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Adultery मेरी खूबसूरत पत्नी खुशबू भोला भाला बुद्धू सा में और बहुत सारे ,., मर्द
#63
घर पर पहुंचकर ही खुशबू ने सबसे पहले मेरे सभी दोस्तों को मैसेज करके तुरंत ही घर पर आने के लिए बोल दिया था .......



वह लोग भी बिना कुछ सवाल जवाब किए बिना तुरंत ही मेरे घर के दरवाजे पर आकर खड़े हो गए......


खुशबू ने जो मुझे कहा था वह छोटा सा काम करके मैं घर की तरफ बढ़ ही रहा था कि....... मैंने देखा कि मेरे सारे दोस्त मेरे दरवाजे के ऊपर खड़े हैं... !!!!!


जैसे ही रहीम ने दरवाजा खोला मैंने देखा कि खुशबू तुरंत ही दौड़ के उसके गले लग गई और हल्का-हल्का रोने लगी ......!!!


मैं भी उन लोगों के पीछे घर में दाखिल हुआ .....



"अरे आप सब दोस्त यहां ....इस वक्त......!!!



सलीम ने बोला



"हां यार भाभी जी नहीं हमें मैसेज करके बुलाया घर पर .....!!!क्या हुआ....!????



( मुझे तो कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि क्या चल रहा था .......खुशबू ने मेरे सभी दोस्तों को घर पर क्यों बुलाया था.... !???)



दूसरी तरफ खुशबू एकदम इमोशनल होकर अभी भी रहीम के गले लगी हुई थी और हल्का-हल्का रो रही थी.... !!!!


रहीम उसे दिलासा देते हुए कहने लगा


"अरे क्या हुआ भाभी जी ......पहले तो आप शांत हो जाइए...!!!! बैठ जाइए ....!!! फिर बोलिए क्या हुआ... આપ क्यों रो रही थी .....!!!!



(खुशबू ने अपने आप को संभाल थोड़ा स्वस्थ किया और मेरे सभी दोस्तों के साथ सोफा के ऊपर बैठ गई मैं वहां पर अभी भी सामान लिए हुए खड़ा था)



खुशबू रोते और टूटी-फूटी आवाज में मेरी और इशारा करके.......मेरे दोस्तों से जैसे मेरी कंप्लेंट करने लगी....... ऐसे बताने लगी बस में जो कुछ भी घटना हुई उसके बारे में..... !!!!!!


"या अल्लाह .....ऐसा किया क्या उन कमीनों ने आपके साथ .....!!!! भाभी जी....!!!! "


रहीम ने बोला कि तुरंत ही असलम बोलने लगा


" अगर मैं वहां पर होता तो उन सब की टांगे तोड़ देता....!!!!


रहीम के सीने से हल्का-हल्का रोते हुए खुशबू ने अपना चेहरा बाहर निकाला और मेरी तरफ देखा यह होता है सिर्फ उसने इतना ही कहा.....

"dekha ...!!!!"




मैं शर्म से अपनी नजर झुका कर वहीं पर मेरे चारों दोस्तों और बीवी के सामने खड़ा था .....!!!!


मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि मैं इसमें अपना पक्ष कैसे रखूं .......जबकि मेरी ही गलती थी....!!!!  मेरे ड़र के कारण .....मेरी शर्म के कारn...... ही मैं बस में मेरी खुद की पत्नी की बॉडी से छेड़छाड़ करने वाले लड़कों को कुछ नहीं कहा.....!!!!!




वापस खुशबू अपनी बात शुरू करती है


"अब आप ही बताइए .....!!!!


(मेरे सभी दोस्तों की ओर देखकर कहती है )



"अब मैं इसका रास्ता कैसे निकालूं !????

अब उनकी कमजोरी के कारण मैं अपने पहनावे में या अपने कंफर्टेबल कपड़ों में बाहर आना जाना बंद कर दूं क्या !!!?????



सलीम ने तुरंत कहा



"नहीं ....नहीं .....भाभी जी .....ऐसा थोड़ी ना होता है ......आपको जो मर्जी आया पहन कर घूम सकती है .....बिंदास...... अगर यह किसी चीज में कमजोर है ......अगर यह किसी चीज में आपका ध्यान नहीं रख पाता......!!!!  तो ऐसा थोड़ी ना होता है कि आप वह चीज ही छोड़ दे .....!!!!



(सलीम बात तो बाहर घूमने फिरने की कर रहा था लेकिन इनडायरेक्ट सलीम ऐसा इशारा करना चाह रहा था कि .....समझ लो कि अगर मैं सेक्स में कमजोर हूं तो ऐसा थोड़ी ना होगा कि मेरी पत्नी को बाहर कहीं से मजा ना मिल paye....)





