13-01-2025, 09:39 PM
"अरे ऐसा नहीं है भाभी जी.... यह उसे तरह की नहीं ....!!! अलग तरह की गर्लफ्रेंड थी हमारी....!!!!
खुशबू " अरे गर्लफ्रेंड तो गर्लफ्रेंड होती है ना....!!! इसमें भला उसे तरह.... अलग तरह... क्या होता है!!!
(थोड़ा नाराज होते हुए सलीम कहेता)
"क्या यह भाभी जी जब से आप हमारी जिंदगी में आई है ना ....हमें तो इस गर्लफ्रेंड से मिलना जुलना ही नहीं होता.... और वैसे भी उसकी शादी हो गई है तो अब शायद मिलना जुलना होगा भी नहीं....!!!
(खुशबू और कंफ्यूज हो जाती है....)
"
"आपने पहले तो कभी उसके बारे में जिक्र नहीं किया.... और यह बोल रहे हो कि मेरे आने से इसके साथ आपका मिलना जुलना भी बंद हो गया!!!!"
" अरे भाभी जी आप इसको बहुत अच्छे से जानती हो .....ज़रा ध्यान से देखिए फोटो ....!!! आपके कारण हमारा इसे मिलना जुलना बंद हो गया है....!!!
(खुशनु भी वापस फोटो पर गौर करती है
...कहते हैं)
" अरे नहीं बाबा मैं इस लड़की को नहीं जानती...!!! मैंने तो इसको आगे पहले कभी देखा भी नहीं....!!!"
( सलीम कहता है )
"हां भाभी जी माफ करेगा .....आप इस लड़की को नहीं..... जानती....लेकिन इसको जानती है......"
(खुशबू थोड़ा चिढ़ जाती है )
"अरे क्यों परेशान करते हो.... बोलो ना भला कौन है .....यह खामखा सस्पेंस क्यों कर रहे हो !!!!
"क्या भाभी जी इसके साथ पिछले 1 महीने से रह रही हो ....आपने उसको नहीं पहचाना .....!!???
खुशबू के तो जैसे धड़कन बंद हो गई....!!!! उसकी आंख खुली की खुली रह गई....!!!! उसको जैसे चक्कर आने लगा.....!!!!
ध्यान से तस्वीर देखने पर उसे एहसास हुआ..... सही बात है.....!!!! यार.....!!!! यह तो अमित ही है......!!!!!
लेकिन यह ...यहां.... इस तरह से .....लड़कियों के कपड़ों में .....लड़कियों की हेयर विग में .....!!! पूरी लड़की बना हुआ है यार .....!!!! खुशबु के हलक से तो जैसे एक शब्द नहीं निकल रहा है....!!!! खुशबू के आसपास बैठे हुए दोनों फ्रेंड इस शांत करते हैं..... उसके पीठ सहलाता है......!!! और एक उसकी जांघो सहलाता है ........
"क्या हुआ भाभी जी .... अब पहचान अपने अपने पति को.....!!!!""
अभी भी खुशबू की आंखें खुली की खुली है....
" लेकिन यह सब क्या है!!???
के तुरंत ही खुशबू के दिमाग में बहुत तेजी से इस फ्लैशबैक चला जाता है .....!!!!
अब उसे समझ आ जाता है कि अपने दोस्त अली और जफर के साथ और सामने अमित दोनों पर बंद करके क्यों बैठता था .....!!!!!
अब उसे एहसास हो गया कि उसका "वह" वाला वीडियो इतना वायरल हो गया था .....जो जाहिर सी बात है की सब ने इतने भी देखा होगा..... और वह लोग उसे उसे होटल में लेकर भी गए थे उसके बाद भी उसने शादी के लिए " हा" क्यों कहा....!!!!
अब खुशबू के हिसाब दिमाग में सारा हिसाब बैठ रहा था...... की शादी के इतने दिनों बाद भी अमित ने कभी भी सामने से सेक्स की पहल क्यों नहीं की खुशबू के साथ सेक्स करने के लिए .....!!!!!
आप खुशबू को समझ आ रहा था कि ....क्यों अमित इन चारों के हर छोटे-बड़े काम इतनी आसानी से बिना कोई आर्गुमेंट या कंप्लेंट के कर लेता है ......!!!!
खुशबू जैसे अपने आप से ही बता रही है..... यह मैं किस चीज में पड़ गई .....!!!! वापस उन लोगों को देखकर पूछती है
"यह सब क्या है यार.... कुछ बोलो तो सही.... आप लोग....!!!!
जो मेरा सबसे पैसा वाला और पावरफुल वह खुशबू से बात शुरू करता है
"अरे भाभी जी हमें लगा आपको शायद आपके पति के बारे में थोड़ा बहुत तो अंदाजा होगा ही या फिर शादी के 1 महीने बाद तक तो आ ही गया होगा ना.....!!!! लेकिन लगता है आप तो इसे पूरे अनजान है लगता है....!!!! इस बात को ना छेड़े तो ही अच्छा है.....!!!
( वह जानबूझकर खुशबू को और उतावला करना चाह रहा है.. अमित को हकीकत की लेकर )
"देख रहीम यहां वहां की बातें मत करके मेरा सवाल टालने की कोशिश मत करिए...... मुझे प्रॉपर जवाब दीजिए ....!!! क्या है यह सब ....!!!
(रहीम तुरंत समझ जाता है कि अब और ज्यादा छेड़ने का मतलब नहीं है .....खुशबू को वह उसे शांत करता है )
"शांत हो जाएगी भाभी जी..... आपको अच्छे से समझाता हु.....देखिए आप को अब तक तो समझ में आ ही गया होगा कि हम चार लोग कितने शौकीन है हर एक मामले में ,!!!!!
खुशबू हाँ सर हिलाती है.....
"तू भाभी जी इतना समझाने लीजिए कि जैसे कि हमारे बचपन की व्यवस्था थी..... बचपन से हमने अमित को इसी तरह से ......!!! आप चाहे तो ऐसा शब्द बोल सकती है कि "पाल पोष कर" बड़ा किया है ......कि वह हमारे काम आ सके .....और उसके बदले में हम उसके काम आ सके.... !!!!!
(खुशबू आश्चर्य के भाव के साथ इस नए डायनेमिक को समझने की कोशिश कर रही है ....!!!!रहीम वापस अपनी बात शुरू करता है.....)
"देखिए आपको तो पता ही है कि आपका पति शारीरिक तौर पर कितना कमजोर है ....!!!???
