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पूजा की जागृत वासना: एक पतिव्रता स्त्री का सफर
#18
पूजा शर्मा का मन अब एक नई दुनिया में गोते लगा रहा था। कांगड़ा के उस छोटे से गांव में, जहां सुबह की ठंडी हवा और मंदिर की घंटियों की आवाज उसकी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा थी, अब उसके दिन का एक हिस्सा उस लैपटॉप की स्क्रीन पर बीतने लगा था। राहुल के ऑफिस जाने के बाद, घर में सन्नाटा उसे खलने लगा था। टीवी की सास-बहू की कहानियां अब उसे बोर करती थीं। उसकी जिज्ञासा, जो पहले सिर्फ राहुल की फंतासियों और उन उत्तेजक फिल्मों और कहानियों से जागी थी, अब उसे एक नई राह पर ले जा रही थी। वह स्ट्रेंजर का वह बड़ा लिंग का विचार, जो उसने फिल्म में देखा था, उसके मन से नहीं जा रहा था। "क्या सच में ऐसा होता है?" यह सवाल अब उसकी जिज्ञासा को और भड़का रहा था।
अगला दिन: रोमांच का नया दौर
अगले दिन सुबह, पूजा शर्मा ने रोज की तरह घर के काम निपटाए। मंदिर गई, पूजा की, और राहुल को ऑफिस के लिए विदा किया। लेकिन जैसे ही वह घर लौटी, उसका मन फिर उसी लैपटॉप की ओर खिंचा। आज कुछ अलग था। उसकी जिज्ञासा अब सिर्फ बातों तक सीमित नहीं थी। वह जानना चाहती थी कि क्या सच में कोई लिंग इतना बड़ा हो सकता है, जैसा उसने फिल्म में देखा था। उसने सोचा, "बस थोड़ा और देख लूं। मास्क तो है, कोई पहचानेगा नहीं।" उसने बेडरूम का दरवाजा बंद किया, लैपटॉप ऑन किया, और काला मास्क पहन लिया, जो सिर्फ उसकी आंखें और होंठ दिखाता था। आज उसने हल्का-सा मेकअप किया था – हल्की लिपस्टिक और काजल। कपड़े वही साधारण थे – एक गुलाबी कुर्ता और सफेद लेगिंग्स, जो उसके फिगर को हल्के से उभारते थे। उसने ऐप खोला और रैंडम चैट शुरू की।
पहला स्ट्रेंजर: रोमांटिक शुरुआत
पहला स्ट्रेंजर एक 32 साल का शख्स था, स्मार्ट, कॉन्फिडेंट, और थोड़ा रोमांटिक। उसका चेहरा साफ-सुथरा था, और आवाज में एक गर्माहट थी। "हाय, तुम्हारी आंखें कितनी खूबसूरत हैं," उसने शुरुआत की। पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "शुक्रिया।" बातें जल्दी ही फ्लर्टी हो गईं। वह बोला, "तुम्हारी स्माइल तो कातिलाना है।" पूजा शर्मा हंस पड़ी, "आप भी तो बहुत तारीफ करते हैं।" उसने पूछा, "तुम क्या करती हो?" पूजा शर्मा ने फर्जी जवाब दिया, "बस घर पर हूं, थोड़ा फ्री टाइम है।" बातें आगे बढ़ीं, और उसने कहा, "तुम्हारा फिगर बहुत अच्छा लग रहा है। कुर्ते में भी तुम सेक्सी लगती हो।" पूजा शर्मा की सांसें तेज हो गईं। उसने हल्के से कहा, "ऐसा क्या दिख रहा है?" वह हंसते हुए बोला, "वो तो दिख रहा है, जो छुपा नहीं है।" पूजा शर्मा को मजा आने लगा। उसने हिम्मत जुटाकर पूछा, "तुम मुझे इतना सेक्सी क्यों कह रहे हो?" वह बोला, "क्योंकि तुम हो। अगर तुम चाहो, तो मैं और बता सकता हूं।" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "पहले तुम कुछ दिखाओ।" वह हंसा और बोला, "ठीक है, लेकिन तुम भी तो कुछ दिखाओ।" पूजा शर्मा ने हल्के से अपना कुर्ता ऊपर उठाया, जिससे उसकी लाल लेस वाली ब्रा की झलक दिखी। उसने देखा कि स्ट्रेंजर की आंखें चमक उठीं। उसने अपनी शर्ट के बटन खोले और अपनी छाती दिखाई। पूजा शर्मा की धड़कन तेज हो गई। चैट 20 मिनट चली, और पूजा शर्मा को एक नया रोमांच महसूस हुआ। "यह तो मजेदार है," उसने सोचा।
