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सास की रास लीला
#27
अनुज नशे और चुदाई से थककर सो गया था। संगीता को भी नींद आ रही थी पर उसे अभी सफाई करनी थीं। संगीता ने जैसे तैसे सफाई कर ली और रूम में सोने चली गई। तीन घंटे बाद अनुज का फोन बजने लगा प्रेरणा कॉल कर रही थी। अनुज ने फोन उठाया
प्रेरणा: अनुज मम्मी कहा है?
अनुज: होंगी अपने रूम में क्यू क्या हुआ
प्रेरणा: कबसे फोन कर रही हु उठा नहीं रही टेंशन हो रही है मुझे।
अनुज: टेंशन मत लो मैं देखता हूं और कॉल करवाता हु।
अनुज ने कॉल कट किया और संगीता के रूम की तरफ चल दिया। संगीता ने रूम अंदर से लॉक कर लिया था। अनुज ने स्पेयर की से डोर ओपन किया तो देखा संगीता घोड़े बेचकर सो रही थी। अनुज समझ गया दारू चढ़ गई बुढ़िया को। अनुज ने संगीता को उठाया तो वह चौंक गई। फोन में टाइम देखा तो शाम हो चुकी थी। संगीता का सर भारी हो रखा था। अनुज ने उसे डिस्प्रिन खिलाई और प्रेरणा को कॉल करने कहा। संगीता ने फोन देखा तो ७ मिस्ड कॉल थे। उसने तुरंत प्रेरणा को कॉल लगाया।
प्रेरणा: मां कहा हो? ठीक तो हो न?
संगीता: कहा जाऊंगी घर पर ही हु थोड़ा सिरदर्द है।
प्रेरणा: अचानक? क्या हुआ?
संगीता: पता नहीं दामाद जी ने टैबलेट दी है ठीक हो जायेगा।
प्रेरणा: अच्छा ठीक है आराम करो। मुझे यह बताना था कि मेरा यहां का काम थोड़ा एक्सटेंड हो रहा है आज रात नहीं आ पाऊंगी कल शाम को आऊंगी आप प्लीज मैनेज कर लेना अनुज गुस्सा हो गया है। उसे बोला था आज रिटर्न आऊंगी।
संगीता: ठीक है कोई बात नहीं कर लूंगी मैनेज तेरे पापा भी आ रहे है परसो।
प्रेरणा: पापा? वाव अच्छा है दोनों और कुछ दिन रुकना।
संगीता: हम तेरे घर रुके और तू काम करती घूमे। इसलिए बोलती हु बच्चा करो
प्रेरणा: मम्मी अभी यह सब नहीं प्लीज। बाद में बात करते है बाय।
संगीता ने सोचा आज रात तो अनुज छोड़ेगा ही नहीं अच्छा हुआ एक नींद ले ली। अनुज अपने सारे काम निपटा रहा था। आज रात संगीता की गांड़ मारने का उसका प्लान था। वह सब निपटा कर बाहर निकल ही रहा था तब तक संगीता उसके रूम में आ गई। संगीता ने सोचा थोड़ी मस्ती करते है।
संगीता: सुना कोई बहुत मिस कर रहा है अपनी बीवी को
अनुज: हा हा क्या करे बीवी है ही ऐसी।
संगीता: अच्छा जी अब सच बोल रहे हो ना। वैसे ठीक बात है बुढ़िया के साथ क्या ही मजा आयेगा।
अनुज: संगी डार्लिंग तुम तो बुरा मान गई बुढ़ापा उमर से नहीं सोच से आता है तुम तो जवान हो अभी।
संगीता: मुझे पता है अनुज मेरा सब कुछ ढीला पड़ गया है अभी।
अनुज: कुछ ढीला नहीं है मेरी जान अभी तो असली चुदाई सीख रही हो। इससे पहले कभी ऐसे झड़ी हो?
संगीता: याद मत दिलाओ शर्म आ रही हैं मुझे
अनुज: शर्म क्यू?
