18-12-2024, 11:53 AM
शर्मिला ने बेशर्मी की सारी हद पार कर दी । बबलू ने गॉंड मारना शुरु किया तो लगातार तीन रात जमकर गॉंड मरवाया । बबलू के ही मनाने पर वो होटल में भी गॉंड मरवाने आ गई । बिना चूदवाए शर्मिला ने तीन आदमियों के साथ खूब मस्ती मारी और कस्टोमर को पूरा प्रोग्राम का फ़ोटो भी लेने दिया । ना गॉंड मरवाया और ना ही चूदवाया , एक घंटा में तीन आदमियों के साथ मस्ती मारी और तीन लाख रुपये लेकर घर आई । घर में सब ये समझ रहे थे कि बबलू ने मॉं के साथ साथ बेटी को भी चोदना शुरू कर दिया है । किसी ने नहीं पूछा कि सुबह सुबह बबलू के साथ कहॉं गई थी । घर आकर दूसरे दिनों की तरह बबलू ने खूब रगड़ रगड़ कर दोनों मॉं बेटी को नहलाया । नहाने के समय मॉ ने बताया कि अगले दिन बहुत मेहमान आयेंगे ।
शर्मिला— मेहमान आयेंगे तो तुम सँभालना । शादी की रात मैं अपने पति और दूसरों को सँभाल लूँगी ।
खाना खाने के बाद शर्मिला ने बबलू को साथ चलने कहा तो दीपा ने रोक दिया ।
दीपा — मुझे बबलू को लेकर बाज़ार जाना है । तुझे अपनी सहेलियों के पास ही जाना है ना तु अकेले चली जा ।
शर्मिला को कोई डर और भय नहीं था । घर से निकलने लगी तो बबलू ने ही एक बुर्का भी दे दिया ।
बबलू — चार दिन बाद आपकी शादी है । तब तक घर से बाहर जाती हो तो यह पहन कर जाना । मालकिन भी हर हमेशा ये पहनती है ।
शर्मिला घर से ही बुर्का पहन कर निकली । चौराहे पर आ कर उसने ऑटो लिया और ऑटो में ही उसने मास्क पहना । वो २ बजे से पहले ही कस्टोमर के पास पहुँच गई । शर्मिला को गोदी में नंगा बैठा कर उसने मैनेजर को फ़ोन किया । मैनेजर ने कहा कि उसकी पत्नी चूदवाते हुए फ़ोटो खिंचवाने को तैयार नहीं है ।
कस्टमर— सोच लो , कोई भी एक लाख नहीं देगा और ना ही चंदा जैसी खूबसूरत लड़की तुम्हें कहीं और मिलेगी । चंदा अभी मेरा लंड चूस रही है । तुम नहीं आये उससे वो बहुत नाराज़ है । लो उससे बात करो ।
बबलू ने ही धंधा के लिए शर्मिला का नाम चंदा रखा था । कस्टमर ने रिसीवर चंदा को दिया । उसने नहीं कहा कि मैनेजर से क्या कहना है ।
शर्मिला - नमस्कार मैनेजर साहब । मैं आप लोगों की रंडी चंदा बोल रही हूँ । मैं तो ये सोच कर आई थी साहब के मस्त लंड के साथ आपका भी लंड खाऊँगी । आप नहीं आये तो मेरी गॉंड में आपका लंड नहीं घुसेगा साथ ही मेरा एक लाख का नुक़सान भी हुआ । एक महीने बाद इसी होटल में घेंघा करुंगी तब ना आपको अपना दलाल बनाऊँगी ना ही आपसे कभी चूदवाऊंगी । एक काम करो अपनी पत्नी को साहब से मिलवा दो । अगर उसे साहब का लंड नहीं पसंद आया , अगर उसने भी साहब से गॉंड नहीं मरवाया तो मैं मुफ्त में ही आपसे गॉंड मरवाऊँगी ।
इतना कहकर उसने रिसीवर कस्टमर को दे दिया । उसने मैनेजर को धमकी दी ।
कस्टमर- तुम्हें चंदा की गॉंड नहीं मारना है तो मत आओ लेकिन रात में तुम्हारी पत्नी मेरे साथ होनी चाहिए । अगर नहीं आई तो कल ही मैं उसे अपने साथ लेकर चला जाऊँगा ।
उसने फ़ोन रख दिया ।
शर्मिला — मैनेजर की पत्नी बहुत सुंदर है क्या ?
कस्टमर— तुमसे ज़्यादा सुंदर कोई हो सकती है क्या ? मैनेजर समझता है कि उसकी घरवाली बहुत शरीफ़ है । रंडी एक साथ तीन- तीन लंड को सँभालती है । एक लंड बूर में , दूसरा गॉंड में और तीसरा लंड मुँह में रखती है । मैं ने उसकी बहुत गॉंड मारी है और दूसरों से चूदवा कर बहुत कमाया भी है । इस बार उससे एक ख़ास काम करवाना है ।
शर्मिला बहुत डर गई । ये आदमी ६ फ़ीट से ज़्यादा लंबा था । उसका रंग कोयला जैसा काला था । डील डौल भी बढ़िया था ।
शर्मिला ने डरते हुऐ पूछा,
“ कौन सा खाश काम ? मुझे भी दूसरों से चूदवाओगे ? “
कस्टमर — हॉं , प्यार से नहीं मानोगी तो दूसरा रास्ता अपनाऊँगा । लेकिन अभी नहीं । पहले तुम्हारी गॉंड का पूरा मज़ा लूँगा । हर महीने कम से कम एक बार यहॉं आता हूँ । तुम्हारे गॉंड से पूरा रस निकालाने के लिए २५-३० बार तुम्हारी गॉंड मारनी होगी , उसके बाद तुम्हें चोदूंगा । तीन चार महिना के बाद तुम्हें दूसरों से भी चूदवाऊंघा , गॉंड मरवाऊँगा । तब तक मुझे अपनी गॉंड का पूरा मजा दो । लेकिन डरो मत । मेरी बात मानती रहोगी तो एक साल में ही माला-माल हो जाओगी ।
शर्मिला को इस आदमी की फ्रैंकनेस बहुत पसंद आई । उसने कोई नखडा नहीं किया । कस्टमर जैसा चाहता था जिस पोज में चाहता था , शर्मिला ने उसे नंगा फ़ोटो लेने दिया । बबलू ८-९ बार गॉंड मार कर ढीला कर चूका था लेकिन जब कस्टमर ने पहली बार गॉंड में लंड पेला तो शर्मिला की जान निकलने लगी । वो आदमी को और गर्म करने , एक्साइट करने के लिए ज़ोर ज़ोर से चीखने लगी ।
