17-08-2025, 10:26 PM
पूजा एक खूबसूरत 45 साल की शादीशुदा औरत थी, जिसका फिगर इस उम्र में भी जबरदस्त था। उसकी लंबी हाइट, पतली कमर और तने हुए बड़े-बड़े गोल स्तन ऐसे थे कि अगर वह ठीक तरह के कपड़े पहने और हल्का-सा मेकअप कर ले, तो वह 30-35 से ज्यादा की नहीं लगती। उसकी चमकती त्वचा और सुंदर चेहरा किसी को भी आकर्षित कर सकता था, लेकिन पूजा एक घरेलू महिला थी। वह घर के कामों में व्यस्त रहती, सजना-सवरना तो दूर की बात, वह पतिव्रता स्त्री थी जिसने किसी पराए पुरुष से सेक्स तो दूर, कभी ठीक से देखा तक नहीं था। उसकी दुनिया सिर्फ उसका पति राहुल थी, जो 50 साल का था और एक कंपनी में मैनेजर की नौकरी करता था। दोनों कांगड़ा, हिमाचल में रहते थे, उनका घर गांव में था जहां आस-पास और भी घर थे। पूजा जब भी घर से बाहर निकलती, तो उसका पहनावा ऐसा होता कि किसी को उसके शरीर का कोई हिस्सा न दिखे – सलवार सूट में दुपट्टे से सिर ढक कर, और सिर्फ घर के काम के लिए ही बाहर जाती।
राहुल की रुचि सेक्स में बहुत ज्यादा थी। भले ही वह 50 का हो गया था, उसका लिंग महज 4-5 इंच का होगा, लेकिन उसमें जोश और स्टैमिना ठीक था। वह हर रात पूजा के साथ वक्त बिताना चाहता था, लेकिन पूजा को अब सेक्स में कोई रुचि नहीं थी। वह तो बस पूजा-पाठ में लगी रहती, सुबह उठकर मंदिर जाती और शाम को भजन गाती। जब भी राहुल का दिल उससे सेक्स करने का होता, पूजा मना नहीं करती थी क्योंकि वह उससे बहुत प्यार करती थी। वह कहती, "जी, जो आपका मन है, वह कर लीजिए। मैं आपकी हूं।" लेकिन राहुल को महसूस होता था कि उसमें कोई उत्साह नहीं होता – बस उसका दिल रखने के लिए लेट जाती, अपनी योनि को खोल कर उसके लिंग को अंदर लेने देती, लेकिन खुद से कोई पहल नहीं करती। पूजा के ब्रा-पैंटी भी बिल्कुल साधारण होते थे – सफेद कॉटन की ब्रा जो उसके बड़े स्तनों को टाइटली पकड़ती, और किसी भी रंग की सिम्पल पैंटी। वह कभी सोचती भी नहीं थी कि कुछ सेक्सी पहने।
एक दिन, पूजा का सूट सिलवाने के लिए टेलर घर आया। राहुल घर पर ही था, और वह दोनों के सामने बैठा देख रहा था। टेलर ने इंच-टेप निकाला और पूजा की माप लेने लगा। पहले कमर, फिर हाथ, और फिर सीने की। जब वह पूजा के स्तनों के ऊपर टेप लगाया, तो उसका हाथ हल्के से उसके तने हुए स्तनों को छूआ। पूजा के सूट के ऊपर से ही उसके बड़े गोल स्तन उभर रहे थे, और टेलर की उंगलियां निप्पल के पास से गुजरी। पूजा को कोई फर्क नहीं पड़ा – वह तो बस खड़ी थी, सोच रही थी कि जल्दी खत्म हो। टेलर भी बेचारा अपना काम कर रहा था, उसके मन में कुछ गलत नहीं था। लेकिन राहुल के अंदर एक अलग ही हलचल मच गई। वह सोच रहा था, "काश यह टेलर और जोर से टच करता, पूजा की चूची को दबाता, या निप्पल को छूता तो कितना मजा आता।" उसका लिंग पैंट के अंदर खड़ा होने लगा, लेकिन वह चुपचाप बैठा रहा।
घर आकर उस दिन राहुल का मूड बहुत हॉट था। वह उस सीन को याद करके उत्तेजित हो गया। रात को जब पूजा सोई, वह उसके पास आया और कहता, "पूजा, आज मन कर रहा है। आ जाओ ना।" पूजा ने मुस्कुराकर कहा, "ठीक है जी, आइए।" राहुल ने उसका सूट उतारा, ब्रा खोली और उसके बड़े स्तनों को हाथों में ले लिया। वह जोर-जोर से चूची के दाने को मसलने लगा, निप्पल को चूसने लगा। पूजा हल्के से सिसकी, "आह, धीरे जी, दर्द हो रहा है।" लेकिन राहुल रुक नहीं रहा था। उसने पूजा की पैंटी उतारी, उसकी योनि को उंगली से सहलाया और फिर अपना लिंग अंदर डाल दिया। वह जोर-जोर से धक्के मारता रहा, पूजा की गांड को पकड़ कर, उसके पिचवाड़े को दबाते हुए। पूजा परेशान हो गई, "जी, आज इतनी जल्दी क्यों? आराम से कीजिए ना।" लेकिन राहुल को मजा आ रहा था, वह सोच रहा था टेलर के हाथों को पूजा की चूची पर।
