्रा और पैंटी को पहनी और कुछ देर उसके साथ लेटी रही। और वह दोनों वही बिस्तार पे एक दुसरे के बाहों में बाहें डालकर लेट गए।

अगली सुबह........

8 बजे खुशबू की आंखों खुली । पिछली रात का दर्द उसके पूरे शरीर को जकड़े हुआ था। चूत में बहुत ही दर्द था। बेडरूम के खिड़की से बाहर की ओर देखी तो बारिश नहीं पड़ रही थी खुशबू उठी और तैयार होकर बेडरूम से बाहर निकली ।

खुशबू के मोबाइल पर मयंक का फोन आया खुशबू ने उससे कहा - "हां में बस अभी निकलूंगी रातभर सोई नहीं पाई , नींद आ रही है मैं जल्दी घर आती हुं " इतनी में चार्ल्स भी उठ गया और वह बाथरूम चला गया , थोड़ी देर बाद बाथरूम से बाहर आया तो खुशबू तैयार हो चुकी थी घर जाने के लिए जब खुशबू ने उससे कहा कि वह घर के लिए निकल रही है और बरसात भी रूक गई है तो चार्ल्स ने खुशबू को बाहों में लेकर किस करने लगा । खुशबू ने किसी तरह चार्ल्स से अपने आप को अलग किया और अलविदा कहकर उसके कमरे से बाहर निकली ही की थी । तभी जोर से बिजली कड़की और जोरदार बारिश होने लगी । खुशबू ने थोड़ा दे इंतजार किया मगर मौसम इतना खराब था कि उसका घर जा पाना मुश्किल ही था। उसने मयंक को फोन किया और कहा " शायद आज भी मैं घर नहीं आपूंगी आप घर का ख्याल रखना , बाय " और खुशबू ने फोन कटकर दिया और खुशबू कमरे के अंदर आई । चार्ल्स ने उसे बाहों मैं लिपटा लिया । खुशबू यह जान चुकी थी " उसकी चुदाई अभी खत्म नहीं हुई थी. "

खुशबू की रात की चुदाई के कारण परेशानी होती रही। उसका चूत रुक रुक कर दर्द कर रहा था । जाकर वह बेंड पर लेट गई धीरे धीरे खुशबू गहरी नींद में चलीं गईं।

...............

शाम को जब खुशबू की नींद खुली तो वह काफी अच्छा महसूस कर रही थी। मगर मौसम अभी भी उतना अच्छा नहीं हुआ था रुक रुक कर लगातार बरसात हो रही थी।


रात करीब 10 बजे खुशबू कमरे में आराम कर रही थी.
पिछली रात को हुई खुशबू अपनी चुदाई के बारे में ही सोच रही थी बस! तभी खुशबू ने दरवाज़ा खुलने की आवाज़ सुनी...?

थोड़ी देर बाद चार्ल्स और किसी अन्य व्यक्ति के हंसने की खुशबू को आवाज सुनाई दी। खुशबू को कुछ समझ में नहीं आया तो वह बेडरूम से बाहर जाकर देखा उसने तो वह डेविड था वहीं सोफे पर बैठा हुआ था


( डेविड और चार्ल्स दोनों बचपन के मित्र थे डेविड पेशे से एक फोटोग्राफर था चार्ल्स के बहुत ज़िद करने पर डेविड चार्ल्स के साथ भारत दौरे पर आया है और चार्ल्स के बगल वाले कमरे में रूका हुआ है )

( खुशबू को चार्ल्स ने डेविड के बारे में बताया था )

खुशबू और डेविड दोनों सोफे पर बैठ कर बातें करने लगे। चार्ल्स ने कहा तुम दोनों बातें करो और वह बेडरूम के अंदर चला गया ।

कुछ मिनट बाद कमरे का मैन डोर का बेल बजा तो चार्ल्स कमरे से बाहर निकलकर मैन डोर पर पहुंच तो होटल के कर्मचारी ने एक पैकेट दिया और वह कर्मचारी चला गया
चार्ल्स वह पैकेट ले डायनिंग हॉल में सोफे के पास पहुंच।


