15-12-2024, 01:25 PM
शर्मिला शादी के दो साल पहले से ही विनोद के साथ नंगी जवानी का खेल खेल रही थी । उसने सैकड़ों बार विनोद से चोदने के लिए कहा लेकिन विनोद बार बार यही कहता रहा कि चूदाई सुहाग रात को ही करेगा । लेकिन विनोद ने उसे कभी तरसने नहीं दिया । अपने ओरल मस्ती से ही शर्मिला को हद से ज़्यादा खुश करता था । विनोद के लंड के बाद शर्मिला अपने बाप और भाई के लंड से खेलने लगी । लेकिन उन दोनों में से किसी का लंड कभी टाईट हुआ ही नहीं । शादी के ६ महिला पहले से शर्मिला ने मॉं का यार या घर का नौकर बोलिए उसके लंड से भी खेलने लगी । ४-४ लंड से लगातार खेलते हुए भी शर्मिला कुँवारी ही रही । उसने किसी से नहीं चूदवाया । वो ससुर के साथ, जिसका उसने लंड भी नहीं देखा था उससे चूदवाने के लिए बेचैन थी ।
शादी के सात रात पहले बबलू ने बहुत खुशामद किया तो शर्मिला इस शर्त पर बबलू को अपने साथ सुलाने के लिए तैयार हुई कि बबलू उसके बूर में लंड नहीं पेलेगा । उस रात दोनों ने एक दूसरे के नंगे बदन को , शर्मिला के आगे की जवानी को खूब मसला , बहुत प्यार किया । शर्मिला ने खुद बबलू के लंड को बूर पर बहुत देर तक रगड़ा । लंड पूरा टाईट हो गया । शर्मिला पलट गई और बबलू को पीछे से मस्ती लेने के लिए कहा । साथ ही उसने ये भी कहा कि पीछे से मस्ती लेते हुए ये बताये कि उसने अपनी मालकिन दीपा को सबसे पहले कब और कहॉं चोदा ।
बबलू ने शर्मिला के उपर पोजीशन लिया । साइड से हाथ घुसाकर दोनो चूचियों को दबाते हुए चुत्तरों के बीच पूरी ताक़त से धक्का लगाते हुए अपनी कहानी भी सुनाता रहा ।
बबलू — बाबू जी के मरने के बाद मॉँ का एक यार हम सभी को यहाँ ले आया । उसने होटल के नौकरों का एक घर दिलवाया । मॉं का वो यार अभी होटल का जेनेरल मैनेजर है ।
शर्मिला— तुम विनोद मिश्रा की बात कर रहे हो क्या ? तुम्हारी रंडी ने मुझे उससे मिलवाया है । वो भी मेरी मॉं को चोदता है ना !
चूचियों को जकड़े हुए बबलू पूरी ताक़त से लंड से उसकी गॉंड में धक्का मार रहा था । यह पहला मौक़ा था जब कोई लंड उसे ऐसा धक्का मार रहा था । शर्मिला बातें भी सुन रही थी और उसका ध्यान इस पर भी था कि लंड कहॉं धक्का मार रहा था । लेकिन उसने बबलू को रोका -टोका नहीं ।
बबलू - हॉं रानी वहीं । वो भी मसूरी का ही है , मेरे ही तरह वो भी पहाड़ी ही है। वो दीपा मालकिन को सालों से चोद ही रहा है वहीं उनके लिए दलाली भी करता है । मालकिन को हर बार बड़ी क़ीमत पर नये नये लोगों से चुदवाता है। मैं ने कई बार विनोद साहब को दोनों मेरी मॉ और आपकी मॉ को अग़ल बग़ल लिटा कर चोदते देखा है।
बबलू दस मिनट से ज़्यादा समय से गॉंड पर लंड का धक्का मार रहा था । अचानक शर्मिला को लगा कि सुपाडा गॉंड के छेद में फँस गया है। शर्मिला को दर्द होने लगा लेकिन उसने शिकायत नहीं कि।
बबलू- यहॉं आने के दिन से ही वो मेरी दोनों बहनों से भी धंधा कराने लगा । मुझे रात दिन होटल में ही रहना पड़ता था और मेरी दोनों बहन रोज़ कई कई कस्टोमर को सँभालती थी । यहाँ आने के कुछ ही दिन बाद एक रात दोनों बहन मेरे रुम में आई। दोनों नंगी हो गई । उन्होंने कहा कि लगातार चूदाई के कारण उनका बदन टूट रहा है । उन्होंने मुझसे मालिश करने कहा । रानी , उससे पहले मैंने कई बार बहनों को दूसरे से चूदवाते देखता था लेकिन वो पहला मौक़ा था जब मैं ने किसी औरत के नंगे बदन को छुआ । मुझे मालिश करना नहीं आता था लेकिन दोनों जो जो बोलतीं गई मैं करता रहा । रानी मैं ने बहुत खुशामद की लेकिन दोनों ने साफ़ साफ़ कह दिया कि मैं मर भी जाऊँ फिर भी ना वे दोनों और ना ही मॉं मुझसे कभी चुदवायेगी । अब दो साल हो गया है दीपा को चोदना शुरु करने से पहले् मैं ने बहुत खुशामद किया था लेकिन तीनों में से किसी ने नहीं चूदवाया । लेकिन दोनों बहनों की मालिश करते हुए मैं ने मालिश करना सीख लिया । बाद में दीपा भी मुझ से मालिश करवाने लगी । एक दिन मालिश करते करते मेरा लंड उनकी बूर में घुसता चला गया । उसके बाद से दीपा जब भी होटल आती थी मुझसे ज़रूर चूदवाती थी ।
बहन और दीपा की नंगी जवानी याद आई तो बबलू का धक्का और भी पावरफूल हो गया । ७-८ धक्का में लंड का आधा से ज़्यादा लंबाई गॉंड के अंदर घुस गया । तब बबलू को भी महसूस हुआ कि उसकी लंड शर्मिला की गॉंड के अंदर घुस गया है । उसे ऐसा लग रहा था मानो लंड किसी बहुत ही गर्म और संकरी घाटी में घुस गया है । उसने लंड को बाहर खींचना चाहा लेकिन नहीं खींच पाया । दर्द से शर्मिला की जान जा रही थी लेकिन उसने एक बार भी शिकायत नहीं की , ना ही बबलू को धक्का मारने से रोका । दर्द के साथ साथ उसे एक अजीब तरह का , एक नया मजा भी आ रहा था ।
बबलू ने लंड को गॉंड में दबाए रखा ।
बबलू— मालकिन, माफ कर दीजिए । मालूम नहीं कैसे लंड अंदर चला गया । अपनी क़सम , मैं ये नहीं करना चाहता था । प्लीज़ माफ़ कर दीजिए, बड़ी मालकिन को मत बोलिएगा । वो मुझे घर से निकाल देगी । कितना गर्म और टाईट छेदा है बाहर भी नहीं निकाल पा रहा हूँ ।
शर्मिला— मेरी तो जान जा रही है । मेरी क़सम सच सच बोल , तुम्हें कैसा लग रहा है ?