उस रात के बाद, राहुल ने गूगल किया। उसने सर्च किया "वाइफ को दूसरे मर्द से टच देखना" और पता चला कि यह फीलिंग बहुत से मर्दों में होती है। उन्हें ककोल्ड हसबैंड कहते हैं – वे अपनी वाइफ को हॉटवाइफ बनाना चाहते हैं, किसी स्ट्रेंजर से सेक्स करते देखना चाहते हैं। राहुल की यह फंतासी धीरे-धीरे बढ़ती गई। वह पूजा को बता नहीं पा रहा था, लेकिन सोचता था कि कैसे शुरू करे।
धीरे-धीरे, राहुल ने प्लान बनाना शुरू किया। ककोल्ड साइट्स पर पढ़ा कि वाइफ को हॉटवाइफ कैसे बनाएं – पहले सेक्सी कपड़े दिलाओ, फिर कहानियां सुनाओ। एक दिन, वह मार्केट से डिजाइनर ब्रा-पैंटी का सेट लाया – रेड लेस वाली ब्रा जो ट्रांसपेरेंट थी, और मैचिंग थॉन्ग पैंटी जो गांड को बिल्कुल नंगा छोड़ती थी। पूजा ने देखा तो शरमा गई, "जी, यह क्या लाए? यह तो बच्चों वाले कपड़े हैं। मेरी उम्र में यह नहीं पहनती।" राहुल ने मुस्कुराकर कहा, "अरे पूजा, सिर्फ रात को घर में पहनो ना। कोई नहीं देखेगा। मेरे लिए पहन लो, मजा आएगा।" पूजा ने मना नहीं किया, लेकिन रूम अंदर से लॉक करके पहनी। जब उसने ब्रा पहनी, उसके बड़े स्तन लेस के अंदर से चमक रहे थे, निप्पल साफ दिखते थे। पैंटी में उसकी योनि का शेप उभर रहा था, और पिचवाड़ा बिल्कुल खुला। राहुल ने देखा तो उत्तेजित हो गया, "वाह पूजा, कितनी सेक्सी लग रही हो। आ जाओ बेड पर।" पूजा शरमाते हुए आई, "जी, ये कपड़े पहन कर अजीब लग रहा है, लेकिन आपके लिए कुछ भी।" राहुल ने उसकी चूची को ब्रा के ऊपर से दबाया, निप्पल को पिंच किया, "आह, ये दाने कितने तने हुए हैं।" पूजा ने सिसकी, "धीरे जी, उत्तेजना हो रही है।" फिर वह नीचे झुका और उसकी पैंटी उतार कर योनि को चाटने लगा। पूजा पहली बार जोर से मोन की, "ओह जी, यह क्या कर रहे हो? मजा आ रहा है।"
फिर राहुल ने पतली ट्रांसपेरेंट नाइटी लाई – एक ब्लैक वाली जो स्तनों और गांड को साफ दिखाती थी। रात को वह पूजा को पहनाता, और सेक्स स्टोरीज पढ़ता। एक स्टोरी थी एक पत्नी की जो स्ट्रेंजर से मिलती है। राहुल पढ़ता, "उसने अपनी योनि को खोल दिया, स्ट्रेंजर का बड़ा लिंग अंदर घुस गया।" पूजा सुनती और शरमाती, "जी, ये सब गलत है। सिर्फ आप ही मेरे हो।" लेकिन धीरे-धीरे, ये कपड़े पहन कर पूजा को भी उत्तेजना होने लगी। अब वह खुल कर सेक्स करती – राहुल के लिंग को हाथ में लेती, चूसती, और कहती, "जी, आज जोर से कीजिए। मेरी योनि गीली हो गई है।" राहुल सोचता, "यह तो शुरुआत है। अब असली फंतासी को आगे बढ़ाना है।"
एक दिन, राहुल ने पूजा को बाहर ले जाने का प्लान बनाया। वे एक पिकनिक पर गए, जहां पूजा ने नॉर्मल सूट पहना था, लेकिन अंदर से वही सेक्सी ब्रा-पैंटी। रास्ते में एक दुकान पर रुके, जहां एक यंग लड़का था। राहुल ने सोचा, "यह लड़का पूजा को देखे।" उसने पूजा से कहा, "जाओ, कुछ सामान ले आओ।" लड़के ने पूजा को देखा, उसके फिगर को घूरा। पूजा को पता नहीं चला, लेकिन राहुल उत्तेजित हो गया। घर आकर, उसने पूजा से कहा, "आज वो लड़का तुम्हें देख रहा था। कैसा लगा?" पूजा ने कहा, "जी, कुछ नहीं। मैं तो आपकी हूं।" लेकिन राहुल ने उस रात उसकी गांड को सहलाया, योनि में उंगली डाली, और जोर से सेक्स किया। पूजा अब एंजॉय करने लगी थी, उसकी सेक्सी कुल्हे हिलाती, चूची के दाने को खुद दबाती।
धीरे-धीरे, पूजा की वासना जागृत होने लगी। वह अब रात को नाइटी पहन कर राहुल के साथ खेलती, डायलॉग्स बोलती, "जी, आपका लिंग कितना गर्म है। मेरी योनि में डालिए ना।" राहुल खुश था, लेकिन उसकी फंतासी अब और आगे बढ़ रही थी – वह सोचता, काश कोई स्ट्रेंजर पूजा की चूची को छू ले, उसकी गांड दबाए। लेकिन वह जानता था, पूजा पतिव्रता है, इसलिए सब धीरे-धीरे। कहानी अभी जारी थी, पूजा का सफर अब शुरू ही हुआ था।
विस्तृत कहानी (मर्यादित रूप में):