(बोलकर रहीम इंतजार करता है खुशबू के जवाब के लिए .....खुशबू शर्म से :हाँ "में सर हिलाती है .......)
"तो बस यही बात है भाभी जी .....हम उसे ......आप चाहे तो ऐसा बोल सकती है कि...... प्रोटेक्शन देते हैं ......गली मोहल्ले के दूसरे लड़कों और मर्दों से .....!!!! उसकी बदले में वह हमारे छोटे-बड़े काम कर लेता है ......!!!!
(खुशबु संशय और शक के भाव के साथ पूछती है)
" किस तरह का काम !????"
"देखें भाभी जी.... वैसे भी आप जानती है आप लोगों की कॉम बहुत सारी लड़कियां हमसे ताल्लुकात बढ़ाना चाह रही होती है....!!!! लेकिन उनके माता-पिता हमें आसानी से उनके करीब नहीं आने देते .....!!! तो हमने ही यह प्लान बनाया था...... कि जब कभी भी कॉलेज या कॉलेज में हम किसी लड़की के साथ दोस्ती करना चाहते होते हैं....!!!! या उसे कहीं बाहर बुलाना चाहते होते हैं.....!!!
तो हम आपके पति अमित को लड़कियों के कपड़े पहन कर .....उसके घर उसको लेने -बुलाने भेज देते थे ......!!!!
(खुशबू को तो अपने कान पर यकीन नहीं हो रहा है.... कि इन लोगों का यह क्या सब चल रहा था...!!!! फिर भी वह सारी बात ध्यान से सुनकर समझाना चाह रही थी ....)
"लड़कियों के कपड़े से आपका क्या मतलब है ...!??? क्या वह अंदर भी .....!??? (खुशबू जैसे अपना वाक्य पूरा भी नहीं कर पाई के क्या अमित जब उन लड़कियों के घर पर जाता था तब अंदर भी लड़कियों के अंडर गारमेंट्स पहन कर जाता था !???)
(रहीम एटीट्यूड में बोलता है )
"अगर सच कहूं तो आपको बुरा तो नहीं लगेगा ना भाभी जी ....!??? लेकिन हां... वह अंदर भी उसी तरह से अच्छे से तैयार होकर जाता था....!!!
(खुशबू को समझ में नहीं आ रहा था कि इस पर वह क्या रिएक्ट करें .....उसकी हंसी भी निकल रही थी .....और वह कंफ्यूज भी थी..... अपने पति को इस तरह से लड़कियों वाले अंडर गारमेंट में देखने की कल्पना करके वह कहीं रोमांचित भी महसूस हो रही थी तो कहीं वह ऑकवर्ड भी महसूस कर रही थी....!!!! खुशबू को बहुत अच्छे से पता था कि अमित का लैंड कितना छोटा था वह लंड kahene के लायक भी नहीं था.... सिर्फ एक छोटी सी उंगली जैसी लल्ली थी...वह अलग-अलग कलर की पेटी में कैसी दिखती होगी!??? )
(रहीम वापस अपनी बात शुरू करता है)
"तो भाभी जी वह अमित लड़की बनकर जाता था.... उन लोगों के घर पर .....और उनके माता-पिता का विश्वास जीतकर....!!! उनकी लड़कियों को कभी हमारे फार्म हाउस पर.... कभी होटल पर ....या कभी ऐसे ही घूमने वगैरह ले आता था .....!!!
जैसा मैंने आपसे कहा इसके बदले में उसको हम कभी कबार देखने का मौका भी दे देते थे....!!! आप समझ रही हो ना भाभी मैं क्या देखने की बात कर रहा हूं....!!???
(खुशबू रहीम की बात समझ गई और शर्मा के हां मैं हां मिला देती है )
क्योंकि वैसे भी उससे तो कोई लड़की पटनी थी नहीं .....!!!! साथ ही साथ हम लोगों के छोटे-बड़े और ओड जॉब्स भी कर लेता था वह .....!!!! जैसे कि हमारे गर्लफ्रेंड को उसका घर से हमारे फार्म हाउस तक लाना....!!!! जब हम सब साथ में मिलकर उसके साथ मजा कर लेते थे तब थकी हारी उसे लड़की को वापस अपने घर पर छोड़ना.....!!!!
हमारी भी कटती थी और उसे भी मजा आता था.....!!!! कम से कम इस बहाने से वह लड़कियों के थोड़े बहुत करीब तो रहता था .....!!!! कभी-कभी वह लड़कियां खुश होकर अपनी पहनी हुई कोई स्कर्ट या पेटी वगैरा भी दे देती थी अमित को तो वह तो इतने मैं ही खुश हो जाता था....!!!"
(खुशबू को समझ में नहीं आ रहा था कि वह किस तरह से रिएक्ट करें .....वह जैसे पूरी ठंडी पड़ गई थी .....लेकिन उसके बावजूद भी वह इस भूतकाल के बारे में जानना चाह रही थी ...........)
"और किस तरह के और वह काम कर्ता था ....या आप करवाते थे !??"
खुशबू धीरे होकर पूछती है
(रहीम को भी मजा आ रहा था.... अब मेरी पत्नी के सामने मुझे नीचा दिखाने में .....वह भी एक्साइटमेंट में बोलने लगा .....)
"देखीये भाभी.... जैसे अभी कैसे वह हम सबके लिए पान आइसक्रीम वगैरा लेने गया ना .....उसे दरमियां भी जब हम अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रंगलेलिया मानते थे ना.... फार्म हाउस पर या होटल पर तो..... वह इसी तरह हमारे लिए खाना या ड्रिंक वगैरह लेने चला जाता था....."
