22-11-2024, 10:48 AM
(This post was last modified: 03-12-2024, 08:47 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
(09-03-2022, 05:01 PM)neerathemall Wrote:सलहज
अनचाहा संबंध
![[Image: 9cgdpo.gif]](https://i.imgflip.com/9cgdpo.gif)
![[Image: 9cgdx6.gif]](https://i.imgflip.com/9cgdx6.gif)
जीवन में कभी-कभी ऐसे संबंध बनते है जिन में बंध कर आप संतुष्ट नहीं होते लेकिन उन से निकल भी नहीं पाते। मेरे जीवन में भी एक ऐसा संबंध बना जिस से मैं सारे जीवन निकल नहीं सकता या कह सकते है कि निकलना ही नहीं चाहता। इस संबंध को नैतिक अनैतिक की सीमा में बाँधा नहीं जा सकता है। मेरी शादी को दो वर्ष के आस-पास हुआ था। हम दोनों में अच्छी निभ रही थी। दोनों ने एक दूसरे को भरपूर जानने के लिये शादी के समय ही निर्णय किया था कि तीन वर्ष तक बच्चा पैदा नहीं करेगे। परिवार से दूर दोनों पति पत्नी अपनी निजता का रोज भरपूर फायदा उठाते थे। हमारी सेक्स लाइव बहुत जोरदार थी। दोनों के बीच कोई मन मुटाव भी नहीं होता था।
![[Image: IMG-4647.png]](https://i.ibb.co/qkxywPm/IMG-4647.png)
![[Image: IMG-4641.png]](https://i.ibb.co/4PjnDpH/IMG-4641.png)
![[Image: IMG-4640.png]](https://i.ibb.co/0Gvx1Y2/IMG-4640.png)
![[Image: IMG-4637.png]](https://i.ibb.co/PhvX0SB/IMG-4637.png)
![[Image: IMG-4623.png]](https://i.ibb.co/ZNwf7ZD/IMG-4623.png)
![[Image: IMG-4622.png]](https://i.ibb.co/8YBPMfY/IMG-4622.png)
![[Image: IMG-4621.png]](https://i.ibb.co/10R3K7c/IMG-4621.png)
![[Image: IMG-4625.png]](https://i.ibb.co/fQ20LPy/IMG-4625.png)
एक दिन संभोग के बाद पत्नी जिस का नाम रमा है मुझ से बोली कि आप मुझे एक वचन दो, मैं आप से जो माँगुगी वह आप मुझे दोगे। मुझे लगा कि वह रोमान्टिक हो कर कुछ माँग रही है। मैंने गरदन हिला कर हाँ कर दी। वह बोली कि एक बार फिर सोच लो मना मत करना। मैंने कहा कि मेरा सब कुछ तुम्हारा ही तो है तो मैं उसे तुम्हें देने से मना क्यों करुँगा। वह कुछ क्षण हिचकिचायी और बोली कि तुम से कुछ ऐसा माँग रही हूँ जो केवल तुम ही दे सकते हो और वह बहुत जरुरी है मैं उसकी बात सुन कर अचकचा सा गया कि ऐसा क्या है जो सिर्फ मेरे पास ही है। मुझे चुप देख कर वह बोली कि तुम्हें मेरी भाभी के साथ सोना पड़ेगा और उन्हें गर्भवती करना पड़ेगा। उसके यह शब्द सुन कर एक बार तो मैं हतप्रभ रह गया और अचकचा कर उसकी तरफ देखा कि वह अपने होश में है या नहीं।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