उस रात, राहुल का मन कुछ नया करने का था। उसने पूजा को बेडरूम में बुलाया और लैपटॉप खोलकर एक ऐसी फिल्म शुरू की, जिसका नाम उसने पूजा को नहीं बताया। यह एक ककोल्ड थीम वाली फिल्म थी, जिसमें एक पति अपनी पत्नी को किसी स्ट्रेंजर के साथ, अपनी आंखों के सामने अंतरंग पलों में देख रहा था। फिल्म में पत्नी खुलकर उस स्ट्रेंजर के साथ मजे ले रही थी, और पति चुपचाप बैठा, उत्तेजित होकर यह सब देख रहा था। पूजा ने शुरू में फिल्म को सामान्य रूप से देखा, लेकिन जैसे-जैसे सीन आगे बढ़े, उसकी सांसें तेज होने लगीं। उसका चेहरा लाल हो गया, और वह बेचैन होकर अपनी साड़ी का पल्लू ठीक करने लगी। फिल्म के एक सीन में, स्ट्रेंजर का बड़ा और मोटा लिंग स्क्रीन पर साफ दिख रहा था, और पूजा की आंखें अनायास ही उस पर टिक गईं।
फिल्म खत्म होने के बाद, पूजा ने थोड़ा शरमाते हुए, लेकिन उत्सुकता के साथ कहा, "जी, ये कैसा पति है? अपनी पत्नी को किसी और के साथ ऐसा करते देख रहा है, और उसे जरा भी गुस्सा नहीं आ रहा। क्या सच में ऐसे लोग होते हैं?" राहुल ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "हां पूजा, कुछ हसबैंड ऐसे होते हैं। उन्हें अपनी पत्नी को किसी और के साथ देखने में मजा आता है। इसे ककोल्ड कहते हैं।" पूजा ने हैरानी से उसकी ओर देखा और हल्के से हंसते हुए कहा, "शुकर है, जी, आप ऐसे नहीं हो। मैं तो सिर्फ आपकी हूं।"
राहुल ने पूजा को अपनी बाहों में खींच लिया और उसके माथे को चूमते हुए कहा, "हां, तुम मेरी हो, लेकिन बताओ, फिल्म कैसी लगी?" पूजा ने शरमाते हुए नजरें नीची कीं और धीरे से बोली, "जी, वो स्ट्रेंजर का... वो इतना बड़ा था। क्या वो असली था?" राहुल ने हंसते हुए कहा, "बिल्कुल असली था, पूजा।" पूजा ने अविश्वास के साथ कहा, "नहीं, मैं नहीं मानती। किसी इंसान का वो... गधे के जैसा कैसे हो सकता है?" उसकी बात सुनकर राहुल जोर से हंसा, लेकिन उसके दिमाग में एक नई हलचल शुरू हो गई। उसे लगा कि पूजा की उत्सुकता अब जाग रही थी, और यह उसकी फंतासी को हकीकत में बदलने का सही मौका था।
रात गहराने लगी थी। राहुल ने पूजा की साड़ी को धीरे-धीरे उतारा। उसने पहले ही पूजा को वह लाल लेस वाली ब्रा और थॉन्ग पैंटी पहनने को कहा था, जो उसने कुछ दिन पहले लाकर दी थी। पूजा ने शरमाते हुए वो कपड़े पहने थे, और अब वह बेड पर लेटी थी, उसकी चमकती त्वचा और उभरे हुए स्तन उस लेस वाली ब्रा में और भी आकर्षक लग रहे थे। राहुल ने उसकी ब्रा के ऊपर से उसके स्तनों को सहलाया, और निप्पल्स को हल्के से दबाया। पूजा ने सिसकारी भरी, "जी, धीरे... बहुत उत्तेजना हो रही है।" राहुल ने उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी योनि को छुआ, जो पहले से ही गीली थी। वह समझ गया कि फिल्म ने पूजा पर गहरा असर किया था।
उसने पूजा की पैंटी उतारी और धीरे से उसकी योनि को अपनी उंगलियों से सहलाया। पूजा ने आंखें बंद कर लीं और एक गहरी सिसकारी ली, "आह, जी... ये क्या कर रहे हैं?" राहुल ने उसके कान में फुसफुसाते हुए कहा, "पूजा, सोचो ना, अगर वो स्ट्रेंजर यहाँ होता, और तुम्हें ऐसे छू रहा होता, तो कैसा लगता?" पूजा ने आंखें खोलीं और थोड़ा गुस्से में, लेकिन उत्सुकता के साथ बोली, "जी, ये क्या बोल रहे हैं? मैं सिर्फ आपकी हूं।" लेकिन उसकी आवाज में एक हल्की-सी कांप थी, जैसे वह खुद भी उस विचार से उत्तेजित हो रही थी।
राहुल ने अपना लिंग निकाला और धीरे से पूजा की योनि में प्रवेश किया। वह धीरे-धीरे धक्के मारने लगा, और पूजा ने अपनी कमर को हल्के-हल्के हिलाना शुरू किया। उसने राहुल के कंधों को पकड़ लिया और कहा, "जी, आज कुछ अलग सा लग रहा है... वो फिल्म... वो स्ट्रेंजर का लिंग... इतना बड़ा था।" राहुल का मन उत्तेजना से भर गया। उसने पूजा को और जोर से पकड़ा और कहा, "हां, पूजा, सोचो ना, अगर कोई ऐसा तुम्हारे साथ होता, तो कितना मजा आता।" पूजा ने शरमाते हुए कहा, "जी, बस आप ही काफी हैं। लेकिन... वो सच में इतना बड़ा था।"