दूसरा स्ट्रेंजर: और खुलापन
पूजा शर्मा ने चाय बनाई, एक कप पिया, और फिर 11:45 बजे लैपटॉप पर लौटी। दूसरा स्ट्रेंजर एक 35 साल का मर्द था, थोड़ा रफ-टफ लुक, लेकिन बातें बहुत रोमांटिक। "हाय ब्यूटी," उसने कहा। पूजा शर्मा ने जवाब दिया, "हाय।" वह सीधे बोला, "तुम्हारी बॉडी तो कमाल की है।" पूजा शर्मा ने हंसकर कहा, "कैसे पता?" वह बोला, "कुर्ते से सब उभर रहा है।" बातें और गहरी हुईं। उसने पूछा, "कभी किसी को और करीब से दिखाया?" पूजा शर्मा की सांसें तेज हो गईं। उसने हिम्मत करके कुर्ता उतारा, और लाल लेस ब्रा में थी। स्ट्रेंजर ने तारीफ की, "वाह, क्या बात है।" उसने अपनी शर्ट उतारी और मस्कुलर बॉडी दिखाई। पूजा शर्मा ने जिज्ञासा से पूछा, "और कुछ?" वह हंसते हुए बोला, "पहले तुम।" पूजा शर्मा ने हल्के से ब्रा का स्ट्रैप नीचे सरकाया, जिससे उसके स्तनों की क्लीवेज साफ दिखी। उसकी सिसकारियां कमरे में गूंजने लगीं। स्ट्रेंजर ने अपनी पैंट का बटन खोला, और हल्का-सा नीचे सरकाया। पूजा शर्मा की आंखें फैल गईं – वह बड़ा था, जैसा फिल्म में। चैट 25 मिनट चली, और पूजा शर्मा का शरीर गर्मी से भरा था।
तीसरा स्ट्रेंजर: और गहराई
दोपहर 1:30 बजे, लंच के बाद, पूजा शर्मा फिर लैपटॉप पर। तीसरा स्ट्रेंजर 30 साल का था, चिकना चेहरा, और बातें बहुत हॉट। "तुम तो आग हो," उसने कहा। पूजा शर्मा ने हंसकर कहा, "तुम भी तो कम नहीं।" वह बोला, "मुझे कुछ दिखाओ, मैं भी दिखाऊंगा।" पूजा शर्मा ने कुर्ता उतारा, और इस बार ब्रा भी खोल दी। उसके बड़े, तने हुए स्तन स्क्रीन पर चमके। स्ट्रेंजर ने वाह भरी, और अपनी पैंट उतार दी। पूजा शर्मा ने देखा – उसका लिंग बड़ा और मोटा था। उसने पूछा, "इसे क्या कहते हो?" वह हंसते हुए बोला, "लोड़ा। और तुम्हारी योनि को?" पूजा शर्मा शरमाई, लेकिन बोली, "चूत।" बातें और हॉट हुईं। स्ट्रेंजर ने कहा, "इसे सहलाओ।" पूजा शर्मा ने हल्के से अपनी योनि को छुआ, और सिसकारी ली। चैट 30 मिनट चली, और पूजा शर्मा का शरीर उत्तेजना से कांप रहा था।
चौथा स्ट्रेंजर: बेकाबू पूजा शर्मा
विस्तृत चौथा स्ट्रेंजर सीन (और अधिक विस्तार के साथ, उत्तेजक लेकिन मर्यादित रूप में):
शाम के 3:00 बज रहे थे। कांगड़ा के छोटे से गांव में सूरज अब पहाड़ों के पीछे छिपने की तैयारी कर रहा था, और पूजा शर्मा के घर की खिड़कियों से सुनहरी रोशनी कमरे में बिखर रही थी। हल्की ठंडी हवा पर्दों को हिलाकर एक सायं-सायं की आवाज पैदा कर रही थी। पूजा शर्मा का दिन अब तक उत्तेजना और जिज्ञासा से भरा रहा था। पहले स्ट्रेंजर की रोमांटिक तारीफों ने उसे हल्का गुदगुदाया था, दूसरे ने उसकी लाल लेस वाली ब्रा की झलक देखकर उसकी सांसें तेज की थीं, और तीसरे ने तो बिना ब्रा के उसके तने हुए स्तनों को देख लिया था, जिससे उसका शरीर गर्मी से भर गया था। लेकिन उसका मन अभी भी उस एक सवाल से बेचैन था – "क्या सच में कोई लिंग इतना बड़ा हो सकता है, जैसा उस ककोल्ड फिल्म में दिखा था?" यह जिज्ञासा अब उसे अंदर ही अंदर खाए जा रही थी, और वह जानना चाहती थी।