बबलू— मालकिन, अभी तक सिर्फ़ दीपा मालकिन और उनकी सहेली को ही चोदा है । लेकिन जैसा मज़ा अभी आ रहा है वैसा मज़ा दीपा को पहली बार चोदने में भी नहीं आया था ।
शर्मिला ने अपने बदन को ढीला करने की कोशिश की ।
शर्मिला- अगर कभी भी किसी और को , तेरी रंडी दीपा को भी मालूम पड़ा कि तुमने मेरी गॉंड मारी है तो मैं तुम्हें ज़िंदगी भर के लिए जेल में भिजवा दूँगी ।
बबलू— आपके घर में आने के एक साल पहले से मैं दीपा को चोद रहा था कभी किसी को पता नहीं चला । मैनेजर साहब को भी नहीं मालूम था । दीपा ने ही उन्हें बताया । विश्वास रखिए , आप नहीं चाहेंगी तो कभी किसी को नहीं मालूम होगा कि मेरे लंड ने आपकी कुँवारी गॉंड का मज़ा लिया है । आपकी मॉं की बूर मेरे लंड की पहली बूर थी और आपकी गॉंड ही मेरे लंड की अकेली गॉंड रहेगी । मैं कभी किसी और की गॉंड में लंड नहीं पेलुंगा ।
शर्मिला- फिर सोच क्या रहा है , फाड़ दे मेरी गॉड । जितनी बेदर्दी से मार सकता है धक्का मार ।
फिर क्या , चिकने बदन को रगड़ते हुए बबलू ने जम कर गॉंड मारी । क़रीब २० मिनट के बाद बबलू ने गॉंड में रस गिराया । दोनों ने एक दूसरे को बहुत प्यार किया । लंड को मुठिया कर सहला कर शर्मिला ने लंड को फिर तैयार किया और दुबारा गॉंड मरवाया । इस बार बबलू ने ३५ मिनट गॉंड मारी । ना बबलू का मन भरा था ना ही शर्मिला का । उसने लंड को तीसरा बार तैयार किया और तीसरी बार शर्मिला ने कुतिया के पोज में गॉंड मरवाया ।
शर्मिला — बबलू , जी तो कर रहा है कि बूर भी तुमसे ही फडवा लूँ लेकिन तुमसे चूदवा कर मैं अपनी नज़र में खूद झूठी हो जाऊँगी । ससुराल से वापस आने दे फिर मेरा दोनों गॉंड और बूर तेरा ।
बबलू एक बहुत ही खूबसूरत लड़की की गॉंड मार कर बहुत खुश था ही शर्मिला भी बहुत खुश थी ।
अगले दिन शर्मिला के सामने बबलू ने दीपा को चोदा । तीनों ने एक दूसरे को रगड़ते मसलते हुए साथ ही नहाया । रात में फिर शर्मिला ने तीन बार गॉंड मरवाया । तीसरी रात रमी की रात थी । हर बार की तरह दोनों शर्मिला और दीपा ने बबलू, दीपक और घर के मालिक का लंड चूसा । तीनों आदमियों ने दोनों मॉं और बेटी की नंगी जवानी का मजा लिया । उसके बाद दूसरे सब के सामने बबलू ने अपनी बड़ी मालकिन को चोदा ।
बाद में बबलू शर्मिला के रुम में आ गया । शर्मिला पट हो कर गॉंड मरवा रही थी ।
बबलू— रानी, २ घंटा में 2 लाख कमाओगी ?
शर्मिला ने धक्का देकर बबलू को अलग किया और उठ कर बैठ गई ।
शर्मिला — बहनचोद , मुझसे धंधा करवायेगा ?
बबलू— होटल में एक बहुत अमीर आदमी आया है । मैनेजर साहब ने उसे बहुत औरतों को , दीपा , मेरी दोनों बहन , मेरी मॉ के साथ साथ कई और औरतों को दिखाया । लेकिन उसे कोई पसंद नहीं आई । उसे एक २०-२१ साल की बहुत ही खूबसूरत औरत चाहिए जो गॉड मरवाते हुए अपना फ़ोटो भी खींचने दे । उसने कहा है कि वो सिर्फ़ औरतों की गॉंड ही मारता है , उन्हें चोदता नहीं है । कई औरत गॉंड मरवाते हुए फ़ोटो खिंचवाने को भी तैयार हैं लेकिन उसे कोई पसंद ही नहीं आई । मालकिन २ लाख आप लोगों के लिए भी कम नहीं है । मुझे विश्वास है कि आप उसे ज़रूर पसंद आयेंगी ।
शर्मिला को भी २ लाख का लालच तो हो गया लेकिन उसे बदनामी का डर भी था ।
शर्मिला— तु चाहता है कि तेरी रंडी पूरी दुनिया में बदनाम हो जाए । जिस से की मेरी शादी ना हो और तु मुझे दीपा जैसा २० -२० हज़ार में बेचता रहे । हरामी , वो फ़ोटो खींचेगा और पूरी दुनिया में मेरी नंगी तस्वीर बेचता रहेगा ।
बबलू — गॉंड मरवाओगी आप लेकिन अगर फ़ोटो में किसी और का चेहरा हो तो !
