10-04-2025, 01:58 PM
मोहित रिया के गरम होने का भरपूर फायदा उठाते हुए उसके सिर से अपने बाजू को हटाते हुए उसके ऊपर चढ़ गया। मोहित अब रिया की दोनों चूचियों को बारी-बारी अपने मुँह में लेकर चाटने लगा। रिया के मुँह से मजे से जोर की सिसकियां निकल रही थी। रिया की चूचियां इतनी बड़ी नहीं थी, इसलिए मोहित उन्हें पूरा अपने मुँह में लेकर चूस रहा था। मोहित रिया की चूचियों को जी भर के चूसने के बाद नीचे होते हुए उसके गोरे पेट पर। अपनी जीभ को फिराते हुए उसकी नाभि तक आ गया।
मोहित अपनी जीभ को रिया की नाभि में डालकर फिराने लगा। रिया की गुदगुदी और मजे के मारे बुरी हालत थी। मोहित ने रिया की टाँगों के बीच आते हुए उसकी टाँगों को फैला दिया और बड़े गौर से रिया की भूरी कोरी चूत को देखने लगा।
रिया ने मोहित को ऐसे अपनी चूत की तरफ घूरता हुआ देखकर शर्म के मारे अपनी टाँगों को बंद करना चाहा। मगर मोहित ने अपने दोनों हाथों से उसकी दोनों टाँगों को पकड़ते हुए ऐसा करने ना दिया और अपने होंठों को नीचे करते हुए उसकी चूत को चूम लिया। रिया अपनी चूत पर मोहित के होंठ लगते ही मजे से कांप उठी और अपनी टाँगों को ढीला छोड़ दिया। मोहित रिया की कुँवारी चूत की गंध सँघते हुए मदहोश होने लगा। मोहित ने अपनी जीभ निकाली और रिया की चूत के दाने पर फिराने लगा।
मोहित की जीभ अपनी चूत के दाने पर लगाते ही मजे से “आअह्ह्ह..” करके कांप उठी। रिया बहुत ज्यादा उत्तेजित हो चुकी थी क्योंकी उसने अपनी दोनों टाँगें जितना हो सकता था उतना फैला रखी थी, और उसकी चूत के बंद होंठों में से पानी की बूंदें निकल रही थी। मोहित ने अपने
हाथ से रिया के दोनों होंठों को खोलते हुए अपनी जीभ उसकी चूत के लाल चीरे में डालकर घुमाने लगा।
मोहित की इस हरकत से रिया का पूरा जिश्म अकड़कर काँपने लगा और रिया की चूत यह हमला बर्दाश्त ना। करते हुए अपनी जिंदगी का पहला आजम छोड़ने लगी- “आह्ह्ह... ओह...आह्ह्ह... मोहित..” झड़ते हुए रिया के मुँह से जोर की सिसकियां निकालने लगी और उसने अपने दोनों हाथों से मोहित के सिर को पकड़कर अपनी चूत पर दबाए रखा।
रिया की मजे से आँखें बंद हो चुकी थी और उसकी चूत से पानी की नदियां निकलकर मोहित के
मुँह और चहरे को भिगो रही थी। रिया के झड़ने के बाद मोहित ने उसकी टाँगों को घुटनों तक
मोड़ते हुए उसके चूतड़ों के नीचे एक तकिया दे दिया।
रिया- “मोहित नहीं, हम यह सब नहीं कर सकते...” रिया ने जैसे ही झड़ने के बाद अपनी आँखें
खोली मोहित को और आगे बढ़ता हुआ देखकर डरते हुए कहा।
जुड़े रहिये ......
मोहित अपनी जीभ को रिया की नाभि में डालकर फिराने लगा। रिया की गुदगुदी और मजे के मारे बुरी हालत थी। मोहित ने रिया की टाँगों के बीच आते हुए उसकी टाँगों को फैला दिया और बड़े गौर से रिया की भूरी कोरी चूत को देखने लगा।
रिया ने मोहित को ऐसे अपनी चूत की तरफ घूरता हुआ देखकर शर्म के मारे अपनी टाँगों को बंद करना चाहा। मगर मोहित ने अपने दोनों हाथों से उसकी दोनों टाँगों को पकड़ते हुए ऐसा करने ना दिया और अपने होंठों को नीचे करते हुए उसकी चूत को चूम लिया। रिया अपनी चूत पर मोहित के होंठ लगते ही मजे से कांप उठी और अपनी टाँगों को ढीला छोड़ दिया। मोहित रिया की कुँवारी चूत की गंध सँघते हुए मदहोश होने लगा। मोहित ने अपनी जीभ निकाली और रिया की चूत के दाने पर फिराने लगा।
मोहित की जीभ अपनी चूत के दाने पर लगाते ही मजे से “आअह्ह्ह..” करके कांप उठी। रिया बहुत ज्यादा उत्तेजित हो चुकी थी क्योंकी उसने अपनी दोनों टाँगें जितना हो सकता था उतना फैला रखी थी, और उसकी चूत के बंद होंठों में से पानी की बूंदें निकल रही थी। मोहित ने अपने
हाथ से रिया के दोनों होंठों को खोलते हुए अपनी जीभ उसकी चूत के लाल चीरे में डालकर घुमाने लगा।
मोहित की इस हरकत से रिया का पूरा जिश्म अकड़कर काँपने लगा और रिया की चूत यह हमला बर्दाश्त ना। करते हुए अपनी जिंदगी का पहला आजम छोड़ने लगी- “आह्ह्ह... ओह...आह्ह्ह... मोहित..” झड़ते हुए रिया के मुँह से जोर की सिसकियां निकालने लगी और उसने अपने दोनों हाथों से मोहित के सिर को पकड़कर अपनी चूत पर दबाए रखा।
रिया की मजे से आँखें बंद हो चुकी थी और उसकी चूत से पानी की नदियां निकलकर मोहित के
मुँह और चहरे को भिगो रही थी। रिया के झड़ने के बाद मोहित ने उसकी टाँगों को घुटनों तक
मोड़ते हुए उसके चूतड़ों के नीचे एक तकिया दे दिया।
रिया- “मोहित नहीं, हम यह सब नहीं कर सकते...” रिया ने जैसे ही झड़ने के बाद अपनी आँखें
खोली मोहित को और आगे बढ़ता हुआ देखकर डरते हुए कहा।
जुड़े रहिये ......