19-02-2025, 12:15 PM
थोड़ी देर बाद हमारा डिनर भी हो गया और बाहर शाम भी आगे बढ़ती जा रही थी......
असलम अभी भी नीचे वाली बर्थ पर खुशबू के साथ ही बैठा था....... और खुशबू ने अब मेरी तरफ पैर करके बैठने की वजह थकान के कारण अपने पैर लंबे करके वह वही लेटी हुई थी.....
मैं खुशबू के पैर के पास ही बैठा हुआ था और तू टायर एसी के कारण थोड़ी ठंड भी लग रही थी.......
खुशबू ने एक उबासी लेते हुए असलम से कहा
" चलिए मैं तो बहुत थक गई हूं...... मैं सो जाती हूं....... आप भी ऊपर चढ़कर सो जाइए.....!!"
असलम भी मुस्कुरा कर कहां की
"भाभी जान आप सो जाइए.... मैं भी ऊपर जाकर आराम कर लेता हूं........"
असलम अपने ऊपर वाली બર્થ पर चला गया ....
और खुशबू नीचे वाली बस पर प्रॉपर लेट गई ......इस तरह से बर्थ पर लेटने की वजह से उसकी मिनी स्कर्ट ऊपर हो गई थी .......तो उसकी मांसल जांघें बाहर की रोशनी में मुझे और खूबसूरती से और अच्छी तरह से दिखाई दे रही थी...... उसकी स्किन इतनी गोरी चिकनी सॉफ्ट और साफ लग रही थी कि साफ जाहिर हो रहा था कि सलीम के पार्लर के लोगों ने बहुत अच्छा काम किया था उसको वैक्स करवाने में.....
मैं खुशबू के नीचे वाली बर्थ के साइड में नीचे फर्श पर ही सो गया था ठंड की वजह से थोड़ा शहर भी रहा था........
की तभी खुशबू की ने दिमाग में एक और बड़ा प्लान आया....
वह खड़ी हुई और हल्के से मेरे पास आकर बोली
" सुनिए अमित जी .....लगता है आप बहुत ज्यादा अनकंफरटेबल हो .....आपको को यहां नींद भी नहीं आएगी...!!!!
(मुझे बड़ा अच्छा लगा कि..... कितना प्यार और चिंता के स्वर से खुशबू मेरे साथ बातचीत कर रही है .....उसे मेरी कितनी फिक्र है....)
" हां जी खुशबू जी ....लेकिन अब क्या करूं...... हमारे पास कोई सीट भी तो नहीं है....!!!
"अरे आप चिंता मत करिए अमित ......ऐसा हो तो मैं असलम को नीचे बुला देती हूं .......यहां सोने के लिए ........
(कहकर वह अपनी ही बर्थ के ऊपर इशारा करती है...)
(मैं कुछ समझ नहीं पा रहा था...)
" अरे लेकिन खुशबू जी असलम जी अगर नीचे आपकी बर्थ पर सोएंगे तो आप कहां सोएंगे .....!???
"क्या मैं और आप ऊपर की बर्थ पर जाकर सोएंगे!!???
की तुरंत ही खुशबू झटके से बोलता है कि.....
" नहीं .......नहीं .....मैं और आप ऊपर थोड़ी जाकर सो सकते हैं..... अगर वह tc आएगा तो क्या सोचेगा .....कि मैं किसी हेल्पर के साथ एक બર્થ पर सो रही हूं...... अपने पति के अलावा....!????
"मैं तो यह कह रही हूं कि...... आप ऊपर जाकर सो जाना .....और मैं और असलम जी यहां नीचे वाली birth पर एक साथ सो जाएंगे .....उनके साथ एडजस्ट कर लूंगी .....मैं इतना आपके लिए.....!!!
(पहले to कुछ समझ नहीं की खुशबू क्या बोलना चाह रही है ......वह असलम के साथ सोएगी....!??? एक ही बर्थ पर!??? वह भी तब जब उसने इतने छोटे से कपड़े पहने हुए थे!???)
"अरे नहीं नहीं खुशबू जी..... आप भला इतनी परेशानी क्यों लेंगे .....!??? और यह मुझे कुछ ठीक भी नहीं लग रहा है ....!???
"अरे अमित इसमें नहीं ठीक लगने वाली क्या बात है ......अब देखिए ना वैसे भी हम इतने सारे दिन साथ रहने ही वाले हैं ना हनीमून पर .....तो यहां अगर असलम जी के साथ में बर्थ शेयर कर लूंगी तो इसमें कहां दिक्कत होगी !!!!??? इस तरह से अगर आप नीचे सोकर पूरा सफर काटेंगे तो आप भी थक जाएंगे . और फिर हनीमून पर हमें मजा भी नहीं आएगा......!!!""
