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Adultery My student sheetal
#12
देखो, कल  मैं तुम्हारी  गांड मरूंगा  , अब बस तुम्हें मेरा  लंड को लेने की  आदत डालनी है।" मैंने  हस्ते हुए कहा  

"आज रात, तुम घंटों तक Anal  पोर्न देखोगी  जिसका लिंक  मैं तुम्हें भेज दूंगा  और तुम खुद अपनी  गांड को चुदने के लिए   उत्तेजित करोगी और अपनी गांड को चोदने के लिए ready करोगी ।" उसके बाद अपने फ़ोन वीडियो बनाकर मुझे भेजेगी  मैंने शीतल को आदेश दिया 

उसने हाँ  अपना सिर नीचे किया  और अपनी ड्रेस  वापस पहन ली। जैसे ही उसने अपना सामान समेटा और कमरे से तुरंत बाहर निकली, उसके गालों पर आँसू बहने लगे।  मैंने शीतल द्वारा मुझे सुबह-सुबह भेजा गया एक वीडियो देखा। वह बिस्तर पर नंगी लेटी हुई थी और मैंने उसे जो 6 इंच का डिल्डो दिया था, उसका इस्तेमाल अपनी गांड में चुदाई करने के लिए कर रही थी, जबकि वह हार्ड कोर एनल पोर्न देख रही थी जिसमें एक काला व्यक्ति एक पतली गोरी किशोरी को गांड में मार  रहा था। उसने संभोग तक पहुँचने से पहले 20 मिनट तक ऐसा किया। मैंने इस वीडियो को देखकर जमकर हस्तमैथुन किया। अभी पिछले हफ़्ते ही शीतल एक मासूम लड़की  थी। और अब, वो  अपनी गांड में चुदाई के वीडियो भेजने के लिए मजबूर थी! यह सब मेरी योजना का हिस्सा था कि एक बार की मासूम लड़की को आदि में बदल दूँ   जिसे मैं जो चाहूँ करने के लिए मजबूर कर सकूँ। 

अब कॉलेज में लड़के टाइम से पहले आ जाते थे , शीतल कुछ मिनट बाद आती थी जब सभी लड़के कक्षा में आ जाते थे। 

जब शीतल क्लास में आयी सभी लड़को की निगाहें शीतल पर टिक गयी । यह अब तक का सबसे कामुक पहनावा था जिसे मैंने उसे पहनाया था। उसने अपना कोट उतारा और लड़के आश्चर्यचकित रह गए। 

। उसने गुलाबी ट्रिम के साथ एक काला टॉप पहना हुआ था। जिस पर सेक्सी गर्ल लिखा हुआ था    उसने अपनी गर्दन के चारों ओर एक गुलाबी पट्टा कॉलर पहना हुआ था, जिस पर हॉट गर्ल लिखा हुआ था  

नीचे उसने एक मैचिंग ब्लैक और पिंक फ़लालैन मिनीस्कर्ट पहना हुआ था जो उसकी कमर के चारों ओर लिपटा हुआ था, जो उसके नितंबों के ठीक नीचे था। स्कर्ट ढीली और फ़्रिली थी इसलिए प्रत्येक कदम के साथ यह थोड़ा ऊपर उठती थी जिससे हमें उसकी  गुलाबी रंग के थोंग पैंटी पहनी थी  जिसने बीएस उसकी चूत को हल्का सा ढका हुआ था    नितंबों का नज़ारा दिखाई देता था। उसने मैचिंग पिंक हाई सॉक्स पहने हुए थे जो उसके घुटनों के नीचे तक आते थे,


मैंने उसे डांटा "क्या बात है शीतल आज कल तुम रण्डिओं की तरह कपडे क्यों पहनती हो ये क्लास है और तुम आधी नंगी  आ जाती हो ।" 

लड़के हँस पड़े। 

शीतल , अब तक अपनी दिनचर्या जान चुकी थी। उसने फिर से बोर्ड पर लड़कों के साथ मिलकर बोर्ड पर प्रश्न  लिखे  