उस रात, राहुल ने पूजा के साथ पहले से कहीं ज्यादा जोश के साथ प्रेम किया। पूजा भी अब खुलकर जवाब दे रही थी। वह अपने स्तनों को खुद दबा रही थी, और राहुल के धक्कों के साथ अपनी कमर को लय में हिला रही थी। उसने पहली बार इतने खुलेपन से मोन किया, "आह, जी... और जोर से... मेरी योनि में बहुत गर्मी है।" राहुल को लग रहा था कि उसकी फंतासी अब धीरे-धीरे पूजा के मन में भी जगह बना रही थी।
अगले कुछ दिन, राहुल ने इस तरह की बातों को और बढ़ावा दिया। उसने पूजा को और सेक्सी कपड़े दिलवाए – एक गहरे नीले रंग की साटन नाइटी, जो इतनी पतली थी कि उसमें पूजा का पूरा फिगर साफ दिखता था। उसने पूजा को और ऐसी कहानियां सुनाईं, जिनमें पत्नियां अपने पतियों की इजाजत से स्ट्रेंजर्स के साथ अंतरंग पल बिताती थीं। पूजा शुरू में इन कहानियों को सुनकर शरमाती, लेकिन धीरे-धीरे वह इन बातों को सुनने में रुचि लेने लगी। एक रात, जब राहुल ने फिर से ऐसी ही कहानी पढ़ी, पूजा ने खुद से पूछा, "जी, क्या सच में कोई पत्नी ऐसा कर सकती है? और पति को बुरा नहीं लगता?" राहुल ने जवाब दिया, "पूजा, अगर दोनों का मन हो, और प्यार में भरोसा हो, तो कुछ भी गलत नहीं। यह बस एक अलग तरह का मजा है।"
पूजा ने कुछ पल सोचा और फिर हल्के से मुस्कुराते हुए कहा, "जी, आप तो बहुत शैतान हो। लेकिन... ये बातें सुनकर अजीब-सा मजा आता है।" राहुल का दिल जोर से धड़का। उसे लगा कि पूजा अब धीरे-धीरे उसकी फंतासी की दुनिया में कदम रख रही थी। उसने सोचा कि अब अगला कदम उठाने का वक्त है। उसने एक प्लान बनाया – वह पूजा को किसी ऐसी जगह ले जाएगा, जहां कोई स्ट्रेंजर उसे देखे, और शायद हल्का-सा छू भी ले। लेकिन वह जानता था कि पूजा अभी पूरी तरह तैयार नहीं थी, इसलिए उसे सब कुछ बहुत सावधानी से करना होगा।
एक दिन, राहुल ने पूजा को एक लोकल मेले में चलने का प्लान बताया। उसने पूजा को एक टाइट सलवार सूट पहनने को कहा, जिसमें उसका फिगर साफ उभरता था। पूजा ने हल्का-सा मेकअप किया, और अंदर से उसने वही लाल लेस वाली ब्रा और पैंटी पहनी। मेले में भीड़ थी, और राहुल ने जानबूझकर पूजा को एक स्टॉल पर भेजा, जहां एक जवान लड़का सामान बेच रहा था। लड़के ने पूजा को देखा, और उसका ध्यान पूजा के उभरे हुए फिगर पर गया। उसने पूजा से बात करते हुए हल्के से उसका हाथ छू लिया, सामान देते वक्त। पूजा को शायद इसका अहसास नहीं हुआ, लेकिन राहुल दूर से यह सब देख रहा था, और उसका शरीर उत्तेजना से भर गया।
घर लौटकर, उस रात राहुल ने पूजा को फिर से अपनी बाहों में लिया। उसने पूछा, "पूजा, मेले में वो लड़का तुम्हें घूर रहा था। तुझे कैसा लगा?" पूजा ने शरमाते हुए कहा, "जी, मुझे क्या पता? मैं तो सामान लेने में व्यस्त थी।" लेकिन राहुल ने देखा कि पूजा की आंखों में एक चमक थी, जैसे वह उस पल को याद करके थोड़ा उत्तेजित हो रही थी। उसने पूजा की नाइटी उतारी, और उसके स्तनों को चूमते हुए कहा, "पूजा, सोचो ना, अगर वो लड़का तुम्हें ऐसे छूता, तो कैसा लगता?" पूजा ने हंसते हुए कहा, "जी, आप भी ना... बस शैतानी करते हैं।" लेकिन उसकी सिसकारियों और गीली योनि ने बता दिया कि वह अब इस नए खेल में धीरे-धीरे शामिल हो रही थी।
पूजा की वासना अब पूरी तरह जाग चुकी थी, लेकिन वह अभी भी अपनी पतिव्रता छवि को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी। राहुल जानता था कि उसे और वक्त देना होगा। उसकी फंतासी अब और गहरी हो रही थी, और वह चाहता था कि पूजा भी उसकी इस दुनिया का हिस्सा बने। कहानी अभी और आगे बढ़ने वाली थी, और पूजा का यह नया सफर अब और रोमांचक होने वाला था।
कहानी जारी है...