मैं एकदम इमोशनल हो जाता हूं कि ......यार बेचारी मेरी पत्नी को मेरे कारण कितनी सारी परेशानी उठानी पड़ रही है ......और अब वह मेरे कारण शायद अपने कंफर्टेबल तरीके के कपड़ों में भी नहीं बाहर घूम पाएगी .....!!!! एकदम रोने जैसी हालत में मैं खुशबू के पास आकर उसके पैरों के पास जैसे गिड़गिड़ाता लगता हूं.......

"माफ कर दो खुशबू जी...... मेरी गलती हो गई...... अब से मैं ध्यान रखूंगा !!!!!"


खुशबू थोड़ा गुस्से से


"अब से अब से क्या ध्यान रखोगे तुम!!??? क्या तुम्हें लगता है अगर तीन-चार लोग मुझे छड़ेंगे तो तुम मुझे बचा पाओगे !?????


(खुशबू के एक ही सवाल से मेरी आंख शर्मा से झुक जाती है ......!!! क्योंकि मुझे भी पता है कि मैं ऐसा कुछ नहीं कर सकता था.....)



"देखा नहीं कर पाओगे ना...!!!!????  तो अब वह तुम ही बताओ मैं इसका रास्ता कैसे निकालूं.....!!!???  

(खुशबू ने मुझे વેધક तरीके से सवाल पूछा..... )


"तो अब क्या जब जब कभी भी मुझे मेरे मन मुताबिक कपड़े पहन कर बाहर घूमना है ......तो हर बार तुम्हारे दोस्तों को साथ ले जाऊं क्या....!???? मेरी रक्षा करने के लिए !????


(खुशबू ने सिर्फ इतना ही बोला कि मेरे सभी दोस्त एक दूसरे की तरफ देख कर खुशबू की बात का सारा मर्म समझने लगे .....कि आखिरकार वह चाहती क्या है....... उन चारों में एक दूसरे के साथ अपनी शैतानी स्माइल एक्सचेंज कर ली....... और उन्हें समझ में आ गया कि अब आगे का रोल उन्हें अपने कैसा निभाना है.......)

(और निर्दोष भाव से मुझे भी खुशबू का यह आइडिया अच्छा लगा .....कि अगर ऐसा हो सके तो भला इसमें क्या परेशानी है.......)



तो मैं खुशबू से कहा


"हां खुशबू जी अगर आप चाहती हो तो ऐसा कुछ सोच सकते हैं .....!!!!


(खुशबू को यकीन आ गया कि उसका दाव एकदम सही बैठा है..... लेकिन वह इतनी जल्दी एग्री होना नहीं चाहती थी.....)





" क्या मतलब..... इसका इसका मतलब तुम यह बोल रहे हो .....की जब कभी भी हम दोनों बाहर घूमने जाए .....जैसे की फिल्म के लिए..... शॉपिंग के लिए ......या ऐसे ही हैंग आउट के लिए....... तो तुम चाहते हो हर बार तुम्हारा कोई ना कोई दोस्त हमारे साथ आएगा....!?????




(खुशबू बार-बार यह जिक्र कर रही थी कि "तुम" चाहते हो ....."तुम" चाहते हो...... जैसे वह यह जितना जा रही थी कि यह आइडिया मेरा है....!!)





"हां बिल्कुल खुशबू जी .....अगर आपको परेशानी ना हो..... तो मैं इन लोगों से यह बात कर सकता हूं.....!!!!


( मैं एकदम धीरे आवाज में खुशबू को कहता हूं)



( मन ही मन खुशबू तो यही चाहती थी इसलिए उसने ज्यादा आर्गुमेंट करने की नहीं सोची और मुझे सिर्फ इशारे से ही कहां के इसमें खुशबू की राजा मंदी है )



तो मैं तुरंत ही मेरे दोस्तों को रिक्वेस्ट किया "देखिए यारों ......अब आपके सामने ही है सारी स्थिति....
. अब मैं नहीं चाहता कि मेरे कारण खुशबू अपने कंफर्ट जोन से बाहर रहे..... या अपने मन मुताबिक कपड़े वगैरा पहन कर बाहर ना घूम.....!!!!

तो अगर आप लोग इतना एडजस्ट कर पाए.......!!!




( तो मेरे चारों दोस्त एक दूसरे के सामने देखने लगे...... की अब क्या बात की जाए ......कि रहीम बोलता है .....)


"हां अगर भाभी जी को कोई इस तरह की सिचुएशन में तो अगर उनको  तू  नहीं संभाल पाएगा ......तो ऐसी कुछ व्यवस्था कर सकते हैं....!!!!

जैसे कि जब कभी भी तुम लोग बाहर वगैरा जाना चाहते हो .....हम में से किसी को टैक्स कर देना...... जो भी फ्री हो ....वह आ जाएगा .....!!!!आप लोगों के साथ .....!!!!