( ओ माय गॉड बेचारी मेरी पत्नी कितनी अच्छी है...... कितना सोच रही है हनीमून पर हमारे मजा के लिए और मेरे कंफर्ट के लिए.....)
" अच्छा ऐसा हो तो ......अगर और आपको परेशानी ना हो तो .....आप अगर इस तरह से एडजस्ट कर पाए तो......!!!
( मैं टूटी-फूटी आवाज में खुशबू से बोलता हूं)
" अरे परेशानी वाली क्या बात है..... ऐसा हो तो मैं सारी रात जागती रहूंगी.... यहां बर्थ पर.... असलम जी के साथ ......आपकी कंफर्ट भी तो देखना पड़ेगा ना मुझे ......!!!
(का कर वह खड़ी होती है और असलम को हल्का सा हाथ लगाकर जागती है )
"चलिए असलम जी .....आ जाइए मेरी बर्थ पर सोने के लिए.....!!!!
( वह लिटरेरी एक तरह से डबल मीनिंग में ही असलम को जैसे बुलावा दे रही है )
"अरे क्यों क्या हुआ भाभी जी.....!!!!!
" अरे देखी ना असलम जी ....!!!!! बेचारे मेरे पतिदेव ....!!!!!नीचे बहुत अनकंफरटेबल है...... और ऊपर से उन्हें ठंड भी लग रही है ....!!!!! तो मैं ही उन्हें सजेस्ट किया कि हम दोनों साथ में सो जाते हैं ....!!!!!नीचे मेरी बर्थ पर और वह ऊपर सो जाएंगे.......!!!!!
(असलम तुरंत ही समझ जाता है की खुशबू क्या करना चाह रही है....!!!!! वह भी इस प्लान में तुरंत जुड़ जाता है....!!!!!)
" अरे ठीक है भाभी जान जैसा आपको और अमित को ठीक लगे इतना एडजस्ट कर लूंगा मैं...."
( साथ ही साथ वह मुझे ऐसा जाता रहा है कि जैसे वह बहुत एडजस्ट करके सोएगा खुशबू के साथ एक ही बर्थ पर बहुत परेशानी में....)
(असलम ऊपर से नीचे आ जाता है की खुशबू तुरंत मुझे वापस रहती है )
"आप अच्छे से चढ़ पाएंगे ना ....!??? या असलम जी को बोल दूं !??? आपकी हेल्प करने के लिए ऊपर चढ़ ने mai....!???"
(ऊपर चढ़ने के रेफरेंस को असलम बहुत अच्छे से समझ लेता है और मन ही मन मुस्कराने लगता है कि यह साली तो लिटरेरी अपने पति को बेइज्जत कर रही है मेरे सामने...)
"अरे नहीं नहीं खुशबू जी....!!!!! मैं चढ़ जाऊंगा....!!!!! ऊपर कोई परेशानी नहीं है....!!!!! थैंक यू यार असलम जी आप इतना एडजस्ट कर रहे हो ....!!!!!
"अरे कोई बात नहीं भाई....!!!!! अब तेरे लिए तो इतना कर ही सकता हूं ना
( कह कर वहां प्लीज असलम जैसे अपना एहसान जाता रहा है....)
(अब मैं ऊपर जाकर लेट गया हूं और थकान और परेशानियों के बाद हल्का-हल्का आराम करने लगता हूं अब मेरी पत्नी खुशबू और मेरा दोस्त असलम नीचे वाली birth पर एक दूसरे के पास बैठे हैं ...)
असलम एक शैतानी स्माइल लेकर खुशबू से कहता है
"तो शुरू करें क्या भाभी जी हनीमून"
खुशबू मस्ती में उसके हाथ को हल्का सा मार कर कहती है
" dhaattt......यहां भला कोई हनीमून थोड़ी ना मनाएगा.........!!!!!
कहकर खुशबू सीट और केबिन की तरफ लगे हुए दोनों पर्दे की तरफ इशारा करती है ....!!!!!
की तुरंत असलम खड़ा होकर दोनों बंद कर देता है....!!!!!
वापस खुशबू बात शुरू करती है ....!!!!!
"वैसे अच्छा सेट किया आपने tc को ......क्या कीमत देनी पड़ी थी आपको इसके लिए....!!!!!
असलम की शैतानी मुस्कुराहट देखकर कहता है
" वह तो अपनी कीमत लेने अभी थोड़ी देर बाद आ ही जाएगा वसूल करने के लिए....!!!!!
