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ससुराल में सुहागरात (c)
#2
मैने दो पेग बनाए ओर उसमे 69 डाली.उन्होने पीते हुए धीरे से मेरा हाथ अपने हाथ में लिया ओर बोली ” जाने दो ना राज नयी कली है अभी तक किसी से चुद्वाइ नही है ना, एसीलिए लंड का मज़्ज़ा जानती नही है.मैने कहा पर उसकी बड़ी बहन तो शादी शुदा है.वो तो जानती थी. वो थोड़ा नर्वस हो कर बोली नही वो भी लंड का मज़ा लिए बगैर ही आ गई है .मैने कहा वो क्यों.तो वो बोली शादी की पहेली रात को ही उसका पति कारगिल चला गया है.अब तक नही आया.उसने सिर्फ़ उसे नंगा ही किया था ओर फोन आते ही वो चला गया. तुम चिंता ना करो में उसको समझा दूँगी.” उनकी खुली बातें सुन कर मैं तो दंग रह गया. उन्होने फिर मुझसे पुछा. “तुमने पहले कभी किसिको चोदा है?”. मैने कहा नही केवल मूठ मारी है. तो वो बड़े चाव से बोली “किस के लिए?”. मैने कहा “बहुतसी लड़कियों के लिए और औरतो के लिए”. ओर ओर्र्र्ररर वो बोली हां हाँ कहोना.आआआअ .मैने कहा तुम्हे याद करके भीईीई ओर मैने अपनी नज़रें झुका ली.मुझे लगा था वो शायद नाराज़ हो जाएगी, मगर वो खुश हो गयी. उनकी आँखों में मुझे नशा दिखाई दे रहा था.मेरा लॉडा अब अपने काबू मे नही था. वो पेंट से बाहर आने को मचलने लगा था. उन्होने मुझे और पास बुलाकर मेरा हाथ अपनी जाँघो पर रखा और बोली.”तुम्हारे लंड का साइज़ क्या है?” अब में भी मस्ती मे आगेया था मैने कहा “9 इंच” वो बोली “यकीन नही होता है”. तो मैने उनका हाथ लेकर सीधे अपने खड़े लंड पर रख दिया. ससूजी की सेक्सी बातो से मेरा लंड खड़ा हो गया था. उन्होने जैसे ही मेरे लंड को च्छुवा मेरे शरीर में एक अलग सा नशा छा गया. उनके हाथो से जैसे ही लंड का टच हुवा उन्होने अपना हाथ झटके से पीछे कर लिया. मैने कहा “क्या हुवा, ” वो घबराकर बोली. ” अरे ये तो वाकई बहुत बड़ा है”मैने अब तक इतना मोटा ओर लंबा लॉडा नही देखा. मैने फिरसे उनका हाथ लेकर अपने लंड पर रखा और धीरे से दबाया, उनको बहुत ही मज़ा आया. उन्होने भी मेरा हाथ अपनी चुचियों पर रखा और बोली “तुम एसे दबाओ”. मैने महसूस किया कि उनकी चुचिया बड़ी सख़्त हो गयी थी. थोड़ी देर तक हमारा यही दबाने का प्रोग्राम चल रहा था. अब मैने उनकी नाइटी के हुक खोल दिए. उन्होने भी मेरी पॅंट की चैन खोल दी. अब मुझ से रहा नही गया. मैने उनकी नाइटी पूरी उतार दी. अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और निकर पे थी, में उनके नंगे बदन को देखने लगा.उनकी चुचियाँ आम के शेप मे थी और वो काफ़ी कड़क नज़र आ रही थी. उन्होने भी मेरे कपड़े उतार दिए. अब में भी सिर्फ़ अंडरवेर पर था. उसमे मेरा 9 इंच का लंड खड़ा हो के सबको दर्शन दे रहा था. उनकी नज़र उसपेसे हट नही रही थी.