22-04-2025, 11:44 AM
मेरे पुरे शरीर के हिस्सेदार में करंट दौड़ रहा था और मैं आनंद ले रहा था दूसरी तरफ मेरा दिल भी घबरा रहा था मेरा दिमाग मुझे यह सब करने से रुक रहा था मगर मुझे यह सब अच्छा भी लग रहा था मैं इस कश्मकश में थी तेरे साथ मंदीप ने साड़ी का पल्लू ऐक तरफ कर के मेरे गले पर और गर्दन पर प्यार करने लगे और उनके हाथ मारे गए स्तन के ऊपरी हिस्से में अपना हाथ लगाया और सारे ब्लाउज के ऊपरी हिस्से में ही उन्हें हल्का सा दबाया, जिस के कारण मारे शुद्ध जिस्म में एक संसहत दूर हो गई और इस से पहले मैं कुछ प्रतिक्रिया देती हूं, उनका हाथ पूरी तरह से बाएं स्तन को पकड़कर चुक्का था और वह हमें आहिस्ता देता है। अहिष्ट दबाने लगे
दबाते दबाते अपना हाथ मेरे ब्लाउज के अंदर डाल दिया और बूब्स को अपने हाथों से सहनले लगे और निपल को अपने उंगलियों के दरमियान लेकर मसल दिया
आअह्ह्ह ईईह्ह्ह्ह ,,,,,,, आप यह किया कर रहे हैं प्लीज ऐसा ना करें …… मेरे मुंह से सिसकारी निकले लगी और मैंने उनका हाथ ब्लाउज से बाहर निकलाना चाहा मगर उन्होंने दोबारा अपने होठों को मेरे होठों पर रखकर हमें चुमने लगे तो मेरे मुंह बंद हो गया मैं कोशिश करने लगी किसी तरह अपने आप को उनसे छुड़ाना चाहा मगर उनकी पकड़ इतनी मजबूत थी कि मैं उनका हाथ अपने ब्लाउज से बाहर नहीं निकाल सकी तो मैंने ऊपर से ही उनके हाथ पर अपना हाथ पकड़ लिया मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और अपनी आँखें बंद कर लीं और अब मेरे हाथ जो उनके हाथ पर था उसपर पकड़ ढीली होने लगी जिसको उन्होंने भी महसूस किया होगा और उनका हाथ मेरे निपल्स को ब्लाउस के ऊपर से ही मसल रहा था मुझे बहुत मजा आ रहा था और मैं आहिस्ता आहिस्ता सब भूल गया कि मैं शादीशुदा हूं और मिस्टर इरफान मेरे पति नहीं थे , आज शादी के बाद पहली बार किसी गैर मर्द के साथ ये सब कर रही थी और मुझपर नशा सा चढ़ गया था... उनका पूरा साथ देना लगी अब उनका हाथ आजादी के साथ मेरे बूब्स से खेल रहा था हमने पूरा साथ दिया । उनकी हाथ की उंगलियों मेरे निपल को उंगलियों के बीच लेकर मसलती थी जिससे मुझे बहुत ज्यादा चरमसुख की प्राप्ति होती थी और मैंने अपने आपको बिल्कुल फ्री छोड़ दिया . मैंने अपने सर को पीछे सोफ़े पर टीका दिया और आँखे बंदकर के आनंद लेने लगी..