( और मुस्कराने लगता है खुशबू भी वापस बोलकर असलम की जांघों पर हल्का सा मार देती है....)
"सच में भाभी जान क्या छोटे mini skirt में तो आप पलंग तोड़ लग रही..."
खुशबू थोड़ा चढ़ते हुए कहती है
"यह क्या "भाभी जान " "भाभी जान" लगाए रखा है .......एक तरफ तो मेरे साथ हनीमून शुरू करने का बोल रहे हो .....तो यह "भाभी जान" "भाभी जान" क्या होता है .....!!!! सिर्फ जान कहिए ना.....!!!!!
( कह कर खुशबू इनडायरेक्ट उसे उत्साहित करती है...)
(खुशबू की तरफ से इस तरह का आमंत्रण पाकर असलम भी खुश हो जाता है ....और अपने दोनों हाथ उसकी कमर में डालकर अपने पास खींच लेता है खुशबू भी मचल उठाती है.....)
(उसका पति जो उसे सिर्फ एक ही birth ऊपर सोया हुआ है और वह नीचे इस तरह से दूसरे मर्द की बाहों में अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रही है.....)
"अच्छा तो जान....... खुशबू जान ......
(कहकर असलम अपनी बात शुरू करता है )
और अपने दोनों हाथ खुशबू की कमर से होते हुए हल्के हल्के उसके ट्रांसपेरेंट टॉप के ऊपर पहने हुए टॉप की तरफ ले जाता है .....
"सच में सच मैं जान..... तुम लोगों में यह जो दूध की थैलियां होती है ना..... क्या बताऊं...... हम लोग इसके कितने दीवाने होते हैं....".
कहते हुए हल्का-हल्का असलम खुशबू की दोनों दूध से भरी हुई गोरी चिकनी सॉफ्ट छाती दबाने लगता है....
"हां जी असलम जी .....हमारा यह दूध पीकर ही तो आप लोग इतने ताकतवर और साढं जैसे बन जाते हो ....."
खुशबू भी उसकी बात का मस्ती से जवाब देती है.....
"आपको नहीं लगता जान ......अब से थोड़ा आजाद कर देना चाहिए ......!"???
(और एक ही झटके से .....खुशबू की हां के बिना....... असलम खुशबू का टॉप ....इस तरह से चलती हुई ट्रेन में ऊपर कर देता है....... और उसके दोनों छतिया बिना ब्रा के आजाद कर देता है....)
और जैसे कोई सालों से प्यास हो उसे तरह से अपने दोनों मर्दाना हाथों से जंगली की तरह असलम खुशबू की दोनों छतिया दबाने लगता है...
एक्साइटमेंट के मारे खुशबू
"ahhh.... ummm..... uiiii.......!!!"
. बोल बोल कर हल्का-हल्का कराह रही ह...... खुशबू के लिए यह पहली बार का अनुभव था ........शादी से पहले चाहे उतने कितने भी रंगरलिया या गुरुछाले उड़ाया हो अपने यारों दोस्तों के साथ.. .. लेकिन अब वह एक शादीशुदा औरत थी ..... किसी की अमानत थी...... किसी की पत्नी थी ......उसके बावजूद भी इस तरह से वह एक गैर मर्द की बाहों में थी .....और उसे अपनी छाती दबा रही थी ......खुशबू को इसमें एक अलग तरह की kick मिल रही थी........
"थोड़ा धीरे-धीरे ....हल्का-हल्का .....असलम जी ......मैं कहीं भाग नहीं जा रही हूं.....!!
( खुशबू प्यार से असलम को कहती है....)
"हम तो आपको भाग कर कभी ही जान भी नहीं देंगे भाभी जी ...लेकिन अब इतना बढ़िया माल हमारे सामने.... रहेगा तो हम थोड़ी आसानी से छोड़ देंग.......
खुशबू-" वापस भाभी जी ......!!??? यह क्या !??
"पता नहीं क्यों खुशबू..... लेकिन जब तक आपको भाभी जी कह नहीं बुलाता था मुझे feel नहीं आता .....उसमें वह एक अलग रोमांच और feel मिलता है .....कि तुम किसी दूसरे की पत्नी हो और उसके बावजूद भी हमारी बाहों में.......हो हा हा हा...:
"अच्छा जी .....ऐसा है .....अभी थोड़ी देर पहले तो मुझे अपनी बीवी बनाकर इंट्रोड्यूस किया था ......उसमें भी नहीं मजा आया था क्या!???? (खुशबू एकदम अदा से पूछता है... खुशबु बड़ी खूबसूरती से "पत्नी" शब्द के बजह "बीवी" शब्द का इस्तेमाल करती है)
"उसमें भी मजा तो आया ही था खुशबू जान ....!!!!!लेकिन यह दूसरे की प्रॉपर्टी को अपना बनाने की जो फीलिंग है ना ....!!!!!वह कुछ अलग है ....!!!!!
