28-07-2025, 11:13 AM
तो पिछले पोस्ट में मैंने आपकों बताया कि कैसे और क्यों मैने पोर्न देखना चालू किया
अब आगे
और इतना कहकर उसने अपना बैग मेरे हाथ में दिया और और वो अंदर चली गई ।पर जैसे वो आगे बढ़ी पीछे से मेरी नजर उसकी गांड पर चली गई जींस मै और भी मटक रहीं थी उसके झटके देखकर मेरा लंड खड़ा होने लगा ।
आकाश = मन में( क्या गांड़ है ऐसे गांड़ मैने पहली बार देखी एकदम सेक्सी किसी एक्ट्रेस की तरह ।पर मै ये क्या सोच रहा हु वो मेरी बहन है ।नहीं नहीं पोर्न देखकर मेरा मन कुछ भी सोच रहा है । ये गलत है )
और मैने ये खयाल बदला और सोनू दी कि बैग मेरे कमरे में रखने गया ।
और एक बात हमरा घर 2 bhk है तो एक बेड में मेरे मम्मी पापा और दूसरे बेड में मेरा कमरा है ।तो मैने मम्मी से पूछा
आकाश =सोनू दी का सामान कहा रखूं ।
मम्मी = और कहा तुम्हारे कमरे में रखो।
आकाश = (मै खुश तो हुआ पर नाटक करते हुवे
अरे ममी वो लड़की हैं और मुझे लड़की के साथ रहने की आदत नहीं है।
मम्मी= अरे वो तुम्हारी बहन है और वो पूरे एक महीने के लिए आई है ज्यादा नाटक मत करो जैसा मैंने कहा हैं करो ।
मैं मन में खुश होकर
आकाश = ठीक है तुम कह रहीं हों तो adjust कर लूंगा
मम्मी = वैसे भी तुम्हारा बेड बड़ा है और मैं तुम्हारे कमरे में एक सिंगल बेड शिफ्ट कर रहीं हूं और तो तुम्हे एक बेड पर सोना नहीं पड़ेगा ।
ये सुनकर तो मेरे दो पल की खुशी निराशा मै बदल गई और मेरा डबल बेड भी चला गया मम्मी ने दो सिंगल बेड मेरे कमरे शिफ्ट करे उसमें थोड़ा अंतर रखकर
पर उससे पहले मै ने मेरा बेड साफ कर दिया और एक एक गंदी चीज एक बैग में भरी जैसे पोर्न डीवीडी से मैग्जींस मेरे पास लड़कियोंके नंगे मैग्जींस थे सारा हटाया ।वैसे तो मेरी मम्मी मेरे कमरे में कभी आती नहीं क्योंकि वो एक कमरा ऊपर के माले में है और मम्मी फिर आलस करती है ।तो मेरा रूम इस चीजों से भरा पड़ा था ।और मैं भी जब भी कॉलेज या बाहर जाता था तो उसे लॉक करता था पर अब सोनू दी यहां रहने वाली है तो मैं डर गया
आधे घंटे में कमरा साफ करकर और उसके बाद मम्मी हेल्प करकर बेड शिफ्ट करे पर उसमें बहुत मेहनत गई तो मैने मेरे पड़ोस के लोग बुलाए और शिफ्ट बुलाए और काम हो गया
उसके बाद मम्मी ने सारा कमरा साफ कर दिया बेडशीट पिल्लों गादी लगाई
मेरा कमरा बहुत दिनों के बाद आज अच्छा दिख रहा था । उसके बाद मम्मी चाय बनाने लिए नीचे चलीं गई।मैने सोनू दी का बैग टेबल पर रखा
फिर मुझे याद आया कि दी बोलीं थी मैने चाकलेट लिए हैं।उसके लिए मैने बैग ओपन किया तो उसमें मेरे नजर दी कि ब्रा और पैंटी पर पड़ीं और फिर एक बार मेरा लंड खड़ा होने लगा वो sexy ब्रा पैंटी देखकर मेरा मन उसे हाथ लगाने का कर पर तभी मुझे किसी के पैरों की आवाज सुनाई दी ।
तो मैं डर गया और हड़बड़ी में बैग बंद करने लगा । पर तब तक सोनू दी कमरे में आ गई थीं पर उसे देखकर मै भौचक्का होगया क्योंकि सोनू दी सिर्फ टॉवेल में थी ।उसके स्तन के उभार टॉवेल के होने के बावजूद दिख रहे थे ।अब तो मेरा लन्ड सातवें आसमान पर था पर मैने सोनू दी कि उसपर नजर पड़ने से पहले पीछे पलटा और सोनू दी मुझे शर्मा गई । पर उसने बैग ओपन देखा तो बोली
सोनू=मेरे बैग में क्या ढूंढ रहा था( ये सुनकर मैं और डर लगा कि उसे पता तो न चले कि मैं उसके ब्रा पैंटी देख रखा था और उसे इमेजिन कर रहा था
