03-12-2024, 05:13 PM
![[Image: 53531398_123_f931.jpg]](https://cdni.pornpics.de/1280/7/342/53531398/53531398_123_f931.jpg)
उसने मेरी इस पहल पर मुझे कस कर पकड़ लिया और मुझे अपनी तरफ खींच लिया. मैं उसकी छाती पर लेट गया और मेरी छाती उसके चूचों से जा सटी. उसने मेरी पीठ पर अपनी बांहों का घेरा बना कर मुझे अपने आगोश में लेना शुरू कर दिया.
अब मैं भी उसके बदन की खुशबू में खो जाना चाहता था. मैंने उसकी गर्दन को चूमना शुरू कर दिया. उसके बाद मैंने उसके होंठों पर अपने प्यासे होंठ रख दिये और दोनों ही एक दूसरे के जिस्म से लिपटते हुए एक दूसरे के होंठों का रस पीने लगे.
मेरा लंड तन कर फटने को हो गया. मैंने उसकी पैंटी पर अपने लंड को घिसना शुरू कर दिया. वो भी नीचे से गांड उठा कर इस बात का संकेत दे रही थी अब उसकी चूत मेरा लंड लेने के लिए गर्म हो चुकी है.
![[Image: 53531398_131_f4e8.jpg]](https://cdni.pornpics.de/1280/7/342/53531398/53531398_131_f4e8.jpg)
फिर मैंने अपने हाथ नीचे लाते हुए उसकी पैंटी को उसकी जांघों से खींच दिया. पैंटी उतरते ही उसकी चूत मेरे सामने नंगी हो गई. उसकी चूत पर हल्के बाल थे. शायद हमारे घर पर आने से पहले ही वो चूत के बालों की सफाई करके आई थी.
मैंने उसकी चूत में उंगली दे दी. वो कसमसा उठी. पहले मैंने एक उंगली से उसकी चूत को कुरेदना शुरू किया. अनीता की चूत सच में काफी कसी हुई महसूस हो रही थी. फिर दो उंगली डाली और फिर पूरी हथेली रख कर उसकी चूत को रगड़ने लगा.
वो अब कराहने लगी थी. उसके चूचे तेजी से ऊपर नीचे हो रहे थे. मैंने अब उसकी मैक्सी को निकाल दिया और उसे उसके जिस्म से बिल्कुल अलग कर दिया. अनीता मेरे सामने पूरी की पूरी नंगी हो गई थी. मैंने उसके चूचों में मुंह दे दिया और उसके चूचों को दबाते हुए उनको पीने लगा.
अनीता ने मुझे कस कर अपनी बांहों में भींचते हुए मेरा मुंह अपने चूचों में दबाना शुरू कर दिया. काफी देर तक उसके चूचों को चूसने और चाटने के बाद मैं नीचे की तरफ बढ़ा. उसकी नाभि को चूमा और फिर उसकी चूत पर एक चुम्बन दे दिया.
उसकी चूत में जीभ देकर तेजी के साथ अन्दर बाहर करने लगा तो वह एकदम से तड़प उठी. उसने मेरी बनियान को अपनी तरफ ऊपर खींच कर निकलवा दिया. मैं ऊपर से नंगा हो गया था. वह मेरी छाती पर अपने कोमल हाथों को चलाने लगी. मेरा लौड़ा मेरी लोअर में तना हुआ पागल हो चुका था.
![[Image: 53531398_216_5454.jpg]](https://cdni.pornpics.de/1280/7/342/53531398/53531398_216_5454.jpg)
अनीता ने मुझे अपने ऊपर खींच कर मुझे फिर से चूमना शुरू कर दिया. अब उसका हाथ नीचे से होता हुआ मेरे लंड को टटोलता हुआ मेरे लंड पर जा पहुंचा. वो मेरे लंड को नीचे ही नीचे सहलाने लगी. मैं उसके होंठों को चूसने में लगा हुआ था और वो मेरी लार को पीने में लगी हुई थी
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