कहकर असलम अपने दोनों मर्दाना हाथ का दबाव खुशबू की गोरी चिकनी सॉफ्ट सुडौल दूध से भरी हुई छाती पर और बढ़ा देता है...
खुशबू को भी बड़ा मजा आ रहा है वहां जैसे अपने आप को आजाद महसूस कर रही है साथ ही साथ वह अपने दोनों टांगें भी हल्की-हल्की खोल रही है.....
खुशबू असलम को पूरा मजा करवाना चाह रही थी अभी से ही ..... न सिर्फ उसके दूध से भरी हुई छाती का लेकिन उसकी गोरी चिकनी और सुडौल बॉडी का भी ...इसलिए उसने अपने आप को असलम से दूर किया और जानबूझकर एकदम अदा से जाकर असलम के सामने ही birth पर पूरी लेट गई.....
इस तरह से लेटने के कारण खुशबू की chutad और ऊपर की तरफ हो गए थे ......जो असलम को देखने में बहुत ही मजेदार और सेक्सी लग रहे थे....... वापस कुछ देर बाद खुशबू ने जानबूझकर अंगड़ाई लेती हुई ......असलम की तरफ मुंह करके लेट गई .....और अपने डार्क रेड रंग की नेल पॉलिश वाले पर से हल्का-हल्का असलम के पेट के दो पैरों के बीच में दबाव बनाने लगी......
असलम एक भूखे शेर की तरह खुशबू को ऐसे देख रहा था ....!!!!!जैसे वह किसी भी पर उसके ऊपर टूट पड़ेगा ....!!!!!इस बात की परवाह किए बिना कि ....!!!!!वह लोग अभी एक चलती हुई ट्रेन में है और खुशबू का पति उनसे इतना करीब है....!!!!! खुशबू भी असलम को पूरा चिढ़ाने के मूड में थी....!!!!! उसे एकदम कामुकता से पूछता है....!!!!!
" देखना नहीं चाहोगे असलम मियां .....!?? आपके लिए मैंने कितनी तैयारी की है!????
( कहकर खुशबू अपने दोनों गोरे चिकने सॉफ्ट पर हल्के हल्के खोलती है ......और अपनी पहनी हुई छोटी सी फैंसी पैंटी असलम को दिखाती है. ..... खुशबू ने अपने पैरों के हिस्से पर भी मेहंदी लगा रखी है .......इस तरह से गोरे बदन के ऊपर डार्क ब्राउन रंग की मेहंदी का कलर खूब निखर कर बाहर आया है.....)
असलम पागल हो गया खुशबू की गोरी चिकनी पेटी लाइन और अंदरूनी जांघों हिस्सा देखकर....
अपनी पैंटी हल्की सी साइड करके..... एकदम सीधी लाइन दिखती है .....खुशबू अपनी चुत की असलम को .....
यह पहली बार था जब मेरे दोस्तों में से किसी ने मेरी खूबसूरत पत्नी की च** देखी थी ....!!!!!असलम को यह बहुत अच्छे से पता था की खुशबू ऑलरेडी बहुत सारे मर्दों के साथ हम बिस्तर हो चुकी थी ....!!!!!लेकिन उसके बावजूद भी खुशबू की टाइट साफ च** देखकर असलम को यकीन नहीं हो रहा था ....!!!!!वह बिल्कुल एक कॉलेज गर्ल जितनी जवान लग रही थी..........!!!!!
असलम अभी भी नीचे वाली बर्थ पर खुशबू के साथ ही बैठा था....... और खुशबू ने अब मेरी तरफ पैर करके बैठने की वजह थकान के कारण अपने पैर लंबे करके वह वही लेटी हुई थी.....
मैं खुशबू के पैर के पास ही बैठा हुआ था और तू टायर एसी के कारण थोड़ी ठंड भी लग रही थी.......
खुशबू ने एक उबासी लेते हुए असलम से कहा
" चलिए मैं तो बहुत थक गई हूं...... मैं सो जाती हूं....... आप भी ऊपर चढ़कर सो जाइए.....!!"
असलम भी मुस्कुरा कर कहां की
"भाभी जान आप सो जाइए.... मैं भी ऊपर जाकर आराम कर लेता हूं........"