(खुशबू तो जैसे शर्म से पानी पानी हो गई क्योंकि रहीम की बातों से वो यही जाता रहा था की खुशबू अभी उन लोगों की गर्लफ्रेंड है और मैं उसी तरह से मैं काम करने के लिए बाहर निकल गया हूं)
(खुशबू ने अमित की जिस तरह से लड़की बनाकर उन दोस्तों के साथ फोटोस देखी थी..... जिसमें कहीं उन दोस्तों का हाथ अमित की कमर पर था तो कहीं उन दोस्तों का हाथ अमित की गांड पर .......उसको पक्का यकीन हो गया था कि वह लोग उसका इस्तेमाल सिर्फ छोटे-बड़े काम करवाने के लिए नहीं और चीज के लिए भी कर रहे थे....... लेकिन खुशबू के लिए एक साथ इतनी सारी इनफार्मेशन ग्राफ्स करना डिफिकल्ट हो गया था....!!!! वह अभी इस वक्त इस बारे में इसके इससे ज्यादा जानना चाहा भी नहीं रही थी....!!!! चाहे उसके मन में ढेर सारे सवाल हो रहे थे तो भी...!!! )
"तो जो आप तस्वीर देख रहे हो वह आपके पति अमित की ही है .....सच कहूं तो भाभी जी उसने हमारी बड़ी मदद की थी .....और जैसा मैंने आपसे कहा हम भी उसको पैसे या और किसी मामले में परेशानी नहीं उठाने देते थे .....!!! जो है आपके सामने है खुशबू bhabhi "
(अभी भी असमंजस में थी कि वह इस माहिती का किस तरह से रिएक्ट करें
वह क्या बोल
क्या कहे
और क्या सुने
वापस रहीम बोलता है )
"हम समझ सकते हैं भाभी जी आप अभी क्या सोच रहे होंगे .....लेकिन यह जो घटना बीत चुकी थी उसको तो अब हम जाकर चेंज नहीं कर सकते...... हैं ना....!!!! ??"
( कहीं ना कहीं इन सारी बातों से खुशबू के मन में एक अलग विचार आने लगा
उसके लिए चाहे पहली बार का अनुभव था लेकिन उसको मजा आने लगा
इस तरह की सारी बात सोचकर
उसे दरमियां तो वह कुछ बोल ही नहीं रही थी
लेकिन वापस रहीम ने बात शुरू की)
" हमने उसका नाम अमिता रखा हुआ था.... इन सरी परिस्थिति के दरमियान .....भाभी जी...."
खुशबू अभी भी शॉक्ड ही है कि उतनी ही देर में मैं मेरे सभी ,., दोस्तों के लिए पान आइसक्रीम वगैरह लेकर घर में दाखिल होता हूं
मैं गौर कर रहा हूं की खुशबू मेरे चारों मुस्-म दोस्त के बीच में बैठी है.... मुझे कहीं ना कहीं जलन भी महसूस हो रही है...... लेकिन जब से उसे डिलीवरी वाले ने खुशबू के फोटोस वीडियो वगैरा बताएं थे या उसके फार्म हाउस के एक्सपीरियंस के बारे में बताया था मैं बहुत ही ज्यादा एक्साइटेड था......
मुझे देखकर ही खुशबू स्वस्थ हो गई और मुझे बोलने लगी
" अरे आप आ गए ...!!! आपको बहुत देर लग गई....!!!!
" अरे हां सॉरी बाबा वह रास्ते में पुराना दोस्त मिल गया था इसलिए ....देर लग गए ....!!!!
"सुनिए ના वैसे भी बहुत थक गई हूं ....आप सबके लिए आइसक्रीम वगैरा निकाल देंगे!???"
" और हां हां बाबा तुम बैठो सबके साथ .....में निकलना वापस आता हूं !!!"
(किचन की तरफ चला गया तो रहीम ने जानबूझकर मुझे चिढाने के लिए और मेरी पत्नी के सामने मुझे नीचा दिखाने के लिए जोर से एक आवाज लगाई ......)
"अमिता...."
और मेरा बचपन से जिस तरह से मानसिक स्थिति रही है उसे तरह से तुरंत ही मैंने उसे अमिता शब्द के ऊपर रिस्पांस दे दिया ......
"हां रहीम जी "
तुरंत ही मुझे मेरी गलती का एहसास हो गया की खुशबू के सामने तो मुझे कम से काम ऐसा नहीं करना चाहिए था
बाहर खुशबू भी मन ही मन हंसने लगी कि मैं भला किस तरह का बंदा हूं.
मैं वापस आता हूं सबको आइसक्रीम सर्व करता हूं.....और सबके साथ बैठ जाता हूं .....उन लोगों ने आइसक्रीम का मजा लिया और यहां वहां की सब बातें करने लगे ......
सलीम ने मुझे बताया कि भाई तुम्हारा तो गोवा जाने का प्लान है अब अच्छे से तैयारी करना शुरू कर देना..... मुझे थोड़ा बुरा लगा कि मेरी पत्नी ने हनीमून प्लान करने से पहले मुझे एक बार पूछा भी नहीं
लेकिन गोवा जगह अच्छी थी मैं भी वहां घूमने जाना चाह रहा था तो
मैं फिर कोई आर्गुमेंट नहीं किया
बस हां कह दिया. .....!!!!
अब मेरे सभी दोस्त लोगों का विदाई होने का भी समय आ गया था.....!!!!
अब जैसे आते वक्त मुझे खुशबू को बोलना पड़ा था कि "तुम क्यों ना उन लोगों को हग करके वेलकम करो !!!???
इस बार तो मुझे वह कहने की जरूरत भी नहीं पड़ी खुशबू ने विदाई देते वक्त मेरे सभी तगड़े दोस्तों को अच्छे से टाइट हग करके विदा किया.....!!!!
हम दोनों अब बाहर थोड़ा काम निपटा कर अपने कमरे में आए
आज मैं बहुत एक्साइटिड था वह जो डिलीवरी वाला मिला था और उसने मुझे जो खुशबू की गांड की और अलग-अलग मर्दों के साथ वाली वीडियो दिखाई थी वह देखकर मैं बहुत ही रोमांटिक था!!!!
आज मैं खुशबू के साथ सेक्स करना चाह रहा था....!!!
जब खुशबू नाइट ड्रेस में आकर मेरे पास लेट गई दिन भर के खाना पीना बनाने की थकान उसका चेहरे पर साफ दिख रही थी ......
मैं हल्की सी पहेल करने की कोशिश की और उससे धीरे प्यार से पूछा
" खुशबू जी आज मेरा बहुत मन है ...आज करते हैं....!!!!
(खुशबू ने जैसे इरिटेटेड होते हुए कहां क्योंकि अभी भी हो शाम की हुई सारी घटना भूल नहीं पा रही थी )
"अरे नहीं बाबा हमें तुम देख नहीं रहे हो.... मैं कब से इतना सब काम कर रही थी.... थक गई हु.....और वैसे भी अभी तो कुछ नहीं दोनों की बात है हम गोवा जाएंगे तभी अच्छे से करेंगे ना .....मूड में...... (खुशबू ने जैसे डिसाइड कर लिया था कि जैसे वह मुझे सामने से चुने देना ही नहीं चाह रही थी और अब तो उसे अच्छा सा बहाना भी मिल गया था..... खुशबू ने पहले ही बात में मेरी पूरी बात काट दी ...लेकिन गोवा वाली लॉलीपॉप पकड़ा कर मुझे वापस एक्साइड तो रख .....मैं वापस खुशबू से पूछता हूं )
"तो कम से काम ऐसा हो तो मुझे हाथ से कर दीजिए ना ..."???