"आज लड़कों, मैं तुम्हें कुछ कठिन प्रश्न देने जा रहा हूँ   क्योंकि तुम हाल ही में अपने गृहकार्य और असाइनमेंट में बहुत अच्छे कर  रहे हो। इसलिए शीतल , अगर कोई लड़का इसे सही करता है, तो मैं चाहती हूँ कि तुम उसे एक बड़े, कसकर गले लगाकर कोंग्रटुलतिओं बोलोगी ।" 

मेरी इस बात ने  लड़कों का ध्यान आकर्षित किया। वे सवालों के जवाब देने के लिए एक-दूसरे से लड़ रहे थे। सच में, सवाल थोड़े कठिन थे। इसलिए दो लड़कों ने कोशिश की, और हार मानकर अपनी सीट पर वापस चले गए, इससे पहले कि एक को आखिरकार सही जवाब मिल पाता। 

अजय  जो शर्मीला लड़का था, शीतल  की ओर मुड़ा। वह शर्मीली मुस्कान के साथ उसे गले लगाने के लिए आगे बढ़ी। उसने अपनी बाहें उसके नंगे शरीर के चारों ओर लपेट लीं।  

मैंने शीतल को निर्देश दिया था कि की ५ मिनट से पहले  मिलना बंद न करें। 

उसके हाथ जल्दी ही उसकी कमर को सहलाते हुए उसकी गांड  तक पहुँच गए। 

लड़के उसे प्रोत्साहित करने लगे। उनके उत्साह के साथ, उसने उसकी गांड  को धीरे से दबाया। 

"बस, बहुत हो गया" मैंने हँसते हुए कहा "आखिरकार यह एक कक्षा है।" 

उसने जल्दी से हाथ छोड़ दिया, और चेहरे पर मुस्कान लिए अपने डेस्क पर वापस चला गया। कुछ और लड़कों ने आखिरकार सही उत्तर दिए, जिससे मैं बहुत हैरान हुआ। उनमें से हर कोई अपनी किस्मत आजमा रहा था, शीतल की गांड को छूने की कोशिश कर रहा था, या उसके स्तनों को अपनी छाती से दबा रहा था। 

इससे पहले कि यह बहुत गंभीर हो जाए, मैंने उन सभी को अलग कर दिया। आखिरकार, मुझे शीतल को दिखाना अच्छा लगा, लेकिन मैं अपने पुरस्कार को लेकर थोड़ा अधिकार जताने वाला था। मुझे बस उस पर अपना पूरा नियंत्रण पसंद था। मुझे पता था कि वह इन सब से अपमानित हो रही थी, इसने मुझे उत्तेजित कर दिया। 

मैंने एक बार फिर शीतल को दोपहर को नया काम सौपा । मैंने कहा उसे लड़कों के साथ हाथ-पैर जोड़कर काम काम मांगना है । उनसे पूछना  कि उन्हें जूस बॉक्स, पानी या नाश्ता चाहिए या नहीं। मुझे बहुत खुशी हुई, कभी-कभी लड़के प्रशंसा के प्रतीक के रूप में उसकी गांड पर थप्पड़ मारते थे। शीतल ने अब इस पर कोई तमाशा नहीं किया, वह बेहतर जानती थी। इससे मैं उसे और अधिक यौन रूप से अपमानित कर सकता था। 

आज मैंने घोषणा की कि जो लड़का अपना काम सबसे जल्दी पूरा कर लेगा, वह शीतल को अपनेसाथ बिठा सकता है 

यह एक कठिन काम था, क्योंकि क्लासें लगातार कठिन होती जा रही थीं। लेकिन लड़कों में से एक ने 15 मिनट बचे होने पर काम पूरा कर लिया और मैंने जल्दी से उसे मार्क कर दिया, इसलिए वह पास हो गया। वह लगभग चक्कर खा रहा था। 