(मैं तुरंत ही खुश हो जाता हूं...... कि कितने अच्छे और समझदार दोस्त मिले हैं मुझे .......जो मेरी और मेरी बीवी की मदद करने के लिए .....इतने आगे आ रहे हैं ....!!!! उन लोगों का इतना बढ़िया-बढ़िया प्रोफेशन और बिजी शेड्यूल छोड़कर.... !!!!! एक तो वह लोग वैसे भी मेरी बहुत सारे मामलों में मदद करते थे..... पैसों के मामले में......!!!! मुझे संभालने के मामले में ....!!!! और ऊपर से इतना बड़ा favour ......!!!! मैं तो हो सके उतना उनका धन्यवाद करूं तो उतना भी कम होगा.....!!!!)


" ओ माय गॉड ....थैंक यू .....थैंक यू .....सो मच...... दोस्तों ......!!! यार मैं तो तुम लोगों के अहसानो के तले दबता ही जा रहा हूं ......पता नहीं कैसे चुकाऊंगा ....!!!! यह सब .......बहुत-बहुत शुक्रिया ......तुम लोगों ने हमारी यह बात की मान रख ली इसके लिए .....!!!"


रहीम कहता है


"अरे कोई बात नहीं भाई .....हम समझ सकते हैं तेरे बस की नहीं है .....अगर हम साथ में होंगे तो अब भाभी जी को कोई परेशानी नहीं होगी ......!!!"



(यह सारी बात यहां पर अच्छे से क्लियर हो गई यह देखकर मुझे बहुत शांति महसूस हुई कि..... अब हम कभी भी बाहर जाएंगे तो खुशबू के साथ कोई बदतमीजी नहीं कर पाएगा......)




(वापिस थोड़ी देर इधर-उधर की बातें करके मेरे सभी दोस्त लोग हमारे घर से विदा हो गए ......अब मैं और खुशबू घर पर अकेले थे....... मैं वापस खुशबू के पास गया...... बोला सॉरी .....मेरी गलती हो गई .....लेकिन अब मैं यह जो रास्ता निकाला है बीच का..... इसमें अब आपको परेशानी नहीं होगी...... अब हम कंफर्टेबल तरीके से बाहर घूम पाएंगे .......खुशबू ने बस एक हल्की सी स्माइल दी
और साथ ही साथ सोचने  लगी कल से इस बुद्घ के साथ-साथ...... इसके हैंडसम और सेक्सी दोस्तों की भी कंपनी मिलेगी...... मेरे तो मजे ही मजे है..... उन लोगों के साथ मजा... मस्ती ...अटेंशन..... छेड़छाड़.... चलती रहेगी.... अब आएगा असली मजा......)





उसे रात हम दोनों ऐसे ही सो गए ऐसे ही अब चार-पांच दिन निकल गए ........


और एक बढ़िया सी व्यवस्था ने आकर ले लिया था ...जब कभी भी मुझे or  खुशबू को बाहर जाना होता था...... वह मेरे दोस्तों में से किसी को भी टैक्स या कॉल वगैरा कर देती थी ......वह लोग वहां जाते थे ......बाहर जाते वक्त ज्यादातर खुशबू और मेरा वह दोस्त लोग ही बातों में एंगेज रहते थे.... हंसी ....मजाक..... मस्ती.... उन लोगों का खुशबू के करीब आना...... यहां वहां हाथ लगाना ......उसके ऊपर खुशबू का एकदम अच्छा और नॉरमल रिएक्शन..... मुझे भी अच्छा लग रहा था ......मुझे भी यह सब माहौल में आनंद मिल रहा था .......वगैरा सब चलता रहता था .......मुझे इस बात से ज्यादा परहेज था नहीं...... क्योंकि खुशबू इसमें ज्यादा खुश थी .....और ज्यादा अपने आप को safe महसूस कर रही थी....!!!!




अभी भी मेरे दिमाग में गोवा के हनीमून के दरमियान खुशबू को बिकने में देखने की बहुत ही तीव्र इच्छा थी...... जो मैं किसी भी हाल में पूरी करना चाह रहा था .......क्योंकि अगर जब मैं इसकी कल्पना भी करता था तो एक छोटी सेक्सी बिकनी में..... मेरी पत्नी खुशबू की .....बड़ी गांड..... गोवा के बीच पर कैसे दिखेगी..... मैं बहुत ही ज्यादा एक्साइटेड हो जाता था...!!!!  क्योंकि अब तक मैं बहुत बार मेरे सभी दोस्तों के अलग-अलग गर्लफ्रेंड को उनके फार्म हाउस पर स्विमिंग पूल के  ऐसी हालत में देखा था...... जो देखकर मुझे बहुत अच्छा लगता था.... मजा आता था .....अब पहली बार ऐसा होने वाला था कि मुझे मेरी खुद की इतनी खूबसूरत पत्नी को ऐसी हालत में देखने को मिलेगा .....!!!! तो जिसको लेकर मैं बहुत ही ज्यादा एक्साइटेड था....!!!!!