पूजा शर्मा ने बेडरूम का दरवाजा बंद किया। उसने लैपटॉप को बेड पर रखा, जिसके चारों ओर गुलाबी रंग की चादर बिछी थी। कमरे में हल्की-सी अगरबत्ती की खुशबू थी, जो उसने सुबह पूजा के लिए जलाई थी। उसने काला मास्क पहन लिया – वह मास्क जो सिर्फ उसकी गहरी भूरी आंखें और गुलाबी होंठ दिखाता था, बाकी चेहरा पूरी तरह छुपा हुआ। आज उसने हल्का मेकअप किया था – गुलाबी लिपस्टिक, जो उसके होंठों को और आकर्षक बना रही थी, और काजल, जो उसकी आंखों में एक रहस्यमयी चमक ला रहा था। कपड़े वही साधारण थे – एक गुलाबी कुर्ता, जो उसके बड़े स्तनों और पतली कमर को हल्के से उभार रहा था, और सफेद लेगिंग्स, जो उसके कूल्हों को गोलाई दे रहे थे। लेकिन अंदर उसने राहुल की दी हुई लाल लेस वाली ब्रा और थॉन्ग पैंटी पहनी थी, जो उसके शरीर को और भी कामुक बना रही थी। उसने एक गहरी सांस ली, और अपने कंधों को ढीला छोड़ते हुए ऐप पर रैंडम चैट शुरू की।
स्क्रीन पर चौथा स्ट्रेंजर आया। वह 28 साल का एक युवक था, चिकना चेहरा, काले घने बाल, और आंखों में एक शरारती चमक। उसने काली टी-शर्ट पहनी थी, जो उसकी मस्कुलर छाती को उभार रही थी, और उसकी मुस्कान में एक अजीब-सा आत्मविश्वास था, जैसे वह पहले से जानता हो कि यह मुलाकात साधारण नहीं रहेगी। "हाय," उसने कहा, उसकी आवाज गहरी और गर्म थी, जैसे वह पूजा शर्मा को पहले से जानता हो। पूजा शर्मा ने जवाब दिया, "हाय," उसकी आवाज में हल्की-सी कांप थी, लेकिन उत्सुकता उससे कहीं ज्यादा थी। वह बोला, "तुम तो सपनों की मलिका लग रही हो। ये मास्क... बहुत मिस्ट्री है तुममें।" पूजा शर्मा हंस पड़ी, और उसकी हंसी में शरम के साथ-साथ एक नया आत्मविश्वास था। "तुम भी तो राजकुमार जैसे हो," उसने जवाब दिया, और दोनों हंस पड़े।
बातचीत शुरू हुई। उसने पूछा, "तुम कहां से हो?" पूजा शर्मा ने फर्जी जवाब दिया, "दिल्ली से।" वह बोला, "मैं मुंबई से। दिन कैसा गुजर रहा है?" पूजा शर्मा ने कहा, "बस, घर पर हूं। थोड़ा फ्री टाइम है।" उसकी नजरें स्क्रीन पर पूजा शर्मा के चेहरे और फिगर पर टिकी थीं। वह बोला, "तुम्हारी आंखें बहुत सेक्सी हैं। और वो लिप्स... वाह।" पूजा शर्मा की सांसें तेज हो गईं। उसने हल्के से होंठ चबाए और कहा, "शुक्रिया। तुम भी तो बहुत तारीफ करते हो।" वह हंसते हुए बोला, "तारीफ तो बनती है। तुम्हारा फिगर... वो कुर्ता कितना फिट है।" पूजा शर्मा ने अपने कुर्ते की ओर देखा, जो उसके बड़े स्तनों को हल्के से उभार रहा था। उसने शरमाते हुए कहा, "ऐसा क्या दिख रहा है?" वह बोला, "वो सब जो छुपा नहीं है।" पूजा शर्मा की धड़कनें और तेज हो गईं। कमरे में सन्नाटा था, सिर्फ लैपटॉप की हल्की-सी आवाज और पूजा शर्मा की सांसों की गति सुनाई दे रही थी।
