27-06-2019, 09:22 AM
अपडेट - 19
राज: आप पागल है क्या? आप ऐसे कैसे बात कर रही है? और आपने सोच भी कैसे लिया कि मैं ऐसा करूँगा?
प्रिया: राज जो ये बोल रही है चुप चाप कर लो। वरना ये लोग तुम्हारी बहनों को पूरे साल परेशान करेंगी। रानी ने मेरे साथ भी ऐसा ही किया था।
राज: क्या बकवास कर रही हो आप?
अब आगे......
प्रिया: मेरा कोई रियल भाई नहीं है एक कज़न भाई है। जब हमे सीनियर्स ने बताया कि हमारे यहां सभी जूनियर्स को अपने छोटे भाई से सीनियर्स का इंट्रोडक्शन कार्रवाने का फंक्शन होता है और उस मे सभी का पार्टिसिपेशन ज़रूरी है तो में भी अपने भाई को लेकर आई थी। मेरा भाई मुझसे बड़ा है लेकिन उसके ना तो बियर्ड आती है और ना ही वो कोई लड़के जैसा दिखता है। इसलिए रानी ने सीनियर्स से मज़ाक में बोल दिया कि "ये भाई है या बहन" बस उसी बात पर हमारी सीनियर चंचल ने मेरे भाई को इसी रूम में नंगा करके उसके लन्ड का नाप लिया उसका फ़ोटो निकाला और फिर पूरे कॉलेज में वायरल कर दिया। अब मुझे यहां सब छुटकू की बहन बोलते है। क्योंकि मेरे भाई का खड़ा लन्ड केवल 2.3 इंच का था। इस बात पर जब मैं रोने लगी तो चंचल ने मुझसे वादा किया कि जब रानी और सोनिया अपने भाई को कॉलेज लाएंगी तो वो तुम्हारा भी फ़ोटो लेंगी।
राज: लेकिन आप ऐसा कैसे कर सकती है? वो भी मेरे साथ?
प्रिया: मुझे माफ़ कर दो यार उस वक़्त में रानी से नाराज थी। लेकिन पता नही क्यों ? लेकिन तुम्हे देख कर सारा गुस्सा गायब हो गया। अब पास्ट तो मैं बदल नहीं सकती लेकिन प्रेजेंट में तुम्हे इतना वादा करती हूं कि तुम्हारा फेस उस फ़ोटो में नहीं आएगा।
राज गुस्से से प्रिया और चंचल को देखने लगता है साथ ही साथ राज मन ही मन डर भी रहा था। पता नही क्यों लेकिन राज को डर था कि कहीं ये कुछ और ना करें। राज वहां से जाने लगा तो चंचल बोल पड़ी।
चंचल: कहां जा रहे हो। अगर बिना नाप दिए गए ना तो पूरे साल तेरी बहने परेशान होंगी और दूसरी बात ये है कि तुम्हारे जाते ही प्रीति जोर जिर से रोयेगी और बोलेगी की रानी के भाई ने जबरदस्ती मुझे किस (चुम्बन) किया। उसके बाद तुम्हारी बहने हवसी की बहन के नाम से मशहूर हो जाएंगी।
चंचल की इतनी बात सुनकर राज जहां था वही की वही ठहर गया और वापस लौट कर रानी के सामने खड़ा हो गया।
राज: प्लीज! आखिर आप चाहती क्या है?
चंचल : सीधी बात नो बकवास अपना पेंट उतारो, नाप दो और चले जाओ।
प्रीति: नही यार अब इतने से काम नही चलेगा। अब देखे तो सही रानी का भी एक असली मर्द है या वो भी प्रिया के भाई की तरह नामर्द है। हाहाहाहा
चंचल: हां ये तुमने सही कहा।
राज: (गुस्से में आकर ) ठीक है । लेकिन अगर मैं पक्का मर्द निकला तो आप सभी मेरे ग़ुलाम बन कर रहोगे, सारी जिंदगी।
चंचल: ( राज का गिरेबान पकड़ते हुए) साले हमे ग़ुलाम बनाएगा।
राज: अगर में हार गया तो मैं , मेरी बहने और मेरा पूरा परिवार तुम्हारा ग़ुलाम रहेगा।
प्रिया: राज.....! तुम्हे अंदाज़ा भी है कि तुम क्या बोल रहे हो?
