23-04-2025, 10:37 AM
सिस्की निकल रही थी और मैं बेकाबू हो रही थी मैंने अपनी टांगों को थोड़ा सा और खोल दिया अब उनका हाथ आसनी से मेरी चूत तक पहुंच सके थोड़ी देर में उनका हाथ मेरी अंदरूनी चीजें पर प्रति होने लगा और वो पैंटी के ऊपर से ही मेरी चूत के आस-पास की जगह को सहलाने लगे जब उनका हाथ मेरी चूत के पास लगता तो मुझे करंट का झटका लगता और मैं एकदम से मिस्टर इरफान से चिपक गई और उन्होने प्यार करने लगे लगी
मिस्टर इरफान ने मुझे अपनी बाहों में ले लिया और मेरे होठों पर चुंबन करने लगे, मैंने उनके होठों को अपने होंठों में लेकर चुसना शुरू कर दिया और मैं उनके होठों को चूसता रही हम दोनों काफी देर तक चुंबन करते रहे हम एक दूसरे से चिपके रहे, हम दोनों की सांसें तेज तेज चल रही थीं
और उनके साथ चिपकी हुई खड़ी थी मेरे ऊपर का भाग पूरा नांगा था जब की मेरी नीचे का भाग पर सिर्फ मेरी काली रंग की पैंटी मेरी चूत और सिर्फ नंगी चूतरों का कुछ हिस्सा को अ छुपाएं हुए थी मैं मिस्टर इरफान से बिल्कुल शांत चिपकी हुई थे और हम दोनो किसिंग कर रहे थे थोड़ी देर बाद मैंने महसूस किया कि उनका एक हाथ मेरी पीठ पर चल रहा है और आहिस्ता आहिस्ता नीचे की तरफ जाता हुआ महसूस होता है और फ़िर वो मेरे चूतड़ों को सहलाने लगे उनका हाथ मेरे चूतड़ों पर ऊपर ऊपर चल रहा था और कभी-कभी वे अपने हाथ से मेरे चूतड़ों को पकड़ कर दबाते थे और मसलते थे तो मुझे बहुत मजा आता और मेरे मुँह से इइइस्स्स्स ईईहहहह उउहह ,,, आआहह ….. मेरी सिस्कियाँ निकल जाती …. उन्होंने मुझे चूतड़ों से पकड़ कर अपने और करीब कर लिया और अब मेरे पेट के पास मुझे उनका पैंट के अंदर से कुछ स
चीज टकराई ।
मैंने कोशिश करके उनसे अपने आपको अलग की और दोबारा सोफे पर बैठ गई मेरे सांस तेज चल रही थी और मेरी आंखों में मस्ती छाई हुई थे मैंने अपनी निगाहें नीचे कर ली मगर उन्होंने दोबारा मुझे उठाने की कोशिश की मगर मैं बैठ रही वे नीचे की तरफ़ झुके और मुझे अपनी मज़बूत बाहों में इस तरह उठा लिया जैसे मैं कोई बच्ची हूँ मैंने डर कर अपनी बांहें उनके गले मैं डाल दी ताकि मैं नीचे ना गिर सकू ।
उन्होंने सीधे मुझे मेरे बेडरूम में ले गया और मुझे बिस्तर पर लिटा दिया और खुद सामने खड़े होकर अपनी शर्ट के बटन खोलने लगे और अपनी शर्ट को उतार का नीचे डाल दिया मेरी निगाह जब उनकी छाती पर परी तो मैं देख कर हैरान रह गई उनका पूरा छाती पर काले काले बालों से भरा हुआ था मुझे हमेशा से बालों से भरा हुआ मर्दों का छाती बहुत आकर्षित करता है और हमेशा मैं ऐसे मर्दों को पसंद करती हूं लेकिन मेरे पति के छाती पर बाल नहीं थे और वो बिल्कुल सपाट था मगर आज इस तरह मुझे मिस्टर इरफान की छाती देखकर बहुत अच्छा लगा और मेरी आज इनसे चुदाने की इच्छा पूरी होगी ।
मैं अभी उनके छाती को देख रही थी इतने देर मैं उन्होंने अपनी पैंट भी उतार दी और सिर्फ एक अंडरवियर मैं पास कर बिस्तर पर मेरे बगल मैं लेटे हुए मुझे प्यार करने लगे मैंने भी उनको चूंबन किया और हम दोनों दोबारा एक दूसरे के होठों को चुसने लगे कुछ देर इस तरह करते रहने के बाद उन्होंने