आकाश = नहीं ..कुछ नहीं
सोनू = अरे इतना डरा क्यों है तेरी आवाज ऐसे क्यों हो गईं कि जैसे मैने भूत देखा हो।
आकाश = नहीं तो । अरे वो मैं चॉकलेट ढूंढ रहा था ।
वो अब तक वैसे दरवाजे में टॉवेल में खड़ी थी और मैं उसे पीठ दिखाकर खड़ा था इस टेंशन में की वो मेरा खड़ा लन्ड ना देखे
सोनू = और ऐसे पीठ दिखाकर क्यों खड़े हो ।
आकाश =मै ने तभी बेड पर बैठा और कंबल में ओढ ली
अब आगे
तो जैसे दिन आगे बढ़ते गए मेरी ये आदत भी बढ़ते गई एक और मेरी 12 वीं एग्जाम खत्म हुई और मैं 18 साल का भी हुआ ,.एग्जाम खत्म होने के बात मुझे छुट्टी मिली 3 महीने । मैं रोज पोर्न देखता और हिलाता ।अब मैं मेरी कॉलेज की लड़कियों को इमेजिन करके की भी हिलाने लगा था ।मेरी सेक्स करने किन इच्छा बढ़ने लगी थी ।कभी मैं बॉलीवुड की एक्ट्रेस को imagin करता तो कभी मैं अपने कॉलेज की हॉट टीचर को इमेजिन करता। मुझे किसी भी हालत में सेक्स चाहिए था ।मुझे भीन औरत का जिस्म महसूस करना था । उसके स्तन दबाने थे ,उसके चूत में लंड डालना था । मुझे सपने भी चुदाई के आते थे . रोज रात पौर्न देखना हिलाना ए रुटीन बन गया था .
तो एक दिन हमारे घर मेरे मौसी की बेटी आई । वो हर छुट्टी में आती है हमारे यहां रहने के लिए ।मेरे से 3 साल बड़ी है ।नीट की तैयारी कर रही पिछले दो सालों । मैं आपको उसका परिचय देता हु पहले
नाम सोनाली फिगर बस्ट साइज 36, कमर का साइज 24, हिप्स साइज 36 एकदम ड्रीम फिगर है
उम्र 21 साल
ड्रीम फिगर है सोनू का मै उसे सोनू दी बुलाता हु पर मेरी बहन हैं तो मैने कभी उस नजर से देखा नहीं था और वैसे भी वो पढ़ाई के लिए बाहर ही थी तो कभी मुलाकात ज्यादा नहीं होती थीं पर इस बार वो एग्जाम देकर हमारे यहां एक महीने के लिए रहने के लिए आई थी ।और मैं भी उसे बहुत दिनों के बाद देख रहा हु । बचपन से वो मेरी फेवरेट थी क्यों कि मेरी कोई सगी बहन नहीं है तो उससे मेरी बहुत पटती थी वो भी मुझे पसंद करती थी ।उसे भी मुझसे बाते करना अच्छा लगता था।वो मेरे जीवन में अकेली लड़की थी जिससे मैं बाते करता था ।
वो दरवाजे से अंदर आती है
सोनू = कैसे हो आकाश काफी दिनों के बात देख रही हु ।काफी बड़े हो गए तुम तो और इतना कहकर वो मुझे गले लगाती है । पर वो एक मोमेंट कभी भी नहीं भूल पाऊंगा क्योंकि जैसे ही वो मुझे गले लगाती है मुझे उसके स्तन महसूस होने लगते है ।मुझे ऐसा लगा जैसे समय थंब सा गया हो ।इतने दिनों से मैं जिसकी इच्छा करता था वो हो गया किसी लड़की स्पर्श वो भी उसके स्तन मैने भी उसको गले लगाया और इस मोमेंट का मजा लेने लगा ।मै तो जन्नत में पहुंच गया ।दो मिनिट के बाद उसने मुझे छोड़ा
सोनू= छोड़ो भी अब क्या यही पूरा दिन यही रहने के इरादा है क्या ।मैं थककर आई हु चलो मैं फ्रेश होती हूं । ये मेरा बैग अन्दर रखो और मैं तुम्हारे लिए चाकलेट लेके आई हूं । तुम्हे पसंद है ना।
और इतना कहकर उसने अपना बैग मेरे हाथ में दिया और और वो अंदर चली गई ।पर जैसे वो आगे बढ़ी पीछे से मेरी नजर उसकी गांड पर चली गई जींस मै और भी मटक रहीं थी उसके झटके देखकर मेरा लंड खड़ा होने लगा ।
आकाश = मन में( क्या गांड़ है ऐसे गांड़ मैने पहली बार देखी एकदम सेक्सी किसी एक्ट्रेस की तरह ।पर मै ये क्या सोच रहा हु वो मेरी बहन है ।नहीं नहीं पोर्न देखकर मेरा मन कुछ भी सोच रहा है । ये गलत है )
