Thread Rating:
  • 1 Vote(s) - 1 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery प्यार या धोखा
अध्याय 27
रोहन और सपना एक बड़े बिस्तर में लेते हुए सिगरेट पी रहे थे,दोनों के सर आसपास ही थे और एक ही सिगरेट को वो पास करके पी रहे थे…
“आज कुछ अजीब हुआ यार रोहन ..”
“हा मेरे साथ भी ..”
“क्या ..”
“पहले तुम बताओ की क्या अजीब हुआ..”
“अरे पहले तुम बताओ मेरी बात ज्यादा इम्पोर्टेन्ट नही है..”सपना की बात सुनकर रोहन उसकी ओर मुड़ा सपना भी उसके ओर मुड़ चुकी थी..
उसने सिगरेट रोहन को पास की रोहन ने आखरी कस लगा कर उसे फेक दिया,और पूरा धुंआ सपना के ऊपर छोड़ दिया ..
“छि यार ..”
रोहन थोड़ा हंसा..
“आज फिर से पूर्वी से प्यार हो गया यार “
रोहन एकटक सपना को देख रहा था,सपना ने अपना माथा पिट लिया
“कोई नई बात बता ये क्या अजीब बात हुई तुझे तो साले ऐसा बुखार चढ़ा है की उतरता ही नही ..”
“नई बात हुई यार..आज पूर्वी ने मुझे हिंट दिया की अब भी देर नई हुई है ,मैं अब भी उसे पटा सकता हु ..”सपना के आंखों में अब थोड़ा आश्चर्य था..
“क्या बोली वो ..”
रोहन ने पूरी बात बताई ..
“ओह तो शेख साहब पूर्वी के दिमाग से भी खेल रहे है,”
“मतलब ??”
“मतलब साफ है ,पूर्वी ने कभी ऐसी बात तुझसे नही कही थी ,शादी के बाद शायद ये पहली बार था जब उसने कुछ क्लियर हिंट दिया ओके..”
“हा ..”
“तो साफ है ना की ये रफीक के आने के बाद हुआ,वो उसके साथ अकेले बैठी थी तो कुछ तो उसने कहा होगा जो पूर्वी ऐसी बाते कर रही थी…”
रोहन ने बस सर हिलाया और उसे देखने लगा..
“क्या??”
“तू भी कुछ बोलने वाली थी “
“हा यार वो बल्ला है ना ,साला पता नही उसके लिए कुछ अट्रेक्सन सा आया दिल में “
सपना तो गंभीर थी लेकिन रोहन के होठो में मुस्कान आ गई
“दिल में या यंहा ..”
उसने अपना हाथ सपना के जांघो के बीच रख दिया ,सपना ने उसे एक मुक्का मारा..
“साले तुझे इसके सिवा कुछ सूझता है क्या ,ये सच है यार सचमे ,अगर सेक्स का मन करता तो बात अलग थी लेकिन...लेकिन ये कुछ और था,कुछ अजीब सा..”
रोहन सपन के चहरे को ही देख रहा था सपना थोड़ी गंभीर लग रही थी..
“ये साले वो दोनों आखिर मेरी दोनों जान के साथ कर क्या रहे है,एक आज इतनी गंभीर दिख रही थी और एक तू है तुझे उससे प्यार हो गया..”
सपना अपने विचारों से बाहर आयी
“अरे नही रे ,प्यार व्यार नही लेकिन ..लेकिन कुछ अजीब सा लगा,”
“उसे ही तो प्यार कहते है ना”
“यार उस बल्ला से प्यार..मय गॉड ये क्या हो रहा है मुझे..”सपना सरक कर रोहन के पास आ गई और रोहन ने उसे कसकर अपनी बांहों में जकड़ लिया..
“ऐसा ही रहेगा तो लफड़ा हो जाएगा सपना,हम तो उन लोगो को फसाने की सोच रहे थे वो साले तो हमे ही फंसा रहे है “
“ऐसा नही है यार ,ऐसे नही फसाया जाता किसी को ,वो इतना जेन्युन था की लगा नही की वो मुझे इम्प्रेस कर रहा यही मैं तो खुद ही उसे देखकर इम्प्रेस हो गई ,जानता है साले का बहुत बड़ा है,तुझसे भी बड़ा…”सपना थोड़ी अलग हुई रोहन के होठो में मुस्कान था ..
