22-08-2025, 08:15 PM
विस्तृत सीन: ज्योति की बेटी की शादी और यात्रा की योजना (उत्तेजक लेकिन मर्यादित रूप में):
सुबह के 7:30 बजे थे। कांगड़ा के छोटे से गांव में सूरज की किरणें पहाड़ों के ऊपर से छनकर पूजा शर्मा के घर की खिड़कियों में दाखिल हो रही थीं। हल्की ठंडी हवा के साथ मंदिर की घंटियों की आवाज दूर से सुनाई दे रही थी। पूजा शर्मा ने रोज की तरह सुबह जल्दी उठकर पूजा की थी, मंदिर जाकर माथा टेका, और अब किचन में राहुल के लिए नाश्ता बना रही थी। आज उसने परांठे और चाय तैयार की थी, और मेज पर रखकर राहुल को आवाज दी, "जी, नाश्ता तैयार है।" राहुल, जो अभी-अभी नहाकर निकला था, एक साधारण नीली शर्ट और पैंट में तैयार होकर मेज पर आया। उसकी आंखों में अभी भी कल रात की उत्तेजना की चमक थी, जब पूजा शर्मा ने उसे स्ट्रेंजर की तरह चुदवाने की बात कही थी। पूजा शर्मा ने एक साधारण हरी सलवार-कुर्ती पहनी थी, दुपट्टा कंधे पर लटका हुआ, और बालों को जूड़े में बांधा था। उसका चेहरा शांत था, लेकिन मन में एक हल्की-सी उत्तेजना थी, जो अब उसकी जिंदगी का हिस्सा बन चुकी थी।
नाश्ते की मेज पर दोनों बैठे। पूजा शर्मा ने राहुल को परांठा परोसा और चाय का कप थमाया। राहुल ने चाय की चुस्की लेते हुए पूछा, "पूजा, आज क्या प्लान है? फिर से लैपटॉप पर?" उसकी आवाज में शरारत थी। पूजा शर्मा ने शरमाते हुए नजरें नीची कीं और हल्के से हंसते हुए कहा, "जी, आप भी ना... हर वक्त वही बात।" लेकिन उसकी मुस्कान में एक चमक थी, जैसे वह उस रोमांच को याद कर रही हो। फिर उसने माहौल बदलते हुए कहा, "जी, एक बात बतानी थी। मेरी दोस्त ज्योति ने फोन किया था। उसकी बेटी की शादी है।"
राहुल ने परांठा खाते हुए पूछा, "ज्योति? वो कौन?" पूजा शर्मा ने चाय का कप हाथ में लेते हुए बताया, "जी, ज्योति मेरी पुरानी दोस्त है। हम दोनों शिमला में एक साथ कॉलेज में पढ़ते थे। वो मेरे साथ मेरी क्लास में थी। उसके पापा आर्मी में थे, तो वो शिमला में रहते थे। लेकिन उसका घर उत्तर प्रदेश में है, कासगंज से थोड़ा आगे एक छोटा-सा टाउन है – नगरीया।" राहुल ने भौंहें उठाईं और पूछा, "नगरीया? वो तो गंगा के पास है ना?" पूजा शर्मा ने सिर हिलाया, "हां, जी। ज्योति के घर से गंगा नदी बस तीन-चार किलोमीटर दूर है। वहां का माहौल बहुत अच्छा है। ज्योति ने बताया कि उसकी बेटी की शादी वहीं हो रही है।"
राहुल ने चाय का कप टेबल पर रखा और उत्सुकता से पूछा, "शादी कब है?" पूजा शर्मा ने जवाब दिया, "अगले हफ्ते, जी। ज्योति ने मुझे बुलाया है। बोली कि मैं जरूर आऊं, क्योंकि उसकी बेटी मुझे भी जानती है। वो भी शिमला में मेरे साथ पढ़ती थी, छोटी थी तब।" राहुल ने मुस्कुराते हुए कहा, "अच्छा, तो ये शादी तो खास है। चलो, मैं कंपनी से छुट्टी ले लेता हूं। हम अपनी कार से चलेंगे।" पूजा शर्मा की आंखें चमक उठीं। "सच, जी? आप चलेंगे?" उसने उत्साह से पूछा। राहुल ने हंसते हुए कहा, "हां, पूजा। शादी में मजा आएगा। और वैसे भी, तुम्हारी दोस्त की बेटी की शादी है, तो हमें जाना चाहिए।"
