15-01-2025, 09:06 PM
(This post was last modified: 20-01-2025, 12:38 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
जब ये लोग ऊपर वाले फ्लोर पर रहने आए तो मेरी नजर उनकी जवान बेटी नेहा पर गई जो 20 साल की है।
बिल्कुल स्लिम बॉडी और पांच फुट ऊंची।
चूची के नाम पर दो छोटे छोटे निशान शायद कुपोषण का शिकार हो गई है।
काफी दिन साथ रहने के बाद समझ आया वो पूरा दिन बस पढ़ती रहती है इस लिए खाने पीने पर ध्यान नहीं देती।
पर मैं तो उसकी छाती पर चूची देखने की कोशिश करता. हाय मौका मिल जाए, फिर दबा दबा कर मोटी कर दूँ इन चूची को।
काफी दिनों तक मेहनत की मैंने पर उसने मौका नहीं दिया.
पर मेहनत तो रंग लाती है।
एक दिन में फोन पर बात करते हुए घर के बाहर सिगरेट पीने में लगा था क्योंकि घर में पीता तो कुटाई होती।
तभी ऊपर से एक चोली मेरे सामने सड़क पर गिर गई.
तो मैंने अचानक ऊपर देखा तो वहा कोई दिखा नहीं बस रस्सी पर लटके हुए कुछ कपड़े दिखे जो धूप में सूखने के लिए वहा टांग देते हैं।
मैंने चोली को उठाया और घर में अंदर आने लगा तो ऊपर वाली भाभी सीढ़ी से नीचे आती हुई दिखाई दी.
तो मैंने मस्ती करने की सोची और चोली को जींस की जेब में डाल दिया।
भाभी बाहर गई और ढूंढने के बाद वापस आई तो भाभी ने मुझसे कहा- बाहर कपड़ा गिर गया था जहाँ तुम खड़े थे. तुमने देखा है?
मैंने कहा- कौन सा कपड़ा भाभी?
तो वो चारों तरफ देखने लगी और फिर चुप हो कर ऊपर चली गई।
मैं अपने कमरे में आया और चोली निकाल कर देखने लगा.
वो लाल रंग की थी और 34 B साइज था.
अब मैं सोचने लगा कि यह चोली किसकी होगी क्योंकि नेहा का साइज तो बहुत कम है. या तो ये चोली भाभी की है या फिर आंटी की।
मैं उस चोली में क़ैद होने वाली चूची को सोचते हुए बाथरूम में घुस गया और अपना लंड चोली में लपेट कर हिलाने लगा.
उफ्फ … ऐसा लगा जैसे सच में चूची के बीच में लंड डाल कर धक्के लगा रहा हूं.
आह … क्या मजा आया!
और मैंने चोली में ही अपना पानी निकाल दिया।
अब मैं वापस आया और चोली को बेड के हेड में रख दिया और लॉक कर दिया।
इसके दो दिन बाद शाम को में फोन पर बात कर रहा था तब भाभी सीधी पर आईं और मुझे बुलाया.
तो मैं चला गया.
बिल्कुल स्लिम बॉडी और पांच फुट ऊंची।
चूची के नाम पर दो छोटे छोटे निशान शायद कुपोषण का शिकार हो गई है।
काफी दिन साथ रहने के बाद समझ आया वो पूरा दिन बस पढ़ती रहती है इस लिए खाने पीने पर ध्यान नहीं देती।
पर मैं तो उसकी छाती पर चूची देखने की कोशिश करता. हाय मौका मिल जाए, फिर दबा दबा कर मोटी कर दूँ इन चूची को।
काफी दिनों तक मेहनत की मैंने पर उसने मौका नहीं दिया.
पर मेहनत तो रंग लाती है।
एक दिन में फोन पर बात करते हुए घर के बाहर सिगरेट पीने में लगा था क्योंकि घर में पीता तो कुटाई होती।
तभी ऊपर से एक चोली मेरे सामने सड़क पर गिर गई.
तो मैंने अचानक ऊपर देखा तो वहा कोई दिखा नहीं बस रस्सी पर लटके हुए कुछ कपड़े दिखे जो धूप में सूखने के लिए वहा टांग देते हैं।
मैंने चोली को उठाया और घर में अंदर आने लगा तो ऊपर वाली भाभी सीढ़ी से नीचे आती हुई दिखाई दी.
तो मैंने मस्ती करने की सोची और चोली को जींस की जेब में डाल दिया।
भाभी बाहर गई और ढूंढने के बाद वापस आई तो भाभी ने मुझसे कहा- बाहर कपड़ा गिर गया था जहाँ तुम खड़े थे. तुमने देखा है?
मैंने कहा- कौन सा कपड़ा भाभी?
तो वो चारों तरफ देखने लगी और फिर चुप हो कर ऊपर चली गई।
मैं अपने कमरे में आया और चोली निकाल कर देखने लगा.
वो लाल रंग की थी और 34 B साइज था.
अब मैं सोचने लगा कि यह चोली किसकी होगी क्योंकि नेहा का साइज तो बहुत कम है. या तो ये चोली भाभी की है या फिर आंटी की।
मैं उस चोली में क़ैद होने वाली चूची को सोचते हुए बाथरूम में घुस गया और अपना लंड चोली में लपेट कर हिलाने लगा.
उफ्फ … ऐसा लगा जैसे सच में चूची के बीच में लंड डाल कर धक्के लगा रहा हूं.
आह … क्या मजा आया!
और मैंने चोली में ही अपना पानी निकाल दिया।
अब मैं वापस आया और चोली को बेड के हेड में रख दिया और लॉक कर दिया।
इसके दो दिन बाद शाम को में फोन पर बात कर रहा था तब भाभी सीधी पर आईं और मुझे बुलाया.
तो मैं चला गया.
![[Image: 9haf7j.gif]](https://i.imgflip.com/9haf7j.gif)
Mootate huye
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