( मेरी छोटी सी लल्ली पकड़ने का खुशबू जरा भी इरादा नहीं था ....जब से उसने मेरे दोस्तों के तगड़े तगड़े लैंड महसूस किए हैं तब से अब वह बस उन्हीं के ख्यालों में है)
"नहीं ना बाबा अमित क्या तुम भी जिद पर अड़ गए हो ...आज..... मैं ज्यादा थकी हुई हूं.... बल्कि तुम्हें मुझे अच्छे से करना चाहिए.... वहां.... नीचे.....!!!!
खुशबू की ऑफर सुनकर ही मेरी आंखों में चमक आ गई .....तो चलो कम से कम इतना तो मैं कर ही सकता हूं ......मैं तुरंत है खुशबू के नाइट ड्रेस का नीचे वाला हिस्सा निकाल दिया.....
और मेरे सामने जैसे जन्नत का दरवाजा खुल गया खुशबू की एकदम गोरी चिकनी सॉफ्ट चुत....मैं हल्के हल्के अपनी जीभ से उसे चाटना साफ कर दिया चालू कर दिया.....
खुशबू भी आज मेरे सभी दोस्तों के यहां वहां छूने के कारण पूरी तरह से रोमांचित थी .....!!!!
जब भी मैं उसे नीचे अच्छे से चाट चाट कर साफ कर रहा था ...!!!!!
वह मेरे दोस्त सलीम असलम रहीम वगैरा के बारे में ही सोच रही थी .....!!!!
हल्के हल्के उसकी आंखें बंद हो रही थी....!!!!
मुझे साफ पता चल रहा था कि वह चरम सीमा महसूस कर रही है ....!!!!
उसकी च** ऑलरेडी बहुत गीली लग रही थी मुझे
मैं भी पूरी शिद्दत से उसे अच्छे से चाट चाट कर और मजा करवाना चाह रहा था!!!!!
हल्का-हल्का मेरा नाम पुकार रही थी ....!!!!
और आखिर में चरम सीमा को पकड़ वहीं पर ऐसे ही ढेर गई .....!!!!
मुझे बड़ा अच्छा लगा तो कम से कम चलो मैं खुशबू जी को इतना मजा तो करवाया ....!!!!!
मैं अपना मुंह वगैरा साफ करने के लिए वॉशरूम की तरफ गया तो ....!!!!!
वहां मैंने देखा की खुशबू ने अपने आगे पहनी हुई पैंटी उतार कर रखी थी ....!!!!!
मेरे दिलों दिमाग में तुरंत ही एक शैतानी विचार आया मैं ....!!!!!
उसकी वह उतरे हुए पेंटिं लेकर बाहर वापस बेड पर आ गया.....!!!!!
मैंने देखा तो वह चुत वाले भाग से बहुत ज्यादा गीली थी ....!!!!!
मैं इस बात से पूरा अनजान था कि वह मेरे ही दोस्त असलम का ढेर सारा वीर्य लगा हुआ था ....!!!!!
मैं हल्के हल्के उसको सूंघ कर उसे चाटने लगा ....
कि मेरे दिमाग में पुराने एक बात याद आने लगी...... कैसे मैं सलीम असलम रहीम के फार्म हाउस पर हमारे कॉलेज या कॉलेज की लड़कियों को लेकर जाता था और वह लोग भी मुझे जैसे कोई रिवॉर्ड देती हो वैसे अपने उतरी हुई पैंटी दे देती थी....... कैसे मैं उन लोगों की पैंटी को सूंघता था.... चाटता था .....और अपना छोटी सी लल्ली उसमें घिस घिस कर हिला लेता था....!!!
मुझे कुछ अलग ही तरह के मदहोशी छाने लगी थी उसे चाटते वक्त ....!!!!!
मेरी पत्नी वहां मेरे बाजू में ही लेटी हुई थी उसकी चूतड़ ऊपर की तरफ थी वह देखकर भी मैं बहुत एक्साइटेड हो गया.....
यह वही गांड थी जो मेरी पत्नी के एक बॉयफ्रेंड के फार्म हाउस पर बहुत बार chud चुकी है....
यह वही गांड थी जिसका वीडियो में एक अनजान फूड डिलीवरी वाले के मोबाइल में देखकर आया था....
यह वही गांड थी जो एकदम आजादी से मेरी पत्नी के एक बॉयफ्रेंड के फार्म हाउस पर सबके सामने घूम रही थी.....
यह वही गांड थी जो मैं इतने करीब होने के बावजूद भी मैं उसका अच्छे से इस्तेमाल नहीं कर पा रहा था.....
इसी तरह के ढेर सारे ख्यालों से मेरा दिमाग भर गया....
मैं अपनी छोटी सी लंड निकालकर अपने हाथ से उसे हिलने लगा ....!!!!!
मुझे ना जाने क्यों अलग तरह की मदहोशी छा रही थी....!!!
मेरी पत्नी की यह सारी घटना हल्की आंखे खोलकर देख रही थी .....!!!!!
और जैसे वह पॉइंट नोट कर रही हो वैसे वह गौर कर रही थी ....!!!!!
कि मुझे पुरानी उतरे होते खुशबू की panty अच्छी लग रही है ...!!!
साथ ही साथ वह मुझे ऑलरेडी अपने दो पुराने एक बॉयफ्रेंड का वीर्य साफ करवा चुकी थी...!!!!
तो वह यह भी गौर कर रही थी कि कहीं ना कहीं मेरे दिलो दिमाग में वीर्य को चाट कर ज्यादा मजा आता है ....!!!!
उसे बड़ा मजा आ रहा था मुझे इस तरह की हालत में देख करके .....एक शादीशुदा मर्द होने के बावजूद भी मैं इस तरह से अपनी पत्नी की उतरी हुई पेटी में हिला रहा था....!!
और मैं ज्यादा रोमांटिक हो जाता हूं....
वहां मन ही मन मुस्कुरा रही थी कि मैं किस तरह का नामर्द पति हूं जो अपने ही पत्नी के उतरी हुई पेंटिं में चाट कर और सूंघ कर अपना लंड हिला रहा हूं .....
जबकि उसके पत्नी वही उसके बाजू में अधनंगी पड़ी हुई है ....!!!!!
