02-12-2024, 12:30 PM
(This post was last modified: 08-01-2025, 10:55 AM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
पड़ोसन भाभी के साथ चुदाई का मजा
पिंकी बोली- चल इसे भी बहुत दिन बाद छाती का दूध पीने मिल गया.
फिर उसका बेबी मेरा दूध पीकर सो गया. पिंकी अभी भी मसाज ही कर रही थी.
अब पिंकी ने मेरी एक चूची को अपने मुँह में लेकर उसे पीना शुरू कर दिया.
वो थोड़ा तेजी से खींच रही थी तो मुझे अन्दर से थोड़ा दर्द हो रहा था लेकिन मैं कुछ नहीं बोली.
जब उसने एक मम्मे को पूरा खाली कर दिया, तो मुझे बहुत रिलैक्स लगा.
फिर उसने दूसरे को भी पीकर खाली किया.
मैं उठी तो देखा कि मेरे दोनों चूचे अब उतने तने हुए नहीं थे. मुझे बहुत आराम लग रहा था, लेकिन थोड़ा अन्दर से दर्द भी हो रहा था.
फिर पिंकी अपने घर चली गई.
कुछ दिन तक ऐसा ही चलता रहा.
एक दिन पिंकी आई और वो मालिश करने लगी तो वो मेरे पेट पर भी तेल लगाने लगी.
मेरी सांसें तेज होने लगीं.
वो बारी बारी से मेरे दोनों दूध पीने लगी और वो भी तुम्हारी तरह मजे लेने लगी.
फिर धीरे से उसने एक हाथ मेरी चूत में दे दिया.
मैंने भी कुछ नहीं किया, मेरी चूत भी पूरी गीली थी. वो मेरी चूत में उंगली करने लगी और सलवार में ही झड़ गई.
पिंकी मेरा मुँह देख कर हंसने लगी और बोली कि कैसा लगा?
मैंने भी तुरंत उसे लिटा कर, उसकी सलवार को ऊपर किया और उसकी चूत में उंगली करने लगी.
पिंकी भी मादक सिसकारियां भरने लगी. मुझे पिंकी की चूत बहुत सुंदर लगी, गुलाबी गुलाबी फूली हुई, आगे से बंद, पूरी कुंवारी चूत लग रही थी.
ये सब सुनकर मेरा तो फिर से भाभी को चोदने का मन करने लगा तो मैंने भाभी का ब्लाउज खोल दिया और एक हाथ उनकी चूत में दे दिया, उंगली अन्दर बाहर करने लगा.
उनकी चूत पूरी गीली थी.
फिर उसका बेबी मेरा दूध पीकर सो गया. पिंकी अभी भी मसाज ही कर रही थी.
अब पिंकी ने मेरी एक चूची को अपने मुँह में लेकर उसे पीना शुरू कर दिया.
वो थोड़ा तेजी से खींच रही थी तो मुझे अन्दर से थोड़ा दर्द हो रहा था लेकिन मैं कुछ नहीं बोली.
जब उसने एक मम्मे को पूरा खाली कर दिया, तो मुझे बहुत रिलैक्स लगा.
फिर उसने दूसरे को भी पीकर खाली किया.
मैं उठी तो देखा कि मेरे दोनों चूचे अब उतने तने हुए नहीं थे. मुझे बहुत आराम लग रहा था, लेकिन थोड़ा अन्दर से दर्द भी हो रहा था.
फिर पिंकी अपने घर चली गई.
कुछ दिन तक ऐसा ही चलता रहा.
एक दिन पिंकी आई और वो मालिश करने लगी तो वो मेरे पेट पर भी तेल लगाने लगी.
मेरी सांसें तेज होने लगीं.
वो बारी बारी से मेरे दोनों दूध पीने लगी और वो भी तुम्हारी तरह मजे लेने लगी.
फिर धीरे से उसने एक हाथ मेरी चूत में दे दिया.
मैंने भी कुछ नहीं किया, मेरी चूत भी पूरी गीली थी. वो मेरी चूत में उंगली करने लगी और सलवार में ही झड़ गई.
पिंकी मेरा मुँह देख कर हंसने लगी और बोली कि कैसा लगा?
मैंने भी तुरंत उसे लिटा कर, उसकी सलवार को ऊपर किया और उसकी चूत में उंगली करने लगी.
पिंकी भी मादक सिसकारियां भरने लगी. मुझे पिंकी की चूत बहुत सुंदर लगी, गुलाबी गुलाबी फूली हुई, आगे से बंद, पूरी कुंवारी चूत लग रही थी.
ये सब सुनकर मेरा तो फिर से भाभी को चोदने का मन करने लगा तो मैंने भाभी का ब्लाउज खोल दिया और एक हाथ उनकी चूत में दे दिया, उंगली अन्दर बाहर करने लगा.
उनकी चूत पूरी गीली थी.
मैंने उनका दूध पीने के लिए जैसे ही मुँह लगाया तो वो बोलीं- अभी मत पियो, अभी मुन्ना भूखा होगा और घर में दूध भी नहीं है तो दिक्कत हो जाएगी.
तभी भाभी मुन्ना को लेकर आईं और उसे अपना दूध पिलाने लगीं.अब
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Bye
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.