25-03-2025, 04:00 PM
(26-12-2023, 02:04 PM)deo.mukesh Wrote: सच और फैंटेसी का गरमागरम संगम.कहानी का विषय टाइटल पड़ कर ही मम्मी की रसीली चूत की याद आ गई, हाय मम्मी
दोस्तों सबसे पहले मै आप सबको बता देना चाहता हूँ की ये एक लम्बी या पूरी कहानी शायद नहीं हो सकेगी क्योंकि मै बहुत कोशिश कर चूका हूँ पिछले ५ साल से की अपने अन्दर की ख्वाहिशों फंटेसी को लिख कर एक मुकम्मल कहानी का रूप दे सकूँ मगर मै फिसड्डी निकला. मै कहानी नहीं लिख सकता हूँ, अतः आप सब से गुजारिश है की जो भी एक हॉट प्लाट को कहानी का रूप दे सके, तो आप सब आजाद हैं और मै invite भी करता हूँ की मेरे प्लाट को आप अपने मजबूत लेखनी से आगे बढ़ाये.
मेरी सारी कहानियों का थीम मां और ककोल्ड बेटा ही होगा. मुझे माँ को एक खुले किताब की तरह अपनी जवानी का मजा लेते हुए देखने की हमेशा हसरत रहती है.
तो दोस्तों इस कहानी को शुरू करते हैं,,,, और आपसब भी इस कहानी को अपने हिसाब से जितना गरम और कामुक रूप दे सकें,,, आप सब का स्वागत रहेगा.
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// सुनील पंडित // yr):
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!


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