और मैने ये खयाल बदला और सोनू दी कि बैग मेरे कमरे में रखने गया ।
और एक बात हमरा घर 2 bhk है तो एक बेड में मेरे मम्मी पापा और दूसरे बेड में मेरा कमरा है ।तो मैने मम्मी से पूछा
आकाश =सोनू दी का सामान कहा रखूं ।
मम्मी = और कहा तुम्हारे कमरे में रखो।
आकाश = (मै खुश तो हुआ पर नाटक करते हुवे
अरे ममी वो लड़की हैं और मुझे लड़की के साथ रहने की आदत नहीं है।
मम्मी= अरे वो तुम्हारी बहन है और वो पूरे एक महीने के लिए आई है ज्यादा नाटक मत करो जैसा मैंने कहा हैं करो ।
मैं मन में खुश होकर
आकाश = ठीक है तुम कह रहीं हों तो adjust कर लूंगा
मम्मी = वैसे भी तुम्हारा बेड बड़ा है और मैं तुम्हारे कमरे में एक सिंगल बेड शिफ्ट कर रहीं हूं और तो तुम्हे एक बेड पर सोना नहीं पड़ेगा ।
ये सुनकर तो मेरे दो पल की खुशी निराशा मै बदल गई और मेरा डबल बेड भी चला गया मम्मी ने दो सिंगल बेड मेरे कमरे शिफ्ट करे उसमें थोड़ा अंतर रखकर
पर उससे पहले मै ने मेरा बेड साफ कर दिया और एक एक गंदी चीज एक बैग में भरी जैसे पोर्न डीवीडी से मैग्जींस मेरे पास लड़कियोंके नंगे मैग्जींस थे सारा हटाया ।वैसे तो मेरी मम्मी मेरे कमरे में कभी आती नहीं क्योंकि वो एक कमरा ऊपर के माले में है और मम्मी फिर आलस करती है ।तो मेरा रूम इस चीजों से भरा पड़ा था ।और मैं भी जब भी कॉलेज या बाहर जाता था तो उसे लॉक करता था पर अब सोनू दी यहां रहने वाली है तो मैं डर गया
आधे घंटे में कमरा साफ करकर और उसके बाद मम्मी हेल्प करकर बेड शिफ्ट करे पर उसमें बहुत मेहनत गई तो मैने मेरे पड़ोस के लोग बुलाए और शिफ्ट बुलाए और काम हो गया
उसके बाद मम्मी ने सारा कमरा साफ कर दिया बेडशीट पिल्लों गादी लगाई
मेरा कमरा बहुत दिनों के बाद आज अच्छा दिख रहा था । उसके बाद मम्मी चाय बनाने लिए नीचे चलीं गई।मैने सोनू दी का बैग टेबल पर रखा
फिर मुझे याद आया कि दी बोलीं थी मैने चाकलेट लिए हैं।उसके लिए मैने बैग ओपन किया तो उसमें मेरे नजर दी कि ब्रा और पैंटी पर पड़ीं और फिर एक बार मेरा लंड खड़ा होने लगा वो sexy ब्रा पैंटी देखकर मेरा मन उसे हाथ लगाने का कर पर तभी मुझे किसी के पैरों की आवाज सुनाई दी ।
तो मैं डर गया और हड़बड़ी में बैग बंद करने लगा । पर तब तक सोनू दी कमरे में आ गई थीं पर उसे देखकर मै भौचक्का होगया क्योंकि सोनू दी सिर्फ टॉवेल में थी ।उसके स्तन के उभार टॉवेल के होने के बावजूद दिख रहे थे ।अब तो मेरा लन्ड सातवें आसमान पर था पर मैने सोनू दी कि उसपर नजर पड़ने से पहले पीछे पलटा और सोनू दी मुझे शर्मा गई । पर उसने बैग ओपन देखा तो बोली
सोनू=मेरे बैग में क्या ढूंढ रहा था( ये सुनकर मैं और डर लगा कि उसे पता तो न चले कि मैं उसके ब्रा पैंटी देख रखा था और उसे इमेजिन कर रहा था
आकाश = नहीं ..कुछ नहीं
सोनू = अरे इतना डरा क्यों है तेरी आवाज ऐसे क्यों हो गईं कि जैसे मैने भूत देखा हो।
आकाश = नहीं तो । अरे वो मैं चॉकलेट ढूंढ रहा था ।
वो अब तक वैसे दरवाजे में टॉवेल में खड़ी थी और मैं उसे पीठ दिखाकर खड़ा था इस टेंशन में की वो मेरा खड़ा लन्ड ना देखे
सोनू = और ऐसे पीठ दिखाकर क्यों खड़े हो ।
आकाश =मै ने तभी बेड पर बैठा और कंबल में ओढ ली