राहुल की रुचि सेक्स में बहुत ज्यादा थी। भले ही वह 50 का हो गया था, उसका लिंग महज 4-5 इंच का होगा, लेकिन उसमें जोश और स्टैमिना ठीक था। वह हर रात पूजा के साथ वक्त बिताना चाहता था, लेकिन पूजा को अब सेक्स में कोई रुचि नहीं थी। वह तो बस पूजा-पाठ में लगी रहती, सुबह उठकर मंदिर जाती और शाम को भजन गाती। जब भी राहुल का दिल उससे सेक्स करने का होता, पूजा मना नहीं करती थी क्योंकि वह उससे बहुत प्यार करती थी। वह कहती, "जी, जो आपका मन है, वह कर लीजिए। मैं आपकी हूं।" लेकिन राहुल को महसूस होता था कि उसमें कोई उत्साह नहीं होता – बस उसका दिल रखने के लिए लेट जाती, अपनी योनि को खोल कर उसके लिंग को अंदर लेने देती, लेकिन खुद से कोई पहल नहीं करती। पूजा के ब्रा-पैंटी भी बिल्कुल साधारण होते थे – सफेद कॉटन की ब्रा जो उसके बड़े स्तनों को टाइटली पकड़ती, और किसी भी रंग की सिम्पल पैंटी। वह कभी सोचती भी नहीं थी कि कुछ सेक्सी पहने।
एक दिन, पूजा का सूट सिलवाने के लिए टेलर घर आया। राहुल घर पर ही था, और वह दोनों के सामने बैठा देख रहा था। टेलर ने इंच-टेप निकाला और पूजा की माप लेने लगा। पहले कमर, फिर हाथ, और फिर सीने की। जब वह पूजा के स्तनों के ऊपर टेप लगाया, तो उसका हाथ हल्के से उसके तने हुए स्तनों को छूआ। पूजा के सूट के ऊपर से ही उसके बड़े गोल स्तन उभर रहे थे, और टेलर की उंगलियां निप्पल के पास से गुजरी। पूजा को कोई फर्क नहीं पड़ा – वह तो बस खड़ी थी, सोच रही थी कि जल्दी खत्म हो। टेलर भी बेचारा अपना काम कर रहा था, उसके मन में कुछ गलत नहीं था। लेकिन राहुल के अंदर एक अलग ही हलचल मच गई। वह सोच रहा था, "काश यह टेलर और जोर से टच करता, पूजा की चूची को दबाता, या निप्पल को छूता तो कितना मजा आता।" उसका लिंग पैंट के अंदर खड़ा होने लगा, लेकिन वह चुपचाप बैठा रहा।
घर आकर उस दिन राहुल का मूड बहुत हॉट था। वह उस सीन को याद करके उत्तेजित हो गया। रात को जब पूजा सोई, वह उसके पास आया और कहता, "पूजा, आज मन कर रहा है। आ जाओ ना।" पूजा ने मुस्कुराकर कहा, "ठीक है जी, आइए।" राहुल ने उसका सूट उतारा, ब्रा खोली और उसके बड़े स्तनों को हाथों में ले लिया। वह जोर-जोर से चूची के दाने को मसलने लगा, निप्पल को चूसने लगा। पूजा हल्के से सिसकी, "आह, धीरे जी, दर्द हो रहा है।" लेकिन राहुल रुक नहीं रहा था। उसने पूजा की पैंटी उतारी, उसकी योनि को उंगली से सहलाया और फिर अपना लिंग अंदर डाल दिया। वह जोर-जोर से धक्के मारता रहा, पूजा की गांड को पकड़ कर, उसके पिचवाड़े को दबाते हुए। पूजा परेशान हो गई, "जी, आज इतनी जल्दी क्यों? आराम से कीजिए ना।" लेकिन राहुल को मजा आ रहा था, वह सोच रहा था टेलर के हाथों को पूजा की चूची पर।
उस रात के बाद, राहुल ने गूगल किया। उसने सर्च किया "वाइफ को दूसरे मर्द से टच देखना" और पता चला कि यह फीलिंग बहुत से मर्दों में होती है। उन्हें ककोल्ड हसबैंड कहते हैं – वे अपनी वाइफ को हॉटवाइफ बनाना चाहते हैं, किसी स्ट्रेंजर से सेक्स करते देखना चाहते हैं। राहुल की यह फंतासी धीरे-धीरे बढ़ती गई। वह पूजा को बता नहीं पा रहा था, लेकिन सोचता था कि कैसे शुरू करे।