उसने पैकेट खोला उसमें से एक वाइन की बोतल निकली चार्ल्स ने तीन गिलास में वाइन निकाल एक गिलास डेविड को दिया एक गिलास ख़ुद लिया और एक खुशबू को दिया मगर खुशबू ने मन कर दिया।

खुशबू सोफे से उठकर बेडरूम में जाने लगी तभी डेविड ने उसे रोक लिया। वो अपने साथ वाइन पीने के लिए कहने लगा।

खुशबू को शक हुआ कही चार्ल्स ने डेविड को सारी बातें बता तो नहीं दी और कहीं आज ये दोनों मिलकर तो मेरी चुदाई नहीं करने वाले?

मगर शायद , खुशबू को लगा यह उसका भ्रम भी हो सकता है. इसलिए खुशबू उनके साथ बैठ गई।

उन लोगों के बीच वाइन पीने का दौर शुरू हुआ और एक एक करते हुए उन तीनों ने तीन तीन पेग लगा लिया।
वाइन खत्म होने के बाद डेविड ने और वाइन लाने के लिए कहा और चार्ल्स ने एक और बोतल ले आया ।

उसमें से खुशबू ने पीने से मना कर दिया मगर डेविड बस एक और पैग के लिए जोर देने लगा।

चौथा पैग पीने के लिए खुशबू राजी हो गई और यही खुशबू की गलती हुई।

खुशबू के चौथे पैग पीने के बाद डेविड ने पांचवा पैग भी बना दिया।

अब खुशबू ने मना कर दिया.
मगर डेविड जो कि खुशबू के बगल में ही बैठा हुआ था उसने अपने हाथों से खुशबू को पांचवा पैग भी पिला दिया।

अब तो जैसे खुशबू हवा में तैर रही थी।
आज तक खुशबू ने इतनी वाइन कभी भी नहीं पी थी.

उन तीनों को वाइन पीते हुए काफी समय हो गया था और रात के 12 बज रहे थे।

खुशबू अब वह से जाना चाहती थी उससे काफी जोर से नींद आ रही थी . पर जैसे ही खुशबू उठी, उसके पैर डगमगा गये ।

खुशबू के बगल में बैठे हुए डेविड ने उसके हाथ पकड़ा और अपनी तरफ खींचते हुए खुशबू को अपनी गोद में बिठा लिया।

उसकी इस हरकत से खुशबू समझ गई थी कि इसको चार्ल्स के दुवारा पिछली रात की पूरी बात बता दि गई हैं. तभी इसने इतनी हिम्मत से उस से खींच लिया।

खुशबू भी उसकी गोद में आराम से बैठ गई क्योंकि मन तो उसका भी होने लगा था

खुशबू की तरफ से उसे हरी झंडी मिलते ही उसने खुशबू होंठ चूमना शुरू कर दिया।

अपने हाथों से खुशबू का साडीं नीचे से ऊपर सरकाते हुए उसके गोरी जाँघों को सहलाना शुरू कर दिया।

उधर चार्ल्स ये सब देख रहा था. डेविड ने अपने कपड़े उतारे सिवाय अंडरवियर के । डेविड का लंड अभी बिल्कुल शांत था और ढीला पड़ा हुआ था।

कुछ देर खुशबू के होंठ चूमने के बाद डेविड ने अंडरवियर को उतार फेका। खुशबू को पूरी तरह से नंगा कर दिया।

उसके लंड पर खुशबू की नजर पड़ी तो उसका लंड भी चार्ल्स के लंड से किसी मामले में कम नहीं था।
खुशबू समझ गई कि आज " ये दोनों उसकी हालत खराब कर देंगे।"