उनकी टाँगे काफ़ी गोरी और मस्त दिखाई दे रही थी. मैने उनकी ब्रा का हुक खोलना चाहा तो वो बोली.” में निकाल देतिहु” मेने कहा “नही”. क्योंकि मेरे शैतान दिमाग़ मे अजीबसा ख़याल आया. मैने उनको कहा कि आप मेरी अंडरवेर उतार दो लेकिन हाथो से नही बल्कि अपने मूह से. उनको बड़ा अचंभा लग. तो मे खड़ा हो गया और उन्होने मूह मेरी नाभि पर रखा. वो धीरे से मेरा अंडरवेर अपनी दात्तों मे पकड़ कर नीचे की तरफ खिसकाने लगी. हम दोनो को एक अजीबसा आनंद मिलने लगा. वो तो पूरी मस्त हो गयी, और बोली “मुझे आज तक इतना मज़ा कभी नही आया था” फिर मेरा खड़ा लंड मेने उनके मूह मे दे दिया पहले तो उन्होने थोड़ा मना किया फिर शुरू हो गयी. वो तो मेरे लंड को आइस्क्रीम की तरह चूस रही थी. मेरा लंड अब बिल्कुल तैयार हो गया था. फिर मेने उनको ज़मीन पर उल्टा लेटने को कहा और कहा “कि अब देखो में तुम्हारी ब्रा को कैसे उतारता हू?” मे उनकी पीठ पर बैठ गया और अपने ताने हुए लंड को उनकी पीठ पर रगड़ने लगा. फिर मैने उनकी ब्रा के हुक मे लंड को फासकार उसको निकालने की कोशिश करने लगा मगर उनकी ब्रा बहुत ही टाइट होने के कारण मुझे तकलीफ़ हो रही थी.मेरे लंड का स्पर्श अपने पीठ पर पाकर तो वो मेरी दीवानी हो गयी थी.फिर मेने अपने लंड को हुक में फासकार एक ऐसा झटक दिया की उनका हुक टूट गया. वो मेरे लंड की ताक़त देखकर दंग रह गयी. फिर मैने उनकी पॅंटी भी उतार दी. उनकी चूत बिल्कुल सॉफ थी. लगता था अभी अभी झांतें सॉफ की थी.उसके गुलाबी फाँक देख कर मेरा मन्खुशि से भर गया. जैसे ही मैने उनकी चूत मे अपनी उंगली डाली वो तडप गई उनकी मूह से आआआः…. आआआआआः की आवाज़े निकलनी शुरू हो गई.मैने महसूस किया क़ी वो पूरी मस्त हो गयी थी. मैने उसे बाहों मे भर लिया ओर चूमते हुए कहा रूपा मेरी जान क्योना अपनी बेटी की जगह तू ही मेरे साथ सुहागरात मनालें.वो कुछ बोली नही.मैं उसे चूमते हुए बेडरूम मे ले आया ओर बेड पर धकेल कर उसके जिस्म से खेलने लगा.मैं उस पर लेट कर उसकी चूंचियों को दबाते हुए चूम रहा था ओर वो बुरी तरह से सिसक रही थी. अब उनसे रहा नही गया उन्होने मेरा लंड हाथों में ले कर अपनी चूत पर रखा ओर अपनी गांद उच्छाल कर अंदर लेने की कोसिस करने लगी पर उसकी चूत 5 सालों से बंद पड़ी थी सूपड़ा अंदर घुसने की बजाए फिसल रहा था.उसकी चूत से . मैने उनकी टाँगे अपनी कंधो पर रखी ओर अपने लंड को चूत पर रख कर हल्के से पुश करके सूपड़ा फँसा दिया ओर एक करारा झटका दिया कि लंड करीब करीब 4इंच तक उसकी चूत मे घुस गया ओर वो बुरी तरह से चीख पड़ी.मैने फिर लंड थोड़ा खींचा ओर फिर एक धक्का दे मारा, मेरा करीब आधे से ज़्यादा लंड चूत मे घुस चुका था. लेकिन इस झटके से उनकी आँखों मे पानी भर आया. वो चिल्लाने लगी ” छोड़ दो में मर जाउन्गि, तुम्हारा लंड नही ख़ुंता है” मैने उनको कहा “ये तो अभी शुरूवात है” मेरी जान तू देखती जा अभी तेरी क्या हालत करता हूँ.उनकी आँखो मे डर दिखाई दे रहा था.