बातें धीरे-धीरे गहरी होने लगीं। वह बोला, "तुम्हारी बॉडी तो कमाल की है। कभी किसी को और करीब से दिखाया?" पूजा शर्मा का चेहरा गर्म हो गया, जैसे कोई आग उसके अंदर सुलग रही हो। उसने हिम्मत जुटाई और कहा, "पहले तुम कुछ दिखाओ, फिर मैं भी दिखाऊंगी।" वह मुस्कुराया, और उसकी आंखों में शरारत चमकी। "डील," उसने कहा। उसने अपनी काली टी-शर्ट उतारी, और उसकी मस्कुलर छाती स्क्रीन पर चमकी। उसकी त्वचा सांवली थी, और मांसपेशियां सख्त। पूजा शर्मा की नजरें उस पर टिक गईं। "वाह," उसने अनायास कहा। वह हंसा, "अब तुम्हारी बारी।"
पूजा शर्मा ने एक गहरी सांस ली। उसका मन अब उस जिज्ञासा की आग में जल रहा था। उसने धीरे से अपने गुलाबी कुर्ते को ऊपर उठाया, और लाल लेस वाली ब्रा की झलक दिखाई। लेस में उसके बड़े, तने हुए स्तन चमक रहे थे, और निप्पल्स हल्के से उभर रहे थे। स्ट्रेंजर की आंखें चमक उठीं। "वाह, क्या बात है," उसने कहा, उसकी आवाज में उत्तेजना थी। पूजा शर्मा ने हल्के से हंसते हुए कहा, "बस इतना ही।" लेकिन वह बोला, "अरे, थोड़ा और। मैं भी तो दिखाऊंगा।" पूजा शर्मा की सिसकारियां कमरे में हल्के से गूंजने लगीं। उसने कुर्ता पूरी तरह उतार दिया, और अब वह सिर्फ ब्रा और सफेद लेगिंग्स में थी। स्ट्रेंजर ने तारीफ की, "तुम तो आग हो।" उसने अपनी पैंट का बटन खोला और हल्के से नीचे सरकाया। पूजा शर्मा की नजरें स्क्रीन पर टिक गईं – उसका लिंग बड़ा, मोटा, और तना हुआ था। "ये तो..." पूजा शर्मा ने अनायास कहा, और उसकी आवाज में उत्तेजना साफ झलक रही थी।
"इसे क्या कहते हो?" पूजा शर्मा ने जिज्ञासा से पूछा, उसकी आवाज में एक मिश्रित शरम और उत्साह था। वह हंसते हुए बोला, "लोड़ा। और तुम्हारी योनि को?" पूजा शर्मा का चेहरा लाल हो गया, लेकिन उसकी उत्तेजना अब बेकाबू हो रही थी। "चूत," उसने धीरे से कहा, और यह शब्द उसके होंठों से निकलते ही कमरे में एक अजीब-सी गर्मी फैल गई। बातें अब पूरी तरह खुली थीं। स्ट्रेंजर ने कहा, "इसे सहलाओ।" पूजा शर्मा ने अपनी सफेद लेगिंग्स को धीरे से नीचे सरकाया, और अब वह सिर्फ थॉन्ग पैंटी में थी। उसकी गोल, भरी हुई गांड और पतली कमर स्क्रीन पर चमक रही थी। उसने पैंटी के ऊपर से अपनी योनि को हल्के से छुआ, और एक गहरी सिसकारी ली, "आह..." उसकी आवाज कमरे में गूंजी, जैसे वह सचमुच स्ट्रेंजर के सामने हो। स्ट्रेंजर ने भी अपने लिंग को सहलाना शुरू किया, और उसकी सांसें तेज हो गईं। "तुम कमाल हो," वह बोला।
पूजा शर्मा की उत्तेजना अब चरम पर थी। उसने हल्के से अपनी पैंटी को नीचे सरकाया, और अब वह पूरी तरह नग्न थी, सिर्फ मास्क चेहरे पर। उसकी गोरी त्वचा, तने हुए स्तन, और गीली योनि स्क्रीन पर साफ दिख रही थी। स्ट्रेंजर ने कहा, "वाह, तुम तो भोसड़ी हो।" पूजा शर्मा ने पहली बार यह शब्द सुना, और उसकी सिसकारियां और तेज हो गईं। "और तुम्हारा लोड़ा..." उसने जवाब दिया, उसकी आवाज में एक नया जोश था। उसने अपनी योनि को सहलाना शुरू किया, और उसकी उंगलियां धीरे-धीरे गीली सतह पर फिसल रही थीं। स्ट्रेंजर ने भी अपने लिंग को तेजी से सहलाया, और उसकी सांसें भारी हो गईं। "इसे और करो," उसने कहा। पूजा शर्मा ने अपनी उंगलियों को और गहराई तक ले गई, और उसकी आहें अब कमरे में गूंज रही थीं, "आह... ओह..." जैसे वह स्ट्रेंजर के साथ उसी कमरे में हो।
