06-12-2024, 11:53 AM
मदहोश होने लगी और अपना सब कुछ सौंप दी अपने भाई को। उसने सबसे पहले मेरे सारे कपडे उतार दिए मुझे बेड पर लिटा कर मेरी चूचियों को मसलते हुए निप्पल को अपनी दाँतों से दबाने लगा। मेरी चुत पर जैसे ही हाथ लगाया मैं अंगड़ाई लेट हुई सिसकारियां लेने लगी। वो तुरंत ही निचे हो गया और मेरी दोनों पैरों के बिच में बैठ कर पहले मेरी चूत को निहारा और फिर अपना ऊँगली लगाया। मेरी चूत पहले से ही काफी गीली थी उसने अपना जीभ लगा पर मेरी चूत को चाटने लगा मैंने अपना दोनों पैर और भी फैला दी ताकि मेरे भाई को किसी भी प्रकार से कोई दिक्कत नहीं हो।
मेरा भाई मेरी जिस्म से खेलने लगा उसका लंड बहुत मोटा हो चूका था। उसने रहा नहीं गया और अपना लंड मेरी चूत के छेड़ पर लगाया और जोर से धक्के देकर घुसा दिया। पूरा लंड जैसे ही मेरी चूत के अंदर गया मैं और भी ज्यादा तड़पने लगी। मैंने गांड गोल गोल घुमा घुमा कर अपने भाई के लंड को चूत के अंदर लेने लगी। भैया जोर जोर से धक्के दे रहा था। उसका लंड बहुत मोटा हो गया था इस वजह से दर्द भी हो रहा था।
मेरा भाई मेरी जिस्म से खेलने लगा उसका लंड बहुत मोटा हो चूका था। उसने रहा नहीं गया और अपना लंड मेरी चूत के छेड़ पर लगाया और जोर से धक्के देकर घुसा दिया। पूरा लंड जैसे ही मेरी चूत के अंदर गया मैं और भी ज्यादा तड़पने लगी। मैंने गांड गोल गोल घुमा घुमा कर अपने भाई के लंड को चूत के अंदर लेने लगी। भैया जोर जोर से धक्के दे रहा था। उसका लंड बहुत मोटा हो गया था इस वजह से दर्द भी हो रहा था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