शर्मिला— ऐसा कैसे होगा ?
लेकिन बबलू ने गॉंड मारते हुए सबकुछ समझाया, अपना प्लान बताया ।
बबलू — अगर आपकी बूर में लंड पेलने के लिए कोई दस लाख भी देगा तो आप को चूदवाने नहीं दूँगा लेकिन ये गॉंड में लंड लेने की बात है । फ़ोटो देखने के बाद भी कोई नहीं कह पायेगा कि आप ही गॉंड मरवा रही हो ।
शर्मिला - तुम ने ठीक ही कहा , २ लाख कम नहीं होता है । लेकिन मुझे पूरा रुपया एडवांस में चाहिए । और तु मेरा चेहरा बदलेगा कैसे ?
बबलू ने खूब जमकर गॉंड मारी । उसके बाद शर्मिला को बॉंहों पर उठाकर अपने रूम में ले गया । उसने एक बौक्स से चार विग लगा हुआ मास्क निकाला ।
बबलू— रानी , पहन कर देख लो , कौन सा पसंद है । शर्मिला ने बारी बारी से चारों मास्क को ट्राई किया । सभी मास्क बहुत ही महंगे थे । शर्मिला ने खूद सभी मास्क को पहन कर चेहरे को सहलाया । उसे लगा कि किसी नॉर्मल स्किन को छू रही है ।
बबलू — रानी , बहुत सी औरतें और लड़कियां ऐसी हैं जो अपने बाप , पति या अमीर दोस्त को लूटती है । वैसी रंडीयों के लिए हम ये मास्क रखते हैं । दीपा ने भी एक बार ऐसा मास्क पहन कर साहब से ५० हज़ार लूटा था । साहब का लंड खड़ा ही नहीं हुआ ।
शर्मिला ने एक देसी औरत के चेहरे बाला ही मास्क पसंद किया । बबलू के रुम में भी एक बार गॉंड मरवाया और वहीं बबलू से चिपक कर सो गई ।
अगले दिन सुबह ९ बजे शर्मिला को ले कर होटेल के रुम में उस आदमी के पास गया । बबलू ने शर्मिला को मास्क पहना दिया था । बबलू ने शर्मिला को उसके सामने नंगा किया और आदमी ने तुरंत उसे पसंद कर लिया । उसने शर्मिला को २ बजे आने कहा ।
शर्मिला— मुझे मेरी पूरी क़ीमत अभी दे दो । समय पर आ जाऊँगी ।
पहले तो उसने एडवांस देने में आना कानी की तो शर्मिला भी ज़िद पर अड़ी रही । उस आदमी को लड़की की जवानी इतनी पसंद आ गई थी कि उसने मैनेजर विनोद मिश्रा को बुलवाया । विनोद कई बार दीपा के घर गया था , शर्मिला से मिला था । लेकिन शर्मिला उसके सामने नंगी खड़ी थी फिर भी उसे थोड़ा भी संदेह नहीं हुआ कि ये दीपा की बेटी है ।
मैनेजर को भी लड़की की जवानी बहुत ही ज़्यादा पसंद आ गई । मैनेजर के बोलने पर आदमी ने २ लाख दे दिया ।
मैनेजर— ये साहब तुम्हारी गॉंड मारेंगे , तुम्हारी नंगी तस्वीर लेंगे । इस सब के लिए २ लाख ले रही हो । २ घंटा चूदवाने का चूदवाने का कितना लेगी ?