स्ट्रेंजर की सांसें और तेज हो गईं। उसने कहा, "देखो, मैं क्या कर रहा हूं।" पूजा शर्मा की नजरें स्क्रीन पर टिकी थीं। उसने देखा कि स्ट्रेंजर का लिंग अब और सख्त हो गया था, और उसकी हरकतें तेज हो रही थीं। अचानक, उसकी पिचकारी स्क्रीन पर दिखी, और पूजा शर्मा की आंखें फैल गईं। उसकी अपनी उंगलियां अब तेजी से चल रही थीं, और वह चरम पर पहुंच गई। उसकी सिसकारियां कमरे में गूंज रही थीं, "आह... ओह जी..." जैसे वह स्ट्रेंजर के सामने पूरी तरह खुल गई हो। दोनों ने एक-दूसरे की हर मांग पूरी की। पूजा शर्मा ने आज पहली बार इतने खुले शब्दों का इस्तेमाल किया – "लोड़ा," "भोसड़ी" – जो उसने राहुल के साथ भी कभी नहीं बोले थे। यह चैट 2 घंटे 15 मिनट तक चली, और हर पल ऐसा था जैसे वे दोनों एक-दूसरे के सामने, एक ही कमरे में हों।
चैट खत्म होने के बाद, पूजा शर्मा थककर बेड पर लेट गई। उसका शरीर अभी भी उत्तेजना से कांप रहा था। उसने मास्क उतारा, और अपने चेहरे को हाथों में लिया। "ये क्या हो गया?" उसने सोचा, लेकिन मन में एक अजीब-सा सुकून था। उसने कपड़े पहने, और कमरे को ठीक किया। लेकिन उसका मन अभी भी उस स्ट्रेंजर की छवि में खोया था – उसका विशाल लिंग, उसकी भारी सांसें, और वो पल जब दोनों चरम पर पहुंचे थे।
रात का खुलासा
रात को जब राहुल घर लौटा, पूजा शर्मा ने डिनर तैयार किया – आलू के परांठे, दाल, और रायता। खाने की मेज पर दोनों ने हल्की-फुल्की बातें कीं, लेकिन राहुल की नजरें पूजा शर्मा के चेहरे पर थीं। वह उसकी चमकती आंखों और हल्की-सी शरम को भांप रहा था। खाने के बाद, जब वे बेडरूम में गए, पूजा शर्मा ने राहुल को गले लगाया और कहा, "जी, आज बहुत कुछ हुआ।" राहुल की आंखें चमक उठीं। "बताओ, क्या-क्या?" उसने उत्सुकता से पूछा।
पूजा शर्मा ने सच-सच बताया। "पहले स्ट्रेंजर ने मेरी ब्रा देखी। दूसरे ने क्लीवेज की तारीफ की। तीसरे ने बिना ब्रा के मेरे स्तन देखे। लेकिन चौथा..." उसने रुककर राहुल की ओर देखा। "जी, मैंने सब उतार दिया। सिर्फ मास्क था। उसने अपना लोड़ा दिखाया – इतना बड़ा था, जैसा फिल्म में। मैंने अपनी चूत भी दिखाई।" राहुल का चेहरा उत्तेजना से लाल हो गया। "सच? और क्या हुआ?" उसने पूछा, उसकी आवाज में बेचैनी थी। पूजा शर्मा ने कहा, "हमने एक-दूसरे को सहलाया। उसकी पिचकारी देखी। मैं भी... चरम पर पहुंची।" उसने शरमाते हुए नजरें नीची कीं, लेकिन उसकी आवाज में एक नया आत्मविश्वास था।