पूजा शर्मा ने अपने जूड़े को ठीक करते हुए कहा, "जी, ज्योति बहुत खुश होगी। लेकिन रास्ता तो लंबा है। कांगड़ा से नगरीया... कितने घंटे लगेंगे?" राहुल ने सोचते हुए कहा, "देखो, कार से शायद 12-14 घंटे लगें। लेकिन हम रास्ते में कहीं रुक सकते हैं। गंगा के किनारे का वो टाउन, नगरीया, सुना है बहुत सुंदर है। शादी में मस्ती करेंगे, और थोड़ा घूम भी लेंगे।" पूजा शर्मा ने मुस्कुराते हुए कहा, "हां, जी। ज्योति ने बताया कि वहां गंगा के किनारे एक मंदिर है, बहुत शांत जगह है। शादी में खूब रौनक होगी।"
राहुल ने पूजा शर्मा की ओर देखा, और उसकी आंखों में शरारत चमकी। "पूजा, शादी में तो तुम्हें सजना होगा। वो सेक्सी साड़ी पहनना, जो मैंने तुम्हें दी थी।" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "जी, शादी में साड़ी तो ठीक है, लेकिन वो ट्रांसपेरेंट वाली? वहां तो सब लोग होंगे।" राहुल ने हंसते हुए कहा, "अरे, तुम हॉट वाइफ हो। थोड़ा दिखाओ, क्या हुआ? कोई नहीं पहचानेगा। और मैं तो साथ हूं।" पूजा शर्मा ने हल्के से राहुल के कंधे पर मारा और कहा, "जी, आप भी ना... हमेशा शैतानी। लेकिन ठीक है, मैं अच्छी साड़ी पहनूंगी।" उसकी आवाज में एक हल्की-सी उत्सुकता थी, जैसे वह इस नए अनुभव के लिए तैयार हो रही हो।
नाश्ता खत्म करने के बाद, राहुल ने पूजा शर्मा को अपनी बाहों में लिया और कहा, "पूजा, ये ट्रिप मजेदार होगी। शादी में नाच-गाना, खाना-पीना, और रास्ते में हम दोनों का रोमांस।" उसने पूजा शर्मा के गालों को सहलाया, और पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "जी, आप तो बस रोमांस की बात करते हैं।" राहुल ने हंसते हुए कहा, "और तुम तो अब हॉट वाइफ बन गई हो। शादी में कोई स्ट्रेंजर मिले, तो थोड़ा फ्लर्ट कर लेना।" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "जी, बस लैपटॉप तक ठीक था। रियल में... अभी सोचूंगी।" लेकिन उसकी आंखों में एक चमक थी, जैसे वह इस विचार को पूरी तरह अनजान नहीं थी।
राहुल ने अपनी चाय खत्म की और कहा, "ठीक है, मैं ऑफिस जाकर छुट्टी की बात करता हूं। तुम ज्योति को फोन करके बता दो कि हम दोनों आ रहे हैं।" पूजा शर्मा ने सिर हिलाया और कहा, "जी, मैं अभी फोन करती हूं।" राहुल ने उसे माथे पर चूमा और ऑफिस के लिए निकल गया। पूजा शर्मा ने ज्योति को फोन किया। "ज्योति, हम दोनों आ रहे हैं। राहुल जी भी साथ होंगे," उसने उत्साह से कहा। ज्योति ने खुशी से जवाब दिया, "पूजा, बहुत अच्छा! तुम्हारे बिना शादी अधूरी थी। नगरीया में मिलते हैं। गंगा के किनारे शादी का पंडाल सजा है, बहुत सुंदर लगेगा।" पूजा शर्मा ने मुस्कुराते हुए फोन रखा, और उसका मन इस नए सफर की कल्पना में खो गया।
वह सोच रही थी – नगरीया का शांत माहौल, गंगा का किनारा, और शादी की रौनक। लेकिन राहुल की बातें – "हॉट वाइफ," "स्ट्रेंजर," "फ्लर्ट" – उसके मन में गूंज रही थीं। उसने लैपटॉप की ओर देखा, जो बेडरूम में रखा था। "क्या शादी में भी ऐसा रोमांच होगा?" उसने सोचा, और उसकी सांसें हल्के से तेज हो गईं।