“ बाप रे जान निकल गई , मेरी गॉंड फाड़ दी तुमने , हरामी कितना मोटा है तेरा लंड । तेरे लंड के लिए सबसे बढ़िया गॉंड और बूर तेरी मॉं का होगा , उसी कुतिया को चोद , उसे दूसरे से गॉंड मरवा , निकाल लो साहब , जान निकल रही है ।”
लेकिन शर्मिला को हद से ज़्यादा मज़ा आ रहा था । बबलू के साथ भी उसे बहुत मज़ा आता था लेकिन इस आदमी से पहली बार ही मरवाते हुए समझ गई कि उसे लंबा और मोटा लंड की ज़रूरत है । तभी उसे ध्यान आया कि विनोद का लंड भी इसके लंड जैसा लंबा है लेकिन इतना मोटा नहीं है । अचानक उसे ससुर का ध्यान आ गया । उसने मन ही मन कहा “ मेरे प्यारे ससुर का लंड कैसा होगा , जैसा भी हो उससे चूदवाऊंगी भी और गॉंड भी मरवाऊँगी ।
पूरे समय शर्मिला बोलती ही रही । कभी शिकायत करती कि बहुत दर्द कर रहा है और कभी बोलती की बहुत मजा आ रहा है । उस दिन ४ घंटा में कस्टमर ने तीन बार गॉंड मारी । हर बार गॉंड से लंड निकालकर चूसवाया भी । शर्मिला ने देखा कि बीच में उसने कैमरा में कुछ सेट भी किया । कस्टमर ने कार्ड बदला था । २ घंटा में एक कार्ड भर जाता था । कस्टमर भी थक गया था । उसने खाने के लिए कुछ मंगाया । गोदी में बिठाकर शर्मिला को दिखाया भी कि फ़ोटो कैसा आया है ।
शर्मिला- सच साहब, चूदाई की फ़ोटो देखने में बहुत ही मज़ा आ रहा है ।
कस्टमर ने अपने बैग से निकाल कर उसे २ अल्बम दिया जिसमें चूदाई की तस्वीरें थी । कुछ खाश तस्वीर देखकर उसने कस्टमर की ओर देखा ।
कस्टमर— अगर तुम भी ऐसा करो तो तीन लाख दूँगा ।
शर्मिला- इसमें बहुत खतरा होगा । चूत और गॉंड बरबाद हो जायेगा ।
कस्टमर उसके बूर को सहलाने लगा ।
कस्टमर— अभी तुम्हारी बूर बहुत कच्ची है । ना मैं चोदूंगा ना ही ये गार्ड चोदेगा लेकिन अब तुम्हारी गॉंड कैसा भी लंड ले सकती है । इसके ९ इंच लंबा और मोटा लंड से तुम्हें और तुम्हारी गॉंड को बहुत मज़ा आयेगा । तीन चार घंटा का ही मामला है , तीन लाख कमाओगी । चलो तुम भी क्या याद करोगी , चार लाख दूँगा ।
चार लाख , बहुत बड़ा लालच था ।
शर्मिला— सोच कर बताऊँगी । अगर कल आऊँगी भी तो सुबह दस बजे ही आ सकती हूँ । कल घर में बहुत मेहमान आयेंगें ।
कस्टमर ने एक पेपर पर एक एड्रेस लिख कर दिया और साथ ही ५० हज़ार का टिप्स भी दिया ।
कस्टमर— घर जा कर सोच लो । अगर ४ घंटा में ४ लाख कमाना है तो १० बजे यहॉं आ जाना । चंदा तुम बहुत ही स्पेशल हो । तुमने मुझे बहुत मस्त किया । ये लो आज की मस्ती का पचास हज़ार और । चार लाख कल ही दे पाऊँगा । विश्वास रखो सिर्फ़ हम दोनों ही रहेंगे । सच कहता हूँ हम दोनों के साथ गॉंड मरवाने के बाद भी तुम वैसी ही तरोताज़ा रहोगी जैसे अभी हो । कपड़े पहन लो , वेटर आता होगा ।
शर्मिला ने प्यार से कई बार होंठों और लंड को चूमा ।
“ साहब, आप ने गॉंड मार कर मस्त किया ही , आप बहुत ही बढ़िया आदमी हो । मैं आगे भी आपसे मिलते रहना चाहूँगी । “
कस्टमर— कल आओ तब आगे का प्रोग्राम बनायेंगे ।
अपने बैग से सामान निकाल कर थोड़ा मेकअप किया , बाल ठीक किया और सारे कपड़े के साथ बुर्का पहन कर बैठ गई । वेटर के नॉक करने पर उसने ही डोर खोला । वेटर ने सामान टेबल पर रखा । कस्टमर ने २ हज़ार वेटर को दिया ।
“ मुझे अभी तुम्हारे मैनेजर विनोद साहब के घर का फ़ोन नंबर चाहिए । “
“ अभी लाता हूँ साहब “ बोलकर वेटर बाहर चला गया ।
शर्मिला लंड को सहलाने लगी ।
शर्मिला— लगता है इस लंड की प्यास मेरी जवानी नहीं बुझा पाई ।
कस्टमर— जो क़सम ले लो रानी , तुमने जितना ख़ुशी दी है वैसा बहुत ही कम औरत देती होगी । रंजना को अपने ५ दोस्तों को बेचकर रुपया कमाऊँगा तब ना तुम्हें कल चार लाख दे पाऊँगा । वे पॉंच मिलकर उसे रात भर लूटेंगे और मैं उनका फ़ोटो लूँगा ।
जब वेटर दुबारा आया तब शर्मिला लंड चूस रही थी । वो लंड चूसती ही रही । मैनेजर का नंबर देकर वो बाहर चला गया । कस्टमर ने रिसेप्शन से एक नंबर लगाने कहा । नंबर तुरंत लग गया ।
कस्टमर— हेलो , मैं तुम्हारा प्रवीण सेठ बोल रहा हूँ कैसी हो मेरी प्यारी रंजना रानी । अगर एक रात में एक लाख के साथ साथ ५-५ बढ़िया मिठाई खानी है तो आज रात ९ बजे रुम नबंर १०१ में आ जाना । मैं इंतज़ार करूँगा ।
कस्टमर ने रिसीवर नीचे रख दिया ।
शर्मिला— मैनेजर घर में रहेगा तो वो कैसे आयेगी ?