धीरे-धीरे, राहुल ने प्लान बनाना शुरू किया। ककोल्ड साइट्स पर पढ़ा कि वाइफ को हॉटवाइफ कैसे बनाएं – पहले सेक्सी कपड़े दिलाओ, फिर कहानियां सुनाओ। एक दिन, वह मार्केट से डिजाइनर ब्रा-पैंटी का सेट लाया – रेड लेस वाली ब्रा जो ट्रांसपेरेंट थी, और मैचिंग थॉन्ग पैंटी जो गांड को बिल्कुल नंगा छोड़ती थी। पूजा ने देखा तो शरमा गई, "जी, यह क्या लाए? यह तो बच्चों वाले कपड़े हैं। मेरी उम्र में यह नहीं पहनती।" राहुल ने मुस्कुराकर कहा, "अरे पूजा, सिर्फ रात को घर में पहनो ना। कोई नहीं देखेगा। मेरे लिए पहन लो, मजा आएगा।" पूजा ने मना नहीं किया, लेकिन रूम अंदर से लॉक करके पहनी। जब उसने ब्रा पहनी, उसके बड़े स्तन लेस के अंदर से चमक रहे थे, निप्पल साफ दिखते थे। पैंटी में उसकी योनि का शेप उभर रहा था, और पिचवाड़ा बिल्कुल खुला। राहुल ने देखा तो उत्तेजित हो गया, "वाह पूजा, कितनी सेक्सी लग रही हो। आ जाओ बेड पर।" पूजा शरमाते हुए आई, "जी, ये कपड़े पहन कर अजीब लग रहा है, लेकिन आपके लिए कुछ भी।" राहुल ने उसकी चूची को ब्रा के ऊपर से दबाया, निप्पल को पिंच किया, "आह, ये दाने कितने तने हुए हैं।" पूजा ने सिसकी, "धीरे जी, उत्तेजना हो रही है।" फिर वह नीचे झुका और उसकी पैंटी उतार कर योनि को चाटने लगा। पूजा पहली बार जोर से मोन की, "ओह जी, यह क्या कर रहे हो? मजा आ रहा है।"
फिर राहुल ने पतली ट्रांसपेरेंट नाइटी लाई – एक ब्लैक वाली जो स्तनों और गांड को साफ दिखाती थी। रात को वह पूजा को पहनाता, और सेक्स स्टोरीज पढ़ता। एक स्टोरी थी एक पत्नी की जो स्ट्रेंजर से मिलती है। राहुल पढ़ता, "उसने अपनी योनि को खोल दिया, स्ट्रेंजर का बड़ा लिंग अंदर घुस गया।" पूजा सुनती और शरमाती, "जी, ये सब गलत है। सिर्फ आप ही मेरे हो।" लेकिन धीरे-धीरे, ये कपड़े पहन कर पूजा को भी उत्तेजना होने लगी। अब वह खुल कर सेक्स करती – राहुल के लिंग को हाथ में लेती, चूसती, और कहती, "जी, आज जोर से कीजिए। मेरी योनि गीली हो गई है।" राहुल सोचता, "यह तो शुरुआत है। अब असली फंतासी को आगे बढ़ाना है।"
एक दिन, राहुल ने पूजा को बाहर ले जाने का प्लान बनाया। वे एक पिकनिक पर गए, जहां पूजा ने नॉर्मल सूट पहना था, लेकिन अंदर से वही सेक्सी ब्रा-पैंटी। रास्ते में एक दुकान पर रुके, जहां एक यंग लड़का था। राहुल ने सोचा, "यह लड़का पूजा को देखे।" उसने पूजा से कहा, "जाओ, कुछ सामान ले आओ।" लड़के ने पूजा को देखा, उसके फिगर को घूरा। पूजा को पता नहीं चला, लेकिन राहुल उत्तेजित हो गया। घर आकर, उसने पूजा से कहा, "आज वो लड़का तुम्हें देख रहा था। कैसा लगा?" पूजा ने कहा, "जी, कुछ नहीं। मैं तो आपकी हूं।" लेकिन राहुल ने उस रात उसकी गांड को सहलाया, योनि में उंगली डाली, और जोर से सेक्स किया। पूजा अब एंजॉय करने लगी थी, उसकी सेक्सी कुल्हे हिलाती, चूची के दाने को खुद दबाती।
धीरे-धीरे, पूजा की वासना जागृत होने लगी। वह अब रात को नाइटी पहन कर राहुल के साथ खेलती, डायलॉग्स बोलती, "जी, आपका लिंग कितना गर्म है। मेरी योनि में डालिए ना।" राहुल खुश था, लेकिन उसकी फंतासी अब और आगे बढ़ रही थी – वह सोचता, काश कोई स्ट्रेंजर पूजा की चूची को छू ले, उसकी गांड दबाए। लेकिन वह जानता था, पूजा पतिव्रता है, इसलिए सब धीरे-धीरे। कहानी अभी जारी थी, पूजा का सफर अब शुरू ही हुआ था।
विस्तृत कहानी (मर्यादित रूप में):
उस रात, राहुल का मन कुछ नया करने का था। उसने पूजा को बेडरूम में बुलाया और लैपटॉप खोलकर एक ऐसी फिल्म शुरू की, जिसका नाम उसने पूजा को नहीं बताया। यह एक ककोल्ड थीम वाली फिल्म थी, जिसमें एक पति अपनी पत्नी को किसी स्ट्रेंजर के साथ, अपनी आंखों के सामने अंतरंग पलों में देख रहा था। फिल्म में पत्नी खुलकर उस स्ट्रेंजर के साथ मजे ले रही थी, और पति चुपचाप बैठा, उत्तेजित होकर यह सब देख रहा था। पूजा ने शुरू में फिल्म को सामान्य रूप से देखा, लेकिन जैसे-जैसे सीन आगे बढ़े, उसकी सांसें तेज होने लगीं। उसका चेहरा लाल हो गया, और वह बेचैन होकर अपनी साड़ी का पल्लू ठीक करने लगी। फिल्म के एक सीन में, स्ट्रेंजर का बड़ा और मोटा लिंग स्क्रीन पर साफ दिख रहा था, और पूजा की आंखें अनायास ही उस पर टिक गईं।