सुबह के 7:30 बजे थे। कांगड़ा के छोटे से गांव में सूरज की किरणें पहाड़ों के ऊपर से छनकर पूजा शर्मा के घर की खिड़कियों में दाखिल हो रही थीं। हल्की ठंडी हवा के साथ मंदिर की घंटियों की आवाज दूर से सुनाई दे रही थी। पूजा शर्मा ने रोज की तरह सुबह जल्दी उठकर पूजा की थी, मंदिर जाकर माथा टेका, और अब किचन में राहुल के लिए नाश्ता बना रही थी। आज उसने परांठे और चाय तैयार की थी, और मेज पर रखकर राहुल को आवाज दी, "जी, नाश्ता तैयार है।" राहुल, जो अभी-अभी नहाकर निकला था, एक साधारण नीली शर्ट और पैंट में तैयार होकर मेज पर आया। उसकी आंखों में अभी भी कल रात की उत्तेजना की चमक थी, जब पूजा शर्मा ने उसे स्ट्रेंजर की तरह चुदवाने की बात कही थी। पूजा शर्मा ने एक साधारण हरी सलवार-कुर्ती पहनी थी, दुपट्टा कंधे पर लटका हुआ, और बालों को जूड़े में बांधा था। उसका चेहरा शांत था, लेकिन मन में एक हल्की-सी उत्तेजना थी, जो अब उसकी जिंदगी का हिस्सा बन चुकी थी।
नाश्ते की मेज पर दोनों बैठे। पूजा शर्मा ने राहुल को परांठा परोसा और चाय का कप थमाया। राहुल ने चाय की चुस्की लेते हुए पूछा, "पूजा, आज क्या प्लान है? फिर से लैपटॉप पर?" उसकी आवाज में शरारत थी। पूजा शर्मा ने शरमाते हुए नजरें नीची कीं और हल्के से हंसते हुए कहा, "जी, आप भी ना... हर वक्त वही बात।" लेकिन उसकी मुस्कान में एक चमक थी, जैसे वह उस रोमांच को याद कर रही हो। फिर उसने माहौल बदलते हुए कहा, "जी, एक बात बतानी थी। मेरी दोस्त ज्योति ने फोन किया था। उसकी बेटी की शादी है।"
राहुल ने परांठा खाते हुए पूछा, "ज्योति? वो कौन?" पूजा शर्मा ने चाय का कप हाथ में लेते हुए बताया, "जी, ज्योति मेरी पुरानी दोस्त है। हम दोनों शिमला में एक साथ कॉलेज में पढ़ते थे। वो मेरे साथ मेरी क्लास में थी। उसके पापा आर्मी में थे, तो वो शिमला में रहते थे। लेकिन उसका घर उत्तर प्रदेश में है, कासगंज से थोड़ा आगे एक छोटा-सा टाउन है – नगरीया।" राहुल ने भौंहें उठाईं और पूछा, "नगरीया? वो तो गंगा के पास है ना?" पूजा शर्मा ने सिर हिलाया, "हां, जी। ज्योति के घर से गंगा नदी बस तीन-चार किलोमीटर दूर है। वहां का माहौल बहुत अच्छा है। ज्योति ने बताया कि उसकी बेटी की शादी वहीं हो रही है।"
राहुल ने चाय का कप टेबल पर रखा और उत्सुकता से पूछा, "शादी कब है?" पूजा शर्मा ने जवाब दिया, "अगले हफ्ते, जी। ज्योति ने मुझे बुलाया है। बोली कि मैं जरूर आऊं, क्योंकि उसकी बेटी मुझे भी जानती है। वो भी शिमला में मेरे साथ पढ़ती थी, छोटी थी तब।" राहुल ने मुस्कुराते हुए कहा, "अच्छा, तो ये शादी तो खास है। चलो, मैं कंपनी से छुट्टी ले लेता हूं। हम अपनी कार से चलेंगे।" पूजा शर्मा की आंखें चमक उठीं। "सच, जी? आप चलेंगे?" उसने उत्साह से पूछा। राहुल ने हंसते हुए कहा, "हां, पूजा। शादी में मजा आएगा। और वैसे भी, तुम्हारी दोस्त की बेटी की शादी है, तो हमें जाना चाहिए।"