कस्टमर — उस औरत को ग्रूप चूदाई बहुत पसंद है । पति को घर में छोड़कर आयेगी । कल आना तब तुम्हें उस रंडी की फ़ोटो दिखाऊँगा ।
शर्मिला ने कुछ जबाब नहीं दिया । खा पीकर वो होटल से बाहर आ गई । ५ घंटा के बाद ७ बजे घर पहुँची । रास्ते में ही उसने मास्क निकाल लिया था । घर पहुँची तो बिलकुल फ़्रेश थी । उसके चेहरे पर कोई थकान नहीं थी । जैसा दीपा ने कहा था घर में कुछ मेहमान आ गये थे । शर्मिला ख़ुशी ख़ुशी सबसे मिली ।
खाना खाने के समय शर्मिला की एक सहेली ने फ़ोन किया । कुछ देर की बात चीत के बाद शर्मिला ने यह कहकर फोन रख दिया कि “ वो समय पर आ जायेगी “ ।
शर्मिला— मेरी कॉलेज की सहेलियाँ ने शादी के पहले की पार्टी रखी है । सुबह ९ बजे से शाम तक , मुझे जाना ही पड़ेगा ।
सहेली ने ४ बजे से रात ८-९ बजे तक का कहा था । लेकिन शर्मिला को चार लाख का लालच भी था ।
कई रातों के बाद उस रात बबलू को अकेला सोना पड़ा । शर्मिला अपनी ही उम्र की एक चचेरी बहन के साथ सोई । उस लड़की की शादी नहीं हुई थी लेकिन तीन आदमियों से चूदवा रही थी । शर्मिला ने विनोद के साथ की मस्ती की बात की । उसने कहा कि विनोद बहुत ही बढ़िया से चोदता है । चचेरी बहन ने तीनों आदमियों के साथ की चूदाई के बारे में बताया । बहन की नाम संपा था ।
संपा - शर्मिला, यार एक ही आदमी, एक ही लंड के भरोसे मत रह । हर एक आदमी , हर एक लंड चाहे आदमी का हो , कुत्ता का हो या गदहे का सभी अलग तरह का मज़ा देते हैं ।
शर्मिला- तुमने कभी कुत्ते या गदहा से चूदवाया है ?
संपा — रोड पर जब किसी कुतिया को चूदवाते देखती हूँ तो जी करता है कि वहीं नंगी होकर कुत्ता से चूदवाऊ । लेकिन हिम्मत नहीं है । लेकिन अगर कभी मौक़ा मिला तो मौक़ा छोड़ूँगी नहीं ।
अपनी चचेरी बहन की बात सुनकर शर्मिला ने मन ही मन प्रोग्राम बनाया लेकिन कुछ कहा नहीं । शर्मिला ने फ़ैसला किया कि अगले दिन उस आदमी के साथ पूरी मस्ती मार कर अपनी इस बहन संपा के बारे में बात करेगी ।
चूदाई की बात करते करते दोनों बहुत गर्म हो गई । एक दूसरे को नंगा किया । अंग अंग को चूसा चाटा और दोनों ठंडी होकर सो गई ।
अगले दिन सुबह ही कुछ और मेहमान आ गये । लेकिन शर्मिला बुर्का पहन कर ९ बजे अकेले ही घर से निकल गई । १० मिनट पैदल चलने के बाद ऑटो लिया । पहले ही जैसा ऑटो में ही मास्क पहना । ऑटो बाले ने मास्क पहनते देख लिया ।
ड्राइवर- चूदवाने जा रही हो ?
शर्मिला— हॉं यार . बदनामी का बहुत डर लगता है इसलिए हर एक आदमी के पास नया चेहरा लेकर जाती हूँ ।
ड्राइवर- देखो रास्ता सुनसान है । चोदूंगा नहीं , सच तो यह है कि मैं चोद ही नहीं सकता हूँ । एक बार बूर दिखा दो ।
ऑटो शहर से बाहर आ गया था । गाड़ी कच्चे रास्ते पर जा रही थी । रोड पर बहुत कम चहल पहल था ।
शर्मिला ने ध्यान से ड्राइवर को देखा । दुबला पतला आदमी था । माथे का आधा से ज़्यादा बाल सफ़ेद हो गया था । लंबी दाढ़ी का भी बाल सफ़ेद हो गया था ।
ड्राइवर- सालों से किसी जवान माल की जवानी नहीं देखी है । एक बार बूर दिखा दो । मुझे मालूम है कि तुम कहाँ जा रही हो । वो चूदाई का अड्डा है । मैं कई रंडीयों को लेकर वहॉं गया हूँ लेकिन सभी शाम ५ बजे के बाद ही जाती है । इतना सबेरे तो कोठे की रंडी भी धंधा शुरु नहीं करती । बेटी , एक बार बूर दिखा दो ।
ड्राइवर ने बेटी कहा तो शर्मिला को बुढ़ा पर तरस आ गया । बिना बुर्का हटाये उसने सलवार निकाल कर अपने बगल में रखा । फिर पैंटी भी निकाल दिया ।
शर्मिला— चाचा , किसी ऐसी जगह ऑटो रोको जहाँ कोई ना हो । सिर्फ़ ५ मिनट का समय दूँगी । तुम भी लंड तैयार रखो ।
कुछ देर के जाने के बाद ड्राइवर ने रास्ता बदला । शर्मिला ने देखा कि रास्ते के दोनों तरफ़ घनी झाड़ियाँ थी । आगे पीछे ना कोई आदमी दिखाई दे रहा था ना ही कोई गाड़ी । ड्राइवर ने साइड में ऑटो रोका । वो पीछे घूमा तो उसे खूबसूरत जांघों के बीच झॉंटो भरी चूत दिखाई दी । शर्मिला ने अपने दोनों हाथों से बूर की पत्तियों को फैलाया तो ड्राइवर को अंदर का रसीला गुलाबी माल दिखाई दिया
ड्राइवर अपने सीट से अलग होकर शर्मिला के सामने खड़ा हो गया ।
शर्मिला— चाचू , जो करना है जल्दी करो । लंड को बूर पर रगड़ो, मेरे पास समय नहीं है , मेरा ग्राहक इंतज़ार कर रहा होगा ।
ड्राइवर ने पाजामा नहीं खोला । वो ड्राइवर के सीट और पैसेंजर के सीट के बीच किसी तरह से बैठा ।