कल तो एक लंड ने ही उसकी बुरी हालत कर दी थी आज तो दो दो लंड मिलकर उसकी क्या हालत करेंगे खुशबू यही सोच रही थी।
खुशबू बस ऊपर वाले से यही दुआ कर रही थी कि ये दोनों एक साथ उसकी चुदाई न करने लगें।

डेविड ने खुशबू की बांह पकड़ी और उसे सोफे पर बैठा दिया।

चार्ल्स खुशबू के पैरों के पास बैठकर उसकी टांगों को फैला दिया और उसकी चूत को अपनी खुरदुरी जीभ से चाटने लगा।
उधर डेविड ने अपना एक पैर सोफे पर रखा और अपना लंड खुशबू के मुँह में डाल दिया।

खुशबू उसकी लंड बड़ी मस्ती से चूसने लगी और चार्ल्स खुशबू की चूत को मलाई की तरह चाटने लगा।

जल्दी ही खुशबू के चूसने से डेविड का लंड खड़ा हो गया वो खुशबू के मुंह में ही नहीं समा रहा था। खुशबू उसके बड़े से सुपारे को अपनी जीभ से चाट रही थी।
मगर डेविड ने खुशबू की सर पकड़ा और जोर जोर से लंड अंदर डालने लगा।

उधर चार्ल्स ने अपनी दो उगली खुशबू की चूत में डालकर तेज़ी से अंदर बाहर करने लगा।

दोनों अपने अपने हिसाब से पूरा मजा ले रहे थे।

बीच बीच खुशबू अपने दोनों ही स्तनों को जोर जोर से दबा रहे थे।
काफी देर तक दोनों ऐसे ही खेलते रहे।

फिर डेविड ने मुंह में तेज धक्के के साथ अपने लंड का पूरा माल खुशबू के मुँह में भर दिया।
उसका लंड खुशबू के मुँह में होने की वजह से इसलिए खुशबू को पूरा माल पीनी पड़ी।

अब दोनों ने अपनी अपनी जगह बदल ली और चार्ल्स ने अपना लंड खुशबू के मुंह में डाल दिया।
खुशबू इस पल का पूरा मजा लेना चाहती थी क्योंकि खुशबू पहली बार ग्रुप में सेक्स कर रही थी।

खुशबू ने चार्ल्स का लंड भी पूरी मस्ती से चूसना शुरू कर दिया। जल्द ही उसका लंड भी तन कर खड़ा हो गया।

डेविड खुशबू के बगल में बैठकर खुशबू के दोनों स्तनों से खेल रहा था।
वो खुशबू के निप्पलों को बारी बारी से मुँह में लेता कभी उंगली से दबाता तो कभी जोर जोर से निप्पलों को मसलता।
खुशबू अपने एक हाथ से डेविड के लंड को जोर जोर से हिलाती जा रही थी।

करीब आधे घंटे तक यही सब चलता रहा।

फिर उन्होंने एक बार फिर से अपनी जगह बदली और इस बार उन्होंने खुशबू को खड़ा किया और डेविड सोफे पर बैठ गया।

खुशबू को झुकाकर डेविड अपना लंड चूसाने लगा.
और चार्ल्स खुशबू के पीछे आकर उसकी गांड को गोलाइयों को सहलाते हुए अपने होंठों से चूमने लगा।

बीच बीच में अपने दांतों से काट भी रहा था तो कभी जोर से चपत लगा देता।

खुशबू की गांड को फैलाकर अपना मुँह गांड की दरार में लगा दिया फिर गांड और चूत के छेद को बारी बारी से चाटने लगा।

खुशबू बहुत गर्म हो चुकी थी और अब खुशबू को लग रहा था कि जल्दी से उसके चूत में लंड चला जाये।

मगर खुशबू यह भी जानती थी कि आज ये दोनों मिलकर उसकी हालत खराब करने वाले हैं।
क्योंकि इन दोनों के लंड किसी भी देशी मर्द से दुगने थे।
बस खुशबू यही दुआ कर रही थी कि वह दोनों उसकी गांड न चोदें।