“साली इसे प्यार नही हवस कहते है,तू उसके साइज से इम्प्रेस हो गई ,या फिर उसके बॉडी से “
रोहन के बात से सपना भी मुस्कुराने लगी
“अरे नही साले सच में कुछ हुआ यंहा,क्या मुझे समझ नही आएगा की प्यार और हवस में क्या अंतर है..”
“हा मेरी जान तू इतनी खेली खाई हो है ,चल एक गेम खेले क्या आज “
सपना उसे ही देख रही थी
“क्या ??”
“आज तू पूर्वी बन जा और मैं बल्ला”
सपना जोरो से हँस पड़ी
“तू बेचारी मासूम सी पूर्वी को उस बल्ला से चुदवायेगा “सपना और भी जोरो से हँसने लगी
“कमीनी नही ..मेरी पूर्वी उस दैत्य के साथ नही मेरा मतलब था की तू मेरे लिए पूर्वी बन जा और मैं तेरे लिए बल्ला..”
सपना अब भी हँस रही थी
“लेकिन बल्ला जैसा बल्ला कहा से लाएगा “
सपना और भी जोरो से हँसने लगी ,रोहन ने थोड़े गुस्से से उसे देखा और उसके ऊपर झपट पड़ा..
अब रोहन सपना ने ऊपर था और उसने सपना का मुह दबा दिया,वो उसके होठो को चूसने लगा..
“बहुत बोल रही है तू अब दिखाता हु तुझे की मेरे बल्ले में कितना दम है,तेरी गीली पिच में ऐसी बैटिंग करूंगा ना की आज तो कई सेंचुरी बना के दिखाऊंगा”
सपना के हाथ भी अब उसके गले को घेर चुके थे,
“आँख बंद कर मेरी जान और अपने बल्ला को याद कर ..”
रोहन ने अपना हाथ उसके टीशर्ट में डाल दिया और उसके मम्मो को दबाने लगा,सपना ने आंखे बंद की उसे लगा जैसे बल्ला का मजबूत हाथ उसके उजोरो को सहला रहा है,उसने मुह से सिसकियां निकलने लगी,रोहन का हाथ उसके जांघो के बीच पहुचा वो पेंट से हाथ अंदर घुसाया,थोड़ी ही देर में ही सपना की योनि से फुहार छूटने लगी थी,रोहन ने पिच तो गीली कर दी थी अब उसे बल्ला चलाना था,उसने सपना के चहरे को ध्यान से देखा और फिर पूर्वी को याद करने लगा,उसने भी अपनी आंखे बंद की ,उसके कानो में सुबह पूर्वी द्वारा बोले गए शब्द गूंज रहे थे,अब भी उसके पास मौका था पूर्वी को पाने का,उसने उस दिन को याद किया जब पूर्वी उसके सामने नंगी थी,उसे उसकी वो योनि याद आयी,रोहन ने सपना की योनि में फिर से उंगली डाल दी,उसके गीलेपन का आभास करने लगा,उसे लगा जैसे यही पूर्वी की योनि हो,वो मस्त होकर सपना पर टूट पड़ा था,वो उसे चूमे जा रहा था,
“पूर्वी आई लव यू..”
“आह बल्ला आगे बड़ो ना …’सपना ने रोहन को और भी जोरो से कस लिया
“पूर्वी मेरी जान आई लव यू...मेरी जान आह”
रोहन के हाथ सपना की योनि में जोरो से चल रहे थे,उसे जैसे खयाल ही नही रहा की उसके नीचे आखिर है कौन ,वही हाल सपना का भी था...वो बल्ला के शरीर को महसूस कर रही थी,उसकी ही उंगलियां उसके योनि की दीवारों पर घिस रहे थे,वो पनिया गई थी और ज्यादा और ज्यादा पनिया रही थी,उसने जोरो से रोहन को पकड़ रखा था और वो उसे आने और भी पास खींचना चाहती थी,अपनी अंदर उसे महसूस करना चाहती थी..
“रोहन ने जल्दी से सपना के कपड़े निकाल दिए और खुद ही बिना आंखे खोले ही नंगा हो गया,सपना ने भी अपने टांगो को फैलाने में कोई भी देरी नही की और दोनों पैरों को रोहन के कमर से जकड़ लिया ,और रोहन के लिंग को अपने हाथो में पकड़ कर उसे अपने योनि में घिसने लगी ,उसे याद आया की बल्ला का लिंग कितना बड़ा था,उसने रोहन के बाद सबसे बड़ा लिंग उसका ही देखा था,आज रोहन का लिंग भी उसे बिल्कुल ही नया लग रहा था,वो उसे बेताबी से सहला रही थी और अपने योनि में घुसाने की कोसिस भी कर रही थी ..