शर्मिला ने किसी घटिया रंडी जैसा जबाब दिया ।
शर्मिला— कम से कम एक लाख । लेकिन अभी मेरे पास समय नहीं है । दो दिन बाद मैं बाहर जा रही हूँ । एक महीने बाद वापस आऊँगी तब आप से बात करूँगी । लेकिन सुना है कि आप यहाँ की रंडीयों से दस परसेंट कमीशन भी लेते हैं और उसे चोदते भी हैं । अगर मुझे चोदना है तो मैं कोई कमीशन नहीं दूँगी । हर महीने एक पूरी रात आपके साथ गुज़ारूँगी ।
तीन रातों से गॉंड मारते मारते बबलू ने उसे होटल के बारे में सबकुछ बता दिया था । सबके सामने मैनेजर ने शर्मिला की दोनों चूचियों को दबोचा ।
मैनेजर— मैडम , ना तुमसे कभी कोई कमीशन लूँगा ना ही कभी तुम्हें मुफ़्त में चोदूंगा । हमारी एक बहुत ही खूबसूरत रंडी है सालों से यहाँ आ रही है । उसे बहुत चोदा है लेकिन रानी तुम्हारी जैसी बढिया और खूबसूरत माल पहले कभी नहीं देखी ।
चूचियों को एक हाथ से दबाते हुए मैनेजर बूर को भी मसलने लगा । जिस कस्टमर के लिए शर्मिंला आई थी वो अपने कोडक कैमरे से ताबड़तोड़ फ़ोटो खींच रहा था ।
शर्मिला ने देखा लेकिन रोका नहीं ।
शर्मिला— अगर अभी ५० हज़ार दो तो आधे घंटा में बढ़िया तमाशा दिखाऊँगी ।
कस्टमर के जबाब का इंतज़ार किए बग़ैर शर्मिला ने तीनों को नंगा होने कहा। दूसरे दोनों देखते रहे लेकिन बबलू फटाफट नंगा हो गया । शर्मिला ने लंड पकड़ लिया और सहलाने लगी ।
शर्मिला— वाह बबलू , बहुत ही मस्त लंड है । मुझे पसंद आ गया है । थोड़ी देर चूसने दे ।
वहीं बबलू के सामने अपने घुटने पर बैठ शर्मिला बबलू के लंड को चाटने लगी।
शर्मिला - अगर लंड चूसते हुए मेरा फ़ोटो खींचना है तो दोनों पचास पचास हजार मुझे दो ।
बबलू तो इस माल का बहुत मजा ले रहा था लेकिन शर्मिला को एक लड़के का लंड चूसते देख दोनों बहुत गरमा गये । वे दोनों भी नंगे हो गये । कस्टमर ने एक बैग से १००-१०० का ५ बंडल निकाल कर शर्मिला को दिया । मैनेजर ने इंटरकॉम से किसी को फ़ोन किया ।
“ रुपा , पचास हज़ार नगद लेकर १०१ में जल्दी आओ । “
शर्मिला बबलू के लंड को चूसती रही साथ ही दोनों हाथों से दूसरे दोनों के लंड को सहलाने , मुठियाने लगी । इसी तरह उसने बारी बारी से तीनों के लंड को चूसा और दूसरे दोनों के लंड को मुठियाती रही । कुछ ही देर बाद एक लड़की अंदर आई और उसने मैनेजर के हाथ में रुपए दिया । शर्मिला लंड चूस रही थी , मुठिया रही थी और कस्टोमर लगातार फ़ोटो ले ही रहा था । मैनेजर को रुपया देकर रुपा जाने लगी तो कस्टमर ने उसे रोका ।
कस्टमर — ये कैमरा लो और जितना बढ़िया से हो सके इस रंडी की नंगी जवानी और उसकी हरकतों का फ़ोटो लो ।
उसने रुपा को समझाया कि फ़ोटो कैसे लेना है तो उसने कहा कि उसके पास भी ऐसा ही कैमरा है । उसके बाद क़रीब एक घंटा तक शर्मिला ने तीनों का लंड चूसा , तीनों ने बारी बारी से शर्मिला की चूचियों को , बूर को चूसा । एक बूर चूसता था तो दूसरा उसे लंड चूसाता था और तीसरा चूचियों को चूसता था । कमरे में तीन नंगे मर्द और एक नंगी लड़की थी । रुपा पूरे कपड़े पहने हुए फ़ोटो खींच रही थी । किसी ने उसकी ओर ध्यान ही नहीं दिया । तीन- तीन फनफनाया हुआ लंड और शर्मिला की गंदी हरकतों को देखकर वो भी बहुत चुदासी हो गई थी । वो सिर्फ़ एक से नहीं तीनों के साथ चूदवाने को तैयार थी । लेकिन किसी ने उससे बात भी नहीं कि ।
एक घंटा की मस्ती के दौरान तीनों २-२ बार झड़ गये और शर्मिला मुस्कुराते हुए उठी । शर्मिला कपड़े पहनने लगी ।
शर्मिला— आज तो इस साहब का लंड अंदर लूँगी ही , मैनेजर साहब जल्दी ही आपसे भी चूदवाऊंगी । वैसे अगर साहब साहब परमीशन दें और मुझे एक लाख और मिले तो आप तीनों से गॉंड मरवाऊँगी । साहब के जैसा मस्त बढ़िया, लंबा ( साढ़े सात इंच) और ऐसा मोटा लंड पहले कभी नहीं देखा लेकिन आप दोनों का लंड भी मुझे बहुत पसंद आया । लेकिन सावधान कर रही हूँ, अगर किसी ने भी मेरी बूर में लंड पेलने की कोशिश भी की तो आप सभी जेल जाओगे ।
कस्टमर — रानी बिल्कुल चिंता मत करो , ना मैं बूर में लंड पेलता हूँ और ना किसी और को अपने सामने किसी को भी चोदने देता हूँ । जल्दी आना रानी ।
कपड़े पहन कर , बबलू को साथ लेकर शर्मिला होटल से बाहर चली गई । उधर रुपा इंतज़ार करती रही लेकिन किसी ने उसे रुकने नहीं कहा । मैनेजर ने रुपा को रुम से बाहर जाने कहा । कस्टमर को कैमरा देकर रुपा बाहर चली गई ।
बाक़ी दोनों नंगे ही थे ।
मैनेजर — साहब, हमारे पास एक लाख नहीं है । लेकिन मैं भी उस रंडी की गॉंड मारना चाहता हूँ ।
कस्टमर — ठीक है , मैं तुम दोनों के बदले एक लाख दे दूँगा लेकिन तुम्हें अपनी घरवाली रचना को रात भर मेरे साथ रहने देना होगा । अगर रचना ने मुझे पूरा खुश किया तो उसे भी एक लाख दूँगा ।
इस आदमी के पास बहुत धन दौलत था । बहुत बड़ा स्मगलर था । जो भी नंगी तस्वीरें लेता था उसे किसी दूसरे देश भेजता था । वहॉं उन तस्वीरों की वीडियो सिनेमा बनती थी । ये वो समय था जब नंगी सिनेमा बहुत ही महंगा बिकता था । सिनेमा की रॉयल्टी से भी उसे हर साल लाखों मिलता था । अपने घर की कई औरतों की भी सिनेमा बनवा चूका था ।