ड्राइवर— बेटी , जवानी में मैंने भी बहुत चूदाई की है । दस-दस रुपया देकर सैकड़ों रंडीयों को चोदा है लेकिन जो क़सम ले लो इतना प्यारी चूत कभी नहीं देखी , किसी की भी ऐसी सुंदर चूत नहीं होगी । मैं ने पहले कभी चूत का स्वाद नहीं लिया है ।
बोलकर ड्राइवर दोनों जांघों को सहलाते हुए बूर को चूसने चाटने लगा । शर्मिला ने वैसे ही बूर की पत्तियों को फैलाए रखा । लेकिन ड्राइवर बूर की गर्मी को नहीं सँभाल पाया । ४-५ मिनट चूस चाट कर खड़ा हो गया । बूर को छोड़कर शर्मिला ने पाजामा का नाड़ा खोला । ड्राइवर ने एक घर का बना हुआ अंडरवियर पहना था । शर्मिला ने उसे भी खोल दिया । लंड से टप टप कर रस गिर रहा था । शर्मिला ने ढीले लंड को पकड कर ३-४ मिनट चूसा और ड्राइवर को धकेला ।
शर्मिला — चाचा , अगर लंड में दम होता तो यहीं चूदवा लेती । जल्दी चलो मेरा यार नाराज़ होगा ।
बोल कर शर्मिला ने बुर्का उतारा । कुर्ता और ब्रा को भी खोला ।२ मिनट उसने अपनी नंगी जवानी ड्राइवर के दिखाया फिर बुर्का पहन लिया । बाक़ी कपड़े को फ़ोल्ड कर अपने बैग में रख लिया । ड्राइवर ने शर्मिला के माथे पर हाथ रखा । कुछ देर ऑंख बंद कर बुदबुदाता रहा । फिर उसने ऑंख खोला ।
ड्राइवर— बेटी , तु अल्लाह की बहुत ही खाश बंदी है । तु कुछ भी करे , कितना भी चूदवाए , गॉंड मरवाये , जिस किसी के साथ भी मन करे , जो मन करे सब कर , ना तो तु कभी बदनाम होगी , ना ही कभी तेरी जवानी ढलेगी । दूसरों की तरह तेरी क़ीमत घटेगी नहीं बढ़ती ही रहेगी । तु सिर्फ़ अपने पति की ही प्यारी पत्नी नहीं होगी तुम्हारे सारे ससुर, दूसरे सारे रिश्तेदार तुम्हें बहुत प्यार करेंगे । घर के नौकर भी तुम्हें सिर्फ़ प्यार नहीं करेंगे तुम्हारे एक इशारे पर किसी की जान भी ले लेंगे । तुम्हारी ज़िंदगी में दुःख के लिए कोई जगह है ही नहीं ।
ड्राइवर फिर ऑटो को मेन रोड पर लाया और १५ मिनट बाद अड्डा पर उतार दिया । शर्मिला ने भाड़ा देना चाहा लेकिन बुढ़ा ने नहीं लिया । वो ड्राइव कर वापस चला गया ।
ऑटो के ऑंखों से ओझल होते ही पिछले दिन बाला आदमी सामने आया और शर्मिला के कमर को दोनों हाथों से पकड़ उपर उठा लिया और अंदर ले गया ।
उस आदमी का नाम प्रवीण था जो पिछली शाम उसने रचना को फोन पर बताया था ।
प्रवीण— मुझे उम्मीद नहीं थी कि तुम आओगी ।
शर्मिला ने बुर्का उतार दिया ।
शर्मिला— देख लो तुम्हारे प्यार और लंड ने मेरी क्या हालत कर दी है । घर से ऐसे ही नंगी निकल गई । उपर से तुमने चार लाख का लालच भी दिया । मैनेजर की घरवाली रचना आई की नहीं ।
प्रवीण ने उसे गोदी में बिठाया और कैमरा में दिखाने लगा । शर्मिला ने देखा कि एक ३५ - ३६ साल की औरत है उसके साथ प्रवीण के अलावा ५ और आदमी ने । प्रवीण ने तीन बार उसका गॉड में ही लंड पेला जब कि बाक़ी सभी ने उसे बार बार चोदा ।
प्रवीण— रंडी रात ९ बजे आई और रात भर चूदवा कर , गॉंड मरवा कर सुबह ६ बजे गई और जानती हो हमने उसे कितना दिया , सिर्फ़ डेढ़ लाख और उसकी इन फ़ोटो से हम ज़िंदगी भर कमाते रहेंगे । ये लो रानी तुम्हारा चार लाख । तैयार हो ना ।
शर्मिला— तैयार नहीं होती तो फिर आती क्यों ।
एक नई आवाज़ ।
“ पहले ये शरबत पी लो । “
शर्मिला ने नज़र उठाकर देखा । बोलने बाला छक्का था और उसके साथ एक भयकंर दीखने बाला गार्ड था । छक्के ने जो शर्बत दिया था , शर्मिला पीने लगीं और छक्का गार्ड के लंड को सहलाने लगी । प्रवीण भी नंगा हो गया । शर्बत पीते हुए शर्मिला प्रवीण के लंड को भी मुठियाने लगी ।
छक्का — सेठ आप २५ साल से हमारी गॉंड मार रहे हो । हमारे अड्डे का हर कोई आप से गॉंड मरवाता है । हमने आपकी सैकड़ों माल को देखा है लेकिन सच मालिक ऐसी मस्त और खूबसूरत माल पहले कभी नहीं देखी है । आज मैं भी इसे चोदूंगी ।
शर्मिला— चोदने भी दूँगी , जो करना चाहोगे सब करने दूँगी । जिस लंड को सहला रही हो उससे गॉंड मरवा कर दिखाओ फिर मैं भी मरवाऊँगी । तुम अपने लंड से मरवाओ तब तक मैं अपने प्यारे लंड को प्यार करती हूँ । आ जाओ सेठ , मेरी गॉंड अपने इस प्यारे लंड के लिए तरस रही है ।
जिस रुम में ये सब थे बहुत ही सलीके से सजा हुआ था । यह घर किसी समय के जमींदार का था जिसे प्रवीण सेठ ने ख़रीद लिया था । कमर् में बहुत मोटा कालीन बिछा हुआ था । शर्मिला ने उसी कालीन पर कुतिया का पेज लिया । जैसा शर्मिला ने कहा छक्का भी नंगा हो गया । वो भी शर्मिला के बग़ल में कुतिया का पोज ले लिया । शर्मिला देखती रही और गार्ड ने छक्का के गॉंड में लंड पेल दिया । ९ इंच लंबा और मोटा लंड आराम से अंदर बाहर हो रहा था ।
छक्का — दोनों , ये साहब और ये लंड सैकड़ों बार मेरी गॉंड में घुस चुका है। बहुत ही सुंदर हो रानी ।