फिल्म खत्म होने के बाद, पूजा ने थोड़ा शरमाते हुए, लेकिन उत्सुकता के साथ कहा, "जी, ये कैसा पति है? अपनी पत्नी को किसी और के साथ ऐसा करते देख रहा है, और उसे जरा भी गुस्सा नहीं आ रहा। क्या सच में ऐसे लोग होते हैं?" राहुल ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "हां पूजा, कुछ हसबैंड ऐसे होते हैं। उन्हें अपनी पत्नी को किसी और के साथ देखने में मजा आता है। इसे ककोल्ड कहते हैं।" पूजा ने हैरानी से उसकी ओर देखा और हल्के से हंसते हुए कहा, "शुकर है, जी, आप ऐसे नहीं हो। मैं तो सिर्फ आपकी हूं।"
राहुल ने पूजा को अपनी बाहों में खींच लिया और उसके माथे को चूमते हुए कहा, "हां, तुम मेरी हो, लेकिन बताओ, फिल्म कैसी लगी?" पूजा ने शरमाते हुए नजरें नीची कीं और धीरे से बोली, "जी, वो स्ट्रेंजर का... वो इतना बड़ा था। क्या वो असली था?" राहुल ने हंसते हुए कहा, "बिल्कुल असली था, पूजा।" पूजा ने अविश्वास के साथ कहा, "नहीं, मैं नहीं मानती। किसी इंसान का वो... गधे के जैसा कैसे हो सकता है?" उसकी बात सुनकर राहुल जोर से हंसा, लेकिन उसके दिमाग में एक नई हलचल शुरू हो गई। उसे लगा कि पूजा की उत्सुकता अब जाग रही थी, और यह उसकी फंतासी को हकीकत में बदलने का सही मौका था।
रात गहराने लगी थी। राहुल ने पूजा की साड़ी को धीरे-धीरे उतारा। उसने पहले ही पूजा को वह लाल लेस वाली ब्रा और थॉन्ग पैंटी पहनने को कहा था, जो उसने कुछ दिन पहले लाकर दी थी। पूजा ने शरमाते हुए वो कपड़े पहने थे, और अब वह बेड पर लेटी थी, उसकी चमकती त्वचा और उभरे हुए स्तन उस लेस वाली ब्रा में और भी आकर्षक लग रहे थे। राहुल ने उसकी ब्रा के ऊपर से उसके स्तनों को सहलाया, और निप्पल्स को हल्के से दबाया। पूजा ने सिसकारी भरी, "जी, धीरे... बहुत उत्तेजना हो रही है।" राहुल ने उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी योनि को छुआ, जो पहले से ही गीली थी। वह समझ गया कि फिल्म ने पूजा पर गहरा असर किया था।
उसने पूजा की पैंटी उतारी और धीरे से उसकी योनि को अपनी उंगलियों से सहलाया। पूजा ने आंखें बंद कर लीं और एक गहरी सिसकारी ली, "आह, जी... ये क्या कर रहे हैं?" राहुल ने उसके कान में फुसफुसाते हुए कहा, "पूजा, सोचो ना, अगर वो स्ट्रेंजर यहाँ होता, और तुम्हें ऐसे छू रहा होता, तो कैसा लगता?" पूजा ने आंखें खोलीं और थोड़ा गुस्से में, लेकिन उत्सुकता के साथ बोली, "जी, ये क्या बोल रहे हैं? मैं सिर्फ आपकी हूं।" लेकिन उसकी आवाज में एक हल्की-सी कांप थी, जैसे वह खुद भी उस विचार से उत्तेजित हो रही थी।
राहुल ने अपना लिंग निकाला और धीरे से पूजा की योनि में प्रवेश किया। वह धीरे-धीरे धक्के मारने लगा, और पूजा ने अपनी कमर को हल्के-हल्के हिलाना शुरू किया। उसने राहुल के कंधों को पकड़ लिया और कहा, "जी, आज कुछ अलग सा लग रहा है... वो फिल्म... वो स्ट्रेंजर का लिंग... इतना बड़ा था।" राहुल का मन उत्तेजना से भर गया। उसने पूजा को और जोर से पकड़ा और कहा, "हां, पूजा, सोचो ना, अगर कोई ऐसा तुम्हारे साथ होता, तो कितना मजा आता।" पूजा ने शरमाते हुए कहा, "जी, बस आप ही काफी हैं। लेकिन... वो सच में इतना बड़ा था।"