मैनेजर बढ़िया से जानता था कि ये आदमी उसकी मस्त जवान घरवाली से क्या करवायेगा । लेकिन एक रात का एक लाख उसके लिए बहुत ज़्यादा था । उस समय दीपा को लेकर होटल में उसकी ६ रंडीयॉं थी । उस में से सिर्फ़ तीन ही रेगुलरली धंधा करती थीं । जैसा शर्मिला ने कहा उसका कमीशन दस परसेंट ही था । डेली उसे कमीशन से ५-७ हज़ार ही मिलता था । मैनेजर भी कपड़े पहन कर बाहर चला गया । कस्टमर बेसब्री से शर्मिला का इंतज़ार करने लगा ।
आगे की कहानी अगले भाग में ,,,,,,,
शादी के सात रात पहले बबलू ने बहुत खुशामद किया तो शर्मिला इस शर्त पर बबलू को अपने साथ सुलाने के लिए तैयार हुई कि बबलू उसके बूर में लंड नहीं पेलेगा । उस रात दोनों ने एक दूसरे के नंगे बदन को , शर्मिला के आगे की जवानी को खूब मसला , बहुत प्यार किया । शर्मिला ने खुद बबलू के लंड को बूर पर बहुत देर तक रगड़ा । लंड पूरा टाईट हो गया । शर्मिला पलट गई और बबलू को पीछे से मस्ती लेने के लिए कहा । साथ ही उसने ये भी कहा कि पीछे से मस्ती लेते हुए ये बताये कि उसने अपनी मालकिन दीपा को सबसे पहले कब और कहॉं चोदा ।
बबलू ने शर्मिला के उपर पोजीशन लिया । साइड से हाथ घुसाकर दोनो चूचियों को दबाते हुए चुत्तरों के बीच पूरी ताक़त से धक्का लगाते हुए अपनी कहानी भी सुनाता रहा ।
बबलू — बाबू जी के मरने के बाद मॉँ का एक यार हम सभी को यहाँ ले आया । उसने होटल के नौकरों का एक घर दिलवाया । मॉं का वो यार अभी होटल का जेनेरल मैनेजर है ।
शर्मिला— तुम विनोद मिश्रा की बात कर रहे हो क्या ? तुम्हारी रंडी ने मुझे उससे मिलवाया है । वो भी मेरी मॉं को चोदता है ना !
चूचियों को जकड़े हुए बबलू पूरी ताक़त से लंड से उसकी गॉंड में धक्का मार रहा था । यह पहला मौक़ा था जब कोई लंड उसे ऐसा धक्का मार रहा था । शर्मिला बातें भी सुन रही थी और उसका ध्यान इस पर भी था कि लंड कहॉं धक्का मार रहा था । लेकिन उसने बबलू को रोका -टोका नहीं ।
बबलू - हॉं रानी वहीं । वो भी मसूरी का ही है , मेरे ही तरह वो भी पहाड़ी ही है। वो दीपा मालकिन को सालों से चोद ही रहा है वहीं उनके लिए दलाली भी करता है । मालकिन को हर बार बड़ी क़ीमत पर नये नये लोगों से चुदवाता है। मैं ने कई बार विनोद साहब को दोनों मेरी मॉ और आपकी मॉ को अग़ल बग़ल लिटा कर चोदते देखा है।
बबलू दस मिनट से ज़्यादा समय से गॉंड पर लंड का धक्का मार रहा था । अचानक शर्मिला को लगा कि सुपाडा गॉंड के छेद में फँस गया है। शर्मिला को दर्द होने लगा लेकिन उसने शिकायत नहीं कि।
बबलू- यहॉं आने के दिन से ही वो मेरी दोनों बहनों से भी धंधा कराने लगा । मुझे रात दिन होटल में ही रहना पड़ता था और मेरी दोनों बहन रोज़ कई कई कस्टोमर को सँभालती थी । यहाँ आने के कुछ ही दिन बाद एक रात दोनों बहन मेरे रुम में आई। दोनों नंगी हो गई । उन्होंने कहा कि लगातार चूदाई के कारण उनका बदन टूट रहा है । उन्होंने मुझसे मालिश करने कहा । रानी , उससे पहले मैंने कई बार बहनों को दूसरे से चूदवाते देखता था लेकिन वो पहला मौक़ा था जब मैं ने किसी औरत के नंगे बदन को छुआ । मुझे मालिश करना नहीं आता था लेकिन दोनों जो जो बोलतीं गई मैं करता रहा । रानी मैं ने बहुत खुशामद की लेकिन दोनों ने साफ़ साफ़ कह दिया कि मैं मर भी जाऊँ फिर भी ना वे दोनों और ना ही मॉं मुझसे कभी चुदवायेगी । अब दो साल हो गया है दीपा को चोदना शुरु करने से पहले् मैं ने बहुत खुशामद किया था लेकिन तीनों में से किसी ने नहीं चूदवाया । लेकिन दोनों बहनों की मालिश करते हुए मैं ने मालिश करना सीख लिया । बाद में दीपा भी मुझ से मालिश करवाने लगी । एक दिन मालिश करते करते मेरा लंड उनकी बूर में घुसता चला गया । उसके बाद से दीपा जब भी होटल आती थी मुझसे ज़रूर चूदवाती थी ।
बहन और दीपा की नंगी जवानी याद आई तो बबलू का धक्का और भी पावरफूल हो गया । ७-८ धक्का में लंड का आधा से ज़्यादा लंबाई गॉंड के अंदर घुस गया । तब बबलू को भी महसूस हुआ कि उसकी लंड शर्मिला की गॉंड के अंदर घुस गया है । उसे ऐसा लग रहा था मानो लंड किसी बहुत ही गर्म और संकरी घाटी में घुस गया है । उसने लंड को बाहर खींचना चाहा लेकिन नहीं खींच पाया । दर्द से शर्मिला की जान जा रही थी लेकिन उसने एक बार भी शिकायत नहीं की , ना ही बबलू को धक्का मारने से रोका । दर्द के साथ साथ उसे एक अजीब तरह का , एक नया मजा भी आ रहा था ।
बबलू ने लंड को गॉंड में दबाए रखा ।
बबलू— मालकिन, माफ कर दीजिए । मालूम नहीं कैसे लंड अंदर चला गया । अपनी क़सम , मैं ये नहीं करना चाहता था । प्लीज़ माफ़ कर दीजिए, बड़ी मालकिन को मत बोलिएगा । वो मुझे घर से निकाल देगी । कितना गर्म और टाईट छेदा है बाहर भी नहीं निकाल पा रहा हूँ ।
शर्मिला— मेरी तो जान जा रही है । मेरी क़सम सच सच बोल , तुम्हें कैसा लग रहा है ?