“बल्ला डाल दो ना अंदर ..”
“पूर्वी मेरी जान ,कितनी प्यारी और नाजुक है तू ..”
रोहन ने सपना के सर को जोरो से पकड़ा और उसके गीली योनि में अपना लिंग सरकते चला गया,,दोनों के मुह से ही कहारे निकलने लगी थी,सेक्स के सुख से भी ज्यादा अपने साथी से मिलने का सुख होता है जिसका आनंद दोनों ही ले रहे थे,दोनों ही अपने अपने सपनो में खोए हुए एक दूसरे के जिस्म का आनंद ले रहे थे,दोनों ही गहराई में डूबे हुए थे और इस मजे को और भी ज्यादा समय तक महसूस करने में लगे थे,दोनों ही खुद को पूरी तरह से छोड़ चुके थे अपने फेंटेसी में डूबने के लिए…
और बिस्तर में तूफान मचा...कमर हिल रहे थे,आवाजे और सिसकियों से कमरा गूंज रहा था,आज तूफान कुछ ज्यादा ही देर तक चलने वाला था…………
*********
वही दूसरी तरफ भी कुछ ऐसा ही तूफान मचा हुआ था…
“पूर्वी मेरी जान आई लव यू..”
गौरव का कमर तेजी से चल रहा था,दोनों ही नग्न अवस्था में एक दूसरे से लिपटे हुए लेटे हुए थे,गौरव अपने पूरे जोश से पूर्वी के योनि में अपने लिंग को घुसाने में लगा हुआ था ,तूफान यंहा भी मचा था एक गौरव के लिए बिस्तर में और दूसरी ओर पूर्वी के लिए उसके मन में..
गौरव के धक्कों से वो मजा नही ले पा रही थी,जब भी वो आंखे बंद करती तो कभी रफीक तो कभी रोहन का चहरा उसके सामने आ जाता था,बहुत देर तक वो ऐसे ही बस पत्नी धर्म निभाने के लिए लेटी रही वो आंखे बंद करने से डर रही थी,आख्रिर उसने फैसला किया की वो आंखे बंद करेगी ,
“आह पूर्वी ..”
रफीक तेजी से धक्के लगा रहा था,उसका मजबूत जिस्म पूर्वी के नाजुक जिस्म को पूरी तरह से ढक चुका था,वो उसके जिस्म की मजबूती अपने जिस्म में महसूस कर पा रही थी,
“आई लव यु बेबी..”
धक्के तेज हो रहे थे और पूर्वी ने रोहन के सर को अपने मुह के पास खिंचा और उसके होठो में अपने होठो को घुसा दिया,रोहन पूर्वी के नाजुक होठो को जोरो से चूसें जा रहा था,पूर्वी को ऐसा सुख मिल रहा था जिसकी कल्पना भी वो नही कर पाई थी,रोहन उसके होठो को और भी जोरो से चूस रहा था,
“आह आई एम कमिंग बेबी “
रफीक की आवाज पूर्वी के कानो में पड़ी वो भी चाहती थी की रफीक उसकी योनि को पूरी तरह  से भिगो दे..और रोहन छूटा,अपने पूरे वेग में उसने पूर्वी के योनि में अपना लावा भर दिया पूर्वी थक कर चूर हो चुकी थी उसने रफीक और रोहन का लावा अपने गर्भ में जाते हुए महसूस किया और इसी आभास से उसका झरना भी छूट पड़ा…
उसने गौरव को जोरो से कस लिया था,जो अपनी हांफती सांस सम्हाल रहा था,पूर्वी को लगा जैसे उसने रोहन के मजबूत जिस्म को अपने बांहों में भरा है और रफीक का मुस्कुराता हुआ चहरा उसके आंखों में घूम गया,वो अपनी उखड़ी हुई सांसों को सम्हालने लगी लेकिन उसके चहरे में तृप्ति का एक भाव था वही होठो में एक मुस्कान………...
Like Reply


Messages In This Thread
RE: प्यार या धोखा - by Chutiyadr - 28-06-2019, 09:15 PM



Users browsing this thread: 8 Guest(s)