संगीता: चोद चोद के मूत निकाल दिया मेरा और अब भोले बन रहे हो
अनुज ने संगीता को खींचकर बाहों में लिया और कहा
अनुज: पगली मूत नहीं चूत का रस था। स्क्विर्ट किया तुमने मूत नहीं निकाला। और कुछ ढीला नहीं है गांड देखो कितनी टाइट है।
ऐसे कहकर अनुज ने सास की गांड दबा दी। संगीता खुश हो गई और मस्ती के मूड में आ गई।
संगीता: गांड दबा के क्या ही मजा आयेगा तुम्हे।
अनुज: गांड में डालकर तो आएगा ना।
संगीता: अनुज कैसी बात कर रहे हो। छी मैं नहीं करवाऊंगी।
अनुज: ठीक है चलो कोई जबरदस्ती थोड़ी न है। गांड बीवी की मार लूंगा।
संगीता: बिगाड़ दिया है तुमने मेरी बच्ची को
अनुज: हा हा तुम्हारी बच्ची की गांड का ही तो दीवाना हु। बिल्कुल तुम्हारे जैसी गांड है उसकी कसी हुई।
संगीता: तुम तो बिल्कुल शुरू हो जाते हो ।
अनुज: आज रात यही पे सोएंगे हमारे बेड पर।
संगीता: मुझे अजीब सा लगेगा प्लीज दूसरे बेडरूम में ही ठीक है।
अनुज: अरे वहा की एसी सही नहीं चल रही तुम ज्यादा मत सोचो कंफर्टेबल नहीं लगा तो देखते है।
अनुज ने संगीता को पकड़कर किस किया और फिर संगीता किचन में अपना काम करने आ गई। संगीता सोच रही थी कितना अजीब लगेगा बेटी के बिस्तर पर उसके पति से चुदने में पर पता नहीं क्यूं इस बारे में सोचकर उसे उत्तेजना हो रही थी। वहा अनुज प्रेरणा से वीडियो कॉल पर बात कर रहा था। अनुज जान बूझकर लिविंग रूम में आकर बैठ गया और प्रेरणा से सेक्सी बाते करने लगा प्रेरणा ने उसे संगीता का नाम लेकर टोका तो उसने बोल दिया संगीता अपने रूम में है। प्रेरणा भी बड़े चाव से अनुज से बाते कर रही थी। सच कहा तो प्रेरणा अनुज को मिस कर रही थी और पति का मन बहलाने की पूरी कोशिश का रही थी। अनुज तो जानबूझकर संगीता को जलाने के लिए यह सब कर रहा था। संगीता उनकी बाते सुनने की कोशिश कर रही थी। पता नहीं क्यूं उसे जलन हो रही थी के अनुज इतने प्यार से प्रेरणा से बात कर रहा है। अनुज का तीर सही निशाने पर लगा था। प्रेरणा से बात कर उसने कॉल कट की और किचन की तरफ देखा तो संगीता अपने काम।में लगी हुई थी। अनुज उठकर अन्दर चला गया। संगीता सोच रही थी यह आदमी मुझे जमकर पेल रहा है फिर भी बीवी की याद में पागल हो रहा है। संगीता को लगा उसमें ही कुछ कमी है। वैसे तो अनुज ने उसे इतना ठोका था कि उसकी चूत में हल्की हल्की जलन हो रही थी फिर भी उसका मन नहीं भरा था। संगीता ने सोचा खाना खाते वक्त अनुज से पूछ लेगी। संगीता ने थोड़ी दी टीवी देखकर