असलम अपने ऊपर वाली બર્થ पर चला गया ....
और खुशबू नीचे वाली बस पर प्रॉपर लेट गई ......इस तरह से बर्थ पर लेटने की वजह से उसकी मिनी स्कर्ट ऊपर हो गई थी .......तो उसकी मांसल जांघें बाहर की रोशनी में मुझे और खूबसूरती से और अच्छी तरह से दिखाई दे रही थी...... उसकी स्किन इतनी गोरी चिकनी सॉफ्ट और साफ लग रही थी कि साफ जाहिर हो रहा था कि सलीम के पार्लर के लोगों ने बहुत अच्छा काम किया था उसको वैक्स करवाने में.....
मैं खुशबू के नीचे वाली बर्थ के साइड में नीचे फर्श पर ही सो गया था ठंड की वजह से थोड़ा शहर भी रहा था........
की तभी खुशबू की ने दिमाग में एक और बड़ा प्लान आया....
वह खड़ी हुई और हल्के से मेरे पास आकर बोली
" सुनिए अमित जी .....लगता है आप बहुत ज्यादा अनकंफरटेबल हो .....आपको को यहां नींद भी नहीं आएगी...!!!!
(मुझे बड़ा अच्छा लगा कि..... कितना प्यार और चिंता के स्वर से खुशबू मेरे साथ बातचीत कर रही है .....उसे मेरी कितनी फिक्र है....)
" हां जी खुशबू जी ....लेकिन अब क्या करूं...... हमारे पास कोई सीट भी तो नहीं है....!!!
"अरे आप चिंता मत करिए अमित ......ऐसा हो तो मैं असलम को नीचे बुला देती हूं .......यहां सोने के लिए ........
(कहकर वह अपनी ही बर्थ के ऊपर इशारा करती है...)
(मैं कुछ समझ नहीं पा रहा था...)
" अरे लेकिन खुशबू जी असलम जी अगर नीचे आपकी बर्थ पर सोएंगे तो आप कहां सोएंगे .....!???
"क्या मैं और आप ऊपर की बर्थ पर जाकर सोएंगे!!???
की तुरंत ही खुशबू झटके से बोलता है कि.....
" नहीं .......नहीं .....मैं और आप ऊपर थोड़ी जाकर सो सकते हैं..... अगर वह tc आएगा तो क्या सोचेगा .....कि मैं किसी हेल्पर के साथ एक બર્થ पर सो रही हूं...... अपने पति के अलावा....!????
"मैं तो यह कह रही हूं कि...... आप ऊपर जाकर सो जाना .....और मैं और असलम जी यहां नीचे वाली birth पर एक साथ सो जाएंगे .....उनके साथ एडजस्ट कर लूंगी .....मैं इतना आपके लिए.....!!!
(पहले to कुछ समझ नहीं की खुशबू क्या बोलना चाह रही है ......वह असलम के साथ सोएगी....!??? एक ही बर्थ पर!??? वह भी तब जब उसने इतने छोटे से कपड़े पहने हुए थे!???)
"अरे नहीं नहीं खुशबू जी..... आप भला इतनी परेशानी क्यों लेंगे .....!??? और यह मुझे कुछ ठीक भी नहीं लग रहा है ....!???
"अरे अमित इसमें नहीं ठीक लगने वाली क्या बात है ......अब देखिए ना वैसे भी हम इतने सारे दिन साथ रहने ही वाले हैं ना हनीमून पर .....तो यहां अगर असलम जी के साथ में बर्थ शेयर कर लूंगी तो इसमें कहां दिक्कत होगी !!!!??? इस तरह से अगर आप नीचे सोकर पूरा सफर काटेंगे तो आप भी थक जाएंगे . और फिर हनीमून पर हमें मजा भी नहीं आएगा......!!!""
( ओ माय गॉड बेचारी मेरी पत्नी कितनी अच्छी है...... कितना सोच रही है हनीमून पर हमारे मजा के लिए और मेरे कंफर्ट के लिए.....)
" अच्छा ऐसा हो तो ......अगर और आपको परेशानी ना हो तो .....आप अगर इस तरह से एडजस्ट कर पाए तो......!!!
( मैं टूटी-फूटी आवाज में खुशबू से बोलता हूं)
" अरे परेशानी वाली क्या बात है..... ऐसा हो तो मैं सारी रात जागती रहूंगी.... यहां बर्थ पर.... असलम जी के साथ ......आपकी कंफर्ट भी तो देखना पड़ेगा ना मुझे ......!!!
(का कर वह खड़ी होती है और असलम को हल्का सा हाथ लगाकर जागती है )
"चलिए असलम जी .....आ जाइए मेरी बर्थ पर सोने के लिए.....!!!!