बबलू— मालकिन, अभी तक सिर्फ़ दीपा मालकिन और उनकी सहेली को ही चोदा है । लेकिन जैसा मज़ा अभी आ रहा है वैसा मज़ा दीपा को पहली बार चोदने में भी नहीं आया था ।
शर्मिला ने अपने बदन को ढीला करने की कोशिश की ।
शर्मिला- अगर कभी भी किसी और को , तेरी रंडी दीपा को भी मालूम पड़ा कि तुमने मेरी गॉंड मारी है तो मैं तुम्हें ज़िंदगी भर के लिए जेल में भिजवा दूँगी ।
बबलू— आपके घर में आने के एक साल पहले से मैं दीपा को चोद रहा था कभी किसी को पता नहीं चला । मैनेजर साहब को भी नहीं मालूम था । दीपा ने ही उन्हें बताया । विश्वास रखिए , आप नहीं चाहेंगी तो कभी किसी को नहीं मालूम होगा कि मेरे लंड ने आपकी कुँवारी गॉंड का मज़ा लिया है । आपकी मॉं की बूर मेरे लंड की पहली बूर थी और आपकी गॉंड ही मेरे लंड की अकेली गॉंड रहेगी । मैं कभी किसी और की गॉंड में लंड नहीं पेलुंगा ।
शर्मिला- फिर सोच क्या रहा है , फाड़ दे मेरी गॉड । जितनी बेदर्दी से मार सकता है धक्का मार ।
फिर क्या , चिकने बदन को रगड़ते हुए बबलू ने जम कर गॉंड मारी । क़रीब २० मिनट के बाद बबलू ने गॉंड में रस गिराया । दोनों ने एक दूसरे को बहुत प्यार किया । लंड को मुठिया कर सहला कर शर्मिला ने लंड को फिर तैयार किया और दुबारा गॉंड मरवाया । इस बार बबलू ने ३५ मिनट गॉंड मारी । ना बबलू का मन भरा था ना ही शर्मिला का । उसने लंड को तीसरा बार तैयार किया और तीसरी बार शर्मिला ने कुतिया के पोज में गॉंड मरवाया ।
शर्मिला — बबलू , जी तो कर रहा है कि बूर भी तुमसे ही फडवा लूँ लेकिन तुमसे चूदवा कर मैं अपनी नज़र में खूद झूठी हो जाऊँगी । ससुराल से वापस आने दे फिर मेरा दोनों गॉंड और बूर तेरा ।
बबलू एक बहुत ही खूबसूरत लड़की की गॉंड मार कर बहुत खुश था ही शर्मिला भी बहुत खुश थी ।
अगले दिन शर्मिला के सामने बबलू ने दीपा को चोदा । तीनों ने एक दूसरे को रगड़ते मसलते हुए साथ ही नहाया । रात में फिर शर्मिला ने तीन बार गॉंड मरवाया । तीसरी रात रमी की रात थी । हर बार की तरह दोनों शर्मिला और दीपा ने बबलू, दीपक और घर के मालिक का लंड चूसा । तीनों आदमियों ने दोनों मॉं और बेटी की नंगी जवानी का मजा लिया । उसके बाद दूसरे सब के सामने बबलू ने अपनी बड़ी मालकिन को चोदा ।
बाद में बबलू शर्मिला के रुम में आ गया । शर्मिला पट हो कर गॉंड मरवा रही थी ।
बबलू— रानी, २ घंटा में 2 लाख कमाओगी ?
शर्मिला ने धक्का देकर बबलू को अलग किया और उठ कर बैठ गई ।
शर्मिला — बहनचोद , मुझसे धंधा करवायेगा ?
बबलू— होटल में एक बहुत अमीर आदमी आया है । मैनेजर साहब ने उसे बहुत औरतों को , दीपा , मेरी दोनों बहन , मेरी मॉ के साथ साथ कई और औरतों को दिखाया । लेकिन उसे कोई पसंद नहीं आई । उसे एक २०-२१ साल की बहुत ही खूबसूरत औरत चाहिए जो गॉड मरवाते हुए अपना फ़ोटो भी खींचने दे । उसने कहा है कि वो सिर्फ़ औरतों की गॉंड ही मारता है , उन्हें चोदता नहीं है । कई औरत गॉंड मरवाते हुए फ़ोटो खिंचवाने को भी तैयार हैं लेकिन उसे कोई पसंद ही नहीं आई । मालकिन २ लाख आप लोगों के लिए भी कम नहीं है । मुझे विश्वास है कि आप उसे ज़रूर पसंद आयेंगी ।
शर्मिला को भी २ लाख का लालच तो हो गया लेकिन उसे बदनामी का डर भी था ।
शर्मिला— तु चाहता है कि तेरी रंडी पूरी दुनिया में बदनाम हो जाए । जिस से की मेरी शादी ना हो और तु मुझे दीपा जैसा २० -२० हज़ार में बेचता रहे । हरामी , वो फ़ोटो खींचेगा और पूरी दुनिया में मेरी नंगी तस्वीर बेचता रहेगा ।
बबलू — गॉंड मरवाओगी आप लेकिन अगर फ़ोटो में किसी और का चेहरा हो तो !