तो ऐसे ही एक दिन जब मैं और खुशबू घर पर थे मैंने यह बात वापस छेड़ी .......


"Wo खुशबू जी आप वह गोवा के लिए आपके अभी शॉपिंग बाकी है ना..... वह बिकनी वगैरा कि......!!!!!


मैं सिर्फ इतना ही बोलकर छोड़ दिया ....खुशबू यही चाहती थी...... वह बस इस पल का इंतजार कर रही थी कि...... तुरंत ही उसने बोला कि.......


" नहीं अमित .....मैं सोच रही हूं मैं वहां पर जाकर बिकिनी ना पहनू तो ही अच्छा रहेगा ........!!!!"



मेरा तो एकदम मूड ही उतर गया .....यह क्या...... मैं तो इतने सारे सपने सोच रखे थे..... इतनी कल्पना कर रखी थी...... खुशबू को बिकनी में देखने की......!!!  क्या वह पूरी नहीं होगी....!???  मैं आश्चर्य के भाव के साथ खुशबू को पूछा .....


"अरे ....क्यों..... क्या हो गया ....!??? अचानक...... उसे दिन तो आप बहुत एक्साइटेड थी ना..... गोवा में जाकर बिकनी पहनने के लिए...... आपने तो बोल भी था कि हम सलीम के पास से ले लेंगे.....!!!!!



खुशबू वापस धीरे-धीरे अपनी बात करती है



"जी हां मैं एक्साइड तो थी..... लेकिन उसे दिन जो बस में हुआ...... फिर उसके बाद मुझे मेरी सिक्योरिटी की थोड़ी चिंता होने लगी है.....!!!! क्योंकि m....अब आपसे तो कुछ होगा .नहीं ........अगर गोवा में..... बीच पर मेरे साथ किसी ने बदतमीजी की ......या किसी ने मुझे छेड़...... तो फिर मैंने सोचा कि वहां आइडिया में ऑफ ही कर दूं .....!!!!

क्योंकि अब आपके दोस्त लोग यहां पर हमारे साथ आते है.....छोटे बड़े काम के लिए .....हमारी शॉपिंग या फिल्म वगैरा के लिए...... हम उनको गोवा पर आने के लिए तो नहीं बोल सकते हैं ना......!!!"



(खुशबू ने बहुत सलीके से एक बी मेरे दिलों दिमाग में बो दियाथा....)





मैं कुछ मिनट तक खुशबू की बात पर गौर करने लगा..... और विचार ने लगा कि इसमें क्या किया जा सकता है.... !!!!


एक तरफ मुझे मेरी पत्नी को बिकनी में देखने की तीव्र इच्छा थी...... दूसरी तरफ खुशबू का पॉइंट भी वैलिड था .....कि वहां पर जाकर अगर सिक्योरिटी का इशू होगा तो मेरे से तो कुछ होने से रहा ....!!!! अब इसका रास्ता कैसे निकाला जाए ...!!!!


मैं खुशबू के सामने यहां जताना चाह रहा था कि मैं इस परेशानी से खुशबू को बाहर निकलूंगा ......मैं अपने बुद्धि का इस्तेमाल करके इसका रास्ता निकलेगा...... इसलिए उसके सामने स्टाइल करने के लिए मैं खुशबू से कहा कि......


" हां खुशबू जी मैं तो यही सोच रहा था .....कि ऐसा हो तो हम हमारे दोस्त में से किसी को अपने साथ वहां पर ले जाए .... !!!! मैं बस एक अच्छे मौके की तलाश में था ......कि आपके सामने कभी यह बात रख सकूं .......वैसे खुशबू जी अगर ऐसी ही बात है तो मैं रिक्वेस्ट कर सकता हूं .....मेरे किसी दोस्त को हमारे साथ हनीमून पर आने के लिए.....!!!!"



(खुशबू मन ही मन हंसने लगती है कि मैं कितना बड़ा भोंदू हूं ....अपने और अपनी पत्नी के साथ हनीमून के लिए अपने एक दोस्त को साथ ले जाने की बात सामने से कर रहा हूं..... और गांडू तुझे रिक्वेस्ट करने की जरूरत नहीं है .....वह लोगों में से कोई भी खुद के हमारे साथ आने के लिए तैयार हो जाएगा .....मेरे जैसी फटाका लड़की के साथ हनीमून पर आने के लिए .....लेकिन वह अपने एक्साइटमेंट जरा भी अपने चेहरे से जाहिर नहीं होने देता.....!!!!