राज: आप अपना मुंह बंद ही रखे।
चंचल: ओके डन! मैं भी तो देखूं तुम कितने बड़े मर्द हो?
राज तुरंत अपना पेंट उतार देता है। राज के पेंट उतारते ही जो चंचल और प्रीति की नज़र के सामने आता है दोनों के होश उड़ जातें है। एक विशाल लन्ड उनके सामने था।
चंचल राज के लन्ड को देखते ही स्माइल करते हुए तुरंत राज के ढीले पड़े लन्ड की एक तस्वीर लेेती है। और वहीं प्रिया जब राज के लन्ड को देखती है तो उसका तो मानो हाल ही बुरा।
दरअसल ये सब नाटक प्रिया का था। वो ही राज को इस तरह मजबूर कर रही थी चंचल और दूसरी सीनियर लड़कियों के साथ मिलकर। लेकिन राज के लन्ड के साइज ने तो सबका प्लान फैल कर दिया। चंचल और प्रीति दोनो करीब आकर राज के लन्ड को देखती है।
राज अपनी आंखें बंद किये खड़ा था । राज ने चंचल से कहा।
राज: अब तुम्हे जो करना है जल्दी करो ताकि में यहां से दफा हो जाऊं।
चंचल: ( राज पर नाराज होते हुए) तुम्हे मालूम है राज तुम्हे कम से कम मुझसे तमीज से बात करनी चाहिए। अब इसकी सज़ा तो तुम्हे ज़रूर मिलेगी। प्रिया ज़रा कैंटीन से चॉक्लेट कप केक ले आना।
प्रिया तुरंत चंचल की बात सुनकर वहां से चली जाती है।
चंचल तुरंत इंचटेप निकाल कर राज के लन्ड का नाप लेती है जो कि बिना कड़ा भी 9 इंच के करीब था।
प्रीति राज को एक फोटो दिखाती है और बोलती है....
प्रीति: देखो राज ये है प्रिया के भाई का लन्ड।
उस फ़ोटो को देखते ही राज को हंसी आ जाती है।
राज: इसे लन्ड नही बच्चों की नूनी बोलते है।
राज की इस बात पर चंचल और प्रीति दोनो हँसने लग जाती है।
चंचल: ( राज के लन्ड को सहलाते हुए ) राज हमसे दोस्ती करोगे? तेरे जैसे हथियार के लिए चुतों की लाइन लग जायेगी।
राज: नहीं
चंचल: सोच लो! चलो ठीक है हम दोएत तो बन ही सकतें है। वैसे भी में ये सब नही करना चाहती थी। लेकिन मैंने प्रिया से प्रॉमिस किया था इसलिए करना पड़ा। में हमेशा अपनी कही सारी बातें पूरी करती हूं।
राज: लेकिन मैं तुमसे दोस्ती क्यों करूँ?
चंचल: अगर किसी मतलब से दोस्त बनना है तो मत ही बनो और अगर दोस्त बनना है तो मैं हाथ बढ़ा रही हूँ।
राज को चंचल की ये बात पसंद आ जाती है। अब राज भी चंचल और प्रीति के सामने सहज महसूस कर रहा था। राज ने तुरंत हाथ आगे बढ़ा कर हाथ मिला लिया।
चंचल: राज़ प्लीज मुझे आखिरी बार माफ कर देना क्योंकि मैंने तुम्हें अभी एक सज़ा के लिए बोला था ना। वो मैं प्रिया से किये गए एक वादे को पूरा करने के लिए करूँगी। आई होप तुम समझ सकते हो।
राज: कोई ना जो करना है करो। फिर मेरी भी तो बारी आएगी ना।
चंचल : हाँ और उसमें मैं और प्रीति तुम्हारी खूब मदद करेंगे। वो भी बिना कोई सवाल किए।
प्रीति: हाँ बिल्कुल
राज कुछ सोच कर मुस्कुराता है फिर....