पीछे से चार्ल्स खुशबू की गांड चाटते हुए अब खड़ा हो गया और अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा।

खुशबू समझ गई कि वह अब लंड अंदर डालेगा.
इसलिए खुशबू उसके लिए तैयार हो गई।

चार्ल्स ने खुशबू के चूत से निकल रहे पानी से अपने सुपारे को गीला किया और चूत में लंड लगाकर एक बार में ही अंदर तक पेल दिया।

“ऊईई ..... ईईई ......माआआ..... आ..... आआ..... आओह.... आआह ....आराम से!”

मगर उसने खुशबू की बात न मानते हुए एक बार फिर लंड बाहर निकाल कर फिर से अंदर तक पेल दिया।
“आआआ...... आहहह..... हहहह!”

अब उसने खुशबू की चूतड़ को थाम लिया और दनादन चुदाई चालू कर दी।

इधर डेविड ने खुशबू के मुँह से निकल चुका उसका लंड फिर से उसके मुँह में ठूस दिया।

चूत की चुदाई के साथ साथ खुशबू डेविड के लंड को भी मजे से चूसने लगी।
चार्ल्स के धक्के खुशबू की गांड पर जोर जोर से पड़ रहे थे और वो बिना रुके बुरी तरह से खुशबू की चुदाई करने लगा।

थोड़ी देर की चुदाई के बाद चार्ल्स ने अपना लंड बाहर निकाल लिया और खुशबू की कमर पकड़कर उससे उठा कर बिस्तर पर पटक दिया , अपने सारे कपड़े उतार दिए और आकार खुद भी बिस्तर पर लेट गया।

खुशबू को पकड़कर उसने अपने ऊपर कर लिया और खुशबू उसके ऊपर बैठकर उसके लंड को अपनी चूत में ले लिया और जोर जोर से उसके लंड पर कूदने लगी।
चार्ल्स ने ज़ोर ज़ोर से खुशबू के दोनों स्तनों को निचोड़ना कर दिया ।

डेविड अभी भी सोफे पर बैठाकर उन दोनों की चुदाई देख रहा था और अपने हाथों से अपने लंड को सहला रहा था।

जब खुशबू उसके लंड पर कूदते कूदते थक गई तो चार्ल्स ने उससे अपने सीने पर झुकाकर चिपका लिया और नीचे से धक्के लगाना शुरू कर दिया।

खुशबू की पोजिशन ऐसी थी कि , पीछे बैठे डेविड की तरफ उसका गांड था ।

अब वो उठा और खुशबू के पीछे आकर अपने घुटनों के बल बैठ गया।
चार्ल्स , खुशबू की चुदाई किये जा रहा था और डेविड ने अपनी जीभ उसके गांड के छेद पर लगा दिया और उसे चाटने लगा।

अब खुशबू जान गई कि डेविड उसकी गांड जरूर चोदेगा।

कुछ देर में डेविड ने अपना लंड खुशबू के गांड के छेद में टिका दिया.
खुशबू ने उसको ऐसा करने से मना किया मगर सामने से चार्ल्स ने खुशबू को जकड़ लिया और डेविड ने अपना लंड उसकी गांड के छेद में पेल दिया।

खुशबू की तो आँख ही बाहर निकलने को आ गई।
कसम से , खुशबू को बहुत दर्द हो रहा था।
ऐसा लगा किसी ने उसके गांड में लोहे का रौड पेल दिया हो ।

खुशबू ने बहुत ही कम अपनी गांड चुदवाई थी इसलिए वह बिल्कुल भी सहन नहीं कर पा रही थी।

नंगे और उत्तेजित डेविड ने अपना लंड खुशबू की गांड से पूरी तरह बाहर निकालना शुरू कर दिया फिर उसने धीरे से उसे फिर से अंदर डाला और उसने ऐसा कुछ बार किया, आखिरकार खुशबू की पीठ के ऊपर लेट गया और उसका बड़ा लंड खुशबू की गांड में गहराई तक धंसा हुआ था। उसका पूरा वजन खुशबू की नंगी और फिसलन भरी पीठ और गांड पर था और उसका लंड खुशबू की गांड में धंसा हुआ था। उसने खुशबू की गांड की चुदाई शुरू कर दी,