“, प्रवीण बूर चूसने चाटने में समय बर्बाद नहीं करता था । उसने शर्मिला के पीछे पोजीशन लिया । गॉंड के छेद में लंड दबाया और ज़ोर का धक्का मारा ।
“ आह , थोड़ा धीरे यार , फट रही है । “
प्रवीण ने दूसरा धक्का मारा ।
प्रवीण— रंडी , होटल में तीन बार गॉंड में पेला था । गॉंड खुल गया था फिर अभी गोंद लगाकर आई है कुतिया । कितना टाईट हो गया है ।
छक्का — सेठ क्यों मेहनत कर रहे हो । देखो अपना बल्लू पूरा तैयार हो गया है । तुम इस कुतिया की मार ही चूके हो । बल्लू को मारने दे ।
लेकिन प्रवीण को भी शर्मिंला से मोहब्बत हो गई थी । उसने लंड बाहर नहीं निकाला । लगातार धक्का मारता रहा । हर धक्का पर शर्मिला कराहती रही मानो उसे बहुत दर्द हो रहा था । शर्मिला कोई एक्टिंग नहीं कर रही थी । उसे इतना दर्द तब भी नहीं हुआ था जब बबलू ने पहली बार गॉंड मारी थी ।
आगे की कहानी अगले भाग में …
शर्मिला— मेहमान आयेंगे तो तुम सँभालना । शादी की रात मैं अपने पति और दूसरों को सँभाल लूँगी ।
खाना खाने के बाद शर्मिला ने बबलू को साथ चलने कहा तो दीपा ने रोक दिया ।
दीपा — मुझे बबलू को लेकर बाज़ार जाना है । तुझे अपनी सहेलियों के पास ही जाना है ना तु अकेले चली जा ।
शर्मिला को कोई डर और भय नहीं था । घर से निकलने लगी तो बबलू ने ही एक बुर्का भी दे दिया ।
बबलू — चार दिन बाद आपकी शादी है । तब तक घर से बाहर जाती हो तो यह पहन कर जाना । मालकिन भी हर हमेशा ये पहनती है ।
शर्मिला घर से ही बुर्का पहन कर निकली । चौराहे पर आ कर उसने ऑटो लिया और ऑटो में ही उसने मास्क पहना । वो २ बजे से पहले ही कस्टोमर के पास पहुँच गई । शर्मिला को गोदी में नंगा बैठा कर उसने मैनेजर को फ़ोन किया । मैनेजर ने कहा कि उसकी पत्नी चूदवाते हुए फ़ोटो खिंचवाने को तैयार नहीं है ।
कस्टमर— सोच लो , कोई भी एक लाख नहीं देगा और ना ही चंदा जैसी खूबसूरत लड़की तुम्हें कहीं और मिलेगी । चंदा अभी मेरा लंड चूस रही है । तुम नहीं आये उससे वो बहुत नाराज़ है । लो उससे बात करो ।
बबलू ने ही धंधा के लिए शर्मिला का नाम चंदा रखा था । कस्टमर ने रिसीवर चंदा को दिया । उसने नहीं कहा कि मैनेजर से क्या कहना है ।
शर्मिला - नमस्कार मैनेजर साहब । मैं आप लोगों की रंडी चंदा बोल रही हूँ । मैं तो ये सोच कर आई थी साहब के मस्त लंड के साथ आपका भी लंड खाऊँगी । आप नहीं आये तो मेरी गॉंड में आपका लंड नहीं घुसेगा साथ ही मेरा एक लाख का नुक़सान भी हुआ । एक महीने बाद इसी होटल में घेंघा करुंगी तब ना आपको अपना दलाल बनाऊँगी ना ही आपसे कभी चूदवाऊंगी । एक काम करो अपनी पत्नी को साहब से मिलवा दो । अगर उसे साहब का लंड नहीं पसंद आया , अगर उसने भी साहब से गॉंड नहीं मरवाया तो मैं मुफ्त में ही आपसे गॉंड मरवाऊँगी ।
इतना कहकर उसने रिसीवर कस्टमर को दे दिया । उसने मैनेजर को धमकी दी ।
कस्टमर- तुम्हें चंदा की गॉंड नहीं मारना है तो मत आओ लेकिन रात में तुम्हारी पत्नी मेरे साथ होनी चाहिए । अगर नहीं आई तो कल ही मैं उसे अपने साथ लेकर चला जाऊँगा ।
उसने फ़ोन रख दिया ।
शर्मिला — मैनेजर की पत्नी बहुत सुंदर है क्या ?
कस्टमर— तुमसे ज़्यादा सुंदर कोई हो सकती है क्या ? मैनेजर समझता है कि उसकी घरवाली बहुत शरीफ़ है । रंडी एक साथ तीन- तीन लंड को सँभालती है । एक लंड बूर में , दूसरा गॉंड में और तीसरा लंड मुँह में रखती है । मैं ने उसकी बहुत गॉंड मारी है और दूसरों से चूदवा कर बहुत कमाया भी है । इस बार उससे एक ख़ास काम करवाना है ।
शर्मिला बहुत डर गई । ये आदमी ६ फ़ीट से ज़्यादा लंबा था । उसका रंग कोयला जैसा काला था । डील डौल भी बढ़िया था ।
शर्मिला ने डरते हुऐ पूछा,
“ कौन सा खाश काम ? मुझे भी दूसरों से चूदवाओगे ? “
कस्टमर — हॉं , प्यार से नहीं मानोगी तो दूसरा रास्ता अपनाऊँगा । लेकिन अभी नहीं । पहले तुम्हारी गॉंड का पूरा मज़ा लूँगा । हर महीने कम से कम एक बार यहॉं आता हूँ । तुम्हारे गॉंड से पूरा रस निकालाने के लिए २५-३० बार तुम्हारी गॉंड मारनी होगी , उसके बाद तुम्हें चोदूंगा । तीन चार महिना के बाद तुम्हें दूसरों से भी चूदवाऊंघा , गॉंड मरवाऊँगा । तब तक मुझे अपनी गॉंड का पूरा मजा दो । लेकिन डरो मत । मेरी बात मानती रहोगी तो एक साल में ही माला-माल हो जाओगी ।