राज: पक्का वादा!
चंचल और प्रीति एक साथ बोलती है
पक्का वादा।
तभी प्रिया अंदर आ जाती है। प्रिया के हाथ में केक था। चंचल चलो राज इस टेबल पर आकर घोड़ी बन जाओ।
राज: व्हाट????
चंचल: घबराओ मत तुम्हारी गांड नही मारेंगे। घोड़ी बन जाओ अब हम तुम्हारे पानी देखेंगी की कितना निकलता है।
राज चुप चाप एक टेबल पर घोड़ी बन जाता है। चंचल राज के घोड़ी बनते ही उसका लन्ड हिला कर उसका माल निकलने लगती है। करीब 20 मिनट तक राज का लन्ड हिलाने के बाद राज का माल निकलता है। राज के माल की मात्रा नार्मल से थोड़ी सी ज्यादा थी। और राज के चेहरे पर हल्की सी थकान भी नज़र आ रही थी।
चंचल: राज तुम तैयार हो कर बाहर चलो हम अभी आतें है प्रिया तुम भी जाओ।
थोड़ी देर बाद तैयार होकर राज और प्रिया दोनो वहां से बाहर निकल जाते है। वहीं रानी और सोनिया भी राज को ढूंढ रही थी। कि तभी चंचल और प्रीति रानी और सोनिया के पास आ जाती है।
और दूसरी तरफ राज बाहर निकलते ही प्रिया से बात नही करता और सीधा पार्टी में रानी और सोनिया को ढूंढने लगता है। अचानक से राज को चंचल और प्रीति, रानी और सोनिया एक साथ बातें करती नज़र आती है। तभी चंचल रानी और सोनिया को एक एक कप केक दे देती है।
राज तुरंत भीड़ को हटाते हुए रानी और सोनिया के पास पहुंच जाता है।
चंचल रानी एंड सोनिया ये स्पेशल केक तुम दोनों के लिए है। ये है सुगर फ्री क्रीम केक। रानी और सोनिया चंचल को थैंक्स बोलकर केक खाने लगती है। वही राज चंचल की तरफ घूर कर देख रहा था.... तभी...
रानी:ह्म्म्मsssssss ये क्या है?
सोनिया: ह्म्म्मsssss अजीब सा है?
चंचल: क्यों पसंद नही आया?
रानी और सोनिया: नहीं अच्छा है लेकिन इसकी क्रीम का अजीब सा टेस्ट है। चॉक्लेट के साथ अजीब सी स्मेल आ रही है।
तभी राज रानी के होंटो से बह कर बाहर आ रही क्रीम देखता है। उसे देखते ही राज का सार चकरा जाता है। चंचल और प्रीति ने उस चॉक्लेट को केक मैं राज का माल डाल कर रानी और सोनिया को उसी के सामने खिला दिया।
राज: चलो दी घर चलतें है। राज गुस्से से चंचल और प्रीति की तरफ देख रहा था।
तभी टू टू की मैसेज की आवाज आती है ये मैसेज प्रीति, रानी, सोनिया और सबके पास आता है। जो भी उस मैसेज को देख रही थी सब वावsssss अमेज़िंग यार करके बातें कर रही थी।वेकिन रानी और सोनिया अभी केक का रही थी। उन्होंने अभी तक मैसेज भी नही देखा। फिर राज रानी और सोनिया का हाथ पकड़ कर घर चलने को बोलता है और खींचते हुए कार की तरफ ले जाता है।
रानी और सोनिया दोनों राज के साथ कार में बैठ कर घर आने के लिए निकलने लगती है उसी वक़्त बाकी फ्रेंड्स और सीनियर लडकिया दोनो को बाय सी यू बोलकर विदा कर देती है।
रानी सोनिया और राज तीनो 4 बजे तक घर पहुंच जाते है। घर पहुंचत ही रानी और सोनिया कपड़े बदलने के लिए अपने कमरे में चली जाती है और वहीं राज अपने कमरे में चला जाता है।