मैने फिर थोड़ा संभाल कर अपने हाथो से उनकी चुचिया ज़ोर से मसली फिर उनके निप्प्ल को मुहमे लेकर दात्तों से काटने लग. तो वो फिर से लंड खाने को तैय्यार हो गयी. फिर मैने अपना पूरा लंड बाहर निकाल कर फिर से एक ऐसा झटका मारा कि पूरा लंड चूत को फाड़ कर अंदर चला गया .वो झोर ज़ोर से चिल्लाने लगी नहियीईई छोडादूओ मेरी फट जाएगीइइई मैं मर जौंगिइइइ लेकिन मैने उनकी तरफ़ ध्यान नही दिया और अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा. कुछ देर मे ही उसने पानी छोड़ दिया ओर उसका बदन कंम्पने लगा.अब उनका दर्द खुशी मे बदल गया. वो भी पूरे चाव के साथ मेरा लंड अपने अंदर लेने लगी. मेरी रफ़्तार तेज़ हो गयी. थोड़ी देर बाद वो फिर झार गयी. लेकिन मे पूरे ताव मे था. मैने अपना लंड बाहर निकाल लिया और उनके मूह मे दिया, हम दोनो की शर्म तो शराब ने ख़तम कर ही दी थी.वो मेरे लंड को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी.वो चाहती थी मैं उसके मुँह मे ही झार जाउ इस लिए वो ज़ोर ज़ोर से मुठियाते हुए चूस रही थी .मगर मेरे मन मे तो कुछ और ही था. मैं पिछे से उसकी चूत को सहेलाने लगा तो वो कुछ देर मे ही गरम होने लगी. मैने अपना लंड मूह से निकाला ओर कहा रूपा रानी तेल ले आओ.वो बोली क्यों राज अब क्या ज़रूरत है.मैने कहा अब मैं तेल लगा कर चोद्ना चाहता हूँ.उस बेचारी को क्या मालूम मे क्या करने वाला हूँ.वो तेल ले कर आई तो मैने कहा अपने हाथों से लगा दो.उसने मेरे लंड को पूरी तरह तेल से रगड़ दिया.फिर उसे लेटा कर उसकी गांद के नीचे तकिया रख दिया ओर कहा मेरी प्यारी सासू जी अब मैं तुझे वो मज़ा दूँगा जिसे तू कभी नही भूलेगी.. मैने उनके दोनो हाथों को उठा कर सिर से लेटे हुए पलंग के छेद से बाँध दिया जिस से उनकी चूंचियों मे ओर भी कसाब आ गया ओर वो ओर भी टाइट हो गई.थोड़ी देर मे उन्हे बारी बारी चूस्ता रहा जिस से वो ओर भी ज़्यादा गरमा गई ओर बोली राजा अब ओर क्या करोगे चोदो ना मुझे. मैने दोनो टाँगो के बीच अपने हाथ डाल कर आंटी कीलेटे हुए चूत पर लंड टीकाया ओर एक ही धक्के मे पूरा का पूरा अंदर उतार दिया . तेल की वजह से उसे ज़्यादा तकलीफ़ तो नही हो पाई पर उसके मुँह से चीख ज़रूर निकल गई. कुछ ही देर मे वो बड़बड़ाने लगी ओराजाआ बड़ा मज़ा आयाआ मेरे लड़की के तो भाग खुल गईई क्या मजेदार लंड हाईईईईईईईई चोद्द फाड़ दे आआअज इसकी सारी खुजली मिटा दे.ओह आआआहस्स्स उसकी चूत से पानी बहने लगा. पूरा रूम पचपच की आवाज़ से गूँज रहा था. वो जैसे ही मस्ती मे झरने लगी मैने लंड निकाल कर फ़ौरन गांद के छेद पर रखा ओर जोरदार धक्का मार दिया.
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RE: ससुराल में सुहागरात (c) - by abhi_mastlaunda - 03-12-2024, 11:59 AM



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