( वह लिटरेरी एक तरह से डबल मीनिंग में ही असलम को जैसे बुलावा दे रही है )
"अरे क्यों क्या हुआ भाभी जी.....!!!!!
" अरे देखी ना असलम जी ....!!!!! बेचारे मेरे पतिदेव ....!!!!!नीचे बहुत अनकंफरटेबल है...... और ऊपर से उन्हें ठंड भी लग रही है ....!!!!! तो मैं ही उन्हें सजेस्ट किया कि हम दोनों साथ में सो जाते हैं ....!!!!!नीचे मेरी बर्थ पर और वह ऊपर सो जाएंगे.......!!!!!
(असलम तुरंत ही समझ जाता है की खुशबू क्या करना चाह रही है....!!!!! वह भी इस प्लान में तुरंत जुड़ जाता है....!!!!!)
" अरे ठीक है भाभी जान जैसा आपको और अमित को ठीक लगे इतना एडजस्ट कर लूंगा मैं...."
( साथ ही साथ वह मुझे ऐसा जाता रहा है कि जैसे वह बहुत एडजस्ट करके सोएगा खुशबू के साथ एक ही बर्थ पर बहुत परेशानी में....)
(असलम ऊपर से नीचे आ जाता है की खुशबू तुरंत मुझे वापस रहती है )
"आप अच्छे से चढ़ पाएंगे ना ....!??? या असलम जी को बोल दूं !??? आपकी हेल्प करने के लिए ऊपर चढ़ ने mai....!???"
(ऊपर चढ़ने के रेफरेंस को असलम बहुत अच्छे से समझ लेता है और मन ही मन मुस्कराने लगता है कि यह साली तो लिटरेरी अपने पति को बेइज्जत कर रही है मेरे सामने...)
"अरे नहीं नहीं खुशबू जी....!!!!! मैं चढ़ जाऊंगा....!!!!! ऊपर कोई परेशानी नहीं है....!!!!! थैंक यू यार असलम जी आप इतना एडजस्ट कर रहे हो ....!!!!!
"अरे कोई बात नहीं भाई....!!!!! अब तेरे लिए तो इतना कर ही सकता हूं ना
( कह कर वहां प्लीज असलम जैसे अपना एहसान जाता रहा है....)
(अब मैं ऊपर जाकर लेट गया हूं और थकान और परेशानियों के बाद हल्का-हल्का आराम करने लगता हूं अब मेरी पत्नी खुशबू और मेरा दोस्त असलम नीचे वाली birth पर एक दूसरे के पास बैठे हैं ...)
असलम एक शैतानी स्माइल लेकर खुशबू से कहता है
"तो शुरू करें क्या भाभी जी हनीमून"
खुशबू मस्ती में उसके हाथ को हल्का सा मार कर कहती है
" dhaattt......यहां भला कोई हनीमून थोड़ी ना मनाएगा.........!!!!!
कहकर खुशबू सीट और केबिन की तरफ लगे हुए दोनों पर्दे की तरफ इशारा करती है ....!!!!!
की तुरंत असलम खड़ा होकर दोनों बंद कर देता है....!!!!!
वापस खुशबू बात शुरू करती है ....!!!!!
"वैसे अच्छा सेट किया आपने tc को ......क्या कीमत देनी पड़ी थी आपको इसके लिए....!!!!!
असलम की शैतानी मुस्कुराहट देखकर कहता है
" वह तो अपनी कीमत लेने अभी थोड़ी देर बाद आ ही जाएगा वसूल करने के लिए....!!!!!
( और मुस्कराने लगता है खुशबू भी वापस बोलकर असलम की जांघों पर हल्का सा मार देती है....)
"सच में भाभी जान क्या छोटे mini skirt में तो आप पलंग तोड़ लग रही..."
खुशबू थोड़ा चढ़ते हुए कहती है
"यह क्या "भाभी जान " "भाभी जान" लगाए रखा है .......एक तरफ तो मेरे साथ हनीमून शुरू करने का बोल रहे हो .....तो यह "भाभी जान" "भाभी जान" क्या होता है .....!!!! सिर्फ जान कहिए ना.....!!!!!
( कह कर खुशबू इनडायरेक्ट उसे उत्साहित करती है...)
(खुशबू की तरफ से इस तरह का आमंत्रण पाकर असलम भी खुश हो जाता है ....और अपने दोनों हाथ उसकी कमर में डालकर अपने पास खींच लेता है खुशबू भी मचल उठाती है.....)