अपने कमरे में आकर राज अभी तक उस शर्मिंदगी को नहीं भुला पा रहा था जो रानी और सोनिया की सीनियर्स ने उसे शर्मिंदा किया।
राज में ही मन विचार कर रहा था कि " ये लड़कियां खुद को समझती क्या है? एक रानी और सोनिया दि, दोनो मुझे ज़बरदस्ती अपने कॉलेज ले के गए। ऊपर से उनकी सीनियर्स ने मेरे साथ। जैसे लड़कियों के कपड़े उनकी इज्जत होतें है वैसे ही हम लड़कों के कपड़े भी हमारी इज्जत होते है। नंगे बदन लड़की हो या लड़का नंगा तो नंगा ही होता है।"
राज ये सब सोचते हुए रोने लगा था। राज की आंखों में आंसू छलक आये थे। राज किसी भी तरह से अब उन लड़कियों को सबक सिखाना चाहता था। राज का एक मन तो बोलता था कि माफ कर दे लेकिन दूसरा मन बोलता था तेरे में हिम्मत नहीं है राज इस लिए माफ करने का बहाना बना लेना ताकि अपना दिल बहला सके। और अगर हिम्मत है तो बदला ले अपने अपमान का।
करीब 45 मिनट तक राज अपने कमरे में रोता रहा और जब राज के आंसू सुख चले तब राज ने एक निर्णय लिया। बदला ! जैसे का तैसा, जैसे मेरे कपड़े सबके सामने उतरवाए ना वो भी उन लोगों के सामने जिन्हें में जानता तक नहीं , अब उन सबके कपड़े सूत समेत उतारूंगा वो भी ऐसी जगह जहां सब होंगे जानकार भी और अजनबी भी। राज आंसू पोछ कर अपने काम मे लग जाता है।
वहीं दूसरी और रानी और सोनिया कपड़े बदल कर बैड पर लेट जाती है। और अपने डालने मोबाइल में कोई मैसेज देखती है। सभी मैसेज देखने के बाद रानी वो मैसेज खोलती है जो चंचल ने सबको सेंड किया था।
चंचल: ही रानी , चंचल हिअर, मैं तुम दोनों को कुछ दिखाना चाहती हूं। जैसे ही तुम दोनों घर पहुंच जाओ मुझे कॉल करना । मैं तुम्हारे घर के पास वाले हॉस्पिटल में ही जाऊंगी। लौटते वक्त तुम दोनों को कुछ दिखाउंगी। ताकि तुम दोनों अपना अपना वादा पूरा कर सको। और सुनो हमारे ग्रुप की बात मालूम है ना, कुछ भी करना पड़े लेकिन हमारी जुबान पूरी हो। वरना एक जुबान तो तुम तोड़ोगी। और दूसरी जुबान मुझे मजबूरी में तोड़नी पड़ेगी। इसलिए उम्मीद करती हूं मुझे ऐसा ना करना पड़े।
रानी वो मैसेज पढ़ने के बाद पूरी कंफ्यूज हो जाती है। रानी मैन ही मन सोचती है। अब मैंने कौन-सी जुबान पूरी नही की कहीं सोनिया ने तो कोई और जुबान नही दी होगी। नहीं नहीं वो तो हर वक़्त मेरे ही साथ रहती है। फिर..... ओह गॉड सोनिया से ही पूछ लेती है।
रानी: सोनी, ओ सोनिया सुन ना यार....
सोनिया: ह्म्म्मssss, क्या है यार क्यों परेशान कर रही हो।
रानी: सोनिया क्या तुमने कोई वादा किया था चंचल से?
सोनिया: क्या?? मैं? नो वे, मैं उस से कोई वादा क्यों करूँगी।
रानी: तो फिर तुम्हारे पास चंचल का मैसेज आया?
सोनिया : हाँ! पर मैंने सोचा तुमने कुछ?
रानी: नहीं यार पता नही ये चंचल अब क्या करवाना चाहती है?
तभी रानी के मोबाइल पर चंचल का फ़ोन आ जाता है।
राज: आप पागल है क्या? आप ऐसे कैसे बात कर रही है? और आपने सोच भी कैसे लिया कि मैं ऐसा करूँगा?