आहिस्ता आहिस्ता उनका मुँह मेरे चूचियों पर आ गया और उनको एक निपल को मुँह में लेकर चुनना शुरू कर दिया....कभी वो एक को चुसते और कभी दूसरे को भी
अब वह आहिस्ता आहिस्ता वो नीचे की तरफ खिसकते हुए मेरी पेट के बीचों बीच नाभि में अपनी जीभ डालकर कर मेरे नाभि को चाटने लगे उन्होंने ऐसा करने से मैंने अपनी आंखे बंदकर लेती हुई थी और पूरा मजा ले रही थी मेरी चूत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी और पैंटी को भी गिला कर रही थी
वो आहिस्ता आशिस्ता प्यार करते हुए नीचे मेरे पैरों की उंगलियों तक प्यार करते और दोबारा ऊपर आ जाते और फिर इसी तरह दूसरे टांगों को हाथ में लेकर उठाते और सब तरफ प्यार करते और अपनी जीभ से उनको चाटते जाते कभी वो मेरे पैरों की उंगलियों को मुंह में ले कर छोड़ते
आज से पहले कभी मेरे पति ने मुझे इस तरह प्यार नहीं किया और मेरी उतेजना बड़ती जा रही थी और मैं अपने होश खो रही थी और मुझे नहीं पता चला कब उन्होंने अपना पोजीशन चेंज किया और अब वो मेरी टांगें के बीच में बैठे हुए थे मेरी जिस्म पर सिर्फ एक छोटी सी पैंटी थी जो मेरे दोनों टांगें के बीच कुछ इस रात फंसी हुई थी वो ना तो मेरी चूत को पूरी तरह से कवर कर रही थी ना ही चूत पर हल्के काले बाल को और आधे से ज्यादा पैंटी मेरे चूतड़ों दरार मैं घुसी चुकी थी
उन्होंने मेरी दोनों टांगें को ऊपर स्तनों की तरफ मोड़ दिया और अपना चेहरा मेरी पैंटी के ऊपर से मेरी चूत पर लगाया और उन्हें सूंघने लगे और एक लंबी सांस लेकर बोले, …………” ह्म्म्म्म ….. वाह मेरी जान किया मस्त सुगंध है तुम्हारी चूत की रानी ये तो मस्त है “
मुझे यह सुनकर शर्म आने लगी और मैं मुस्कुरा कर चुप हो गई वो मेरी चूत पर दोबारा नाक लगा कर सुंघने लगे और हमारी सुगंध और साथ में प्यार भी कर रहे थे
कुछ देर इसी तरह करने बाद मिस्टर इरफान ने मेरी कमर पर पैंटी के इलास्टिक बैंड का इस्तेमाल किया उसमें हाथ डाला और उसे नीचे सरका दिया , जिससे मेरी चूत का कुछ हिसा नांगा हो गया मगर पैंटी मेरे चूतड़ों मैं फंस गया और नीचे नहीं जा सका , मिस्टर इरफान ने जोर लगाया मगर पैंटी नीचे नहीं सरका फिर मैंने खुद से अपने कूल्हों को उठाईं मगर फिर दोबारा कोशिश की मगर सफल नहीं हुए ... मैंने मुड़कर उनकी तरफ देखा तो उसका चेहरे पर बेबसी नजर आ रही थी मैं हंसने लगी तो उन्हें मुझसे रिक्वेस्ट करते हुए कहा….. जानू प्लीज… उतारो ना इस को मैंने दोबारा जल्दबाजी करते हुए उनकी तरफ देखा और आहिस्ता से मैंने चूतड़ों को थोड़ा ऊपर उठा कर खुद से अपनी पैंटी उतार कर एक तरफ रख दी
अब मैं पूरी नंगी हो चुकी थी वे मेरे जिस्म को गौर करके देखते हुए बोले उपरवाले ने किया जिस्म बनाया है और ये कहते हुए वो दोबारा मेरी टांगों के बीच में झुक गए और अब उनका मुंह मेरी चूत के पास थे और मुझे उनकी सास की गर्मी अपनी चूत पर महसूस हो रही थी, जिससे मेरा उत्साह और बड़ गई और चूत पूरी तरह गीली हो रही थी आज से पहले शायद ही कभी मेरी चूत कभी इतना गिली हुईं हों