राहुल ने उसे अपनी बाहों में खींच लिया। उसने पूजा शर्मा की नाइटी उतारी, और उसकी लाल लेस वाली ब्रा के ऊपर से उसके स्तनों को सहलाया। "पूजा, तुमने तो कमाल कर दिया," उसने कहा। पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "आह, जी..." राहुल ने उसकी पैंटी उतारी, और उसकी योनि को छुआ, जो अभी भी गीली थी। "सोचो, अगर वो स्ट्रेंजर यहीं होता," उसने कहा। पूजा शर्मा ने कमर हिलाते हुए कहा, "जी, वो विचार ही इतना उत्तेजक था।" उस रात का प्रेम तीव्र था। पूजा शर्मा की सिसकारियां कमरे में गूंजीं, और राहुल खुश था – पहली बार किसी ने उसकी पत्नी को इतने करीब से, भले ही स्क्रीन पर, देखा था।
कहानी अभी और रोमांचक होने वाली थी। पूजा शर्मा का सफर अब एक नए मोड़ पर था, और उसकी जिज्ञासा अब और गहरी हो रही थी। वह अभी भी अपनी पतिव्रता छवि को गांव की नजरों से बचाना चाहती थी, लेकिन वर्चुअल दुनिया में उसका नया रूप पूरी तरह खुल चुका था। राहुल की फंतासियां और पूजा शर्मा की जागृत वासना अब एक ऐसी राह पर थी, जहां हर पल नया और उत्तेजक था।
कहानी जारी है...
पूजा शर्मा की जागृत वासना: एक पतिव्रता स्त्री का सफर
विस्तृत सीन: रात का उत्तेजक अनुभव (उत्तेजक लेकिन मर्यादित रूप में):
रात के 11:30 बज रहे थे। कांगड़ा के छोटे से गांव में सन्नाटा पसरा था, और पूजा शर्मा के घर की खिड़कियों से चांदनी की हल्की-सी रोशनी कमरे में बिखर रही थी। बेडरूम में सिर्फ एक ट्यूबलाइट की मद्धम रोशनी थी, जो गुलाबी चादरों पर पड़ रही थी। पूजा शर्मा और राहुल डिनर के बाद बेडरूम में थे। डिनर में आलू के परांठे और रायता खाने के बाद, पूजा शर्मा ने राहुल को दिन की सारी बातें बता दी थीं – पहले स्ट्रेंजर की रोमांटिक तारीफें, दूसरे की क्लीवेज की प्रशंसा, तीसरे के साथ बिना ब्रा के पल, और चौथे स्ट्रेंजर के साथ वह बेकाबू अनुभव, जहां उसने सब कुछ उतार दिया था और स्ट्रेंजर का विशाल लिंग देखकर चरम पर पहुंच गई थी। राहुल की आंखें उत्तेजना से चमक रही थीं, और उस रात का प्रेम तीव्र था। लेकिन रात गहराने के बाद, जब राहुल सो गया, पूजा शर्मा का मन अभी भी उस दिन के रोमांच में खोया था।
पूजा शर्मा बेड पर लेटी थी, लेकिन नींद उसकी आंखों से कोसों दूर थी। उसका शरीर अभी भी उस चौथे स्ट्रेंजर की बातों और उसकी छवि से गर्म था। उसकी सांसें तेज थीं, और मन में एक अजीब-सी बेचैनी थी। वह बार-बार उस स्ट्रेंजर के विशाल लिंग को याद कर रही थी – उसकी मोटाई, उसका तना हुआ रूप, और वह पल जब उसकी पिचकारी स्क्रीन पर दिखी थी। पूजा शर्मा की योनि फिर से गीली हो रही थी, और उसका शरीर उत्तेजना से कांप रहा था। उसने अपने कपड़े पहले ही उतार दिए थे और अब सिर्फ लाल लेस वाली ब्रा और थॉन्ग पैंटी में थी। ब्रा में उसके तने हुए स्तन चमक रहे थे, और थॉन्ग पैंटी उसकी गोल गांड को और आकर्षक बना रही थी। उसने बेड पर करवट बदली, और राहुल की ओर देखा, जो गहरी नींद में था।