प्रिया: राज जो ये बोल रही है चुप चाप कर लो। वरना ये लोग तुम्हारी बहनों को पूरे साल परेशान करेंगी। रानी ने मेरे साथ भी ऐसा ही किया था।
राज: क्या बकवास कर रही हो आप?
अब आगे......
प्रिया: मेरा कोई रियल भाई नहीं है एक कज़न भाई है। जब हमे सीनियर्स ने बताया कि हमारे यहां सभी जूनियर्स को अपने छोटे भाई से सीनियर्स का इंट्रोडक्शन कार्रवाने का फंक्शन होता है और उस मे सभी का पार्टिसिपेशन ज़रूरी है तो में भी अपने भाई को लेकर आई थी। मेरा भाई मुझसे बड़ा है लेकिन उसके ना तो बियर्ड आती है और ना ही वो कोई लड़के जैसा दिखता है। इसलिए रानी ने सीनियर्स से मज़ाक में बोल दिया कि "ये भाई है या बहन" बस उसी बात पर हमारी सीनियर चंचल ने मेरे भाई को इसी रूम में नंगा करके उसके लन्ड का नाप लिया उसका फ़ोटो निकाला और फिर पूरे कॉलेज में वायरल कर दिया। अब मुझे यहां सब छुटकू की बहन बोलते है। क्योंकि मेरे भाई का खड़ा लन्ड केवल 2.3 इंच का था। इस बात पर जब मैं रोने लगी तो चंचल ने मुझसे वादा किया कि जब रानी और सोनिया अपने भाई को कॉलेज लाएंगी तो वो तुम्हारा भी फ़ोटो लेंगी।
राज: लेकिन आप ऐसा कैसे कर सकती है? वो भी मेरे साथ?
प्रिया: मुझे माफ़ कर दो यार उस वक़्त में रानी से नाराज थी। लेकिन पता नही क्यों ? लेकिन तुम्हे देख कर सारा गुस्सा गायब हो गया। अब पास्ट तो मैं बदल नहीं सकती लेकिन प्रेजेंट में तुम्हे इतना वादा करती हूं कि तुम्हारा फेस उस फ़ोटो में नहीं आएगा।
राज गुस्से से प्रिया और चंचल को देखने लगता है साथ ही साथ राज मन ही मन डर भी रहा था। पता नही क्यों लेकिन राज को डर था कि कहीं ये कुछ और ना करें। राज वहां से जाने लगा तो चंचल बोल पड़ी।
चंचल: कहां जा रहे हो। अगर बिना नाप दिए गए ना तो पूरे साल तेरी बहने परेशान होंगी और दूसरी बात ये है कि तुम्हारे जाते ही प्रीति जोर जिर से रोयेगी और बोलेगी की रानी के भाई ने जबरदस्ती मुझे किस (चुम्बन) किया। उसके बाद तुम्हारी बहने हवसी की बहन के नाम से मशहूर हो जाएंगी।
चंचल की इतनी बात सुनकर राज जहां था वही की वही ठहर गया और वापस लौट कर रानी के सामने खड़ा हो गया।
राज: प्लीज! आखिर आप चाहती क्या है?
चंचल : सीधी बात नो बकवास अपना पेंट उतारो, नाप दो और चले जाओ।
प्रीति: नही यार अब इतने से काम नही चलेगा। अब देखे तो सही रानी का भी एक असली मर्द है या वो भी प्रिया के भाई की तरह नामर्द है। हाहाहाहा
चंचल: हां ये तुमने सही कहा।
राज: (गुस्से में आकर ) ठीक है । लेकिन अगर मैं पक्का मर्द निकला तो आप सभी मेरे ग़ुलाम बन कर रहोगे, सारी जिंदगी।
चंचल: ( राज का गिरेबान पकड़ते हुए) साले हमे ग़ुलाम बनाएगा।
राज: अगर में हार गया तो मैं , मेरी बहने और मेरा पूरा परिवार तुम्हारा ग़ुलाम रहेगा।
प्रिया: राज.....! तुम्हे अंदाज़ा भी है कि तुम क्या बोल रहे हो?