पूजा शर्मा ने अपने जूड़े को ठीक करते हुए कहा, "जी, ज्योति बहुत खुश होगी। लेकिन रास्ता तो लंबा है। कांगड़ा से नगरीया... कितने घंटे लगेंगे?" राहुल ने सोचते हुए कहा, "देखो, कार से शायद 12-14 घंटे लगें। लेकिन हम रास्ते में कहीं रुक सकते हैं। गंगा के किनारे का वो टाउन, नगरीया, सुना है बहुत सुंदर है। शादी में मस्ती करेंगे, और थोड़ा घूम भी लेंगे।" पूजा शर्मा ने मुस्कुराते हुए कहा, "हां, जी। ज्योति ने बताया कि वहां गंगा के किनारे एक मंदिर है, बहुत शांत जगह है। शादी में खूब रौनक होगी।"
राहुल ने पूजा शर्मा की ओर देखा, और उसकी आंखों में शरारत चमकी। "पूजा, शादी में तो तुम्हें सजना होगा। वो सेक्सी साड़ी पहनना, जो मैंने तुम्हें दी थी।" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "जी, शादी में साड़ी तो ठीक है, लेकिन वो ट्रांसपेरेंट वाली? वहां तो सब लोग होंगे।" राहुल ने हंसते हुए कहा, "अरे, तुम हॉट वाइफ हो। थोड़ा दिखाओ, क्या हुआ? कोई नहीं पहचानेगा। और मैं तो साथ हूं।" पूजा शर्मा ने हल्के से राहुल के कंधे पर मारा और कहा, "जी, आप भी ना... हमेशा शैतानी। लेकिन ठीक है, मैं अच्छी साड़ी पहनूंगी।" उसकी आवाज में एक हल्की-सी उत्सुकता थी, जैसे वह इस नए अनुभव के लिए तैयार हो रही हो।
नाश्ता खत्म करने के बाद, राहुल ने पूजा शर्मा को अपनी बाहों में लिया और कहा, "पूजा, ये ट्रिप मजेदार होगी। शादी में नाच-गाना, खाना-पीना, और रास्ते में हम दोनों का रोमांस।" उसने पूजा शर्मा के गालों को सहलाया, और पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "जी, आप तो बस रोमांस की बात करते हैं।" राहुल ने हंसते हुए कहा, "और तुम तो अब हॉट वाइफ बन गई हो। शादी में कोई स्ट्रेंजर मिले, तो थोड़ा फ्लर्ट कर लेना।" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "जी, बस लैपटॉप तक ठीक था। रियल में... अभी सोचूंगी।" लेकिन उसकी आंखों में एक चमक थी, जैसे वह इस विचार को पूरी तरह अनजान नहीं थी।
राहुल ने अपनी चाय खत्म की और कहा, "ठीक है, मैं ऑफिस जाकर छुट्टी की बात करता हूं। तुम ज्योति को फोन करके बता दो कि हम दोनों आ रहे हैं।" पूजा शर्मा ने सिर हिलाया और कहा, "जी, मैं अभी फोन करती हूं।" राहुल ने उसे माथे पर चूमा और ऑफिस के लिए निकल गया। पूजा शर्मा ने ज्योति को फोन किया। "ज्योति, हम दोनों आ रहे हैं। राहुल जी भी साथ होंगे," उसने उत्साह से कहा। ज्योति ने खुशी से जवाब दिया, "पूजा, बहुत अच्छा! तुम्हारे बिना शादी अधूरी थी। नगरीया में मिलते हैं। गंगा के किनारे शादी का पंडाल सजा है, बहुत सुंदर लगेगा।" पूजा शर्मा ने मुस्कुराते हुए फोन रखा, और उसका मन इस नए सफर की कल्पना में खो गया।
वह सोच रही थी – नगरीया का शांत माहौल, गंगा का किनारा, और शादी की रौनक। लेकिन राहुल की बातें – "हॉट वाइफ," "स्ट्रेंजर," "फ्लर्ट" – उसके मन में गूंज रही थीं। उसने लैपटॉप की ओर देखा, जो बेडरूम में रखा था। "क्या शादी में भी ऐसा रोमांच होगा?" उसने सोचा, और उसकी सांसें हल्के से तेज हो गईं।