" क्या सच में .....ऐसा हो सकेगा क्या!!??? मेरा मतलब है कि ऐसे कंफर्टेबल रहोगे क्या तुम !!!???? अगर तुम्हारा कोई दोस्त हमारे साथ हनीमून पर आएगा तो !!!????





मैं भी भोलेपन में कहता हूं


" हां अरे बाबा इसमें भला क्या परेशानी है .....अगर उन लोगों में से कोई एक भी आ जाएगा तो हम भी आपकी यह प्रॉब्लम तो सॉल्व हो जाएगी ना.....!!!!

(खुशबू उसे अच्छे से याद है..... जब गोवा डेस्टिनेशंस फिक्स हुई थी ......असलम कितना एक्साइटेड था ......खुशबू को वह हाथों में मेहंदी..... और जुड़े में देखने के लिए ......और खास तौर पर बिकने में देखने के लिए ......तो खुशबु ने सोचा .....असलम को ले जाना ही ठीक रहेगा .....कहती है ......)



"अभी तुम यह मत बोलना कि हम असलम को साथ ले जाए ....वह फोटोग्राफर है...... तो हमारे प्यारे से हनीमून की अच्छी यादें भी वह अपने कैमरा में समा लगा .....!!!!

खुशबू की बात एकदम सही थी..... !!!! अगर असलम हमारे साथ हनीमून ट्रिप पर चलता तो बहुत अच्छा रहेगा..... !!!! वैसे भी खुशबू को इंस्टाग्राम पर अपनी फोटोस और तस्वीर डालने का बहुत शौक होता है..... !!!! तो मेरा यह हनीमून भी यादगार बन जाएगा..... !!!! और वैसे भी मैं बहुत दिनों से असलम के पास से फोटोग्राफी सीखना चाह रहा था तो..... !!!! वहां पर ज्यादा समय मिलेगा तो मैं अपनी फोटोग्राफी की skill पर भी काम कर पाऊंगा..... !!!!



"अरे आपने तो मेरी man की बात छीन ली खुशबू जी ......मैं असलम का ही बोलने वाला था...


( जानबूझकर मैं अपनी टंगड़ी ऊंची रखने के इरादे से खुशबू के सामने बोलता हूं.... )



"वैसे भी और असलम जी का भी ट्यूनिंग काफी अच्छा है..... !!!! और आपकी फोटो ग्राफी वगैरा की इच्छा भी पूरी हो जाएगी तो..... !!!! अगर असलम आ जाए तो सोने पर सुहागा ही होगा.... ..... !!!!



( खुशबू ने यह सारी बात इस तरह से प्लॉट की है कि जैसे यह मेरा आइडिया था असलम को हनीमून पर ले जाने का)

"आपको लगता है असलम अपने बिजी शेड्यूल से इस तरह से हमारे लिए टाइम निकाल कर 6 7 दिन आ पाएगा..... !!!!


(मुझे मेरे दोस्त पर बहुत भरोसा है तो मैं कहता हूं)



"हां हां कम से कम मैं उससे बात तो कर ही सकता हूं..... !!!! रिक्वेस्ट तो कर ही सकता हूं..... !!!! वैसे अगर तुम रिक्वेस्ट करोगी तो वह मना ही नहीं कर पाएगा..... !!!!


खुशबू kaheti है



"नहीं नहीं शायद मेरी वजह आपको ही यह बात करनी चाहिए..... !!!! कि आप असलम को हम दोनों के साथ गोवा हनीमून पर ले जाने के लिए कहना चाह रहे हो..... !!!!


(खुशबू यह ध्यान रख रही है कि मैं ही असलम को पूछूं कि ...वह हमारे साथ हनीमून पर आएगा या नहीं ....ताकि आगे भविष्य में उसकी कोई प्रॉब्लम ना हो .....)



"हां ठीक है खुशबू जी .....अगर ऐसा हो तो मैं ही बात कर लेता हूं .....असलम जी से .....वैसे भी शादी के बाद हम असलम जी के घर पर मिलने नहीं गए .....आपको लेकर...... तो मिलने भी चले जाते हैं .......और लगे हाथ यह बात भी कर लेंगे.......!!!"



(खुशबू मन ही मन बहुत मुस्कुरा रही है ....उसका बड़े से प्लेन का छोटा-छोटा हिस्सा धीरे-धीरे कामयाब हो रहा है......)


" जी जैसा आपको ठीक लगे अमित.....( कहकर पूछती है )

"बोलिए कब जाना है असलम जी के घर पर.. और हम शाम को असलम के घर पर जाने का प्रोग्राम बना देते हैं....!!!!







शाम को असलम के घर के दरवाजे पर खुशबू knock करती है ..