राज: आप अपना मुंह बंद ही रखे।
चंचल: ओके डन! मैं भी तो देखूं तुम कितने बड़े मर्द हो?
राज तुरंत अपना पेंट उतार देता है। राज के पेंट उतारते ही जो चंचल और प्रीति की नज़र के सामने आता है दोनों के होश उड़ जातें है। एक विशाल लन्ड उनके सामने था।
चंचल राज के लन्ड को देखते ही स्माइल करते हुए तुरंत राज के ढीले पड़े लन्ड की एक तस्वीर लेेती है। और वहीं प्रिया जब राज के लन्ड को देखती है तो उसका तो मानो हाल ही बुरा।
दरअसल ये सब नाटक प्रिया का था। वो ही राज को इस तरह मजबूर कर रही थी चंचल और दूसरी सीनियर लड़कियों के साथ मिलकर। लेकिन राज के लन्ड के साइज ने तो सबका प्लान फैल कर दिया। चंचल और प्रीति दोनो करीब आकर राज के लन्ड को देखती है।
राज अपनी आंखें बंद किये खड़ा था । राज ने चंचल से कहा।
राज: अब तुम्हे जो करना है जल्दी करो ताकि में यहां से दफा हो जाऊं।
चंचल: ( राज पर नाराज होते हुए) तुम्हे मालूम है राज तुम्हे कम से कम मुझसे तमीज से बात करनी चाहिए। अब इसकी सज़ा तो तुम्हे ज़रूर मिलेगी। प्रिया ज़रा कैंटीन से चॉक्लेट कप केक ले आना।
प्रिया तुरंत चंचल की बात सुनकर वहां से चली जाती है।
चंचल तुरंत इंचटेप निकाल कर राज के लन्ड का नाप लेती है जो कि बिना कड़ा भी 9 इंच के करीब था।
प्रीति राज को एक फोटो दिखाती है और बोलती है....
प्रीति: देखो राज ये है प्रिया के भाई का लन्ड।
उस फ़ोटो को देखते ही राज को हंसी आ जाती है।
राज: इसे लन्ड नही बच्चों की नूनी बोलते है।
राज की इस बात पर चंचल और प्रीति दोनो हँसने लग जाती है।
चंचल: ( राज के लन्ड को सहलाते हुए ) राज हमसे दोस्ती करोगे? तेरे जैसे हथियार के लिए चुतों की लाइन लग जायेगी।
राज: नहीं
चंचल: सोच लो! चलो ठीक है हम दोएत तो बन ही सकतें है। वैसे भी में ये सब नही करना चाहती थी। लेकिन मैंने प्रिया से प्रॉमिस किया था इसलिए करना पड़ा। में हमेशा अपनी कही सारी बातें पूरी करती हूं।
राज: लेकिन मैं तुमसे दोस्ती क्यों करूँ?
चंचल: अगर किसी मतलब से दोस्त बनना है तो मत ही बनो और अगर दोस्त बनना है तो मैं हाथ बढ़ा रही हूँ।
राज को चंचल की ये बात पसंद आ जाती है। अब राज भी चंचल और प्रीति के सामने सहज महसूस कर रहा था। राज ने तुरंत हाथ आगे बढ़ा कर हाथ मिला लिया।
चंचल: राज़ प्लीज मुझे आखिरी बार माफ कर देना क्योंकि मैंने तुम्हें अभी एक सज़ा के लिए बोला था ना। वो मैं प्रिया से किये गए एक वादे को पूरा करने के लिए करूँगी। आई होप तुम समझ सकते हो।
राज: कोई ना जो करना है करो। फिर मेरी भी तो बारी आएगी ना।
चंचल : हाँ और उसमें मैं और प्रीति तुम्हारी खूब मदद करेंगे। वो भी बिना कोई सवाल किए।
प्रीति: हाँ बिल्कुल
राज कुछ सोच कर मुस्कुराता है फिर....
राज: पक्का वादा!
चंचल और प्रीति एक साथ बोलती है
पक्का वादा।
तभी प्रिया अंदर आ जाती है। प्रिया के हाथ में केक था। चंचल चलो राज इस टेबल पर आकर घोड़ी बन जाओ।
राज: व्हाट????