शर्मिला— ऐसा कैसे होगा ?
लेकिन बबलू ने गॉंड मारते हुए सबकुछ समझाया, अपना प्लान बताया ।
बबलू — अगर आपकी बूर में लंड पेलने के लिए कोई दस लाख भी देगा तो आप को चूदवाने नहीं दूँगा लेकिन ये गॉंड में लंड लेने की बात है । फ़ोटो देखने के बाद भी कोई नहीं कह पायेगा कि आप ही गॉंड मरवा रही हो ।
शर्मिला - तुम ने ठीक ही कहा , २ लाख कम नहीं होता है । लेकिन मुझे पूरा रुपया एडवांस में चाहिए । और तु मेरा चेहरा बदलेगा कैसे ?
बबलू ने खूब जमकर गॉंड मारी । उसके बाद शर्मिला को बॉंहों पर उठाकर अपने रूम में ले गया । उसने एक बौक्स से चार विग लगा हुआ मास्क निकाला ।
बबलू— रानी , पहन कर देख लो , कौन सा पसंद है । शर्मिला ने बारी बारी से चारों मास्क को ट्राई किया । सभी मास्क बहुत ही महंगे थे । शर्मिला ने खूद सभी मास्क को पहन कर चेहरे को सहलाया । उसे लगा कि किसी नॉर्मल स्किन को छू रही है ।
बबलू — रानी , बहुत सी औरतें और लड़कियां ऐसी हैं जो अपने बाप , पति या अमीर दोस्त को लूटती है । वैसी रंडीयों के लिए हम ये मास्क रखते हैं । दीपा ने भी एक बार ऐसा मास्क पहन कर साहब से ५० हज़ार लूटा था । साहब का लंड खड़ा ही नहीं हुआ ।
शर्मिला ने एक देसी औरत के चेहरे बाला ही मास्क पसंद किया । बबलू के रुम में भी एक बार गॉंड मरवाया और वहीं बबलू से चिपक कर सो गई ।
अगले दिन सुबह ९ बजे शर्मिला को ले कर होटेल के रुम में उस आदमी के पास गया । बबलू ने शर्मिला को मास्क पहना दिया था । बबलू ने शर्मिला को उसके सामने नंगा किया और आदमी ने तुरंत उसे पसंद कर लिया । उसने शर्मिला को २ बजे आने कहा ।
शर्मिला— मुझे मेरी पूरी क़ीमत अभी दे दो । समय पर आ जाऊँगी ।
पहले तो उसने एडवांस देने में आना कानी की तो शर्मिला भी ज़िद पर अड़ी रही । उस आदमी को लड़की की जवानी इतनी पसंद आ गई थी कि उसने मैनेजर विनोद मिश्रा को बुलवाया । विनोद कई बार दीपा के घर गया था , शर्मिला से मिला था । लेकिन शर्मिला उसके सामने नंगी खड़ी थी फिर भी उसे थोड़ा भी संदेह नहीं हुआ कि ये दीपा की बेटी है ।
मैनेजर को भी लड़की की जवानी बहुत ही ज़्यादा पसंद आ गई । मैनेजर के बोलने पर आदमी ने २ लाख दे दिया ।
मैनेजर— ये साहब तुम्हारी गॉंड मारेंगे , तुम्हारी नंगी तस्वीर लेंगे । इस सब के लिए २ लाख ले रही हो । २ घंटा चूदवाने का चूदवाने का कितना लेगी ?
शर्मिला ने किसी घटिया रंडी जैसा जबाब दिया ।
शर्मिला— कम से कम एक लाख । लेकिन अभी मेरे पास समय नहीं है । दो दिन बाद मैं बाहर जा रही हूँ । एक महीने बाद वापस आऊँगी तब आप से बात करूँगी । लेकिन सुना है कि आप यहाँ की रंडीयों से दस परसेंट कमीशन भी लेते हैं और उसे चोदते भी हैं । अगर मुझे चोदना है तो मैं कोई कमीशन नहीं दूँगी । हर महीने एक पूरी रात आपके साथ गुज़ारूँगी ।
तीन रातों से गॉंड मारते मारते बबलू ने उसे होटल के बारे में सबकुछ बता दिया था । सबके सामने मैनेजर ने शर्मिला की दोनों चूचियों को दबोचा ।
मैनेजर— मैडम , ना तुमसे कभी कोई कमीशन लूँगा ना ही कभी तुम्हें मुफ़्त में चोदूंगा । हमारी एक बहुत ही खूबसूरत रंडी है सालों से यहाँ आ रही है । उसे बहुत चोदा है लेकिन रानी तुम्हारी जैसी बढिया और खूबसूरत माल पहले कभी नहीं देखी ।
चूचियों को एक हाथ से दबाते हुए मैनेजर बूर को भी मसलने लगा । जिस कस्टमर के लिए शर्मिंला आई थी वो अपने कोडक कैमरे से ताबड़तोड़ फ़ोटो खींच रहा था ।
शर्मिला ने देखा लेकिन रोका नहीं ।
शर्मिला— अगर अभी ५० हज़ार दो तो आधे घंटा में बढ़िया तमाशा दिखाऊँगी ।
कस्टमर के जबाब का इंतज़ार किए बग़ैर शर्मिला ने तीनों को नंगा होने कहा। दूसरे दोनों देखते रहे लेकिन बबलू फटाफट नंगा हो गया । शर्मिला ने लंड पकड़ लिया और सहलाने लगी ।
शर्मिला— वाह बबलू , बहुत ही मस्त लंड है । मुझे पसंद आ गया है । थोड़ी देर चूसने दे ।
वहीं बबलू के सामने अपने घुटने पर बैठ शर्मिला बबलू के लंड को चाटने लगी।