मिस्टर इरफान ने मुझे अपनी बाहों में ले लिया और मेरे होठों पर चुंबन करने लगे, मैंने उनके होठों को अपने होंठों में लेकर चुसना शुरू कर दिया और मैं उनके होठों को चूसता रही हम दोनों काफी देर तक चुंबन करते रहे हम एक दूसरे से चिपके रहे, हम दोनों की सांसें तेज तेज चल रही थीं
और उनके साथ चिपकी हुई खड़ी थी मेरे ऊपर का भाग पूरा नांगा था जब की मेरी नीचे का भाग पर सिर्फ मेरी काली रंग की पैंटी मेरी चूत और सिर्फ नंगी चूतरों का कुछ हिस्सा को अ छुपाएं हुए थी मैं मिस्टर इरफान से बिल्कुल शांत चिपकी हुई थे और हम दोनो किसिंग कर रहे थे थोड़ी देर बाद मैंने महसूस किया कि उनका एक हाथ मेरी पीठ पर चल रहा है और आहिस्ता आहिस्ता नीचे की तरफ जाता हुआ महसूस होता है और फ़िर वो मेरे चूतड़ों को सहलाने लगे उनका हाथ मेरे चूतड़ों पर ऊपर ऊपर चल रहा था और कभी-कभी वे अपने हाथ से मेरे चूतड़ों को पकड़ कर दबाते थे और मसलते थे तो मुझे बहुत मजा आता और मेरे मुँह से इइइस्स्स्स ईईहहहह उउहह ,,, आआहह ….. मेरी सिस्कियाँ निकल जाती …. उन्होंने मुझे चूतड़ों से पकड़ कर अपने और करीब कर लिया और अब मेरे पेट के पास मुझे उनका पैंट के अंदर से कुछ स
चीज टकराई ।
मैंने कोशिश करके उनसे अपने आपको अलग की और दोबारा सोफे पर बैठ गई मेरे सांस तेज चल रही थी और मेरी आंखों में मस्ती छाई हुई थे मैंने अपनी निगाहें नीचे कर ली मगर उन्होंने दोबारा मुझे उठाने की कोशिश की मगर मैं बैठ रही वे नीचे की तरफ़ झुके और मुझे अपनी मज़बूत बाहों में इस तरह उठा लिया जैसे मैं कोई बच्ची हूँ मैंने डर कर अपनी बांहें उनके गले मैं डाल दी ताकि मैं नीचे ना गिर सकू ।
उन्होंने सीधे मुझे मेरे बेडरूम में ले गया और मुझे बिस्तर पर लिटा दिया और खुद सामने खड़े होकर अपनी शर्ट के बटन खोलने लगे और अपनी शर्ट को उतार का नीचे डाल दिया मेरी निगाह जब उनकी छाती पर परी तो मैं देख कर हैरान रह गई उनका पूरा छाती पर काले काले बालों से भरा हुआ था मुझे हमेशा से बालों से भरा हुआ मर्दों का छाती बहुत आकर्षित करता है और हमेशा मैं ऐसे मर्दों को पसंद करती हूं लेकिन मेरे पति के छाती पर बाल नहीं थे और वो बिल्कुल सपाट था मगर आज इस तरह मुझे मिस्टर इरफान की छाती देखकर बहुत अच्छा लगा और मेरी आज इनसे चुदाने की इच्छा पूरी होगी ।
मैं अभी उनके छाती को देख रही थी इतने देर मैं उन्होंने अपनी पैंट भी उतार दी और सिर्फ एक अंडरवियर मैं पास कर बिस्तर पर मेरे बगल मैं लेटे हुए मुझे प्यार करने लगे मैंने भी उनको चूंबन किया और हम दोनों दोबारा एक दूसरे के होठों को चुसने लगे कुछ देर इस तरह करते रहने के बाद उन्होंने
आहिस्ता आहिस्ता उनका मुँह मेरे चूचियों पर आ गया और उनको एक निपल को मुँह में लेकर चुनना शुरू कर दिया....कभी वो एक को चुसते और कभी दूसरे को भी