चंचल: घबराओ मत तुम्हारी गांड नही मारेंगे। घोड़ी बन जाओ अब हम तुम्हारे पानी देखेंगी की कितना निकलता है।
राज चुप चाप एक टेबल पर घोड़ी बन जाता है। चंचल राज के घोड़ी बनते ही उसका लन्ड हिला कर उसका माल निकलने लगती है। करीब 20 मिनट तक राज का लन्ड हिलाने के बाद राज का माल निकलता है। राज के माल की मात्रा नार्मल से थोड़ी सी ज्यादा थी। और राज के चेहरे पर हल्की सी थकान भी नज़र आ रही थी।
चंचल: राज तुम तैयार हो कर बाहर चलो हम अभी आतें है प्रिया तुम भी जाओ।
थोड़ी देर बाद तैयार होकर राज और प्रिया दोनो वहां से बाहर निकल जाते है। वहीं रानी और सोनिया भी राज को ढूंढ रही थी। कि तभी चंचल और प्रीति रानी और सोनिया के पास आ जाती है।
और दूसरी तरफ राज बाहर निकलते ही प्रिया से बात नही करता और सीधा पार्टी में रानी और सोनिया को ढूंढने लगता है। अचानक से राज को चंचल और प्रीति, रानी और सोनिया एक साथ बातें करती नज़र आती है। तभी चंचल रानी और सोनिया को एक एक कप केक दे देती है।
राज तुरंत भीड़ को हटाते हुए रानी और सोनिया के पास पहुंच जाता है।
चंचल रानी एंड सोनिया ये स्पेशल केक तुम दोनों के लिए है। ये है सुगर फ्री क्रीम केक। रानी और सोनिया चंचल को थैंक्स बोलकर केक खाने लगती है। वही राज चंचल की तरफ घूर कर देख रहा था.... तभी...
रानी:ह्म्म्मsssssss ये क्या है?
सोनिया: ह्म्म्मsssss अजीब सा है?
चंचल: क्यों पसंद नही आया?
रानी और सोनिया: नहीं अच्छा है लेकिन इसकी क्रीम का अजीब सा टेस्ट है। चॉक्लेट के साथ अजीब सी स्मेल आ रही है।
तभी राज रानी के होंटो से बह कर बाहर आ रही क्रीम देखता है। उसे देखते ही राज का सार चकरा जाता है। चंचल और प्रीति ने उस चॉक्लेट को केक मैं राज का माल डाल कर रानी और सोनिया को उसी के सामने खिला दिया।
राज: चलो दी घर चलतें है। राज गुस्से से चंचल और प्रीति की तरफ देख रहा था।
तभी टू टू की मैसेज की आवाज आती है ये मैसेज प्रीति, रानी, सोनिया और सबके पास आता है। जो भी उस मैसेज को देख रही थी सब वावsssss अमेज़िंग यार करके बातें कर रही थी।वेकिन रानी और सोनिया अभी केक का रही थी। उन्होंने अभी तक मैसेज भी नही देखा। फिर राज रानी और सोनिया का हाथ पकड़ कर घर चलने को बोलता है और खींचते हुए कार की तरफ ले जाता है।
रानी और सोनिया दोनों राज के साथ कार में बैठ कर घर आने के लिए निकलने लगती है उसी वक़्त बाकी फ्रेंड्स और सीनियर लडकिया दोनो को बाय सी यू बोलकर विदा कर देती है।
रानी सोनिया और राज तीनो 4 बजे तक घर पहुंच जाते है। घर पहुंचत ही रानी और सोनिया कपड़े बदलने के लिए अपने कमरे में चली जाती है और वहीं राज अपने कमरे में चला जाता है।
अपने कमरे में आकर राज अभी तक उस शर्मिंदगी को नहीं भुला पा रहा था जो रानी और सोनिया की सीनियर्स ने उसे शर्मिंदा किया।
राज में ही मन विचार कर रहा था कि " ये लड़कियां खुद को समझती क्या है? एक रानी और सोनिया दि, दोनो मुझे ज़बरदस्ती अपने कॉलेज ले के गए। ऊपर से उनकी सीनियर्स ने मेरे साथ। जैसे लड़कियों के कपड़े उनकी इज्जत होतें है वैसे ही हम लड़कों के कपड़े भी हमारी इज्जत होते है। नंगे बदन लड़की हो या लड़का नंगा तो नंगा ही होता है।"
