05-02-2025, 02:15 PM
(This post was last modified: 19-02-2025, 09:27 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
सुबह वन्दना मैम ने मुझे जल्दी उठा दिया. वो खुश थीं. उन्होंने कहा- मैंने इससे पहले कभी इतना अच्छा नहीं महसूस किया. रात की पहली चुदाई से मेरे लंड पर सूजन आ गई थी और मुझे दर्द भी हो रहा था. कुछ देर बाद मैं अपने घर चला आया. मैं हफ्ते भर न विद्यालय गया, न ही ट्यूशन गया. मैंने मोबाइल भी बंद कर रखा था. अपने लैपटॉप पर सेक्स की सारी जानकारियां ले ली थीं. अगले हफ्ते वो खुद मेरे घर आ गईं., विद्यालय टाइम में उस समय नानी अपने मिलने वालों के घर पर गई थीं. मैंने उस टाइम हाफ टी-शर्ट और बॉक्सर पहना हुआ था. मैम ने बेल बजायी, मैंने दरवाज़ा खोला और देखा कि कोई बुरके में औरत आई थी. मैं अभी कुछ समझ पाता कि वो अन्दर आती चली गई. उसने पलट कर गेट बंद किया और बुरका उतारा. मैंने देखा कि वो तो वंदना मैम थीं. उन्होंने इस वक्त सफेद शर्ट, लाल स्कर्ट और हाई हील सैंडल पहने थे. उन्होंने पूछा- ट्यूशन क्यों नहीं आ रहे थे? मैंने कहा- तबियत ठीक नहीं लग रही है. उन्होंने कहा- ऐसे तुम मेरे चूत की आधी खुजली मिटा कर नहीं छुप सकते. मैं चुप रहा. उन्होंने मुझसे कहा- तुम भी जल्दी ही एक्सपर्ट बन जाओगे. शायद वो जानती थीं कि घर पर कोई नहीं है. उन्होंने मेरा बॉक्सर उतार कर मेरे लंड को चूसना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा- आज तो ये औऱ बड़ा लग रहा है. मुझे अब सब पता था इसलिए मैं मजे ले रहा था. उन्होंने अपने कपड़े खुद उतारे और जल्द ही मेरे लंड पर बैठ गईं. वो कहने लगीं- आह ... मेरी चुत की खुजली को मिटा दो. मैंने उन्हें उठाया, मेरा लंड उनकी चुत के अन्दर घुस गया था. मैंने मैम को जकड़ा और तेजी से उनकी चूत चोदने लगा. मैम को दर्द हो रहा था लेकिन वो इंग्लिश में कह रही थीं- आह फ़क मी हार्डर ... मैं मैम को तब तक चोदा, जब तक मैं झड़ नहीं गया. कुछ देर बाद मैं झड़ चुका था, लेकिन वो नहीं झड़ी थीं. मैं तब भी रुका नहीं, मैंने उसे बेड पर पटक दिया. उनके मुँह में लंड डाल दिया. उनका सिर पकड़ कर उनके गले तक लंड पहुंचा दिया. वो समझ नहीं पा रही थी कि मैं इतना वाइल्ड कैसे हो गया. मेरा लंड जैसे ही खड़ा हुआ, मैंने उसे फिर से चोदना शुरू कर दिया. जब वो झड़ी, तब उन्होंने मेरी बाजुओं को दाब रखा था. मैंने कहा- दुबारा ऐसे मत आना ... मैं अब ट्यूशन और विद्यालय दोनों जगह खुद ही आऊंगा. वंदना मैम ने हंसते हुए कहा- तुम्हें प्रियंका पूछ रही थी. मैं कुछ नहीं बोला. वंदना मैम ने कहा- लगता है वो तुम्हें पसंद करती है. इतना कह कर मैम चली गईं. दोस्तो, वंदना ने मेरा खूब इस्तेमाल किया. उन्होंने मुझे चुदक्कड़ बना डाला. उसके बाद मैंने और वंदना मैम ने मेरी विद्यालय की पढ़ाई पूरा होने तक चुदाई की. मेरे पेपर खत्म होने के बाद वंदना मैम की शादी हो गई. मैं अब अकेला था, लेकिन मुझे नहीं पता था कि मुझ पर कोई और नज़र रख रहा था. वो कोई और नहीं ... प्रियंका थी. हमारे विद्यालय की छुट्टियां चल रही थीं. वो मेरे घर के करीब की ही थी, मुझसे मिलने लगी. सच में वो बहुत सेक्सी थी ... इतनी ज्यादा कि क्या बताऊँ. लेकिन मेरा दिल तो वंदना मैम ले जा चुकी थीं. मैं शायद मैम से प्यार करने लगा था ... लेकिन वंदना मैम अब किसी और की हो चुकी थीं. प्रियंका सब जानती थी कि मेरे और वंदना मैम के बीच क्या था. इसीलिए वो मुझे अपनी तरफ खींचने की कोशिश करती थी, क्योंकि वो मेरा लंड लेना चाहती थी. मैं इस बात से अनजान था. अब वो मेरे घर आने जाने लगी थी ... और मुझे भी उसका आना जाना पसंद आने लगा था ... क्योंकि मेरे लंड की खुजली धीरे धीरे बढ़ रही थी. मेरा लंड चूत मांग रहा था. प्रियंका की हाइट मेरे से कम थी. वो 4 फुट 8 इंच की रही होगी. वो हर रोज ऐसे कपड़े पहनती थी कि मेरे लंड की खुजली बढ़ जाती. मेरा दिल करता कि पकड़ कर चोद दूँ, लेकिन डर था, क्योंकि घर में नानी रहती थीं और कहीं प्रियंका चिल्ला दी, तो सब रायता फ़ैल जाएगा. इसलिए मैंने कुछ नहीं किया.Thanks
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
