05-02-2025, 02:12 PM
अब मैं बुरा फंस गया था.
मैम ने कहा- चल शुरू हो जा.
मैम ने मेरी शर्ट उतारी.
मैंने गुस्से में कहा- यार, ये कैसी पढ़ाई है?
वंदना ने हंस कर कहा- ये कामसूत्र है.
मैंने कहा- इसमें मुझे क्या फायदा?
मैम ने कहा- रुक बताती हूँ.
उन्होंने मुझे धक्का दे दिया. मेरी कुछ समझ में नहीं आया कि क्या हो रहा है. मैं सोफे पर गिर गया था. मैम ने मेरी पैंट की बेल्ट खोली, पैंट उतार कर मुझे नंगा कर दिया. मैं कुछ बोलता, उससे पहले प्यासी टीचर ने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया.
आह … लंड मैम के मुँह में जाते ही मैं अलग दुनिया में खो गया था. मुझे इतना आनन्द आ रहा था कि मैं बता नहीं सकता.
वो अपने मुँह में लंड को ऊपर नीचे कर रही थीं. जब मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया, तब उनका मुँह भरा हुआ लग रहा था. पूरा खड़ा लंड लीलने के बाद वो मेरे लंड को अपने गले तक ले जा रही थीं. मैं मदहोश हुआ जा रहा था.
अब मेरा लंड टीचर की चुत चुदाई के लिए तैयार था. वंदना मैम खड़ी हुईं. फिर वो मेरे ऊपर चढ़ गईं. उन्होंने मेरे लंड को पकड़ा और अपनी चूत में डालने लगीं. उनकी भी चूत गीली थी और मेरा लंड भी गीला था.
टीचर ने अपनी चूत में पहले थोड़ा सा लंड लिया, तो मुझे ऐसा लगा कि किसी नरम सी चीज में लंड घुस गया है. जैसे ही मैम ने पूरा लंड चूत में लिया, मुझे हल्का दर्द सा हुआ. लेकिन मेरे लंड को मजेदार गर्म अहसास हो रहा था.
कुछ देर लंड अन्दर ही रहा, फिर उन्होंने ऊपर नीचे करना जैसे ही शुरू किया, मुझे लगा कि मैं झड़ रहा हूँ. मैं उनकी चुत के अन्दर ही झड़ गया और मुझे वैसे ही नींद आ गई.
वंदना मैम ने मुझे नहीं जगाया, लेकिन वो मेरे लंड के साथ खेल रही थीं, इसीलिए मेरी आंखें खुल गईं. क्योंकि मुझे दर्द भी हो रहा था … जिससे मेरी आह निकल गई.
वो मेरे लंड को चूस रही थीं, उन्होंने मेरे लंड को दुबारा खड़ा करके उसे अपनी चूत में डाल लिया. इस बार मैं नहीं झड़ रहा था, वो मेरे लंड से अपनी चूत की प्यास बुझाने की कोशिश कर रही थीं.
मैम ने कहा- चल शुरू हो जा.
मैम ने मेरी शर्ट उतारी.
मैंने गुस्से में कहा- यार, ये कैसी पढ़ाई है?
वंदना ने हंस कर कहा- ये कामसूत्र है.
मैंने कहा- इसमें मुझे क्या फायदा?
मैम ने कहा- रुक बताती हूँ.
उन्होंने मुझे धक्का दे दिया. मेरी कुछ समझ में नहीं आया कि क्या हो रहा है. मैं सोफे पर गिर गया था. मैम ने मेरी पैंट की बेल्ट खोली, पैंट उतार कर मुझे नंगा कर दिया. मैं कुछ बोलता, उससे पहले प्यासी टीचर ने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया.
आह … लंड मैम के मुँह में जाते ही मैं अलग दुनिया में खो गया था. मुझे इतना आनन्द आ रहा था कि मैं बता नहीं सकता.
वो अपने मुँह में लंड को ऊपर नीचे कर रही थीं. जब मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया, तब उनका मुँह भरा हुआ लग रहा था. पूरा खड़ा लंड लीलने के बाद वो मेरे लंड को अपने गले तक ले जा रही थीं. मैं मदहोश हुआ जा रहा था.
अब मेरा लंड टीचर की चुत चुदाई के लिए तैयार था. वंदना मैम खड़ी हुईं. फिर वो मेरे ऊपर चढ़ गईं. उन्होंने मेरे लंड को पकड़ा और अपनी चूत में डालने लगीं. उनकी भी चूत गीली थी और मेरा लंड भी गीला था.
टीचर ने अपनी चूत में पहले थोड़ा सा लंड लिया, तो मुझे ऐसा लगा कि किसी नरम सी चीज में लंड घुस गया है. जैसे ही मैम ने पूरा लंड चूत में लिया, मुझे हल्का दर्द सा हुआ. लेकिन मेरे लंड को मजेदार गर्म अहसास हो रहा था.
कुछ देर लंड अन्दर ही रहा, फिर उन्होंने ऊपर नीचे करना जैसे ही शुरू किया, मुझे लगा कि मैं झड़ रहा हूँ. मैं उनकी चुत के अन्दर ही झड़ गया और मुझे वैसे ही नींद आ गई.
वंदना मैम ने मुझे नहीं जगाया, लेकिन वो मेरे लंड के साथ खेल रही थीं, इसीलिए मेरी आंखें खुल गईं. क्योंकि मुझे दर्द भी हो रहा था … जिससे मेरी आह निकल गई.
वो मेरे लंड को चूस रही थीं, उन्होंने मेरे लंड को दुबारा खड़ा करके उसे अपनी चूत में डाल लिया. इस बार मैं नहीं झड़ रहा था, वो मेरे लंड से अपनी चूत की प्यास बुझाने की कोशिश कर रही थीं.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