टाइम पास किया और डिनर टाइम हुआ तो वह अनुज को बुलाने उसके रूम में चली गई। अनुज शॉवर ले रहा था संगीता ने आवाज लगाई तो उसने २ मिनट रुकने बोला। २-४ मिनट में अनुज बाहर आया तो उसकी कमर पर टावल लिपटी हुई थी। उसकी बॉडी वाश की महक से संगीता की चूत गीली होने लगी। रोज जीम करके अनुज ने अच्छी बॉडी बना ली थी। उसने अपनी सास के तरफ देखा तो उसे साफ पता चल रहा था सास उसे हवस भरी नजरों से देख रही है। उसने सोचा सास को और मजा दिलाते हैं। अनुज ने अपनी टावल फर्श पर गिरा दी और वार्डरोब की तरफ चल दिया संगीता की नजर अब अनुज के लण्ड पर टिक गई। वह सोच रही थी अभी खड़ा भी नहीं है तो इतना मोटा लग रहा है पता नहीं मेरी बिटिया गांड में कैसे ले पाती है। अनुज ने डियो स्प्रे करी और बॉक्सर पहन ली। संगीता ने उसे कहा खाना लगा रही हु जल्दी आ जाओ। अनुज ने स्माइल करते हुए हा बोल दिया तो संगीता मुड़कर किचन की तरफ चल दि। अनुज बॉक्सर में ही खाने के टेबल पर आकर बैठ गया। अनुज को वैसे देख संगीता की हालत खराब हो रही थी। खुद को कंट्रोल कर संगीता ने खाना परोसा और पहला निवाला चखते ही अनुज तारीफ करने लगा संगीता ने सोचा यही अच्छा मौका है बात करने का
अनुज: संगी डार्लिंग तुम्हारे हाथों में जादू है क्या खाना बना है मजा आ गया।
संगीता: थैंक्स और लो न
अनुज: अरे मैं तो लूंगा ही पूरा
संगीता: खाते वक्त भी वही बाते हा
अनुज: अरे नहीं सच में खाने की ही बात कर रहा हूं मैं तो लेना चाहता हूं पर तुम दे नहीं रही ना
संगीता: हाय राम और क्या दू दामाद जी कब से रेल बना दी है आपने अब तो चूत भी जल रही है हल्की सी।
अनुज: ओहो ऐसा है क्या फिर तो आज रात आराम करना पड़ेगा तुम्हे
संगीता: मैने ऐसा कब कहा (संगीता का बहुत मन था चुदने का)
अनुज: यार मुझे न समझ आ रही तुम्हारी बात करना है के नहीं करना है।
संगीता: मैने मना किया ही नहीं
अनुज: तुम्हारी चूत में जलन है और गांड में तो तुम लोगी नहीं तो क्या करे
अनुज बिल्कुल्ही बेशर्मी से सास के साथ बाते कर रहा था। संगीता को समझ नहीं रहा था अनुज को कैसे मनाए।
संगीता: अनुज तुम भी उस एक बात को लेकर अड़े हो, मुझे तो लग रहा है तुम अब ऊब गए हो मुझसे इसलिए अपनी बीवी से भी इतना बाते कर रहे थे
अनुज: अरे संगी डार्लिंग अभी तो तुम्हे ठीक से लिया भी नहीं इतने में ही ऐसे बाते कर रही हो। अगर बीवी को बिल्कुल छोड़ के तुम्हारे साथ मजे कर रहा हूं ऐसे दिखाऊंगा तो अजीब नहीं लगेगा शक नहीं होगा?