शर्मिला को इस आदमी की फ्रैंकनेस बहुत पसंद आई । उसने कोई नखडा नहीं किया । कस्टमर जैसा चाहता था जिस पोज में चाहता था , शर्मिला ने उसे नंगा फ़ोटो लेने दिया । बबलू ८-९ बार गॉंड मार कर ढीला कर चूका था लेकिन जब कस्टमर ने पहली बार गॉंड में लंड पेला तो शर्मिला की जान निकलने लगी । वो आदमी को और गर्म करने , एक्साइट करने के लिए ज़ोर ज़ोर से चीखने लगी ।
“ बाप रे जान निकल गई , मेरी गॉंड फाड़ दी तुमने , हरामी कितना मोटा है तेरा लंड । तेरे लंड के लिए सबसे बढ़िया गॉंड और बूर तेरी मॉं का होगा , उसी कुतिया को चोद , उसे दूसरे से गॉंड मरवा , निकाल लो साहब , जान निकल रही है ।”
लेकिन शर्मिला को हद से ज़्यादा मज़ा आ रहा था । बबलू के साथ भी उसे बहुत मज़ा आता था लेकिन इस आदमी से पहली बार ही मरवाते हुए समझ गई कि उसे लंबा और मोटा लंड की ज़रूरत है । तभी उसे ध्यान आया कि विनोद का लंड भी इसके लंड जैसा लंबा है लेकिन इतना मोटा नहीं है । अचानक उसे ससुर का ध्यान आ गया । उसने मन ही मन कहा “ मेरे प्यारे ससुर का लंड कैसा होगा , जैसा भी हो उससे चूदवाऊंगी भी और गॉंड भी मरवाऊँगी ।
पूरे समय शर्मिला बोलती ही रही । कभी शिकायत करती कि बहुत दर्द कर रहा है और कभी बोलती की बहुत मजा आ रहा है । उस दिन ४ घंटा में कस्टमर ने तीन बार गॉंड मारी । हर बार गॉंड से लंड निकालकर चूसवाया भी । शर्मिला ने देखा कि बीच में उसने कैमरा में कुछ सेट भी किया । कस्टमर ने कार्ड बदला था । २ घंटा में एक कार्ड भर जाता था । कस्टमर भी थक गया था । उसने खाने के लिए कुछ मंगाया । गोदी में बिठाकर शर्मिला को दिखाया भी कि फ़ोटो कैसा आया है ।
शर्मिला- सच साहब, चूदाई की फ़ोटो देखने में बहुत ही मज़ा आ रहा है ।
कस्टमर ने अपने बैग से निकाल कर उसे २ अल्बम दिया जिसमें चूदाई की तस्वीरें थी । कुछ खाश तस्वीर देखकर उसने कस्टमर की ओर देखा ।
कस्टमर— अगर तुम भी ऐसा करो तो तीन लाख दूँगा ।
शर्मिला- इसमें बहुत खतरा होगा । चूत और गॉंड बरबाद हो जायेगा ।
कस्टमर उसके बूर को सहलाने लगा ।
कस्टमर— अभी तुम्हारी बूर बहुत कच्ची है । ना मैं चोदूंगा ना ही ये गार्ड चोदेगा लेकिन अब तुम्हारी गॉंड कैसा भी लंड ले सकती है । इसके ९ इंच लंबा और मोटा लंड से तुम्हें और तुम्हारी गॉंड को बहुत मज़ा आयेगा । तीन चार घंटा का ही मामला है , तीन लाख कमाओगी । चलो तुम भी क्या याद करोगी , चार लाख दूँगा ।
चार लाख , बहुत बड़ा लालच था ।
शर्मिला— सोच कर बताऊँगी । अगर कल आऊँगी भी तो सुबह दस बजे ही आ सकती हूँ । कल घर में बहुत मेहमान आयेंगें ।
कस्टमर ने एक पेपर पर एक एड्रेस लिख कर दिया और साथ ही ५० हज़ार का टिप्स भी दिया ।
कस्टमर— घर जा कर सोच लो । अगर ४ घंटा में ४ लाख कमाना है तो १० बजे यहॉं आ जाना । चंदा तुम बहुत ही स्पेशल हो । तुमने मुझे बहुत मस्त किया । ये लो आज की मस्ती का पचास हज़ार और । चार लाख कल ही दे पाऊँगा । विश्वास रखो सिर्फ़ हम दोनों ही रहेंगे । सच कहता हूँ हम दोनों के साथ गॉंड मरवाने के बाद भी तुम वैसी ही तरोताज़ा रहोगी जैसे अभी हो । कपड़े पहन लो , वेटर आता होगा ।
शर्मिला ने प्यार से कई बार होंठों और लंड को चूमा ।
“ साहब, आप ने गॉंड मार कर मस्त किया ही , आप बहुत ही बढ़िया आदमी हो । मैं आगे भी आपसे मिलते रहना चाहूँगी । “
कस्टमर— कल आओ तब आगे का प्रोग्राम बनायेंगे ।
अपने बैग से सामान निकाल कर थोड़ा मेकअप किया , बाल ठीक किया और सारे कपड़े के साथ बुर्का पहन कर बैठ गई । वेटर के नॉक करने पर उसने ही डोर खोला । वेटर ने सामान टेबल पर रखा । कस्टमर ने २ हज़ार वेटर को दिया ।
“ मुझे अभी तुम्हारे मैनेजर विनोद साहब के घर का फ़ोन नंबर चाहिए । “
“ अभी लाता हूँ साहब “ बोलकर वेटर बाहर चला गया ।
शर्मिला लंड को सहलाने लगी ।
शर्मिला— लगता है इस लंड की प्यास मेरी जवानी नहीं बुझा पाई ।
कस्टमर— जो क़सम ले लो रानी , तुमने जितना ख़ुशी दी है वैसा बहुत ही कम औरत देती होगी । रंजना को अपने ५ दोस्तों को बेचकर रुपया कमाऊँगा तब ना तुम्हें कल चार लाख दे पाऊँगा । वे पॉंच मिलकर उसे रात भर लूटेंगे और मैं उनका फ़ोटो लूँगा ।
जब वेटर दुबारा आया तब शर्मिला लंड चूस रही थी । वो लंड चूसती ही रही । मैनेजर का नंबर देकर वो बाहर चला गया । कस्टमर ने रिसेप्शन से एक नंबर लगाने कहा । नंबर तुरंत लग गया ।
कस्टमर— हेलो , मैं तुम्हारा प्रवीण सेठ बोल रहा हूँ कैसी हो मेरी प्यारी रंजना रानी । अगर एक रात में एक लाख के साथ साथ ५-५ बढ़िया मिठाई खानी है तो आज रात ९ बजे रुम नबंर १०१ में आ जाना । मैं इंतज़ार करूँगा ।
कस्टमर ने रिसीवर नीचे रख दिया ।
शर्मिला— मैनेजर घर में रहेगा तो वो कैसे आयेगी ?
