05-02-2025, 02:11 PM
मेरी जीभ बाहर ही रह गई और मुँह से लार गिर गई.
वंदना मैम ने पूछा- होम वर्क किया?
मैंने कहा- हां वंदना.
हमने रोज की तरह पहले पढ़ाई की, फिर वंदना ने कहा- अब जो तुमने प्रैक्टिस की है, वो मुझ पर ट्राय करो.
मैं भी यही चाह रहा था … क्योंकि कल रात वीडियो देखने के बाद मुझे बहुत कुछ समझ में आने लगा था. मैंने वंदना मैम को चेयर पर बैठाया और पीछे जाकर उनके बाल खोल दिए. फिर उनके कंधे सहलाने लगा. मैम ने अपनी आंखें बंद कर ली थीं. मैंने उनके कान के पीछे उंगली फिराई, फिर धीरे धीरे अपने हाथ नीचे की तरफ ले जाने लगा. मैंने उनके बूब्स दबाए, वो मदहोश होने लगी थीं.
मैंने मैम की नाइटी की गांठ खोल दी. जैसे ही गांठ खोली, मैंने देखा कि उन्होंने ब्लू कलर की ब्रा और पैंटी पहनी हुई थी. वो बहुत सेक्सी दिख रही थीं.
मैंने मैम की ब्रा और पैंटी भी उतार दी.
प्यासी टीचर ने कहा- अब मेरी चूत को गर्म करो.
मैंने मैम की चूत पर वैसे ही हाथ फिराया, जैसे मैंने वीडियो में देखा था. वंदना की चूत ऊपर से सफेद और अन्दर से पिंक थी. मैंने पहली बार किसी की चूत पर हाथ लगाया था, मुझे थोड़ा अजीब लगा.
वंदना ने कहा- अब इसे चाट डालो. यह तुम्हारा लेसन है.
मैंने दिन भर हवा में प्रैक्टिस के बाद जैसे ही मैम की चूत को चूसना शुरू किया, तो मुझे मजा आने लगा. मैम की चूत फ्रेश लग रही थी.
मैम अपनी चूत चुसाई से एकदम मदहोश होने लगी थीं. मैं धीरे धीरे चुत चूस रहा था. वंदना मैम के मुँह से अजीब सी आवाजें निकल रही थीं ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…. इस्स … यीह … कम ऑन फ़ास्ट..’
मैम की ये आवाजें सुन कर मुझे अन्दर से गुदगुदी हो रही थी.
तभी वंदना मैम कहने लगीं- आह और जोर से चूसो.
मैं अपनी जीभ से उनकी चूत और जोर से चाटने लगा. मेरी जीभ उसकी चूत में थी. वंदना मैम के पूरे जिस्म से आज एक अलग ही खुशबू आ रही थी. उनकी चूत से भी एक अलग सुगंध आ रही थी, लेकिन जीभ पर एक अलग स्वाद था. मैं उनकी चूत चूसता रहा.
तभी प्यासी टीचर अचानक से मेरा सर अपनी चूत में दबाने लगीं, मुझे लगा कि कुछ पानी जैसा मेरे मुँह में आया. वंदना मैम आह आह की तेज सीत्कार करते हुए झड़ गईं. अब उनका हाथ मेरे सर से ढीला हो गया था. लेकिन मैं नहीं रुका, वो चीख़ रही थीं. मैं उनकी चूत को, ट्यूशन खत्म खत्म होने तक चूसता रहा.
वो आज चुत चुसाई से दो बार झड़ चुकी थीं. हर बार मैं उनका माल पी जाता रहा. अब वो बेदम लग रही थीं, लेकिन उन्होंने मुझसे रुकने को नहीं कहा. मेरा मुँह थक चुका था … लेकिन उनकी तड़प बढ़ती ही जा रही थी.
मैं मुँह हटाने लगा, तो उन्होंने मुझे गाली दी. मैम कहने लगीं- मैं तुझे झांटू मेंटल से काबिल मर्द बनाना चाहती हूँ … और तू भाग रहा है साले गांडू … चल चुपचाप मेरी चूत की तड़प मिटा भोसड़ी के.
मैंने सहमते हुए कहा- मैम, घर में नानी इंतज़ार कर रही होंगी.
तभी वंदना ने मुझसे कहा- आज तू यहीं रुकेगा. मैंने तेरे आने से पहले तेरे घर में बोल दिया कि आज मैं तुझे एग्जाम की वजह से नाईट क्लास दूंगी और तू खाना भी यहीं खाएगा.