उसने शीतला को अपनी डेस्क के ऊपर बैठने को कहा। वह बैठ गई। तभी, मैंने बाकी लड़कों को घर भेज दिया, ताकि लड़के को शीतला के साथ अकेलापन मिल सके  मिल सके और वह उसका पुरस्कार बन सके। बाकी लड़के अहह  भर रहे थे  उठे, लेकिन मैंने उनसे कहा कि अगर वे अगले दिन की प्रतियोगिता जीतते हैं तो यह  पुरस्कार उनका हो सकता है। 

उसने शीतला को डेस्क पर   और आगे की ओर मुंह करके   बैठने  को कहा ताकि उसके स्तन नीचे लटक रहे हों। उसने धीरे-धीरे उसे और नीचे झुकाने को कहा। बात इस हद तक पहुंच गई कि उसके स्तन सचमुच उसके ब्लाउज से बाहर निकलने वाले थे। उसने अपना सिर आगे झुकाया और उसके स्तनों को सूँघा, उनसे बस कुछ इंच की दूरी पर, 

मैं हँसा। कुछ क्षणों के बाद, उसने उसे अपने ऊपर घूमने के लिए कहा। वह अब सीधे उसकी गांड का सामना कर रहा था। उसने उसे हवा में इसे ऊपर उठाने का आदेश दिया। उसकी फ़्रिली स्कर्ट बस उलटी हो गई ताकि उसकी पेटी पहने गांड पूरी तरह से उजागर हो। 

उसने उसकी चुत को एक इंच की दूरी से  सूँघा,  तभी, घंटी बजी। 

 
"हाहा अच्छा काम किया अजय , आपको एक दिन फिर से तुम्हे  मौका मिलेगा" मैंने उससे कहा 

। उसने मुझे बहुत धन्यवाद दिया और चला गया 

। शीतल  चलो घर चले । घर  जाने के लिए हम कार में बैठे अंकुश ने कहा की सीट के निचे बैठो और आज तुम मेरा लुंड चूसते हुए घर तक चलोगी 
मेरे पास कोई रास्ता नहीं था मई सरे रस्ते लंड चूसते हुए गयी हमें घर पहुंचने  में लगभग 15 मिनट ही लगे थे 

जब हम घर पहुंचे और घर पहुँचते हम दोनों ने कपडे उतार दिए 
मैंने दरवाजे पर दस्तक सुनी। 
"कौन है "

"मैं हूँ रामलाल चौकीदार , मैं चाबी लेने आया हूँ ।" मैंने चाबियाँ उसे दे दी तभी मुझे शीतल अपमानित करने का नया प्लान दिमाग में आया 
 


 रामलाल   6'2 का एक लम्बा और मजबूत  व्यक्ति था, था। वह चौड़ा, मांसल था, लेकिन उसकी बड़ी भूरी दाढ़ी थी, गंजा था, और थोड़ा पेट निकला हुआ था। वह एक अच्छा आदमी  माना जाता था, और मेरे जितना ही समय से यहाँ काम कर रहा था। 

मैंने शरारत करने का एक मौका देखा और शीतल को कहा की तुम ये कोट  पहनकर मेरे साथ छत  पर चलो  
"पर मैंने केवल ब्रा पैंटी ही पहनी हुई है " शीतल बोली 
"तभी तो कह रहा हूँ की ये कोट पहन लो " मैंने कहा 