पूजा शर्मा का मन अब बेकाबू हो रहा था। उसने धीरे से राहुल के कंधे को छुआ और फुसफुसाई, "जी, सुनो..." राहुल की नींद टूटी। उसने आंखें खोलीं और पूजा शर्मा को देखा। लाल लेस वाली ब्रा-पैंटी में उसका गोरा बदन चांदनी में चमक रहा था, और उसकी आंखों में एक अजीब-सी चमक थी। राहुल हैरान हो गया। "पूजा, ये क्या? तुम तो..." उसने अधूरी बात छोड़ी। पूजा शर्मा ने शरमाते हुए, लेकिन उत्तेजना भरी आवाज में कहा, "जी, कुछ हो रहा है। आज का वो स्ट्रेंजर... उसे सोचकर गर्म हो रही हूं।" उसकी आवाज में एक रोमांच था, जैसे वह उस पल को फिर से जीना चाहती हो।
राहुल की नींद उड़ गई। उसका शरीर भी उत्तेजना से भर गया। उसने पूजा शर्मा को करीब खींचा और उसके गालों को सहलाते हुए पूछा, "ऐसा क्या हुआ आज? बताओ ना।" पूजा शर्मा ने अपनी नजरें नीची कीं, लेकिन उसकी सांसें तेज थीं। "जी, वो स्ट्रेंजर... उसका लोड़ा इतना बड़ा था। मैंने अपनी चूत दिखाई, और हमने एक-दूसरे को सहलाया। उसकी पिचकारी देखी... और मैं भी चरम पर पहुंच गई।" राहुल की आंखें चमक उठीं। उसने पूजा शर्मा की ब्रा के ऊपर से उसके स्तनों को छुआ, और निप्पल्स को हल्के से दबाया। पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "आह, जी..." राहुल ने कहा, "पूजा, तुम तो पूरी आग हो आज। चलो, वॉशरूम में चलते हैं। मैं तुम्हारी चुदाई करता हूं। तुम मुझे स्ट्रेंजर समझकर चुदवाना, वही डायलॉग बोलना जो उससे बोली थीं।"
पूजा शर्मा की सांसें और तेज हो गईं। उसने शरमाते हुए कहा, "जी, लेकिन आप भी स्ट्रेंजर जैसे बिहेव करना।" राहुल ने मुस्कुराते हुए कहा, "हां, बिल्कुल। वॉशरूम में तुम्हें कई पोज में एंजॉय करवाऊंगा।" पूजा शर्मा की आंखों में शरारत चमकी। उसने राहुल का हाथ पकड़ा, और दोनों बेडरूम से निकलकर वॉशरूम की ओर गए।
वॉशरूम छोटा था, लेकिन साफ-सुथरा। सफेद टाइल्स की दीवारों पर हल्की-सी नमी थी, और एक बड़ा शीशा बेसिन के ऊपर लगा था। राहुल ने दरवाजा बंद किया और लाइट ऑन की। रोशनी में पूजा शर्मा का गोरा बदन और लाल लेस ब्रा-पैंटी और चमक उठे। राहुल ने उसे शीशे के सामने खड़ा किया और पीछे से उसकी कमर को पकड़ा। उसने पूजा शर्मा के कान में फुसफुसाया, "हाय, ब्यूटी... तुम तो आग हो।" उसने स्ट्रेंजर की तरह बात शुरू की। पूजा शर्मा ने हंसते हुए जवाब दिया, "हाय... तुम भी तो कमाल हो।" उसकी आवाज में वही शरम और उत्तेजना थी, जो उसने स्ट्रेंजर के साथ चैट में दिखाई थी।
राहुल ने पूजा शर्मा की ब्रा का हुक खोला, और उसके बड़े, तने हुए स्तन आजाद हो गए। शीशे में पूजा शर्मा ने अपने स्तनों को देखा – निप्पल्स सख्त और गुलाबी, जैसे उत्तेजना की चोटी पर हों। राहुल ने उन्हें पीछे से पकड़ा और हल्के से दबाया। पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "आह... धीरे..." लेकिन उसकी आवाज में मना नहीं, बल्कि और मांग थी। राहुल ने कहा, "इसे क्या कहती हो?" पूजा शर्मा ने स्ट्रेंजर की तरह जवाब दिया, "चूची..." राहुल ने हंसते हुए कहा, "और मेरा?" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "लोड़ा।" दोनों हंस पड़े, लेकिन उत्तेजना अब बेकाबू थी।