शर्मिला - अगर लंड चूसते हुए मेरा फ़ोटो खींचना है तो दोनों पचास पचास हजार मुझे दो ।
बबलू तो इस माल का बहुत मजा ले रहा था लेकिन शर्मिला को एक लड़के का लंड चूसते देख दोनों बहुत गरमा गये । वे दोनों भी नंगे हो गये । कस्टमर ने एक बैग से १००-१०० का ५ बंडल निकाल कर शर्मिला को दिया । मैनेजर ने इंटरकॉम से किसी को फ़ोन किया ।
“ रुपा , पचास हज़ार नगद लेकर १०१ में जल्दी आओ । “
शर्मिला बबलू के लंड को चूसती रही साथ ही दोनों हाथों से दूसरे दोनों के लंड को सहलाने , मुठियाने लगी । इसी तरह उसने बारी बारी से तीनों के लंड को चूसा और दूसरे दोनों के लंड को मुठियाती रही । कुछ ही देर बाद एक लड़की अंदर आई और उसने मैनेजर के हाथ में रुपए दिया । शर्मिला लंड चूस रही थी , मुठिया रही थी और कस्टोमर लगातार फ़ोटो ले ही रहा था । मैनेजर को रुपया देकर रुपा जाने लगी तो कस्टमर ने उसे रोका ।
कस्टमर — ये कैमरा लो और जितना बढ़िया से हो सके इस रंडी की नंगी जवानी और उसकी हरकतों का फ़ोटो लो ।
उसने रुपा को समझाया कि फ़ोटो कैसे लेना है तो उसने कहा कि उसके पास भी ऐसा ही कैमरा है । उसके बाद क़रीब एक घंटा तक शर्मिला ने तीनों का लंड चूसा , तीनों ने बारी बारी से शर्मिला की चूचियों को , बूर को चूसा । एक बूर चूसता था तो दूसरा उसे लंड चूसाता था और तीसरा चूचियों को चूसता था । कमरे में तीन नंगे मर्द और एक नंगी लड़की थी । रुपा पूरे कपड़े पहने हुए फ़ोटो खींच रही थी । किसी ने उसकी ओर ध्यान ही नहीं दिया । तीन- तीन फनफनाया हुआ लंड और शर्मिला की गंदी हरकतों को देखकर वो भी बहुत चुदासी हो गई थी । वो सिर्फ़ एक से नहीं तीनों के साथ चूदवाने को तैयार थी । लेकिन किसी ने उससे बात भी नहीं कि ।
एक घंटा की मस्ती के दौरान तीनों २-२ बार झड़ गये और शर्मिला मुस्कुराते हुए उठी । शर्मिला कपड़े पहनने लगी ।
शर्मिला— आज तो इस साहब का लंड अंदर लूँगी ही , मैनेजर साहब जल्दी ही आपसे भी चूदवाऊंगी । वैसे अगर साहब साहब परमीशन दें और मुझे एक लाख और मिले तो आप तीनों से गॉंड मरवाऊँगी । साहब के जैसा मस्त बढ़िया, लंबा ( साढ़े सात इंच) और ऐसा मोटा लंड पहले कभी नहीं देखा लेकिन आप दोनों का लंड भी मुझे बहुत पसंद आया । लेकिन सावधान कर रही हूँ, अगर किसी ने भी मेरी बूर में लंड पेलने की कोशिश भी की तो आप सभी जेल जाओगे ।
कस्टमर — रानी बिल्कुल चिंता मत करो , ना मैं बूर में लंड पेलता हूँ और ना किसी और को अपने सामने किसी को भी चोदने देता हूँ । जल्दी आना रानी ।
कपड़े पहन कर , बबलू को साथ लेकर शर्मिला होटल से बाहर चली गई । उधर रुपा इंतज़ार करती रही लेकिन किसी ने उसे रुकने नहीं कहा । मैनेजर ने रुपा को रुम से बाहर जाने कहा । कस्टमर को कैमरा देकर रुपा बाहर चली गई ।
बाक़ी दोनों नंगे ही थे ।
मैनेजर — साहब, हमारे पास एक लाख नहीं है । लेकिन मैं भी उस रंडी की गॉंड मारना चाहता हूँ ।
कस्टमर — ठीक है , मैं तुम दोनों के बदले एक लाख दे दूँगा लेकिन तुम्हें अपनी घरवाली रचना को रात भर मेरे साथ रहने देना होगा । अगर रचना ने मुझे पूरा खुश किया तो उसे भी एक लाख दूँगा ।
इस आदमी के पास बहुत धन दौलत था । बहुत बड़ा स्मगलर था । जो भी नंगी तस्वीरें लेता था उसे किसी दूसरे देश भेजता था । वहॉं उन तस्वीरों की वीडियो सिनेमा बनती थी । ये वो समय था जब नंगी सिनेमा बहुत ही महंगा बिकता था । सिनेमा की रॉयल्टी से भी उसे हर साल लाखों मिलता था । अपने घर की कई औरतों की भी सिनेमा बनवा चूका था ।
मैनेजर बढ़िया से जानता था कि ये आदमी उसकी मस्त जवान घरवाली से क्या करवायेगा । लेकिन एक रात का एक लाख उसके लिए बहुत ज़्यादा था । उस समय दीपा को लेकर होटल में उसकी ६ रंडीयॉं थी । उस में से सिर्फ़ तीन ही रेगुलरली धंधा करती थीं । जैसा शर्मिला ने कहा उसका कमीशन दस परसेंट ही था । डेली उसे कमीशन से ५-७ हज़ार ही मिलता था । मैनेजर भी कपड़े पहन कर बाहर चला गया । कस्टमर बेसब्री से शर्मिला का इंतज़ार करने लगा ।
आगे की कहानी अगले भाग में ,,,,,,,