हम दोनों को वहां देखकर थोड़ा आश्चर्य के साथ



" अरे भाभी जी ....अमित.... तुम यहां ....इस वक्त.....आइए आई ये.......



कहकर हमको अच्छे से वेलकम करता है



"हां असलम जी वैसे भी शादी के बाद तुम्हारी भाभी तुम्हारे घर पर आई नहीं थी ......तो वही बोल रही थी कि तुम्हारी घर की मुलाकात ली जाए....!!!!




" भाभी जी स्वागत है आपका हमारे गरीब खाने में!!!!



( कहकर हम सब बैठे हैं की असलम बात निकलता है )



"क्या हुआ भाई तेरी सारी तैयारी हो गई क्या हनीमून पर जाने की.....!!!!


झिझक के साथ में बात शुरू करता हूं



" हां थोड़ी बहुत हो रही है ...थोड़ी बहुत चल रही है...."



(मुझे अब जब असलम सामने है तो थोड़ी शर्म आ रही है कि मैं उसे कैसे कहूं कि वह भी हमारे साथ हनीमून पर चले as फोटोग्राफर...... मैं थोड़ा नर्वस हो रहा हूं....... खुशबू इस बात का पूरा मजा ले रही है ......कि कैसे एक पति होने के नाते और बावजूद भी मैं अपने एक दोस्त को हनीमून पर साथ ले जाने की बात कहूंगा......!!!)




" वैसे असलम एक थोड़ी दिक्कत है हनीमून वाली ट्रिप को लेकर .....!!!"



"हां हां बोलना भाई ....क्या हुआ ....!???


असलम सहज तौर पर पूछता है...




"यार देख अब तुम्हें तो पता है जो वह बस वाली घटना ...!!!! उसके कारण तुम्हारी भाभी जी थोड़ी डरी हुई है....... और अब हम गोवा जैसी जगह पर जा रहे हैं ज्यादा जहां ज्यादातर बीच वगैरा है....... तो वहां तुम्हारी भाभी जी को अच्छे से कंफर्टेबल होकर एंजॉय करना है...... बिकिनी बगैर में.....!!!!

( मैं बहुत टूटती हुई आवाज में अपनी बात रख रहा हूं..... )


"तो वैसे तो तुम लोग हमारे यहां पर मदद करते ही हो .......जब कभी भी तुम्हारी भाभी जी को बाहर वगैरा जाना होता है .....!!!! तुम में से कोई ना कोई साथ होता ही है ......तो क्या तुम थोड़ा एडजस्ट करके....... हमारे साथ चल पाओगे क्या.....!!!!  गोवा......!!!!  तुम्हारी भाभी जी को फोटोग्राफी का शौक है ......वह भी पूरा हो जाएगा ......!!!! और उसको वह सिक्योरिटी वाला कंसर्न भी खत्म हो जाएगा .......!!!!"



(यह बात सुनकर ही असलम का दिल तेजी से धड़कने लगता है ......उसे वह सारी घटना याद आ गई....... जब असलम ने यह इच्छा जताई थी कि उसे कितना पसंद है नहीं नवेली शादीशुदा लड़कियों को .मेहंदी वाले हाथ में...... और लाल रंग के जुड़े में देखने की .......और बिकनी में देखने की......!!!!  उसे वक्त ही खुशबू ने कहा था कि ......वह कुछ जुगाड़ करेगी .......अब असलम को याद और समझ में आ गया कि ......यह सारी प्लानिंग...... और प्लाटिंग..... बस वाली घटना...... उसके बाद घर पर ......अमित के मुंह से ही यहां कहलवाना के ......अब उसमें उसका कोई ना कोई दोस्त हर वक्त बाहर जाते वक्त खुशबू के साथ रहेगा......!!!  यह सारी घटना इसी प्लेन का एक छोटा सा हिस्सा थी...... खुशबू की शैतानी दिमाग पर वह आफरीन हो गया .......लेकिन गोवा पर साथ में जाने की वहां एक्साइटमेंट इतनी लिटरेरी अमित के सामने जाहिर नहीं करता है......!!!!)



" क्या बात करता है यार.... अमित.... ऐसे में भला कैसे तुम दोनों के हनीमून पर साथ आ सकूंगा.....!!!??



( और जानबूझकर ऐसे बिहेव करता है जैसे वह इस प्लान में शामिल होना नहीं चाहता.....)



" अरे बाबा ....मैंने पूछ लिया है तुम्हारी भाभी जी को इसमें कोई परेशानी नहीं है..... तुम आ सके गए तो बहुत हेल्प रहेगी यार.....!!!!"

"हां तुम्हारी हेल्प की बात सही है यार..... मैं समझ सकता हूं ......लेकिन वैसे भी मेरा शेड्यूल यहां पर बहुत बिजी है ......आगे के बहुत सारे सूट ऑलरेडी पेंडिंग है .....तो 6 7 दिन वहां पर तुम लोगों के साथ ....आना .......!!!!"