वंदना मैम ने पूछा- होम वर्क किया?
मैंने कहा- हां वंदना.
हमने रोज की तरह पहले पढ़ाई की, फिर वंदना ने कहा- अब जो तुमने प्रैक्टिस की है, वो मुझ पर ट्राय करो.
मैं भी यही चाह रहा था … क्योंकि कल रात वीडियो देखने के बाद मुझे बहुत कुछ समझ में आने लगा था. मैंने वंदना मैम को चेयर पर बैठाया और पीछे जाकर उनके बाल खोल दिए. फिर उनके कंधे सहलाने लगा. मैम ने अपनी आंखें बंद कर ली थीं. मैंने उनके कान के पीछे उंगली फिराई, फिर धीरे धीरे अपने हाथ नीचे की तरफ ले जाने लगा. मैंने उनके बूब्स दबाए, वो मदहोश होने लगी थीं.
मैंने मैम की नाइटी की गांठ खोल दी. जैसे ही गांठ खोली, मैंने देखा कि उन्होंने ब्लू कलर की ब्रा और पैंटी पहनी हुई थी. वो बहुत सेक्सी दिख रही थीं.
मैंने मैम की ब्रा और पैंटी भी उतार दी.
प्यासी टीचर ने कहा- अब मेरी चूत को गर्म करो.
मैंने मैम की चूत पर वैसे ही हाथ फिराया, जैसे मैंने वीडियो में देखा था. वंदना की चूत ऊपर से सफेद और अन्दर से पिंक थी. मैंने पहली बार किसी की चूत पर हाथ लगाया था, मुझे थोड़ा अजीब लगा.
वंदना ने कहा- अब इसे चाट डालो. यह तुम्हारा लेसन है.
मैंने दिन भर हवा में प्रैक्टिस के बाद जैसे ही मैम की चूत को चूसना शुरू किया, तो मुझे मजा आने लगा. मैम की चूत फ्रेश लग रही थी.
मैम अपनी चूत चुसाई से एकदम मदहोश होने लगी थीं. मैं धीरे धीरे चुत चूस रहा था. वंदना मैम के मुँह से अजीब सी आवाजें निकल रही थीं ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…. इस्स … यीह … कम ऑन फ़ास्ट..’
मैम की ये आवाजें सुन कर मुझे अन्दर से गुदगुदी हो रही थी.
तभी वंदना मैम कहने लगीं- आह और जोर से चूसो.
मैं अपनी जीभ से उनकी चूत और जोर से चाटने लगा. मेरी जीभ उसकी चूत में थी. वंदना मैम के पूरे जिस्म से आज एक अलग ही खुशबू आ रही थी. उनकी चूत से भी एक अलग सुगंध आ रही थी, लेकिन जीभ पर एक अलग स्वाद था. मैं उनकी चूत चूसता रहा.
तभी प्यासी टीचर अचानक से मेरा सर अपनी चूत में दबाने लगीं, मुझे लगा कि कुछ पानी जैसा मेरे मुँह में आया. वंदना मैम आह आह की तेज सीत्कार करते हुए झड़ गईं. अब उनका हाथ मेरे सर से ढीला हो गया था. लेकिन मैं नहीं रुका, वो चीख़ रही थीं. मैं उनकी चूत को, ट्यूशन खत्म खत्म होने तक चूसता रहा.
वो आज चुत चुसाई से दो बार झड़ चुकी थीं. हर बार मैं उनका माल पी जाता रहा. अब वो बेदम लग रही थीं, लेकिन उन्होंने मुझसे रुकने को नहीं कहा. मेरा मुँह थक चुका था … लेकिन उनकी तड़प बढ़ती ही जा रही थी.
मैं मुँह हटाने लगा, तो उन्होंने मुझे गाली दी. मैम कहने लगीं- मैं तुझे झांटू मेंटल से काबिल मर्द बनाना चाहती हूँ … और तू भाग रहा है साले गांडू … चल चुपचाप मेरी चूत की तड़प मिटा भोसड़ी के.
मैंने सहमते हुए कहा- मैम, घर में नानी इंतज़ार कर रही होंगी.
तभी वंदना ने मुझसे कहा- आज तू यहीं रुकेगा. मैंने तेरे आने से पहले तेरे घर में बोल दिया कि आज मैं तुझे एग्जाम की वजह से नाईट क्लास दूंगी और तू खाना भी यहीं खाएगा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
