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Adultery चार होंठ - दो ऊपर और दो नीचे
#11
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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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RE: चार होंठ - दो ऊपर और दो नीचे - by neerathemall - 10-12-2024, 02:53 PM



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