वह जब भी खुशबू की गांड पर टकराता था, थप थप की आवाज अति थी, इतनी जोर से आवाज आ रही थी की सारा कमरा उसकी आवाज से गूंजने लगा। खुशबू पूरी हिल जाती थी । बिस्तर भी आवाज कर रहा था. कमरे में बिस्तर की और खुशबू की सिसकियाँ गूंज रही थी।

खुशबू बस चार्ल्स के ऊपर लेटी रही और तड़पती रही और दोनों एक के बाद एक करके उसे चोदते रहे।

जब चार्ल्स रुकता तो डेविड खुशबू की गांड चोदता और जब डेविड रुकता तो चार्ल्स खुशबू की चूत चोदता।

और कभी दोनों एक साथ जोरदार तरीके से खुशबू को चोदने लगते।

काफी समय ऐसे ही चोदने के बाद वह दोनों खुशबू से अलग हुए और डेविड ने खुशबू को बिस्तर से नीचे खींच लिया।

डेविड ने खुशबू को खड़ा किया और सामने से उससे लिपट गया खुशबू के एक पैर को उठाकर पलंग पर रखा और उसके होंठों को चूमते हुए अपना लंड उसकी चूत पर पेल दिया।

पीछे से चार्ल्स अब खुशबू की गांड चोदने के लिए अपना लंड उसकी गांड के छेद पर रखा और एक झटके में पूरा लंड उसकी गांड में पेल दिया।

अब दोनों फिर से खुशबू की गांड और चूत चोदने में लग गए।

इसी तरह दोनों ने 15 मिनट तक खुशबू को चोदते रहा इस दौरान खुशबू कई बार झड़ चुकी थी, खुशबू के चुत से निकला पानी नीचे फर्स को गीला कर चुका था।

खुशबू की चूत और गांड पर झाग ही झाग हो गया था।

इस तरह की चुदाई के बारे में तो खुशबू ने कभी सोचा भी नहीं था।

बड़ी मुश्किल से एक एक करके दोनों उसके अंदर ही झड़ गए।

खुशबू काफी थक चुकी थी; वह वहीं बिस्तर पर चुपचाप लेट गई।

डेविड ने अपने कपड़े पहने और अपने कमरे में चला गया।
चार्ल्स उसके बगल में लेट गया।

करीब एक घंटे बाद चार्ल्स ने खुशबू की एक बार और चुदाई की। फिर वह उस रात उसके साथ ही सो गई।

सुबह उठने पर खुशबू का पूरा बदन का कोना-कोना दर्द से टूट रहा था।
रात की कहानी अभी भी उसके चूत और गांड में साफ साफ दिख रही थी। उसकी पीठ कमर और स्तन पर उनके काटने के निशान साफ साफ दिख रहे थे।
बस किसी तरह से उसने अपने कपड़े पहनी औऱ कमरे से धीरे धीरे बाहर आ गई। बाहर निकलने पर उसने देखा बरसात रुक गई है। वह लिफ्ट से नीचे आई होटल से बाहर निकलकर एक टैक्सी में सवार होकर अपने घर चली गई ।
( खुशबू की जिंदगी की यह ऐसी चुदाई थी जिसमें खुशबू को ऐसा आनंद मिला जो शायद ही दुबारा खुशबू को मिले।
खुशबू की इस चुदाई में सब कुछ मिला; दर्द भी , मजा भी;
और एक ऐसा अहसास जो कभी सोची भी नहीं थी ।)
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RE: खुशबू : गोल्ड डिगर हाउसवाइफ - by Dhamakaindia108 - 31-08-2025, 06:38 AM



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