और वैसे भी बीवी को पता है मेरा फेवरेट गांड ही है तो वो वहा बैठकर गांड फूला रही है ये देखो।
अनुज ने अपना फोन संगीता को दिखाया। अनुज के फोन पर प्रेरणा की फोटो थी जिसमें प्रेरणा खुदके हाथोंसे गांड का छेद दिखा रही है। संगीता २ मिनिट तक फोटो देखती रही फिर उसने नोटिस किया प्रेरणा की गांड का छेद थोड़ा बड़ा दिख रहा है। अनुज ने मार मारकर उसकी गांड चौड़ी कर रखी थी। फोटो देखकर संगीता चुप हो गई। संगीता कुछ बोल नहीं रही है देखकर अनुज ने सोचा थोड़ा टाइम देते हैं और तब तक खाने का मजा लेते है। दोनो चुप चाप खा रहे थे और संगीता अनुज को जो चाहिए वो परोस रही थी। खाना खाने के बाद अनुज ने अपना प्लेट किचन के सिंक में रखा और संगीता को आइस क्रीम ऑफर की पर संगीता ने मना कर दिया। अनुज ने आइस क्रीम खाई और संगीता को बोल कर वह कपड़े पहन कर वॉक करने निकल गया। संगीता सोच रही थी यह आदमी गांड का दीवाना है अपने बीवी की गांड रोज मारता है तो उसे मजा करवाना है तो गांड देनी पड़ेगी पर संगीता ने अब तक गांड नहीं मरवाई थी प्रेरणा के पापा ने बस उंगली डाली थी गांड में तो संगीता ने उनसे २ दिन बात नहीं की थी। संगीता अपने ही सोच में थी उसे पता भी नहीं चला कब अनुज वॉक कर वापस लौट आया। संगीता का मूड देखते हुए अनुज को लग रहा था गांड मरवाने की बात सुनते ही बुढ़िया की जवानी उतर गई। उसने सोचा कोई बात नहीं पेल तो चुका हु बाद में मौका मिला तो फिर एक बार टांगे उठा लूंगा आज रात कुछ नेटफ्लिक्स वगैरा हो जाए। अनुज ने आकर संगीता से थोड़ी बातचीत कि और अपने कमरे में चले गया। संगीता सोच रही थी यह बुलाएगा या खुद जाऊ कमरे में वह सोच ही रही थी के अनुज फिर लिविंग रूम में आया और टीवी ऑन किया। संगीता ने सोचा चलो गप्पे लगाते है। अनुज बॉक्सर में कंफर्टेबल होकर बैठा था। संगीता साथ में बैठ गई अनुज ने मूवी चलाई और उठकर अपना पेग बनाने लगा। संगीता ने सोचा कितना पी रहा है
संगीता: फिर से शुरू ?
अनुज: हा थोड़ी ले रहा हु तुम्हारे लिए भी बना दू?
संगीता: अरे नहीं आप ही पिलो। पता नहीं पिला पिला के क्या ही बना दोगे।
अनुज: कुछ नहीं घोड़ी ही बनाऊंगा और क्या ।
संगीता: तुम तो बिल्कुल तैयार रहते हो चढ़ने के लिए
अनुज: घोड़ी भी तो दमदार है।
संगीता: बस करो तारीफे तुम्हे तो मजा नहीं आ रहा जो मिल रहा उसमे
अनुज: तुम उसी बात को लेकर बैठी हो मैं तो भूल भी गया तुमसे नहीं हो पाएगा तो ठीक है प्रेरणा की तो लूंगा ही आएगी तब
संगीता: मतलब मैं खुश नहीं कर पा रही तुम्हे
अनुज: ऐसी बात नहीं है बस एक स्पेशल मजा होता है ना
संगीता: तुम्हारे मजे के लिए दूसरे को दर्द चलेगा
अनुज: दर्द तो पहली बार में भी हुआ होगा और अभी जो चूत में जलन है उसका क्या। आज रात साथ सोने आओगी तो चूत सूज जाएगी वह दर्द चलेगा?