(असलम जानबूझकर ऐसा जाता रहा है कि वह हमारे साथ गोवा नहीं आना चाह रहा है.....)



(मैं वापस उसे समझाने की कोशिश करता हूं )



"क्या यार तुम हमारे लिए इतना नहीं कर सकोगे!????  तुम्हारी भाभी जी की भी बहुत इच्छा है .....और मैं भी तुमसे minaat करता हूं.
.... हो सके तो आओ ना यार .....बहुत हेल्प रहेगी.....!!!!!



( असलम खुशबू की तरफ देखकर હસતાં है पता है कि आखिरकार यह सारा प्लान खुशबू का ही है...... मैं तो बस मोहरा ही हूं ....)

"लेकिन मेरे भाई..... तुम समझो .....नहीं एडजस्ट हो पाएगा...... वहां गोवा में.... तुम दोनों के हनी मून ....तुम्हारी प्राइवेसी .....वगैरह में भी परेशानी होगी ......और ऊपर से मैं बहुत एलीट तरीके से आता जाता और रहता हूं......traveling मैं .....!!!!!!


बीच में कहता हूं


"Are तुम उसकी चिंता क्यों कर रहे हो ....असलम भाई ......वैसे भी हनीमून ट्रिप के लिए पैसे भी तो आप लोगों ने दिया है ना .....आपके रहने खाने-पीने की कोई भी व्यवस्था में कोई भी कमी नहीं होगी ..... वह सारी जिम्मेदारी मेरी .....!!!! अब तुम तुम्हारा इतना कीमती समय निकाल कर हमारे साथ आओगे...... तो मैं वहां तुम्हें बना थोड़ी परेशानी में रखूंगा यार......!!!!



( असलम थोड़ा इतराते हुए कहता है )


"देख लेना भाई..... फिर मुझे परेशानी होगी तो नहीं मजा आएगा यार .......!!!"""


(मैं असलम को कॉन्फिडेंस दिलाते हुए कहता हूं)


" असलम भाई हम जरा भी चिंता मत करिए बहुत अच्छे से पूरी ट्रिप हैंडल हो जाएगी.!!!!




(खुशबू मन ही मन बहुत मुस्कुरा रही है..... तो उसका प्लान कामयाब हो रहा है...... अब मेरे चार दोस्तों में से एक दोस्त असलम हम दोनों के साथ हनीमून पर आने वाला है...... खुशबू तो अभी से रोमांटिक महसूस कर रही है..... वह बस हल्के से असलम को आंख मार के अपनी राजा मंदी का देती है....)





"थैंक यू ....थैंक यू सो मच .....असलम भाई..... सच में..... यह बहुत बड़ा फवर किया है आपने....... मुझ पर.... और खुशबू पर ......(मैं भी मन ही मन बहुत खुश हो रहा था..... चलो आखिरकार असलम आने के लिए तैयार हो गया है...... तो अब तुम मुझे मेरी पत्नी को गोवा में बीच के ऊपर बिकनी में देखने का मौका मिल ही जाएगा..... बड़ा मजा आएगा मुझे........ !!!!l)


(असलम भी अपना एहसान जाते हुए कहता है )


"चल इसी बहाने तेरा भी काम हो जाएगा...... वैसे भी तो इतने दिनों से मुझे फोटोग्राफी सीखने के लिए बोल रहा था .......वहां पर मैं तुझे वह भी सिखा दूंगा ......!!!!


(मैं और खुश हो जाता हूं कि असलम सच में कितना अच्छा है यार...... एक तो इतना समय निकालकर हमारे साथ आ भी रहा है....... ऊपर से इतनी अपनी एक्सपर्टीज भी मुझे वहां पर सिखाएगा .....)


मैं वापस उसका धन्यवाद करता हूं....



"वैसे असलम भाई ......आप रेगुलर ट्रैवल करते होंगे ना .....सूट के लिए अलग-अलग शहरों में ......तो आपका कोई अच्छा जान पहचान वाला होगा ही टिकट ट्रैवल एजेंट वाला....... तो हमारी टिकट आप करवा दीजिएगा ना....... उसके पास से ......हिसाब वगैरा हम फिर बाद में समझ लेंगे.....!!!



( असलम कहता है)


" कोई बात नहीं ....તું उसकी चिंता मत कर .....मैं जाने आने के अच्छे से 2 tier में टिकट करवा दूंगा.....
"



( मुझे अच्छे से पता था कि असलम बाद में फिर कभी मेरे पास से तो पैसे मांगेगा नहीं..... इसलिए 8 10000 बचाने के लिए मैं असलम को ही टिकट करने का बोल दिया .......इस बात से पूरा अनजान के इसकी कितनी बड़ी कीमत मुझे आगे चुकानी पड़ेगी....)