(उसका पति जो उसे सिर्फ एक ही birth ऊपर सोया हुआ है और वह नीचे इस तरह से दूसरे मर्द की बाहों में अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रही है.....)
"अच्छा तो जान....... खुशबू जान ......
(कहकर असलम अपनी बात शुरू करता है )
और अपने दोनों हाथ खुशबू की कमर से होते हुए हल्के हल्के उसके ट्रांसपेरेंट टॉप के ऊपर पहने हुए टॉप की तरफ ले जाता है .....
"सच में सच मैं जान..... तुम लोगों में यह जो दूध की थैलियां होती है ना..... क्या बताऊं...... हम लोग इसके कितने दीवाने होते हैं....".
कहते हुए हल्का-हल्का असलम खुशबू की दोनों दूध से भरी हुई गोरी चिकनी सॉफ्ट छाती दबाने लगता है....
![[Image: 1000190357.jpg]](https://ist8-2.filesor.com/pimpandhost.com/3/0/6/4/306444/j/I/N/J/jINJe/1000190357.jpg)
![[Image: 1000190356.jpg]](https://ist8-2.filesor.com/pimpandhost.com/3/0/6/4/306444/j/I/N/J/jINJo/1000190356.jpg)
"हां जी असलम जी .....हमारा यह दूध पीकर ही तो आप लोग इतने ताकतवर और साढं जैसे बन जाते हो ....."
खुशबू भी उसकी बात का मस्ती से जवाब देती है.....
"आपको नहीं लगता जान ......अब से थोड़ा आजाद कर देना चाहिए ......!"???
(और एक ही झटके से .....खुशबू की हां के बिना....... असलम खुशबू का टॉप ....इस तरह से चलती हुई ट्रेन में ऊपर कर देता है....... और उसके दोनों छतिया बिना ब्रा के आजाद कर देता है....)
![[Image: 1000190354.jpg]](https://ist8-2.filesor.com/pimpandhost.com/3/0/6/4/306444/j/I/N/J/jINJq/1000190354.jpg)
![[Image: 1000190348.jpg]](https://ist8-2.filesor.com/pimpandhost.com/3/0/6/4/306444/j/I/N/J/jINJm/1000190348.jpg)
और जैसे कोई सालों से प्यास हो उसे तरह से अपने दोनों मर्दाना हाथों से जंगली की तरह असलम खुशबू की दोनों छतिया दबाने लगता है...
एक्साइटमेंट के मारे खुशबू
"ahhh.... ummm..... uiiii.......!!!"
. बोल बोल कर हल्का-हल्का कराह रही ह...... खुशबू के लिए यह पहली बार का अनुभव था ........शादी से पहले चाहे उतने कितने भी रंगरलिया या गुरुछाले उड़ाया हो अपने यारों दोस्तों के साथ.. .. लेकिन अब वह एक शादीशुदा औरत थी ..... किसी की अमानत थी...... किसी की पत्नी थी ......उसके बावजूद भी इस तरह से वह एक गैर मर्द की बाहों में थी .....और उसे अपनी छाती दबा रही थी ......खुशबू को इसमें एक अलग तरह की kick मिल रही थी........
"थोड़ा धीरे-धीरे ....हल्का-हल्का .....असलम जी ......मैं कहीं भाग नहीं जा रही हूं.....!!
( खुशबू प्यार से असलम को कहती है....)
"हम तो आपको भाग कर कभी ही जान भी नहीं देंगे भाभी जी ...लेकिन अब इतना बढ़िया माल हमारे सामने.... रहेगा तो हम थोड़ी आसानी से छोड़ देंग.......
खुशबू-" वापस भाभी जी ......!!??? यह क्या !??
"पता नहीं क्यों खुशबू..... लेकिन जब तक आपको भाभी जी कह नहीं बुलाता था मुझे feel नहीं आता .....उसमें वह एक अलग रोमांच और feel मिलता है .....कि तुम किसी दूसरे की पत्नी हो और उसके बावजूद भी हमारी बाहों में.......हो हा हा हा...:
"अच्छा जी .....ऐसा है .....अभी थोड़ी देर पहले तो मुझे अपनी बीवी बनाकर इंट्रोड्यूस किया था ......उसमें भी नहीं मजा आया था क्या!???? (खुशबू एकदम अदा से पूछता है... खुशबु बड़ी खूबसूरती से "पत्नी" शब्द के बजह "बीवी" शब्द का इस्तेमाल करती है)
"उसमें भी मजा तो आया ही था खुशबू जान ....!!!!!लेकिन यह दूसरे की प्रॉपर्टी को अपना बनाने की जो फीलिंग है ना ....!!!!!वह कुछ अलग है ....!!!!!