संगीता: तुमसे तो बातो में नहीं जीत पाऊंगी।
अनुजने दूसरा पेग बनाया और रूम में चला गया। संगीता सोच रही थी इसे क्या हुआ तब तक अनुज लुब्रीकेंट जेल लेकर आ गया। उसने ठान ली थी आज सास की गांड का भोसड़ा बनाना है। उसने संगीता के हाथ में जेल थमा दिया और कहा
अनुज: नंगी हो जा और ये जेल गांड के छेद पर लगा ले।
संगीता: क्या है ये
अनुज: लुब्रीकेंट है इससे दर्द कम होगा
संगीता: अनुज प्लीज चूत सूजा दो पर गांड में नही
अनुज: ये बात है चलो फिर चूत ही सूजा देते है
ऐसा कहकर अनुज संगीता पे झपट पड़ा और २ मिनट में संगीता के कपड़े उतार कर उसे सिर्फ ब्रा और पेंटी में खड़ी कर दिया। जैसे ही संगीता खड़ी हुई अनुज ने उसकी पैंटी खींचकर उतार दी और ब्रा की हूक भी तोड़कर ब्रा दूर फेक दी। दामाद के साथ नंगी होना तो संगीता को अच्छा लग रहा था पर अभी दामाद के तेवर कुछ अच्छे नहीं लग रहे थे। अनुज ने उसे झुकने के लिए कहा और संगीता के झुकते ही लंड उसके चूत में घुसा दिया। अनुज का झटका इतना तेज था कि संगीता सोफे पर गिर गई और उसके मुंह से चीख निकल गई।
संगीता: उउई मां मार डाला अनुज धीरे करो प्लीज आह आह छोड़ो
अनुज: आज तो तेरी चूत सूजा के ही छोडूंगा
ऐसा कहते हुए अनुज ने पास में टेबल पर रखी हुई ड्रिंक उठाई और गटक ली। फिर अनुज ने अपनी एक टांग उठाकर सोफे पर रख दी और संगीता के चूत पर कहर बरपाना शुरू किया। संगीता की हालत पतली हो गई। दामाद उसे किसी सड़कछाप रंडी की तरह पेल रहा था। अनुज का लंड पूरा का पूरा अंदर घुसकर उसकी चूत पेल रहा था। अनुज ने पहले तो तेजी से शॉट्स लगाए और चूत को ढीला कर दिया और थोड़े समय बाद वह अपना लंड पूरी तरह से बाहर निकाल कर जोर से अंदर घुसा रहा था। एक ही झटके में पूरा लंड अन्दर लेने से संगीता को दर्द भी हो रहा था और मजे भी आ रहे थे। थोड़े ही टाइम में संगीता झड़ने लगी। संगीता झड़ने के बाद अपनी बॉडी ढीली छोड़ने लगी तो अनुज ने उसकी गांड पर चपेटे मार मार कर उसे फिर से सीधा कर दिया। संगीता सास कम और रंडी ज्यादा लग रही थी क्यूंकि अनुज बिल्कुल ही गंदी तरह ठोक रहा था और गांड पर चपेटे खा खाकर संगीता की गांड लाल हो गई थी पर अनुज का काम नहीं हो रहा था। अनुज जान बूझकर झड़ना नहीं चाह रहा था ताकि संगीता को लगे कि उसे मजा नहीं आ रहा। अनुज संगीता को पेले जा रहा था पर झड़ नहीं रहा था संगीता ने उसे कहा छोड़ दो बस हुआ अब दर्द हो रहा है प्लीज बस करो अनुज।
अनुज ने २ मिनट बाद बिना झड़े ही लंड निकाल लिया। संगीता की चूत जल रही थी पर अनुज का लंड अभी भी तना हुआ था अनुज ने पेग खत्म की और अपने रूम में चल दिया। संगीता कुछ देर पड़ी रही और चूत को थोड़ा आराम दिया। वह सोफे से उठी तो चूत के पानी से सोफे पे दाग हो गया था। अनुज ने इतने बेरहमी से चोदा था की संगीता को चलने में दिक्कत हो रही थी। संगीता नंगी ही अपने रूम मे आ गई और आईने के सामने खड़े होकर अपनी चूत देखने लगी और हैरान रह गई उसकी चूत सच में सूज गई थी। अनुज ने चोद चोद कर अपनी ही सास की चूत का हाल बुरा कर दिया था। संगीता को बुरा नहीं लग रहा था उल्टा उसे और एक्साइटमेंट हो रही थी। अनुज के बारे में सोचकर उसकी चूत फिर पानी पानी हो गई। संगीता सोचने लगी यह तो बेशर्मी की हद है पर उसे कुछ नहीं समझ रहा था उसे बस अनुज का लंड लेना था। वह वैसे ही बाहर आई तब उसकी नजर लुब्रीकेंट जेल पर पड़ी। जेल हाथ में पकड़े संगीता अनुज के रूम मे आ गई। अपनी बेशर्म सास को नंगा घूमते देख अनुज का लन्ड फिर तन गया। अनुज ने इशारे से उसे अंदर बुला लिया। संगीता अजीब तरीके से चल रही थी।
अनुज: क्या हुआ? ऐसे क्यू चल रही हो
संगीता: कुछ नही ऐसे ही
अनुज: अरे नंगी घूम रही हो और छुपा रही हो यह क्या बात हुई
संगीता: छोड़ो ना जाने दो
अनुज: छोड़ तो नही रहा मैं तुम्हे बताओ क्या हुआ
संगीता: सूजी है तो थोड़ा दिक्कत हो रहा हैं
अनुज: क्या सूजी है?