और मै उसे छत पर ले गया 
" चलो अब अपना कोट उतारदो "
" नहीं सर प्लीज मुझे कोई देख लेगा "
" कोई नहीं है  यहाँ  जल्दी उतरो वरना कोई आ भी सकता है " मैंने उससे कहा 
" लो अब दिवार के साइड में बैठ जाओ और अपनी पैंटी घुटनो तक उतार लो और ये रेजर पकड़ो और अपनी चूत के बाल साफ़ करो और हाँ ये बैगन पकड़ो  बीच बीच में ये अपनी चूत में डालती रहना पर झड़ना मत" मैंने शीतल आर्डर दिया 
" सर मेरे साथ  ऐसा  मत करो यहाँ कोई देख लेगा " शीतल बोली 
" वैसे  तो दो घंटे तक यहाँ कोई नहीं आने वाला अगर कोई आ भी जाये हैंडल कर लेना 
इतना कहकर मै नीचे आ गया 
अब शीतल वहां अपनी चूत के बाल साफ़ कर रही थी करीब १५ मिनट बाद रामलाल सफाई के लिए छतपर गया उस समय शीतल अपनी चूत में बैगन डाल रही थी रामलाल ने अपना मोबाइल निकाला और शीतल वीडियो बना ली 
तभी शीतल नज़र रामलाल पर पड़ी उसे देखकर वो डर गयी उसे समाज नहीं आया की वो क्या करे वो अपनी पैंटी ऊपर करने लगी 
तभी रामलला बोलै " रुको कौन हो तुम और कहाँ रहती हो हुए अपार्टमेंट की तो नहीं "
" नहीं अंकल मै यहाँ की नहीं हूँ मै यहाँ अंकुश सर घर आयी हूँ घाट पर अपने बाल सुखाने आयी थी शीतल ने कहा 
" देख रहा हूँ कि तू यहाँ क्या करने आयी थी मैंने उसकी वीडियो भी बना ली है चल अपने मम्मी पापा का नंबर बता अभी सभी को बता हूँ कि तू यहाँ क्या कर रही  " राम लाला चिल्लाते हुए बोलै 
" ये सुनकर शीतल रोने लगी नहीं अंकल ऐसा मत करो मेरे घर वाले मुझे घर से निकल देंगे और सर को पता चलेगा तो वो मुझे कॉलेज से निकलवा देंगे " शीतल रट हुए बोली 
" क्यों न करू ऐसा मुझे क्या फायदा hoga " रामलाल बोला
" आप जैसा कहोगे वो करुँगी पर किसी को मत बताओ प्लीज मुझ प दया करो "
" रामलाल कुटिल मुस्कान मुस्कुराने लगा और और उसने छत का दरवाजा बंद क्र दिया फिर शीतल से बोला ये पैंटी और ब्राउटर कर मुझे दे जल्दी मुझे तेरा पूरा बदन देखना है 
शीतल के पास कोई दूसरा रास्ता नहीं था उसने ब्रा और पैंटी रामलाल को दे दी 
" तू बाहर अच्छी लड़की है चल मेरी पैंट उतार दे " रामलाल बोला 
शीतल धीरे धीरे रामलाल पैंट उतरने लगी रामलाल शीतल कि चूचियां दबाने लगा पेंट उतरने के बाद रामलाल ने अपना अंडरवियर  उतार दिया अंडरवियर उतारते ही उसका ८ इंच का लंड बहार आ गया 
लंड देखकर शीतल डर गयी 
" चल अब इसे चाट और फिर धीरे धीरे अपने मुँह में लेले "
शीतल ने लंड को उसके होंठों पर लगाया तो उसने अपना मुँह खोल दिया और रामलाल  गर्म गर्म लंड के टोपे को अपनी जीभ से चाटने लगी.

उसने दो तीन बार मेरे लंड के टोपे को ऊपर से नीचे तक अपनी गर्म गर्म जीभ से चाटा.

अब रामलाल सिसकारियां लेने लगा .

रामलाल  कर रहा था कि वो ऐसे ही अपनी जीभ से मेरे लंड को चूसती रहे.

रामलाल  उसके मम्मों को ऐसे ही अपने हाथों में पकड़ कर भींचता रहा - अहह भाभीईईई और जोर से चूसो मेरे लंड को प्लीज़ … आंह खा जाओ मेरे लंड को … चबा जाओ.

रामलाल  लंड को मैं धीरे धीरे उसके मुँह के अन्दर बाहर करने लगा और अपने दोनों हाथों से शीतल के मम्मों को वहिशयाना तरीके से मसल रहा था.

उसे भी जन्नत का मज़ा आ रहा था.

रामलाल ने शीतल से कहा   कि रंडी की  मेरे पूरे लंड को अपने मुँह में भर लो और जोर जोर से चूसो.

रामलाल ने शीतल के  सर को पकड़ा मैंने और कसके अपने लंड पे दबा दिया.