कस्टमर — उस औरत को ग्रूप चूदाई बहुत पसंद है । पति को घर में छोड़कर आयेगी । कल आना तब तुम्हें उस रंडी की फ़ोटो दिखाऊँगा ।
शर्मिला ने कुछ जबाब नहीं दिया । खा पीकर वो होटल से बाहर आ गई । ५ घंटा के बाद ७ बजे घर पहुँची । रास्ते में ही उसने मास्क निकाल लिया था । घर पहुँची तो बिलकुल फ़्रेश थी । उसके चेहरे पर कोई थकान नहीं थी । जैसा दीपा ने कहा था घर में कुछ मेहमान आ गये थे । शर्मिला ख़ुशी ख़ुशी सबसे मिली ।
खाना खाने के समय शर्मिला की एक सहेली ने फ़ोन किया । कुछ देर की बात चीत के बाद शर्मिला ने यह कहकर फोन रख दिया कि “ वो समय पर आ जायेगी “ ।
शर्मिला— मेरी कॉलेज की सहेलियाँ ने शादी के पहले की पार्टी रखी है । सुबह ९ बजे से शाम तक , मुझे जाना ही पड़ेगा ।
सहेली ने ४ बजे से रात ८-९ बजे तक का कहा था । लेकिन शर्मिला को चार लाख का लालच भी था ।
कई रातों के बाद उस रात बबलू को अकेला सोना पड़ा । शर्मिला अपनी ही उम्र की एक चचेरी बहन के साथ सोई । उस लड़की की शादी नहीं हुई थी लेकिन तीन आदमियों से चूदवा रही थी । शर्मिला ने विनोद के साथ की मस्ती की बात की । उसने कहा कि विनोद बहुत ही बढ़िया से चोदता है । चचेरी बहन ने तीनों आदमियों के साथ की चूदाई के बारे में बताया । बहन की नाम संपा था ।
संपा - शर्मिला, यार एक ही आदमी, एक ही लंड के भरोसे मत रह । हर एक आदमी , हर एक लंड चाहे आदमी का हो , कुत्ता का हो या गदहे का सभी अलग तरह का मज़ा देते हैं ।
शर्मिला- तुमने कभी कुत्ते या गदहा से चूदवाया है ?
संपा — रोड पर जब किसी कुतिया को चूदवाते देखती हूँ तो जी करता है कि वहीं नंगी होकर कुत्ता से चूदवाऊ । लेकिन हिम्मत नहीं है । लेकिन अगर कभी मौक़ा मिला तो मौक़ा छोड़ूँगी नहीं ।
अपनी चचेरी बहन की बात सुनकर शर्मिला ने मन ही मन प्रोग्राम बनाया लेकिन कुछ कहा नहीं । शर्मिला ने फ़ैसला किया कि अगले दिन उस आदमी के साथ पूरी मस्ती मार कर अपनी इस बहन संपा के बारे में बात करेगी ।
चूदाई की बात करते करते दोनों बहुत गर्म हो गई । एक दूसरे को नंगा किया । अंग अंग को चूसा चाटा और दोनों ठंडी होकर सो गई ।
अगले दिन सुबह ही कुछ और मेहमान आ गये । लेकिन शर्मिला बुर्का पहन कर ९ बजे अकेले ही घर से निकल गई । १० मिनट पैदल चलने के बाद ऑटो लिया । पहले ही जैसा ऑटो में ही मास्क पहना । ऑटो बाले ने मास्क पहनते देख लिया ।
ड्राइवर- चूदवाने जा रही हो ?
शर्मिला— हॉं यार . बदनामी का बहुत डर लगता है इसलिए हर एक आदमी के पास नया चेहरा लेकर जाती हूँ ।
ड्राइवर- देखो रास्ता सुनसान है । चोदूंगा नहीं , सच तो यह है कि मैं चोद ही नहीं सकता हूँ । एक बार बूर दिखा दो ।
ऑटो शहर से बाहर आ गया था । गाड़ी कच्चे रास्ते पर जा रही थी । रोड पर बहुत कम चहल पहल था ।
शर्मिला ने ध्यान से ड्राइवर को देखा । दुबला पतला आदमी था । माथे का आधा से ज़्यादा बाल सफ़ेद हो गया था । लंबी दाढ़ी का भी बाल सफ़ेद हो गया था ।
ड्राइवर- सालों से किसी जवान माल की जवानी नहीं देखी है । एक बार बूर दिखा दो । मुझे मालूम है कि तुम कहाँ जा रही हो । वो चूदाई का अड्डा है । मैं कई रंडीयों को लेकर वहॉं गया हूँ लेकिन सभी शाम ५ बजे के बाद ही जाती है । इतना सबेरे तो कोठे की रंडी भी धंधा शुरु नहीं करती । बेटी , एक बार बूर दिखा दो ।
ड्राइवर ने बेटी कहा तो शर्मिला को बुढ़ा पर तरस आ गया । बिना बुर्का हटाये उसने सलवार निकाल कर अपने बगल में रखा । फिर पैंटी भी निकाल दिया ।
शर्मिला— चाचा , किसी ऐसी जगह ऑटो रोको जहाँ कोई ना हो । सिर्फ़ ५ मिनट का समय दूँगी । तुम भी लंड तैयार रखो ।
कुछ देर के जाने के बाद ड्राइवर ने रास्ता बदला । शर्मिला ने देखा कि रास्ते के दोनों तरफ़ घनी झाड़ियाँ थी । आगे पीछे ना कोई आदमी दिखाई दे रहा था ना ही कोई गाड़ी । ड्राइवर ने साइड में ऑटो रोका । वो पीछे घूमा तो उसे खूबसूरत जांघों के बीच झॉंटो भरी चूत दिखाई दी । शर्मिला ने अपने दोनों हाथों से बूर की पत्तियों को फैलाया तो ड्राइवर को अंदर का रसीला गुलाबी माल दिखाई दिया
ड्राइवर अपने सीट से अलग होकर शर्मिला के सामने खड़ा हो गया ।
शर्मिला— चाचू , जो करना है जल्दी करो । लंड को बूर पर रगड़ो, मेरे पास समय नहीं है , मेरा ग्राहक इंतज़ार कर रहा होगा ।
ड्राइवर ने पाजामा नहीं खोला । वो ड्राइवर के सीट और पैसेंजर के सीट के बीच किसी तरह से बैठा ।
ड्राइवर— बेटी , जवानी में मैंने भी बहुत चूदाई की है । दस-दस रुपया देकर सैकड़ों रंडीयों को चोदा है लेकिन जो क़सम ले लो इतना प्यारी चूत कभी नहीं देखी , किसी की भी ऐसी सुंदर चूत नहीं होगी । मैं ने पहले कभी चूत का स्वाद नहीं लिया है ।
बोलकर ड्राइवर दोनों जांघों को सहलाते हुए बूर को चूसने चाटने लगा । शर्मिला ने वैसे ही बूर की पत्तियों को फैलाए रखा । लेकिन ड्राइवर बूर की गर्मी को नहीं सँभाल पाया । ४-५ मिनट चूस चाट कर खड़ा हो गया । बूर को छोड़कर शर्मिला ने पाजामा का नाड़ा खोला । ड्राइवर ने एक घर का बना हुआ अंडरवियर पहना था । शर्मिला ने उसे भी खोल दिया । लंड से टप टप कर रस गिर रहा था । शर्मिला ने ढीले लंड को पकड कर ३-४ मिनट चूसा और ड्राइवर को धकेला ।