"चलो तो यह तय रहा ....."


(मैं खुशबू की और देख कर बोलता हूं )



"अब असलम जो हमारे साथ आएंगे गोवा में तो हम वह बाकी की शॉपिंग ......!!!!



(कहा खुशबू से सिर्फ  इतनी बात छोड़ देता हूं .)



"अरे हां बाबा हां मुझे पता है.... आप कितना एक्साइटेड है .....गोवा में मुझे बिकनी में देखने के लिए .....चिंता मत करिए.... आपकी कोई इच्छा भी पूरी हो जाएगी......!!!"


( खुशबू एकदम बिंदास होकर असलम के सामने भी यह बोलती है ......)


"अब ऐसा हो तो हम कल जाते हैं सलीम जी के वहां पर ....उनके वहां से कुछ अच्छे-अच्छे बकिनिस वगैरह देख लेंगे..... !!!! वैसे मैं सोच रही थी अब इतना बड़ा फोटोग्राफर हमारे साथ है तो उनको भी साथ में ही ले लेते हैं ना.... अमित...... वहां सिलेक्शन में आसानी रहेगी .....वह अपने कुछ इनपुट दे पाएंगे.... कि मैं किस तरह की और कौन सी बिकिनी वगैरा पसंद करूं ......!!!!




(असलम मन ही मन मुस्कुरा रहा है खुशबू के आगे के प्लान देखकर और सोच कर .......)



"असलम जी की फैशन सेंस अच्छी होगी .......तो खुशबू के बिकिनी की और अच्छे से सिलेक्शन हो पाएगी.....!!!!  हां अगर असलम जी को कोई परेशानी ना हो और वह कल फ्री हो तो हम साथ में ही चलेंगे !!!!!


असलम भी कहता है हां ठीक है कल शाम को चलते हैं सलीम के वहां पर .......और भाभी जी के लिए कुछ अच्छे-अच्छे कपड़े वगैरा ले लेंगे  ......


फिर हम सब मैं खुशबू खड़े होते हैं खुशबू असलम को hug करती है ......और हल्के से उसके मुस्कान में इतना कहती है ....


"तैयार है ना अपने हनीमून के लिए !!!!


असलम खुशबू का इशारा समझ लेता है और एक शैतानी मुस्कुराहट देखकर कहता है



"कब से भाभी जी !!!!!"


और हम दोनों वहां से विदा लेते हैं

(असलम की खुशी का तो ठिकाना ही नहीं रहा एक तरफ उसे यकीन नहीं आ रहा है कि कैसे खुशबू ने मेरे मुंह से ही असलम को वह आने के लिए कन्वेंस किया ..... !!!!


ऊपर से मेरी बेवकूफी के ऊपर भी हंसी और दया आ रही थी ..... !!!!



जबकि खुशबू के लिए तो यह भावनाएं और ही बढ़ रही थी तुरंत ही वह अपने ग्रुप में यह खुशखबरी शेयर करता है ..... !!!!


मेरे बाकी के सभी दोस्त लोग भी पागल हो गए यह जानकर कैसे मेरे और खुशबू के साथ गोवा आने वाला है......... !!!!)






दूसरे दिन सुबह खुशबू एक जींस का शॉर्ट्स और ऊपर एक सॉफ्ट મટીરીયલ્સ का टॉप pahenker Ghar पर तैयार हो रही थी.... शॉर्ट्स में से उसकी जांघें के और टांगे कुछ ज्यादा ही सॉफ्ट सुडौल और मस्त दिख रही थी .......

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साथ मैं यहां भी गौर किया की वो जो नॉर्मल दिनों में जिस तरह के अंडरवियर वगैरा pahenti है  उससे अलग और फैंसी किस्म के undergarments  पहन है......


आज सलीम के वहां पर जाकर बिकिनी की शॉपिंग करने के लिए मैं तो हद से ज्यादा एक्साइटेड था....... मैं चाह रहा था कि वह हो सके उतनी छोटी और अच्छे-अच्छे बिकिनी वगैरा ले..... ताकि मेरी आंखों उसे देखकर ठंडी हो जाए...... वह भी काफी ज्यादा खुश थी .....क्योंकि आज पहली बार इस तरह की शॉपिंग के लिए aslam भी हमारे साथ आने वाला था........




अब मैं खुशबू और असलम साथ मिलकर असलम के घर पर पहुंचे हैं ..... !!!!

उसको बड़े-बड़े तौर पर तो यह अंदाजा था ही के आज खुशबू यहां बिकिनी की .
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RE: मेरी खूबसूरत पत्नी खुशबू भोला भाला बुद्धू सा में और बहुत सारे ,., मर्द - by Namard pati - 10-02-2025, 01:37 PM



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