जब उन्होंने मुझे एन्जॉय करते हुए मेहसूस किया तो वह समझा गये कि मुझे एक अच्छी संभोग क्रिया की जरूरत है और अब उनका दूसरा हाथ मेरी कमर मैं डालकर मुझे अपने से चिपका लिया और मेरी कमर को सहलाने लगे कभी कभी मेरी नाभि में भी उंगली डाल देते और जो हाथ पहले मेरे ब्लाउज के अंदर था वो अब मेरे ब्लाउज के हुक खोलने लगे मैंने उनको रोकने की कोशिश नहीं कि वह एक एक करके उन्होंने मेरे ब्लाउज के सारे हुक खोल दिया और अब मेरा ब्लाउज सामने से खुल गई थी और उन्होंने ब्लाउज को मेरे बदन पर से हटा दिया जिस करण मेरे जिस्म का ऊपरी हिसा नंगा हो गया और जिस्म पर सिर्फ ब्लैक कलर की ब्रा मेरी 36 D बड़ी स्तनों को कवर करने मैं काफी नहीं थी और मेरे नंगे नंगे बूब्स भी ब्रा के अंदर से बाहर निकलने के लिए मचल रहे थे
उन्होंने कुछ देर के बाद अपने होठों से मेरे सीने पर गर्दन के पास रखा और प्यार करने लगे उनके होंठ मेरी गर्दन पर महसूस करके मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और मैंने अपने आपको उनके हवाले कर देना चाही थी ।
दूसरी तरफ उनका हाथ जो मेरे ब्लाउज को खोल चुका था अब मेरे ब्रा के ऊपर से ही मेरे बूब्स को दबा रहा था और वो हमें अपने हाथ में पकड़ कर मसलने लगे मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और मैं अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पा रही थी मैं एक अंजाने मजे में मदहोश हो रही थी आज कई साल के बाद मेरी बूब्स को किसी ने मसला था जो कि मेरा पति नहीं था वो मेरी बूब्स को पहले तो ब्रा के उपर से चुम रहा था फिर उन्होंने मेरी ब्रा को मेरे स्तन के उपर से हटा दिया और मेरे बूब्स को नंगा कर दिया और उन्हें गौर से देखते हुए बोले “बहुत ही प्यारे स्तन हैं तुम्हारे ……. और ये कहते हुए उन्होंने अपने होंठों से मेरी कभी बांए वाले स्तन को चूमते कभी दाएँ वाले को , कभी जो निपल के पास, उनका इस तरह करने से मैं उतेजित होकर अपने हाथों से उनके सर पकड़ लिया और हमें अपनी दोनों स्तनों के बीच में दबा लिया वो मेरी उत्तेजना को समझ गया और उन्होंने ने मेरे एक निपल को अपने मुंह में ले लिया और हल्के हल्के चुसने लगे उनके इस तरह मेरे निपल चुसने से मुझे मजा आ रहा था और मेरी सासें तेज तेज चलने लगीं और मेरे मुंह से सिस्कारियां निकलने लगीं आआआह्ह्ह उउउह्ह्ह्ह ऊऊहह की आवाजें मेरे मुंह से निकल रही थीं आज बहुत दिनों के बाद कोई मेरे निपल्स चूस रहा था मैं आनंद की अंतिम सीमा को छू रही थी
उन्होंने मेरे दोनों निपल्स को बारी बारी चूस रहे थे वह एक को मुंह मैं लेकर चूसते और दूसरे को दो उंगलियों के दरमियान ले कर उसे मसलते जा रहे थे
उन्होंने एक हाथ मेरी पीठ पर ले जाकर मेरी ब्रा के हुक को खोल दिया और फिर मेरे बूब्स को पूरी तरह से आजाद हो गये और उछल कर उनके मुंह से टकराने लगे और उन्होंने ब्रा को उतार कर सोफ़ा के नीचे फेंक दिया । ब्रा खोलने के बाद उनका हाथ मेरी साड़ी पर पंहुचा और हमारे साड़ी को खींच कर निकलने लगे । मैंने हिम्मत करके उनको रोका और आहिस्ता से कहाँ “ आआआहह …… प्लीज़ बस करें ना …….. शुभम आ जायेगा ….”
दबाते दबाते अपना हाथ मेरे ब्लाउज के अंदर डाल दिया और बूब्स को अपने हाथों से सहनले लगे और निपल को अपने उंगलियों के दरमियान लेकर मसल दिया
आअह्ह्ह ईईह्ह्ह्ह ,,,,,,, आप यह किया कर रहे हैं प्लीज ऐसा ना करें …… मेरे मुंह से सिसकारी निकले लगी और मैंने उनका हाथ ब्लाउज से बाहर निकलाना चाहा मगर उन्होंने दोबारा अपने होठों को मेरे होठों पर रखकर हमें चुमने लगे तो मेरे मुंह बंद हो गया मैं कोशिश करने लगी किसी तरह अपने आप को उनसे छुड़ाना चाहा मगर उनकी पकड़ इतनी मजबूत थी कि मैं उनका हाथ अपने ब्लाउज से बाहर नहीं निकाल सकी तो मैंने ऊपर से ही उनके हाथ पर अपना हाथ पकड़ लिया मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और अपनी आँखें बंद कर लीं और अब मेरे हाथ जो उनके हाथ पर था उसपर पकड़ ढीली होने लगी जिसको उन्होंने भी महसूस किया होगा और उनका हाथ मेरे निपल्स को ब्लाउस के ऊपर से ही मसल रहा था मुझे बहुत मजा आ रहा था और मैं आहिस्ता आहिस्ता सब भूल गया कि मैं शादीशुदा हूं और मिस्टर इरफान मेरे पति नहीं थे , आज शादी के बाद पहली बार किसी गैर मर्द के साथ ये सब कर रही थी और मुझपर नशा सा चढ़ गया था... उनका पूरा साथ देना लगी अब उनका हाथ आजादी के साथ मेरे बूब्स से खेल रहा था हमने पूरा साथ दिया । उनकी हाथ की उंगलियों मेरे निपल को उंगलियों के बीच लेकर मसलती थी जिससे मुझे बहुत ज्यादा चरमसुख की प्राप्ति होती थी और मैंने अपने आपको बिल्कुल फ्री छोड़ दिया . मैंने अपने सर को पीछे सोफ़े पर टीका दिया और आँखे बंदकर के आनंद लेने लगी..
