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Thriller दरवाजा खुला रह गया
#15
इस पर नौकरानी ने कहा: हां मालकिन क्यों नहीं। मैं जरूर आपकी मालिश करूंगी।

मैं उसे दूसरे रूम में ले गई, और केवल ब्रा पेंटी में हो गई, और लेट गई। मैंने देखा कि नौकरानी काफी सेक्सी लबालब हो चुकी थी। फिर मैं लेट गई, और वह धीरे-धीरे मालिश करने लगी। मैं पेट के बल लेटी थी, तो वो केवल मेरे पैर और थाई की मालिश कर रही थी। फिर उसने कमर की मालिश की।

उसके बाद उसने कहा: मैडम आपकी उसकी मालिश कर दूं।

मैंने पूछा: उसकी किसकी?

उसने जवाब दिया: आपके पीछे की।

मैं बोली: पीछे तो तू मालिश कर ही रही है।

उसने बोला: मैम मुझे बोलने में शर्म लग रही है।

मैं बोली: शर्मा क्यों रही है? तू तो मेरी दोस्त है, बिंदास बोलो।

उसने बोला: मैम क्या मैं आपकी गांड की मालिश कर दूं। इससे आपकी गांड के मसल में काफी आराम मिलेगा, और आपको बैठने में भी आसानी होगी।

मैंने थोड़ा नाटक किया और बोली: क्या बोल रही है तू, इससे कुछ फायदा नहीं होता है।

नौकरानी बोली: मैम फायदा होता है, करवा लो अपनी गांड की मसाज।‌ आप बहुत रिलैक्स फील करोगे।

मैं: ठीक है चल तू पैंटी के ऊपर से ही मसाज कर दे।

वो बोली: मैम तेल लग जाएगा, पैंटी खराब हो जाएगी। आपकी पैंटी काफी महंगी भी लगती है।

मैं बोली: तेरे सामने नंगी तो मुझे शर्म आएगी।

इस पर वह बोली: मैम अभी आपने कहा कि मैं आपकी दोस्त जैसी हूं। तो फिर किस बात की शर्म? वैसे भी मैं कोई लड़का हूं नहीं, मैं लड़की हूं, और आपको तो बाथरूम में कई बार में नंगी देख चुकी हूं।

इस पर मैं बोली: ठीक है रे, तू इतना कह रही है तो खोल ले पैंटी मेरी और कर ले मेरी गांड की मालिश।

वह बोली: मैम मैं नहीं खोल पाऊंगी। क्योंकि मेरे हाथ में तेल लगा हुआ है।

मैं बोली: देख अब मैं उठूंगी नहीं। जैसे खोलना है खोल ले।

इस पर मेरी नौकरानी थोड़ी सोची, और बोली: ठीक है मैम। मैं अपने दांतो से आपकी पेंटी उतार देती हूं।

इससे मैं एक्साइटेड हो गई।

उसके बाद रूशाली ने मेरी पैंटी अपने दांतों से पकड़ कर धीरे-धीरे नीचे करते हुए उतार दी। मुझे इसका बहुत मजा आ रहा था। अब उसने धीरे-धीरे मेरी गांड की मालिश करना शुरू कर दिया।

बीच-बीच में वह मेरी गांड पर थप्पड़ भी मार रही थी। जिसका मुझे बहुत आनंद आ रहा था। फिर उसने मेरी गांड को जबरदस्त तरीके से मसला, जिससे मेरी चूत से पानी निकल गया।

वो जब गांड से हाथ फेरते हुए चूत पर गयी तो वह समझ गई,‌ और वो भी गरम हो गई। फिर क्या था, उसने नया रूप दिखाया।

वो सीधा बोली: साली बहुत पवित्र बनती है और चूत से पानी छूट रहे है तेरी।

मैं उठी, उसे एक थप्पड मारी और बोली: साली ज़ुबान संभाल के बोल। भूल मत तेरी औकात क्या है।

उसके बाद नौकरानी गुस्सा हुई और मुझे बिस्तर पर पटक दिया। फिर मेरे बाल पकड़ के मेरा लिप चूसना शुरू किया। मैं मदहोश हो गई, और अपना नियंत्रण उसे सौप दिया। उसके बाद उसने मेरी ब्रा खोली और मेरे बूब्स चूसे और कही-

वो: साली तेरे तो मस्त है। तू तो माल है। पता नहीं तेरा पति किस चक्कर में पड़ा है? फिर उसने मेरा दूध पिया और मुझे मस्त कर दिया। उसके बाद उसने अपने कपड़े उतारे, और अपने बूब्स चुसवाए, लेकिन अपनी चूत नहीं चाटने दी। उसके बूब्स एक-दम मस्त थे बिल्कुल फूले हुए।

उसने मुझे फिर बेड पर पटका और मुझे बोली-

वो: आज तुझे अपनी रांड बनाउंगी साली कमीनी। आज के बाद तू मेरी रांड है।

मैं बोली: गाली मत तो।

उसने‌ मुझे कुतिया बनाया, और बोली: चुप चाप बैठ ऐसे ही।

मैं वैसी ही बैठी रही। फिर उसने मेरी चूत में पीछे से कुछ डाला।

मैं बोली: क्या है ये रूशाली?

उसके बाद उसने मेरे बाल पकड़ कर दो-चार शॉर्ट लगाए और बोली: आज से मैन मालकिन तू नौकरानी, समझी? और तू मेरी रांड है। बोल मालकिन मुझे।

फिर मैं बोली: मालकिन ये क्या डाला है?

इस पर वो बोली: ये स्ट्रैप ऑन है तुझे मजा आएगा।

और कस कर शॉर्ट लगाया। मैं मालकिन चिल्लाई।

वो बोली: रांड थोड़ा सब्र कर, मजा आएगा।

थोड़ी देर बाद काफी मजा आने लगा, और उसने सभी पोजिशन में मुझे चोदा। चुदाई खत्म होने के बाद उसने बोला-

वो: चल इस कृत्रिम लंड को चाट।

मैं उसे खूब मस्ती से चूसी।

ऐसे करते हुए पूरे दिन उसने कई बार मुझे चोद कर अपनी रांड बना लिया।

इस घटना के बाद मैं नौकरानी और वो मालकिन बनी रहती, और पूरे घर का काम भी मुझसे करवाती।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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RE: दरवाजा खुला रह गया - by neerathemall - 19-02-2025, 03:34 PM



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