संगीता: क्यू परेशान कर रहे हो अनुज चूत सूजी है बस
अनुज: हा हा अभी रात शुरू नही हुई के तुमने सूजा ली अब रात भर क्या अंताक्षरी खेलेंगे
संगीता: मैं मैनेज कर लूंगी
अनुज: सही है आ जा फिर लंड चूस और बैठ जा लौड़े पे।
अनुज को लगा संगीता बुरा मान जायेगी और मुंह फूला लेगी पर संगीता बेड पर आ गई और अपने हाथ से अनुज का लंड हिलाने लगी और फिर शर्माते हुए लेटकर अनुज का लंड चूसने लगी। अनुज मजे से लेटा हुआ था। उसने अपनी टांगे फैलाई तो संगीता इशारा समझ गई और गोटे चाटने लगी। संगीता भूखी कुतिया की तरह गोटे चाट रही थी। अनुज ने थोड़ी ही देर पे उसका सिर अपने पैरो में दबा लिया और संगीता की सास फूलने लगी। अनुज के झांट उसके नाक में जा रहे थे और उसके लंड की महक से संगीता की चूत पानी छोड़ने लगी। सांस लेने के लिए संगीता मुंह खोल रही थी तो अनुज का पूरा स्वाद मिल रहा था। संगीता का हाल बुरा हो रहा था पर अनुज उसे छोड़ने को राजी नहीं था। संगीता थक गई थी फिर भी अनुज ने उसे लौड़े पर बिठाया। संगीता जैसे तैसे बैठ गई पर उसे उछला नही जा रहा था। फिर क्या था अनुज ने संगीता की गांड पे चपेटे मारना शुरू किया और संगीता मेंढक की तरह उछलने लगी। अनुज को बहुत मजा आ रहा था। संगीता भी अब खुमार में थी और खुशी खुशी उछल रही थी। वह फिर झड़ने के करीब आ गई। अनुज ने सोचा यही अच्छा मौका है और फट से संगीता को पकड़ कर अपनी पोजीशन चेंज करी। अब अनुज संगीता के ऊपर था और संगीता बिल्कुल थकी पड़ी थी। उसके शरीर में जान नही थी पर उसकी चूत फड़फड़ाकर झड़ने लगी। संगीता जोर से चिल्लाई और झड़कर बेहोश सी हो गई। अनुज फिर भी उसे पेलता रहा और कुछ सेकंड बाद उसके अंदर झड़ गया। अनुज उठा तो संगीता बेजान पड़ी थी। उसकी चूत लाल हो चुकी थी और सूजन बढ़ गई थी। अनुज सीधा शावर लेने चला गया। ठंडे पानी से नहाकर अनुज बाहर निकला तो देखा संगीता की आंखे खुली थी। वह अपनी टांगे फैलाई लेटी हुई थी। अनुज ने सिगरेट सुलगाई और संगीता की तरफ बढ़ा।
अनुज: अच्छा हुआ उठ गई। कैसे लग रहा है? मजा आया?
संगीता: मजा तो आया पर बहुत थकान हो रही हैं
अनुज: अरे अभी तो पार्टी शुरू हुई है।
संगीता: पागल हो क्या? पूरा नोच लिया मुझे और बोल रहे हो अभी तो पार्टी शुरू हुई है।
अनुज: नोच लिया? किसने? खुद ही तो आई हो बोल ऐसे रही हो जैसे रेप हुआ है
संगीता: अनुज प्लीज जरा समझो मेरा मतलब वो नही था
अनुज: क्या मतलब है फिर?