जब उन्होंने मुझे एन्जॉय करते हुए मेहसूस किया तो वह समझा गये कि मुझे एक अच्छी संभोग क्रिया की जरूरत है और अब उनका दूसरा हाथ मेरी कमर मैं डालकर मुझे अपने से चिपका लिया और मेरी कमर को सहलाने लगे कभी कभी मेरी नाभि में भी उंगली डाल देते और जो हाथ पहले मेरे ब्लाउज के अंदर था वो अब मेरे ब्लाउज के हुक खोलने लगे मैंने उनको रोकने की कोशिश नहीं कि वह एक एक करके उन्होंने मेरे ब्लाउज के सारे हुक खोल दिया और अब मेरा ब्लाउज सामने से खुल गई थी और उन्होंने ब्लाउज को मेरे बदन पर से हटा दिया जिस करण मेरे जिस्म का ऊपरी हिसा नंगा हो गया और जिस्म पर सिर्फ ब्लैक कलर की ब्रा मेरी 36 D बड़ी स्तनों को कवर करने मैं काफी नहीं थी और मेरे नंगे नंगे बूब्स भी ब्रा के अंदर से बाहर निकलने के लिए मचल रहे थे
उन्होंने कुछ देर के बाद अपने होठों से मेरे सीने पर गर्दन के पास रखा और प्यार करने लगे उनके होंठ मेरी गर्दन पर महसूस करके मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और मैंने अपने आपको उनके हवाले कर देना चाही थी ।
दूसरी तरफ उनका हाथ जो मेरे ब्लाउज को खोल चुका था अब मेरे ब्रा के ऊपर से ही मेरे बूब्स को दबा रहा था और वो हमें अपने हाथ में पकड़ कर मसलने लगे मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और मैं अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पा रही थी मैं एक अंजाने मजे में मदहोश हो रही थी आज कई साल के बाद मेरी बूब्स को किसी ने मसला था जो कि मेरा पति नहीं था वो मेरी बूब्स को पहले तो ब्रा के उपर से चुम रहा था फिर उन्होंने मेरी ब्रा को मेरे स्तन के उपर से हटा दिया और मेरे बूब्स को नंगा कर दिया और उन्हें गौर से देखते हुए बोले “बहुत ही प्यारे स्तन हैं तुम्हारे ……. और ये कहते हुए उन्होंने अपने होंठों से मेरी कभी बांए वाले स्तन को चूमते कभी दाएँ वाले को , कभी जो निपल के पास, उनका इस तरह करने से मैं उतेजित होकर अपने हाथों से उनके सर पकड़ लिया और हमें अपनी दोनों स्तनों के बीच में दबा लिया वो मेरी उत्तेजना को समझ गया और उन्होंने ने मेरे एक निपल को अपने मुंह में ले लिया और हल्के हल्के चुसने लगे उनके इस तरह मेरे निपल चुसने से मुझे मजा आ रहा था और मेरी सासें तेज तेज चलने लगीं और मेरे मुंह से सिस्कारियां निकलने लगीं आआआह्ह्ह उउउह्ह्ह्ह ऊऊहह की आवाजें मेरे मुंह से निकल रही थीं आज बहुत दिनों के बाद कोई मेरे निपल्स चूस रहा था मैं आनंद की अंतिम सीमा को छू रही थी
उन्होंने मेरे दोनों निपल्स को बारी बारी चूस रहे थे वह एक को मुंह मैं लेकर चूसते और दूसरे को दो उंगलियों के दरमियान ले कर उसे मसलते जा रहे थे
उन्होंने एक हाथ मेरी पीठ पर ले जाकर मेरी ब्रा के हुक को खोल दिया और फिर मेरे बूब्स को पूरी तरह से आजाद हो गये और उछल कर उनके मुंह से टकराने लगे और उन्होंने ब्रा को उतार कर सोफ़ा के नीचे फेंक दिया । ब्रा खोलने के बाद उनका हाथ मेरी साड़ी पर पंहुचा और हमारे साड़ी को खींच कर निकलने लगे । मैंने हिम्मत करके उनको रोका और आहिस्ता से कहाँ “ आआआहह …… प्लीज़ बस करें ना …….. शुभम आ जायेगा ….”


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