रामलाल ने अपने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी और ताबड़तोड़ उसके मुँह को अपने लंड से चोदने लगा.उसने एक बार मेरे लंड को शीतल के  मुँह से निकाला और कहा- अब मै माल  तेरे  मुँह में डालूंगा 

यह कहते हुए उसने दोबारा  लंड को शीतल के  मुँह में डाल दिया और पागलों की तरह लंड पर आगे पीछे करने लगा 

‘आआह्ह्ह ओह …’

अचानक से रामलाल के  लंड से एक पिचकारी छूटी और सीधा उसके गले में जा लगी.
शीतल  रुक गई और राम  लंड से निकलने वाले माल  को पीने लगी.

 पूरा माल  निकलने के बाद शीतल  बड़े प्यार से रामलाल के  लंड को अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ कर दिया.
क्या अब मै जाऊ शीतल ने राम लाल से पूछा 
" पहले अपना मोबाइल नंबर और अड्रेस दे तू बहुत मस्त मॉल है कभी जरुरत पढ़ी तो तुजे बुला लूंगा 
नंबर देने बाद रामलाल ने ब्रा पैंटी शीतल को दे दी और चला गया 
शीतल ने मुझे कॉल किया मैंने शीतल कोट लेकर छत  पर गया और उसे नीचे ले आया 
मेंसे उससे पूछ कि इतनी देर कैसे लगी वो बोली कुछ नहीं ऐसे ही लग गयी मै समझ 




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My student sheetal - by sexyshalu21 - 17-03-2025, 09:18 PM
RE: My student sheetal - by sexyshalu21 - 18-03-2025, 12:30 PM
RE: My student sheetal - by sexyshalu21 - 18-03-2025, 08:15 PM
RE: My student sheetal - by sexyshalu21 - 18-03-2025, 08:36 PM
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RE: My student sheetal - by sexyshalu21 - 18-03-2025, 10:40 PM
RE: My student sheetal - by sexyshalu21 - 19-03-2025, 10:32 AM
RE: My student sheetal - by sexyshalu21 - 20-03-2025, 11:50 AM
RE: My student sheetal - by joy2008 - 21-03-2025, 08:33 AM
RE: My student sheetal - by sexyshalu21 - 21-03-2025, 04:56 PM
RE: My student sheetal - by sexyshalu21 - 21-03-2025, 04:57 PM
RE: My student sheetal - by sushilt20 - 21-03-2025, 05:55 PM
RE: My student sheetal - by joy2008 - 23-03-2025, 03:39 PM
RE: My student sheetal - by joy2008 - 23-03-2025, 08:28 PM
RE: My student sheetal - by joy2008 - 25-03-2025, 04:00 PM
RE: My student sheetal - by sushilt20 - 25-03-2025, 05:08 PM
RE: My student sheetal - by joy2008 - 25-03-2025, 06:15 PM
RE: My student sheetal - by sexyshalu21 - 27-03-2025, 02:36 PM
RE: My student sheetal - by sexyshalu21 - 27-03-2025, 02:37 PM
RE: My student sheetal - by sushilt20 - 27-03-2025, 05:46 PM
RE: My student sheetal - by joy2008 - 31-03-2025, 11:30 PM
RE: My student sheetal - by opendoor - 02-04-2025, 08:35 PM
RE: My student sheetal - by joy2008 - 03-04-2025, 04:10 AM
RE: My student sheetal - by Wildm - 04-04-2025, 06:45 AM
RE: My student sheetal - by joy2008 - 04-04-2025, 10:37 PM
RE: My student sheetal - by joy2008 - 10-04-2025, 02:47 PM
RE: My student sheetal - by joy2008 - 11-04-2025, 05:09 PM
RE: My student sheetal - by joy2008 - 14-04-2025, 09:17 AM
RE: My student sheetal - by joy2008 - 27-04-2025, 09:52 PM
RE: My student sheetal - by joy2008 - 04-05-2025, 03:30 PM
RE: My student sheetal - by Dhamakaindia108 - 06-05-2025, 02:39 PM



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