राहुल ने पूजा शर्मा की थॉन्ग पैंटी उतारी, और उसकी गीली योनि को छुआ। पूजा शर्मा ने एक गहरी सिसकारी ली, "ओह... तुम तो..." उसने स्ट्रेंजर की तरह बात की। राहुल ने अपनी पैंट उतारी और अपना लिंग पूजा शर्मा की योनि के पास रगड़ा। "ये कैसा है?" उसने पूछा। पूजा शर्मा ने हंसते हुए कहा, "बड़ा... लेकिन वो स्ट्रेंजर का और बड़ा था।" राहुल ने हल्के से उसकी गांड पर चपत मारी और कहा, "आज मैं स्ट्रेंजर हूं। बोल, क्या करूं?" पूजा शर्मा ने शीशे में अपनी छवि देखते हुए कहा, "मुझे सहलाओ... जैसे वो कर रहा था।"
राहुल ने पूजा शर्मा को शीशे की ओर झुकाया, ताकि उसकी गांड पीछे की ओर हो। उसने अपनी उंगलियों से पूजा शर्मा की योनि को सहलाया, और पूजा शर्मा की सिसकारियां वॉशरूम में गूंजने लगीं, "आह... और जोर से..." राहुल ने अपना लिंग अंदर डाला, और धीरे-धीरे धक्के मारने लगा। पूजा शर्मा ने अपनी कमर को लय में हिलाया, और शीशे में अपनी उत्तेजित छवि देखी। "तुम तो भोसड़ी हो," राहुल ने स्ट्रेंजर की तरह कहा। पूजा शर्मा ने जवाब दिया, "और तुम्हारा लोड़ा..." दोनों की बातें अब उतनी ही खुली थीं, जितनी पूजा शर्मा ने स्ट्रेंजर के साथ की थीं।
राहुल ने पूजा शर्मा को पलटा और उसे बेसिन पर बिठाया। उसने पूजा शर्मा के पैर फैलाए और फिर से प्रवेश किया। पूजा शर्मा ने अपने हाथों से राहुल के कंधों को पकड़ा, और उसकी सिसकारियां अब और तेज हो गईं, "ओह... ऐसे ही... और जोर से..." वॉशरूम की टाइल्स पर उनकी आवाजें गूंज रही थीं, जैसे कोई संगीत हो। राहुल ने कहा, "सोचो, मैं वो स्ट्रेंजर हूं।" पूजा शर्मा ने आंखें बंद कीं और कहा, "हां... तुम वही हो... तुम्हारा लोड़ा... इतना बड़ा..." उसकी उत्तेजना चरम पर थी, और वह राहुल के हर धक्के के साथ चरम की ओर बढ़ रही थी।
आखिरी पल में, राहुल ने पूजा शर्मा को फिर से शीशे के सामने खड़ा किया। उसने पीछे से प्रवेश किया, और पूजा शर्मा ने शीशे में अपनी आंखों को देखा – उत्तेजना, शरम, और एक नया आत्मविश्वास। उसकी सिसकारियां अब चीखों में बदल रही थीं, "आह... ओह... और..." राहुल ने भी अपनी गति बढ़ाई, और दोनों एक साथ चरम पर पहुंचे। पूजा शर्मा का शरीर कांप रहा था, और उसने राहुल को कसकर गले लगाया।
वॉशरूम में सन्नाटा छा गया, सिर्फ उनकी भारी सांसें सुनाई दे रही थीं। राहुल ने पूजा शर्मा के माथे को चूमा और कहा, "पूजा, तुमने तो आज आग लगा दी।" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "जी, वो स्ट्रेंजर... उसने मुझे बेकाबू कर दिया।" दोनों हंस पड़े, और बेडरूम में लौट आए। पूजा शर्मा ने अपनी नाइटी पहनी, और राहुल के सीने पर सिर रखकर लेट गई। उसका मन अभी भी उस स्ट्रेंजर की छवि में खोया था, लेकिन राहुल के साथ यह अनुभव उसे और करीब ले आया था।
विस्तृत सीन: अगला दिन और एक परिचित चेहरा (उत्तेजक लेकिन मर्यादित रूप में):
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RE: पूजा की जागृत वासना: एक पतिव्रता स्त्री का सफर - by poojarahulhimachal - 21-08-2025, 09:49 PM



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