संगीता: बहुत हो चुका है न थोड़ा आराम चाहिए
अनुज: आज की ही रात है तुम कौनसी रोज मेरे लिए नंगी होने वाली हो
संगीता: मैं तो हो जाऊंगी तुम कहा लोगे? तुम तो जवान गांड मारोगे न?
अनुज: बोल रहा हु तुम्हारी मारता हूं। गांड सिर्फ हगने के लिए नही होती चोदनी भी पड़ती है।
संगीता: तुमने चोद चोद के चूत का पपीता बना दिया गांड का तो सोच भी नही सकती
अनुज: तुम डरती बहुत हो। छोड़ो जाओ आराम करो अपने रूम में यह रुकी तो और ठुकाई होगी।
अनुज का काम होते ही वह संगीता को भगा देना चाहता था। पर संगीता को लग रहा था अनुज नाखुश है। उसे अनुज को खुश करना था। उसने कहा आज रात यही सोऊंगी। अनुज समझ गया बुढ़िया हार नही मानेगी। उसने अपनी सिगरेट बुझाई और पानी पीने किचन कि तरफ निकल गया। अनुज को नाराज देख संगीता का मुंह उतर गया इतनी मेहनत के बाद भी अगर कोई खुश न हो तो क्या करे? संगीता इसी सोच में थी की अचानक उसका हाथ लुब्रीकेंट जेल की ट्यूब पर पड़ा। संगीता ने सोचा यह क्या चीज है देखना होगा। उसने सूंघ कर देखा तो अच्छी महक थी फिर उसने थोड़ी सी जेल हाथ में लेकर देखा तो ठंडा ठंडा महसूस हुआ। वह जेल रखती इससे पहले अनुज आ गया।
अनुज: ठंडा लग रहा है ना?
संगीता: तुम कब आए?
अनुज: तुम जेल टेस्ट कर रही थी तभी।
संगीता: वो बस देख रही थी।
अनुज: आओ असली टेस्टिंग कराता हूं।
इससे पहले की संगीता कुछ कहती अनुज ने जेल निकाल कर उसकी गांड की छेद पर मल दी। संगीता समझ गई अब अनुज नही छोड़ेगा। वह अपनी सोच में थी की अनुज ने और जेल ली और सीधा गांड में उंगली डाल दी। संगीता करहाई ’उई मां ’। अनुज मुस्कुराते हुए उसकी गांड में उंगली करने लगा। संगीता को सहज महसूस करवाने के लिए अनूजने उसकी टांगे फैला दी और चमाट मारकर उसे गांड उठाने कहा। संगीता गांड ऊंची कर लंड लेने के लिए तैयार हो गई। अनुज का लंड फाड़ दे या न फाड़ दे डर से तो उसकी गांड पहले ही फट चुकी थी। सास की ऊंची उठी हुई गांड देखकर अनुज का लंड टाइट हो गया। उसने ५ सेकंड के लिए लंड को सहलाकर और तान दिया और फिर बिना कुछ बोले संगीता की गांड़ की छेद में घुसा दिया।
संगीता: आआ आह हाय राम क्या कर दिया अनुज प्लीज निकालो बाहर मेरी गांड फट रही हैं। प्लीज निकालो रहम करो
अनुज बिल्कुल भी रुकने के मूड में नही था। उसने और २—३ धक्के लगाए और पूरा लंड संगीता की गांड में डाल दिया। संगीता दर्द से कराह रही थी। उसकी आंखों के सामने अंधेरा छाने लगा। अनुजके लंड ने उसकी गांड में आग लगा दी थी। संगीता आंखे बंद कर झुकने ही वाली थी के अनुजने उसके बाल खींचकर उसे चोदना शुरू किया। यह एक ऐसा नजारा था के मानो कोई सड़कछाप रंडी किसी बेरहम चुड़ककड़ आदमी से चूद रही हो। संगीता रोने लगी। अनुज बिना कुछ बोले बस उसकी गांड की धज्जियां उड़ा रहा था। संगीता मुंह में तकिया