कहकर असलम अपने दोनों मर्दाना हाथ का दबाव खुशबू की गोरी चिकनी सॉफ्ट सुडौल दूध से भरी हुई छाती पर और बढ़ा देता है...
![[Image: 1000190351.jpg]](https://ist8-2.filesor.com/pimpandhost.com/3/0/6/4/306444/j/I/N/J/jINJt/1000190351.jpg)
![[Image: 1000197400.gif]](https://ist8-2.filesor.com/pimpandhost.com/3/0/6/4/306444/j/K/x/K/jKxKd/1000197400.gif)
खुशबू को भी बड़ा मजा आ रहा है वहां जैसे अपने आप को आजाद महसूस कर रही है साथ ही साथ वह अपने दोनों टांगें भी हल्की-हल्की खोल रही है.....
खुशबू असलम को पूरा मजा करवाना चाह रही थी अभी से ही ..... न सिर्फ उसके दूध से भरी हुई छाती का लेकिन उसकी गोरी चिकनी और सुडौल बॉडी का भी ...इसलिए उसने अपने आप को असलम से दूर किया और जानबूझकर एकदम अदा से जाकर असलम के सामने ही birth पर पूरी लेट गई.....
![[Image: 1000190346.jpg]](https://ist8-2.filesor.com/pimpandhost.com/3/0/6/4/306444/j/I/N/J/jINJu/1000190346.jpg)
इस तरह से लेटने के कारण खुशबू की chutad और ऊपर की तरफ हो गए थे ......जो असलम को देखने में बहुत ही मजेदार और सेक्सी लग रहे थे....... वापस कुछ देर बाद खुशबू ने जानबूझकर अंगड़ाई लेती हुई ......असलम की तरफ मुंह करके लेट गई .....और अपने डार्क रेड रंग की नेल पॉलिश वाले पर से हल्का-हल्का असलम के पेट के दो पैरों के बीच में दबाव बनाने लगी......
![[Image: 1000190343.jpg]](https://ist8-2.filesor.com/pimpandhost.com/3/0/6/4/306444/j/I/N/J/jINJz/1000190343.jpg)
असलम एक भूखे शेर की तरह खुशबू को ऐसे देख रहा था ....!!!!!जैसे वह किसी भी पर उसके ऊपर टूट पड़ेगा ....!!!!!इस बात की परवाह किए बिना कि ....!!!!!वह लोग अभी एक चलती हुई ट्रेन में है और खुशबू का पति उनसे इतना करीब है....!!!!! खुशबू भी असलम को पूरा चिढ़ाने के मूड में थी....!!!!! उसे एकदम कामुकता से पूछता है....!!!!!
" देखना नहीं चाहोगे असलम मियां .....!?? आपके लिए मैंने कितनी तैयारी की है!????
( कहकर खुशबू अपने दोनों गोरे चिकने सॉफ्ट पर हल्के हल्के खोलती है ......और अपनी पहनी हुई छोटी सी फैंसी पैंटी असलम को दिखाती है. ..... खुशबू ने अपने पैरों के हिस्से पर भी मेहंदी लगा रखी है .......इस तरह से गोरे बदन के ऊपर डार्क ब्राउन रंग की मेहंदी का कलर खूब निखर कर बाहर आया है.....)
असलम पागल हो गया खुशबू की गोरी चिकनी पेटी लाइन और अंदरूनी जांघों हिस्सा देखकर....
![[Image: 1000190341.jpg]](https://ist8-2.filesor.com/pimpandhost.com/3/0/6/4/306444/j/I/N/J/jINJB/1000190341.jpg)
![[Image: 1000190340.jpg]](https://ist8-2.filesor.com/pimpandhost.com/3/0/6/4/306444/j/I/N/J/jINJC/1000190340.jpg)
अपनी पैंटी हल्की सी साइड करके..... एकदम सीधी लाइन दिखती है .....खुशबू अपनी चुत की असलम को .....
यह पहली बार था जब मेरे दोस्तों में से किसी ने मेरी खूबसूरत पत्नी की च** देखी थी ....!!!!!असलम को यह बहुत अच्छे से पता था की खुशबू ऑलरेडी बहुत सारे मर्दों के साथ हम बिस्तर हो चुकी थी ....!!!!!लेकिन उसके बावजूद भी खुशबू की टाइट साफ च** देखकर असलम को यकीन नहीं हो रहा था ....!!!!!वह बिल्कुल एक कॉलेज गर्ल जितनी जवान लग रही थी..........!!!!!