शर्मिला — चाचा , अगर लंड में दम होता तो यहीं चूदवा लेती । जल्दी चलो मेरा यार नाराज़ होगा ।
बोल कर शर्मिला ने बुर्का उतारा । कुर्ता और ब्रा को भी खोला ।२ मिनट उसने अपनी नंगी जवानी ड्राइवर के दिखाया फिर बुर्का पहन लिया । बाक़ी कपड़े को फ़ोल्ड कर अपने बैग में रख लिया । ड्राइवर ने शर्मिला के माथे पर हाथ रखा । कुछ देर ऑंख बंद कर बुदबुदाता रहा । फिर उसने ऑंख खोला ।
ड्राइवर— बेटी , तु अल्लाह की बहुत ही खाश बंदी है । तु कुछ भी करे , कितना भी चूदवाए , गॉंड मरवाये , जिस किसी के साथ भी मन करे , जो मन करे सब कर , ना तो तु कभी बदनाम होगी , ना ही कभी तेरी जवानी ढलेगी । दूसरों की तरह तेरी क़ीमत घटेगी नहीं बढ़ती ही रहेगी । तु सिर्फ़ अपने पति की ही प्यारी पत्नी नहीं होगी तुम्हारे सारे ससुर, दूसरे सारे रिश्तेदार तुम्हें बहुत प्यार करेंगे । घर के नौकर भी तुम्हें सिर्फ़ प्यार नहीं करेंगे तुम्हारे एक इशारे पर किसी की जान भी ले लेंगे । तुम्हारी ज़िंदगी में दुःख के लिए कोई जगह है ही नहीं ।
ड्राइवर फिर ऑटो को मेन रोड पर लाया और १५ मिनट बाद अड्डा पर उतार दिया । शर्मिला ने भाड़ा देना चाहा लेकिन बुढ़ा ने नहीं लिया । वो ड्राइव कर वापस चला गया ।
ऑटो के ऑंखों से ओझल होते ही पिछले दिन बाला आदमी सामने आया और शर्मिला के कमर को दोनों हाथों से पकड़ उपर उठा लिया और अंदर ले गया ।
उस आदमी का नाम प्रवीण था जो पिछली शाम उसने रचना को फोन पर बताया था ।
प्रवीण— मुझे उम्मीद नहीं थी कि तुम आओगी ।
शर्मिला ने बुर्का उतार दिया ।
शर्मिला— देख लो तुम्हारे प्यार और लंड ने मेरी क्या हालत कर दी है । घर से ऐसे ही नंगी निकल गई । उपर से तुमने चार लाख का लालच भी दिया । मैनेजर की घरवाली रचना आई की नहीं ।
प्रवीण ने उसे गोदी में बिठाया और कैमरा में दिखाने लगा । शर्मिला ने देखा कि एक ३५ - ३६ साल की औरत है उसके साथ प्रवीण के अलावा ५ और आदमी ने । प्रवीण ने तीन बार उसका गॉड में ही लंड पेला जब कि बाक़ी सभी ने उसे बार बार चोदा ।
प्रवीण— रंडी रात ९ बजे आई और रात भर चूदवा कर , गॉंड मरवा कर सुबह ६ बजे गई और जानती हो हमने उसे कितना दिया , सिर्फ़ डेढ़ लाख और उसकी इन फ़ोटो से हम ज़िंदगी भर कमाते रहेंगे । ये लो रानी तुम्हारा चार लाख । तैयार हो ना ।
शर्मिला— तैयार नहीं होती तो फिर आती क्यों ।
एक नई आवाज़ ।
“ पहले ये शरबत पी लो । “
शर्मिला ने नज़र उठाकर देखा । बोलने बाला छक्का था और उसके साथ एक भयकंर दीखने बाला गार्ड था । छक्के ने जो शर्बत दिया था , शर्मिला पीने लगीं और छक्का गार्ड के लंड को सहलाने लगी । प्रवीण भी नंगा हो गया । शर्बत पीते हुए शर्मिला प्रवीण के लंड को भी मुठियाने लगी ।
छक्का — सेठ आप २५ साल से हमारी गॉंड मार रहे हो । हमारे अड्डे का हर कोई आप से गॉंड मरवाता है । हमने आपकी सैकड़ों माल को देखा है लेकिन सच मालिक ऐसी मस्त और खूबसूरत माल पहले कभी नहीं देखी है । आज मैं भी इसे चोदूंगी ।
शर्मिला— चोदने भी दूँगी , जो करना चाहोगे सब करने दूँगी । जिस लंड को सहला रही हो उससे गॉंड मरवा कर दिखाओ फिर मैं भी मरवाऊँगी । तुम अपने लंड से मरवाओ तब तक मैं अपने प्यारे लंड को प्यार करती हूँ । आ जाओ सेठ , मेरी गॉंड अपने इस प्यारे लंड के लिए तरस रही है ।
जिस रुम में ये सब थे बहुत ही सलीके से सजा हुआ था । यह घर किसी समय के जमींदार का था जिसे प्रवीण सेठ ने ख़रीद लिया था । कमर् में बहुत मोटा कालीन बिछा हुआ था । शर्मिला ने उसी कालीन पर कुतिया का पेज लिया । जैसा शर्मिला ने कहा छक्का भी नंगा हो गया । वो भी शर्मिला के बग़ल में कुतिया का पोज ले लिया । शर्मिला देखती रही और गार्ड ने छक्का के गॉंड में लंड पेल दिया । ९ इंच लंबा और मोटा लंड आराम से अंदर बाहर हो रहा था ।
छक्का — दोनों , ये साहब और ये लंड सैकड़ों बार मेरी गॉंड में घुस चुका है। बहुत ही सुंदर हो रानी ।
“, प्रवीण बूर चूसने चाटने में समय बर्बाद नहीं करता था । उसने शर्मिला के पीछे पोजीशन लिया । गॉंड के छेद में लंड दबाया और ज़ोर का धक्का मारा ।
“ आह , थोड़ा धीरे यार , फट रही है । “
प्रवीण ने दूसरा धक्का मारा ।
प्रवीण— रंडी , होटल में तीन बार गॉंड में पेला था । गॉंड खुल गया था फिर अभी गोंद लगाकर आई है कुतिया । कितना टाईट हो गया है ।
छक्का — सेठ क्यों मेहनत कर रहे हो । देखो अपना बल्लू पूरा तैयार हो गया है । तुम इस कुतिया की मार ही चूके हो । बल्लू को मारने दे ।
लेकिन प्रवीण को भी शर्मिंला से मोहब्बत हो गई थी । उसने लंड बाहर नहीं निकाला । लगातार धक्का मारता रहा । हर धक्का पर शर्मिला कराहती रही मानो उसे बहुत दर्द हो रहा था । शर्मिला कोई एक्टिंग नहीं कर रही थी । उसे इतना दर्द तब भी नहीं हुआ था जब बबलू ने पहली बार गॉंड मारी थी ।
आगे की कहानी अगले भाग में …