राज ये सब सोचते हुए रोने लगा था। राज की आंखों में आंसू छलक आये थे। राज किसी भी तरह से अब उन लड़कियों को सबक सिखाना चाहता था। राज का एक मन तो बोलता था कि माफ कर दे लेकिन दूसरा मन बोलता था तेरे में हिम्मत नहीं है राज इस लिए माफ करने का बहाना बना लेना ताकि अपना दिल बहला सके। और अगर हिम्मत है तो बदला ले अपने अपमान का।
करीब 45 मिनट तक राज अपने कमरे में रोता रहा और जब राज के आंसू सुख चले तब राज ने एक निर्णय लिया। बदला ! जैसे का तैसा, जैसे मेरे कपड़े सबके सामने उतरवाए ना वो भी उन लोगों के सामने जिन्हें में जानता तक नहीं , अब उन सबके कपड़े सूत समेत उतारूंगा वो भी ऐसी जगह जहां सब होंगे जानकार भी और अजनबी भी। राज आंसू पोछ कर अपने काम मे लग जाता है।
वहीं दूसरी और रानी और सोनिया कपड़े बदल कर बैड पर लेट जाती है। और अपने डालने मोबाइल में कोई मैसेज देखती है। सभी मैसेज देखने के बाद रानी वो मैसेज खोलती है जो चंचल ने सबको सेंड किया था।
चंचल: ही रानी , चंचल हिअर, मैं तुम दोनों को कुछ दिखाना चाहती हूं। जैसे ही तुम दोनों घर पहुंच जाओ मुझे कॉल करना । मैं तुम्हारे घर के पास वाले हॉस्पिटल में ही जाऊंगी। लौटते वक्त तुम दोनों को कुछ दिखाउंगी। ताकि तुम दोनों अपना अपना वादा पूरा कर सको। और सुनो हमारे ग्रुप की बात मालूम है ना, कुछ भी करना पड़े लेकिन हमारी जुबान पूरी हो। वरना एक जुबान तो तुम तोड़ोगी। और दूसरी जुबान मुझे मजबूरी में तोड़नी पड़ेगी। इसलिए उम्मीद करती हूं मुझे ऐसा ना करना पड़े।
रानी वो मैसेज पढ़ने के बाद पूरी कंफ्यूज हो जाती है। रानी मैन ही मन सोचती है। अब मैंने कौन-सी जुबान पूरी नही की कहीं सोनिया ने तो कोई और जुबान नही दी होगी। नहीं नहीं वो तो हर वक़्त मेरे ही साथ रहती है। फिर..... ओह गॉड सोनिया से ही पूछ लेती है।
रानी: सोनी, ओ सोनिया सुन ना यार....
सोनिया: ह्म्म्मssss, क्या है यार क्यों परेशान कर रही हो।
रानी: सोनिया क्या तुमने कोई वादा किया था चंचल से?
सोनिया: क्या?? मैं? नो वे, मैं उस से कोई वादा क्यों करूँगी।
रानी: तो फिर तुम्हारे पास चंचल का मैसेज आया?
सोनिया : हाँ! पर मैंने सोचा तुमने कुछ?
रानी: नहीं यार पता नही ये चंचल अब क्या करवाना चाहती है?
तभी रानी के मोबाइल पर चंचल का फ़ोन आ जाता है।
बर्बादी को निमंत्रण
https://xossipy.com/thread-1515.html
[b]द मैजिक मिरर (THE MAGIC MIRROR) {A Tale of Tilism}[/b]
https://xossipy.com/thread-2651.html
Hawas ka ghulam
https://xossipy.com/thread-33284-post-27...pid2738750
https://xossipy.com/thread-1515.html
[b]द मैजिक मिरर (THE MAGIC MIRROR) {A Tale of Tilism}[/b]
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Hawas ka ghulam
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