खुशबू की panty में अपना छोटा सा लंड हिलाकर मर भी शांत हो जाता हूं और थक हार कर सो जाता हूं....
खुशबू " अरे गर्लफ्रेंड तो गर्लफ्रेंड होती है ना....!!! इसमें भला उसे तरह.... अलग तरह... क्या होता है!!!
(थोड़ा नाराज होते हुए सलीम कहेता)
"क्या यह भाभी जी जब से आप हमारी जिंदगी में आई है ना ....हमें तो इस गर्लफ्रेंड से मिलना जुलना ही नहीं होता.... और वैसे भी उसकी शादी हो गई है तो अब शायद मिलना जुलना होगा भी नहीं....!!!
(खुशबू और कंफ्यूज हो जाती है....)
"
"आपने पहले तो कभी उसके बारे में जिक्र नहीं किया.... और यह बोल रहे हो कि मेरे आने से इसके साथ आपका मिलना जुलना भी बंद हो गया!!!!"
" अरे भाभी जी आप इसको बहुत अच्छे से जानती हो .....ज़रा ध्यान से देखिए फोटो ....!!! आपके कारण हमारा इसे मिलना जुलना बंद हो गया है....!!!
(खुशनु भी वापस फोटो पर गौर करती है
...कहते हैं)
" अरे नहीं बाबा मैं इस लड़की को नहीं जानती...!!! मैंने तो इसको आगे पहले कभी देखा भी नहीं....!!!"
( सलीम कहता है )
"हां भाभी जी माफ करेगा .....आप इस लड़की को नहीं..... जानती....लेकिन इसको जानती है......"
(खुशबू थोड़ा चिढ़ जाती है )
"अरे क्यों परेशान करते हो.... बोलो ना भला कौन है .....यह खामखा सस्पेंस क्यों कर रहे हो !!!!
"क्या भाभी जी इसके साथ पिछले 1 महीने से रह रही हो ....आपने उसको नहीं पहचाना .....!!???
खुशबू के तो जैसे धड़कन बंद हो गई....!!!! उसकी आंख खुली की खुली रह गई....!!!! उसको जैसे चक्कर आने लगा.....!!!!
ध्यान से तस्वीर देखने पर उसे एहसास हुआ..... सही बात है.....!!!! यार.....!!!! यह तो अमित ही है......!!!!!
लेकिन यह ...यहां.... इस तरह से .....लड़कियों के कपड़ों में .....लड़कियों की हेयर विग में .....!!! पूरी लड़की बना हुआ है यार .....!!!! खुशबु के हलक से तो जैसे एक शब्द नहीं निकल रहा है....!!!! खुशबू के आसपास बैठे हुए दोनों फ्रेंड इस शांत करते हैं..... उसके पीठ सहलाता है......!!! और एक उसकी जांघो सहलाता है ........
"क्या हुआ भाभी जी .... अब पहचान अपने अपने पति को.....!!!!""
अभी भी खुशबू की आंखें खुली की खुली है....
" लेकिन यह सब क्या है!!???
के तुरंत ही खुशबू के दिमाग में बहुत तेजी से इस फ्लैशबैक चला जाता है .....!!!!
अब उसे समझ आ जाता है कि अपने दोस्त अली और जफर के साथ और सामने अमित दोनों पर बंद करके क्यों बैठता था .....!!!!!
अब उसे एहसास हो गया कि उसका "वह" वाला वीडियो इतना वायरल हो गया था .....जो जाहिर सी बात है की सब ने इतने भी देखा होगा..... और वह लोग उसे उसे होटल में लेकर भी गए थे उसके बाद भी उसने शादी के लिए " हा" क्यों कहा....!!!!
अब खुशबू के हिसाब दिमाग में सारा हिसाब बैठ रहा था...... की शादी के इतने दिनों बाद भी अमित ने कभी भी सामने से सेक्स की पहल क्यों नहीं की खुशबू के साथ सेक्स करने के लिए .....!!!!!
आप खुशबू को समझ आ रहा था कि ....क्यों अमित इन चारों के हर छोटे-बड़े काम इतनी आसानी से बिना कोई आर्गुमेंट या कंप्लेंट के कर लेता है ......!!!!
खुशबू जैसे अपने आप से ही बता रही है..... यह मैं किस चीज में पड़ गई .....!!!! वापस उन लोगों को देखकर पूछती है
"यह सब क्या है यार.... कुछ बोलो तो सही.... आप लोग....!!!!
जो मेरा सबसे पैसा वाला और पावरफुल वह खुशबू से बात शुरू करता है
"अरे भाभी जी हमें लगा आपको शायद आपके पति के बारे में थोड़ा बहुत तो अंदाजा होगा ही या फिर शादी के 1 महीने बाद तक तो आ ही गया होगा ना.....!!!! लेकिन लगता है आप तो इसे पूरे अनजान है लगता है....!!!! इस बात को ना छेड़े तो ही अच्छा है.....!!!
( वह जानबूझकर खुशबू को और उतावला करना चाह रहा है.. अमित को हकीकत की लेकर )
"देख रहीम यहां वहां की बातें मत करके मेरा सवाल टालने की कोशिश मत करिए...... मुझे प्रॉपर जवाब दीजिए ....!!! क्या है यह सब ....!!!
(रहीम तुरंत समझ जाता है कि अब और ज्यादा छेड़ने का मतलब नहीं है .....खुशबू को वह उसे शांत करता है )
"शांत हो जाएगी भाभी जी..... आपको अच्छे से समझाता हु.....देखिए आप को अब तक तो समझ में आ ही गया होगा कि हम चार लोग कितने शौकीन है हर एक मामले में ,!!!!!
खुशबू हाँ सर हिलाती है.....
"तू भाभी जी इतना समझाने लीजिए कि जैसे कि हमारे बचपन की व्यवस्था थी..... बचपन से हमने अमित को इसी तरह से ......!!! आप चाहे तो ऐसा शब्द बोल सकती है कि "पाल पोष कर" बड़ा किया है ......कि वह हमारे काम आ सके .....और उसके बदले में हम उसके काम आ सके.... !!!!!
(खुशबू आश्चर्य के भाव के साथ इस नए डायनेमिक को समझने की कोशिश कर रही है ....!!!!रहीम वापस अपनी बात शुरू करता है.....)
"देखिए आपको तो पता ही है कि आपका पति शारीरिक तौर पर कितना कमजोर है ....!!!???
(बोलकर रहीम इंतजार करता है खुशबू के जवाब के लिए .....खुशबू शर्म से :हाँ "में सर हिलाती है .......)