उस रात, राहुल ने पूजा के साथ पहले से कहीं ज्यादा जोश के साथ प्रेम किया। पूजा भी अब खुलकर जवाब दे रही थी। वह अपने स्तनों को खुद दबा रही थी, और राहुल के धक्कों के साथ अपनी कमर को लय में हिला रही थी। उसने पहली बार इतने खुलेपन से मोन किया, "आह, जी... और जोर से... मेरी योनि में बहुत गर्मी है।" राहुल को लग रहा था कि उसकी फंतासी अब धीरे-धीरे पूजा के मन में भी जगह बना रही थी।
अगले कुछ दिन, राहुल ने इस तरह की बातों को और बढ़ावा दिया। उसने पूजा को और सेक्सी कपड़े दिलवाए – एक गहरे नीले रंग की साटन नाइटी, जो इतनी पतली थी कि उसमें पूजा का पूरा फिगर साफ दिखता था। उसने पूजा को और ऐसी कहानियां सुनाईं, जिनमें पत्नियां अपने पतियों की इजाजत से स्ट्रेंजर्स के साथ अंतरंग पल बिताती थीं। पूजा शुरू में इन कहानियों को सुनकर शरमाती, लेकिन धीरे-धीरे वह इन बातों को सुनने में रुचि लेने लगी। एक रात, जब राहुल ने फिर से ऐसी ही कहानी पढ़ी, पूजा ने खुद से पूछा, "जी, क्या सच में कोई पत्नी ऐसा कर सकती है? और पति को बुरा नहीं लगता?" राहुल ने जवाब दिया, "पूजा, अगर दोनों का मन हो, और प्यार में भरोसा हो, तो कुछ भी गलत नहीं। यह बस एक अलग तरह का मजा है।"
पूजा ने कुछ पल सोचा और फिर हल्के से मुस्कुराते हुए कहा, "जी, आप तो बहुत शैतान हो। लेकिन... ये बातें सुनकर अजीब-सा मजा आता है।" राहुल का दिल जोर से धड़का। उसे लगा कि पूजा अब धीरे-धीरे उसकी फंतासी की दुनिया में कदम रख रही थी। उसने सोचा कि अब अगला कदम उठाने का वक्त है। उसने एक प्लान बनाया – वह पूजा को किसी ऐसी जगह ले जाएगा, जहां कोई स्ट्रेंजर उसे देखे, और शायद हल्का-सा छू भी ले। लेकिन वह जानता था कि पूजा अभी पूरी तरह तैयार नहीं थी, इसलिए उसे सब कुछ बहुत सावधानी से करना होगा।
एक दिन, राहुल ने पूजा को एक लोकल मेले में चलने का प्लान बताया। उसने पूजा को एक टाइट सलवार सूट पहनने को कहा, जिसमें उसका फिगर साफ उभरता था। पूजा ने हल्का-सा मेकअप किया, और अंदर से उसने वही लाल लेस वाली ब्रा और पैंटी पहनी। मेले में भीड़ थी, और राहुल ने जानबूझकर पूजा को एक स्टॉल पर भेजा, जहां एक जवान लड़का सामान बेच रहा था। लड़के ने पूजा को देखा, और उसका ध्यान पूजा के उभरे हुए फिगर पर गया। उसने पूजा से बात करते हुए हल्के से उसका हाथ छू लिया, सामान देते वक्त। पूजा को शायद इसका अहसास नहीं हुआ, लेकिन राहुल दूर से यह सब देख रहा था, और उसका शरीर उत्तेजना से भर गया।
घर लौटकर, उस रात राहुल ने पूजा को फिर से अपनी बाहों में लिया। उसने पूछा, "पूजा, मेले में वो लड़का तुम्हें घूर रहा था। तुझे कैसा लगा?" पूजा ने शरमाते हुए कहा, "जी, मुझे क्या पता? मैं तो सामान लेने में व्यस्त थी।" लेकिन राहुल ने देखा कि पूजा की आंखों में एक चमक थी, जैसे वह उस पल को याद करके थोड़ा उत्तेजित हो रही थी। उसने पूजा की नाइटी उतारी, और उसके स्तनों को चूमते हुए कहा, "पूजा, सोचो ना, अगर वो लड़का तुम्हें ऐसे छूता, तो कैसा लगता?" पूजा ने हंसते हुए कहा, "जी, आप भी ना... बस शैतानी करते हैं।" लेकिन उसकी सिसकारियों और गीली योनि ने बता दिया कि वह अब इस नए खेल में धीरे-धीरे शामिल हो रही थी।
पूजा की वासना अब पूरी तरह जाग चुकी थी, लेकिन वह अभी भी अपनी पतिव्रता छवि को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी। राहुल जानता था कि उसे और वक्त देना होगा। उसकी फंतासी अब और गहरी हो रही थी, और वह चाहता था कि पूजा भी उसकी इस दुनिया का हिस्सा बने। कहानी अभी और आगे बढ़ने वाली थी, और पूजा का यह नया सफर अब और रोमांचक होने वाला था।
कहानी जारी है...