अब वह आहिस्ता आहिस्ता वो नीचे की तरफ खिसकते हुए मेरी पेट के बीचों बीच नाभि में अपनी जीभ डालकर कर मेरे नाभि को चाटने लगे उन्होंने ऐसा करने से मैंने अपनी आंखे बंदकर लेती हुई थी और पूरा मजा ले रही थी मेरी चूत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी और पैंटी को भी गिला कर रही थी
वो आहिस्ता आशिस्ता प्यार करते हुए नीचे मेरे पैरों की उंगलियों तक प्यार करते और दोबारा ऊपर आ जाते और फिर इसी तरह दूसरे टांगों को हाथ में लेकर उठाते और सब तरफ प्यार करते और अपनी जीभ से उनको चाटते जाते कभी वो मेरे पैरों की उंगलियों को मुंह में ले कर छोड़ते
आज से पहले कभी मेरे पति ने मुझे इस तरह प्यार नहीं किया और मेरी उतेजना बड़ती जा रही थी और मैं अपने होश खो रही थी और मुझे नहीं पता चला कब उन्होंने अपना पोजीशन चेंज किया और अब वो मेरी टांगें के बीच में बैठे हुए थे मेरी जिस्म पर सिर्फ एक छोटी सी पैंटी थी जो मेरे दोनों टांगें के बीच कुछ इस रात फंसी हुई थी वो ना तो मेरी चूत को पूरी तरह से कवर कर रही थी ना ही चूत पर हल्के काले बाल को और आधे से ज्यादा पैंटी मेरे चूतड़ों दरार मैं घुसी चुकी थी
उन्होंने मेरी दोनों टांगें को ऊपर स्तनों की तरफ मोड़ दिया और अपना चेहरा मेरी पैंटी के ऊपर से मेरी चूत पर लगाया और उन्हें सूंघने लगे और एक लंबी सांस लेकर बोले, …………” ह्म्म्म्म ….. वाह मेरी जान किया मस्त सुगंध है तुम्हारी चूत की रानी ये तो मस्त है “
मुझे यह सुनकर शर्म आने लगी और मैं मुस्कुरा कर चुप हो गई वो मेरी चूत पर दोबारा नाक लगा कर सुंघने लगे और हमारी सुगंध और साथ में प्यार भी कर रहे थे
कुछ देर इसी तरह करने बाद मिस्टर इरफान ने मेरी कमर पर पैंटी के इलास्टिक बैंड का इस्तेमाल किया उसमें हाथ डाला और उसे नीचे सरका दिया , जिससे मेरी चूत का कुछ हिसा नांगा हो गया मगर पैंटी मेरे चूतड़ों मैं फंस गया और नीचे नहीं जा सका , मिस्टर इरफान ने जोर लगाया मगर पैंटी नीचे नहीं सरका फिर मैंने खुद से अपने कूल्हों को उठाईं मगर फिर दोबारा कोशिश की मगर सफल नहीं हुए ... मैंने मुड़कर उनकी तरफ देखा तो उसका चेहरे पर बेबसी नजर आ रही थी मैं हंसने लगी तो उन्हें मुझसे रिक्वेस्ट करते हुए कहा….. जानू प्लीज… उतारो ना इस को मैंने दोबारा जल्दबाजी करते हुए उनकी तरफ देखा और आहिस्ता से मैंने चूतड़ों को थोड़ा ऊपर उठा कर खुद से अपनी पैंटी उतार कर एक तरफ रख दी
अब मैं पूरी नंगी हो चुकी थी वे मेरे जिस्म को गौर करके देखते हुए बोले उपरवाले ने किया जिस्म बनाया है और ये कहते हुए वो दोबारा मेरी टांगों के बीच में झुक गए और अब उनका मुंह मेरी चूत के पास थे और मुझे उनकी सास की गर्मी अपनी चूत पर महसूस हो रही थी, जिससे मेरा उत्साह और बड़ गई और चूत पूरी तरह गीली हो रही थी आज से पहले शायद ही कभी मेरी चूत कभी इतना गिली हुईं हों


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