"तो बस यही बात है भाभी जी .....हम उसे ......आप चाहे तो ऐसा बोल सकती है कि...... प्रोटेक्शन देते हैं ......गली मोहल्ले के दूसरे लड़कों और मर्दों से .....!!!! उसकी बदले में वह हमारे छोटे-बड़े काम कर लेता है ......!!!!
(खुशबु संशय और शक के भाव के साथ पूछती है)
" किस तरह का काम !????"
"देखें भाभी जी.... वैसे भी आप जानती है आप लोगों की कॉम बहुत सारी लड़कियां हमसे ताल्लुकात बढ़ाना चाह रही होती है....!!!! लेकिन उनके माता-पिता हमें आसानी से उनके करीब नहीं आने देते .....!!! तो हमने ही यह प्लान बनाया था...... कि जब कभी भी कॉलेज या कॉलेज में हम किसी लड़की के साथ दोस्ती करना चाहते होते हैं....!!!! या उसे कहीं बाहर बुलाना चाहते होते हैं.....!!!
तो हम आपके पति अमित को लड़कियों के कपड़े पहन कर .....उसके घर उसको लेने -बुलाने भेज देते थे ......!!!!
(खुशबू को तो अपने कान पर यकीन नहीं हो रहा है.... कि इन लोगों का यह क्या सब चल रहा था...!!!! फिर भी वह सारी बात ध्यान से सुनकर समझाना चाह रही थी ....)
"लड़कियों के कपड़े से आपका क्या मतलब है ...!??? क्या वह अंदर भी .....!??? (खुशबू जैसे अपना वाक्य पूरा भी नहीं कर पाई के क्या अमित जब उन लड़कियों के घर पर जाता था तब अंदर भी लड़कियों के अंडर गारमेंट्स पहन कर जाता था !???)
(रहीम एटीट्यूड में बोलता है )
"अगर सच कहूं तो आपको बुरा तो नहीं लगेगा ना भाभी जी ....!??? लेकिन हां... वह अंदर भी उसी तरह से अच्छे से तैयार होकर जाता था....!!!
(खुशबू को समझ में नहीं आ रहा था कि इस पर वह क्या रिएक्ट करें .....उसकी हंसी भी निकल रही थी .....और वह कंफ्यूज भी थी..... अपने पति को इस तरह से लड़कियों वाले अंडर गारमेंट में देखने की कल्पना करके वह कहीं रोमांचित भी महसूस हो रही थी तो कहीं वह ऑकवर्ड भी महसूस कर रही थी....!!!! खुशबू को बहुत अच्छे से पता था कि अमित का लैंड कितना छोटा था वह लंड kahene के लायक भी नहीं था.... सिर्फ एक छोटी सी उंगली जैसी लल्ली थी...वह अलग-अलग कलर की पेटी में कैसी दिखती होगी!??? )
(रहीम वापस अपनी बात शुरू करता है)
"तो भाभी जी वह अमित लड़की बनकर जाता था.... उन लोगों के घर पर .....और उनके माता-पिता का विश्वास जीतकर....!!! उनकी लड़कियों को कभी हमारे फार्म हाउस पर.... कभी होटल पर ....या कभी ऐसे ही घूमने वगैरह ले आता था .....!!!
जैसा मैंने आपसे कहा इसके बदले में उसको हम कभी कबार देखने का मौका भी दे देते थे....!!! आप समझ रही हो ना भाभी मैं क्या देखने की बात कर रहा हूं....!!???
(खुशबू रहीम की बात समझ गई और शर्मा के हां मैं हां मिला देती है )
क्योंकि वैसे भी उससे तो कोई लड़की पटनी थी नहीं .....!!!! साथ ही साथ हम लोगों के छोटे-बड़े और ओड जॉब्स भी कर लेता था वह .....!!!! जैसे कि हमारे गर्लफ्रेंड को उसका घर से हमारे फार्म हाउस तक लाना....!!!! जब हम सब साथ में मिलकर उसके साथ मजा कर लेते थे तब थकी हारी उसे लड़की को वापस अपने घर पर छोड़ना.....!!!!
हमारी भी कटती थी और उसे भी मजा आता था.....!!!! कम से कम इस बहाने से वह लड़कियों के थोड़े बहुत करीब तो रहता था .....!!!! कभी-कभी वह लड़कियां खुश होकर अपनी पहनी हुई कोई स्कर्ट या पेटी वगैरा भी दे देती थी अमित को तो वह तो इतने मैं ही खुश हो जाता था....!!!"
(खुशबू को समझ में नहीं आ रहा था कि वह किस तरह से रिएक्ट करें .....वह जैसे पूरी ठंडी पड़ गई थी .....लेकिन उसके बावजूद भी वह इस भूतकाल के बारे में जानना चाह रही थी ...........)
"और किस तरह के और वह काम कर्ता था ....या आप करवाते थे !??"
खुशबू धीरे होकर पूछती है
(रहीम को भी मजा आ रहा था.... अब मेरी पत्नी के सामने मुझे नीचा दिखाने में .....वह भी एक्साइटमेंट में बोलने लगा .....)
"देखीये भाभी.... जैसे अभी कैसे वह हम सबके लिए पान आइसक्रीम वगैरा लेने गया ना .....उसे दरमियां भी जब हम अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रंगलेलिया मानते थे ना.... फार्म हाउस पर या होटल पर तो..... वह इसी तरह हमारे लिए खाना या ड्रिंक वगैरह लेने चला जाता था....."
(खुशबू तो जैसे शर्म से पानी पानी हो गई क्योंकि रहीम की बातों से वो यही जाता रहा था की खुशबू अभी उन लोगों की गर्लफ्रेंड है और मैं उसी तरह से मैं काम करने के लिए बाहर निकल गया हूं)
(खुशबू ने अमित की जिस तरह से लड़की बनाकर उन दोस्तों के साथ फोटोस देखी थी..... जिसमें कहीं उन दोस्तों का हाथ अमित की कमर पर था तो कहीं उन दोस्तों का हाथ अमित की गांड पर .......उसको पक्का यकीन हो गया था कि वह लोग उसका इस्तेमाल सिर्फ छोटे-बड़े काम करवाने के लिए नहीं और चीज के लिए भी कर रहे थे....... लेकिन खुशबू के लिए एक साथ इतनी सारी इनफार्मेशन ग्राफ्स करना डिफिकल्ट हो गया था....!!!! वह अभी इस वक्त इस बारे में इसके इससे ज्यादा जानना चाहा भी नहीं रही थी....!!!! चाहे उसके मन में ढेर सारे सवाल हो रहे थे तो भी...!!! )
"तो जो आप तस्वीर देख रहे हो वह आपके पति अमित की ही है .....सच कहूं तो भाभी जी उसने हमारी बड़ी मदद की थी .....और जैसा मैंने आपसे कहा हम भी उसको पैसे या और किसी मामले में परेशानी नहीं उठाने देते थे .....!!! जो है आपके सामने है खुशबू bhabhi "
(अभी भी असमंजस में थी कि वह इस माहिती का किस तरह से रिएक्ट करें
वह क्या बोल
क्या कहे
और क्या सुने
वापस रहीम बोलता है )
"हम समझ सकते हैं भाभी जी आप अभी क्या सोच रहे होंगे .....लेकिन यह जो घटना बीत चुकी थी उसको तो अब हम जाकर चेंज नहीं कर सकते...... हैं ना....!!!! ??"