दबाकर बस सह रही थी। अनुज तो पागल सा हो गया था भले ही संगीता बूढ़ी थी पर उसकी गांड एकदम करारी थी। प्रेरणा की गांड भी कुछ ऐसे ही थी पर अब तो अनुज ने चोद चोद कर गांड का गोदाम बना दिया था। अपनी सास की गांड के मजे लेते हुए अनुज अपनी मर्दानगी पर घमंड कर रहा था। अनुज का यह रूप देखकर संगीता दंग थी पर अनुज रुक ही नही रहा था। थोड़े टाइम बाद संगीता की गांड की जलन कम हो गई और उसने ऊपर सिर कर के देखा। अनुज के बेड के सामने ही ड्रेसिंग टेबल था और उसकी मिरर में संगीता के ऊपर चढ़ा हुआ उसका दामाद दिख रहा था। अपने दामाद को एंजॉय करते देख संगीता को ऐसे लगा की वह दुनिया की सबसे हसीन औरत है और अनुज चाव से उसके मजे ले रहा है। संगीता भूल गई कैसे रंडी की तरह उसकी गांड दबोच कर अनुज ने उसकी गांड उधेड़ रखी है। संगीता थोड़ी सी उठकर खुद को मिरर में देखने लगी। अनुज ने वह नोटिस किया और हल्के से उसके बाल खींचकर उसका मुंह और ऊपर उठा लिया। संगीता के मम्मे झूल रहे थे वह किसी पोर्न स्टार की तरह लग रही थी। अनुज ने उसकी चूचियां दबाई तो संगीता बेशर्म होकर मुस्कुराने लगी। अनुज ने फिर एक बार तेज धक्के लगाए और संगीता पुरी तरह अपनी गांड ढीली छोड़कर मजे लेने लगी जब अनुज झड़ने वाला था उसने लंड बाहर निकाला और संगीता को बोला मुंह खोल। संगीता सोचने लगी अभी गांड से निकाला और सीधा मुंह में छी। अनुज समझ गया संगीता क्या सोच रही हैं उसने कहा "संगी डार्लिंग आज तेरा ट्रेनिंग पूरा हो जाएगा खुद की गांड का स्वाद भी चख ले" संगीता को पता था अनुज तो मानने से रहा। उसने अपना मुंह खोला और सास रोक ली। अनुज ने अपना लंड उसके मुंह में डाल लिया और थोड़ा हिलाकर झड़ने लगा। संगीता तो उसके रस की दीवानी हो चुकी थी। उसने बिना सोचे गटक लिया और गांड में जलन होने लगी। संगीता उठ खड़ी हुई और चलने लगी तो उसे थोड़ी परेशानी हो रही थी। संगीता ने अपना पिछवाड़ा थोड़ा फूला लिया और टांगे चौड़ी करके चलने लगी अब उसे थोड़ा ठीक लग रहा था। संगीता अपने रूम में जाकर फ्रेश होकर किचन में काम पर लग गई। अबाद में लंड चूसकर और गोटे चाटकर साफ़ कर लिए। अनुज तो खुश हो गया था सास से अपना लंड साफ करवा कर वह सीधा सिगरेट बॉक्स उठकर बाहर चला गया। संगीता सोच रही थी इतना जवान हैंडसंम आदमी मेरे लिए पागल हो रहा है सच में मैं इतनी खूबसूरत हूं? प्रेरणा के पापा तो एकदम बोरिंग है जमाई राजा तो बड़े मजे करवा रहे है। संगीता कुछ देर ऐसे ही पड़ी रही और बाद में जब उठने लगी पर उसकी गांड़ का हाल बुरा था। अनूज का तो मन भर गया तो वह नेटफ्लिक्स लगाकर बैठ गया।
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RE: सास की रास लीला - by anuj_thefunguy - 07-12-2024, 03:14 AM



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