( कहीं ना कहीं इन सारी बातों से खुशबू के मन में एक अलग विचार आने लगा
उसके लिए चाहे पहली बार का अनुभव था लेकिन उसको मजा आने लगा
इस तरह की सारी बात सोचकर
उसे दरमियां तो वह कुछ बोल ही नहीं रही थी
लेकिन वापस रहीम ने बात शुरू की)
" हमने उसका नाम अमिता रखा हुआ था.... इन सरी परिस्थिति के दरमियान .....भाभी जी...."
खुशबू अभी भी शॉक्ड ही है कि उतनी ही देर में मैं मेरे सभी ,., दोस्तों के लिए पान आइसक्रीम वगैरह लेकर घर में दाखिल होता हूं
मैं गौर कर रहा हूं की खुशबू मेरे चारों मुस्-म दोस्त के बीच में बैठी है.... मुझे कहीं ना कहीं जलन भी महसूस हो रही है...... लेकिन जब से उसे डिलीवरी वाले ने खुशबू के फोटोस वीडियो वगैरा बताएं थे या उसके फार्म हाउस के एक्सपीरियंस के बारे में बताया था मैं बहुत ही ज्यादा एक्साइटेड था......
मुझे देखकर ही खुशबू स्वस्थ हो गई और मुझे बोलने लगी
" अरे आप आ गए ...!!! आपको बहुत देर लग गई....!!!!
" अरे हां सॉरी बाबा वह रास्ते में पुराना दोस्त मिल गया था इसलिए ....देर लग गए ....!!!!
"सुनिए ના वैसे भी बहुत थक गई हूं ....आप सबके लिए आइसक्रीम वगैरा निकाल देंगे!???"
" और हां हां बाबा तुम बैठो सबके साथ .....में निकलना वापस आता हूं !!!"
(किचन की तरफ चला गया तो रहीम ने जानबूझकर मुझे चिढाने के लिए और मेरी पत्नी के सामने मुझे नीचा दिखाने के लिए जोर से एक आवाज लगाई ......)
"अमिता...."
और मेरा बचपन से जिस तरह से मानसिक स्थिति रही है उसे तरह से तुरंत ही मैंने उसे अमिता शब्द के ऊपर रिस्पांस दे दिया ......
"हां रहीम जी "
तुरंत ही मुझे मेरी गलती का एहसास हो गया की खुशबू के सामने तो मुझे कम से काम ऐसा नहीं करना चाहिए था
बाहर खुशबू भी मन ही मन हंसने लगी कि मैं भला किस तरह का बंदा हूं.
मैं वापस आता हूं सबको आइसक्रीम सर्व करता हूं.....और सबके साथ बैठ जाता हूं .....उन लोगों ने आइसक्रीम का मजा लिया और यहां वहां की सब बातें करने लगे ......
सलीम ने मुझे बताया कि भाई तुम्हारा तो गोवा जाने का प्लान है अब अच्छे से तैयारी करना शुरू कर देना..... मुझे थोड़ा बुरा लगा कि मेरी पत्नी ने हनीमून प्लान करने से पहले मुझे एक बार पूछा भी नहीं
लेकिन गोवा जगह अच्छी थी मैं भी वहां घूमने जाना चाह रहा था तो
मैं फिर कोई आर्गुमेंट नहीं किया
बस हां कह दिया. .....!!!!
अब मेरे सभी दोस्त लोगों का विदाई होने का भी समय आ गया था.....!!!!
अब जैसे आते वक्त मुझे खुशबू को बोलना पड़ा था कि "तुम क्यों ना उन लोगों को हग करके वेलकम करो !!!???
इस बार तो मुझे वह कहने की जरूरत भी नहीं पड़ी खुशबू ने विदाई देते वक्त मेरे सभी तगड़े दोस्तों को अच्छे से टाइट हग करके विदा किया.....!!!!
हम दोनों अब बाहर थोड़ा काम निपटा कर अपने कमरे में आए
आज मैं बहुत एक्साइटिड था वह जो डिलीवरी वाला मिला था और उसने मुझे जो खुशबू की गांड की और अलग-अलग मर्दों के साथ वाली वीडियो दिखाई थी वह देखकर मैं बहुत ही रोमांटिक था!!!!
आज मैं खुशबू के साथ सेक्स करना चाह रहा था....!!!
जब खुशबू नाइट ड्रेस में आकर मेरे पास लेट गई दिन भर के खाना पीना बनाने की थकान उसका चेहरे पर साफ दिख रही थी ......
मैं हल्की सी पहेल करने की कोशिश की और उससे धीरे प्यार से पूछा
" खुशबू जी आज मेरा बहुत मन है ...आज करते हैं....!!!!
(खुशबू ने जैसे इरिटेटेड होते हुए कहां क्योंकि अभी भी हो शाम की हुई सारी घटना भूल नहीं पा रही थी )
"अरे नहीं बाबा हमें तुम देख नहीं रहे हो.... मैं कब से इतना सब काम कर रही थी.... थक गई हु.....और वैसे भी अभी तो कुछ नहीं दोनों की बात है हम गोवा जाएंगे तभी अच्छे से करेंगे ना .....मूड में...... (खुशबू ने जैसे डिसाइड कर लिया था कि जैसे वह मुझे सामने से चुने देना ही नहीं चाह रही थी और अब तो उसे अच्छा सा बहाना भी मिल गया था..... खुशबू ने पहले ही बात में मेरी पूरी बात काट दी ...लेकिन गोवा वाली लॉलीपॉप पकड़ा कर मुझे वापस एक्साइड तो रख .....मैं वापस खुशबू से पूछता हूं )
"तो कम से काम ऐसा हो तो मुझे हाथ से कर दीजिए ना ..."???
( मेरी छोटी सी लल्ली पकड़ने का खुशबू जरा भी इरादा नहीं था ....जब से उसने मेरे दोस्तों के तगड़े तगड़े लैंड महसूस किए हैं तब से अब वह बस उन्हीं के ख्यालों में है)
"नहीं ना बाबा अमित क्या तुम भी जिद पर अड़ गए हो ...आज..... मैं ज्यादा थकी हुई हूं.... बल्कि तुम्हें मुझे अच्छे से करना चाहिए.... वहां.... नीचे.....!!!!
खुशबू की ऑफर सुनकर ही मेरी आंखों में चमक आ गई .....तो चलो कम से कम इतना तो मैं कर ही सकता हूं ......मैं तुरंत है खुशबू के नाइट ड्रेस का नीचे वाला हिस्सा निकाल दिया.....
और मेरे सामने जैसे जन्नत का दरवाजा खुल गया खुशबू की एकदम गोरी चिकनी सॉफ्ट चुत....मैं हल्के हल्के अपनी जीभ से उसे चाटना साफ कर दिया चालू कर दिया.....
खुशबू भी आज मेरे सभी दोस्तों के यहां वहां छूने के कारण पूरी तरह से रोमांचित थी .....!!!!
जब भी मैं उसे नीचे अच्छे से चाट चाट कर साफ कर रहा था ...!!!!!
वह मेरे दोस्त सलीम असलम रहीम वगैरा के बारे में ही सोच रही थी .....!!!!
हल्के हल्के उसकी आंखें बंद हो रही थी....!!!!
मुझे साफ पता चल रहा था कि वह चरम सीमा महसूस कर रही है ....!!!!
उसकी च** ऑलरेडी बहुत गीली लग रही थी मुझे
मैं भी पूरी शिद्दत से उसे अच्छे से चाट चाट कर और मजा करवाना चाह रहा था!!!!!
हल्का-हल्का मेरा नाम पुकार रही थी ....!!!!
और आखिर में चरम सीमा को पकड़ वहीं पर ऐसे ही ढेर गई .....!!!!
मुझे बड़ा अच्छा लगा तो कम से कम चलो मैं खुशबू जी को इतना मजा तो करवाया ....!!!!!
मैं अपना मुंह वगैरा साफ करने के लिए वॉशरूम की तरफ गया तो ....!!!!!
वहां मैंने देखा की खुशबू ने अपने आगे पहनी हुई पैंटी उतार कर रखी थी ....!!!!!
मेरे दिलों दिमाग में तुरंत ही एक शैतानी विचार आया मैं ....!!!!!
उसकी वह उतरे हुए पेंटिं लेकर बाहर वापस बेड पर आ गया.....!!!!!
मैंने देखा तो वह चुत वाले भाग से बहुत ज्यादा गीली थी ....!!!!!
मैं इस बात से पूरा अनजान था कि वह मेरे ही दोस्त असलम का ढेर सारा वीर्य लगा हुआ था ....!!!!!
मैं हल्के हल्के उसको सूंघ कर उसे चाटने लगा ....
कि मेरे दिमाग में पुराने एक बात याद आने लगी...... कैसे मैं सलीम असलम रहीम के फार्म हाउस पर हमारे कॉलेज या कॉलेज की लड़कियों को लेकर जाता था और वह लोग भी मुझे जैसे कोई रिवॉर्ड देती हो वैसे अपने उतरी हुई पैंटी दे देती थी....... कैसे मैं उन लोगों की पैंटी को सूंघता था.... चाटता था .....और अपना छोटी सी लल्ली उसमें घिस घिस कर हिला लेता था....!!!
मुझे कुछ अलग ही तरह के मदहोशी छाने लगी थी उसे चाटते वक्त ....!!!!!
मेरी पत्नी वहां मेरे बाजू में ही लेटी हुई थी उसकी चूतड़ ऊपर की तरफ थी वह देखकर भी मैं बहुत एक्साइटेड हो गया.....
यह वही गांड थी जो मेरी पत्नी के एक बॉयफ्रेंड के फार्म हाउस पर बहुत बार chud चुकी है....
यह वही गांड थी जिसका वीडियो में एक अनजान फूड डिलीवरी वाले के मोबाइल में देखकर आया था....
यह वही गांड थी जो एकदम आजादी से मेरी पत्नी के एक बॉयफ्रेंड के फार्म हाउस पर सबके सामने घूम रही थी.....
यह वही गांड थी जो मैं इतने करीब होने के बावजूद भी मैं उसका अच्छे से इस्तेमाल नहीं कर पा रहा था.....
इसी तरह के ढेर सारे ख्यालों से मेरा दिमाग भर गया....
मैं अपनी छोटी सी लंड निकालकर अपने हाथ से उसे हिलने लगा ....!!!!!
मुझे ना जाने क्यों अलग तरह की मदहोशी छा रही थी....!!!
मेरी पत्नी की यह सारी घटना हल्की आंखे खोलकर देख रही थी .....!!!!!
और जैसे वह पॉइंट नोट कर रही हो वैसे वह गौर कर रही थी ....!!!!!
कि मुझे पुरानी उतरे होते खुशबू की panty अच्छी लग रही है ...!!!
साथ ही साथ वह मुझे ऑलरेडी अपने दो पुराने एक बॉयफ्रेंड का वीर्य साफ करवा चुकी थी...!!!!
तो वह यह भी गौर कर रही थी कि कहीं ना कहीं मेरे दिलो दिमाग में वीर्य को चाट कर ज्यादा मजा आता है ....!!!!
उसे बड़ा मजा आ रहा था मुझे इस तरह की हालत में देख करके .....एक शादीशुदा मर्द होने के बावजूद भी मैं इस तरह से अपनी पत्नी की उतरी हुई पेटी में हिला रहा था....!!
और मैं ज्यादा रोमांटिक हो जाता हूं....
वहां मन ही मन मुस्कुरा रही थी कि मैं किस तरह का नामर्द पति हूं जो अपने ही पत्नी के उतरी हुई पेंटिं में चाट कर और सूंघ कर अपना लंड हिला रहा हूं .....
जबकि उसके पत्नी वही उसके बाजू में अधनंगी पड़ी हुई है ....!!!!!
खुशबू की panty में अपना छोटा सा लंड हिलाकर मर भी शांत हो जाता हूं और थक हार कर सो जाता हूं....