10-11-2024, 07:59 PM
मैंने अपना सारा माल दीदी की अंडरवियर में गिरा दिया और नहा कर बाहर आ गया. बाहर आकर देखा तो दीदी ने अपने कपड़े चेंज कर दिए थे. दीदी ने हल्का सा गाउन पहन लिया था, जिसमें उन्होंने अपनी ब्रा नहीं पहनी थी क्योंकि दीदी के निप्पल मुझे साफ़ दिख रहे थे.
ये देख कर मुझे पता लग गया कि दीदी ने ब्रा नहीं पहनी है. फिर हम लोग खाना खाने लगे. तभी दीदी का मोबाइल बजा, दीदी ने कॉल रिसीव किया. जीजाजी का फोन था और दीदी बात करते करते अपने बेडरूम में चली गईं. कुछ देर बाद दीदी वापस डाइनिंग टेबल पर आकर बैठ गईं.
मैंने देखा तो दीदी का चेहरा उतरा हुआ था. कुछ देर बाद मैंने उनसे कहा- आप कुछ उदास हो गई हैं, क्या बात है?
ये देख कर मुझे पता लग गया कि दीदी ने ब्रा नहीं पहनी है. फिर हम लोग खाना खाने लगे. तभी दीदी का मोबाइल बजा, दीदी ने कॉल रिसीव किया. जीजाजी का फोन था और दीदी बात करते करते अपने बेडरूम में चली गईं. कुछ देर बाद दीदी वापस डाइनिंग टेबल पर आकर बैठ गईं.
मैंने देखा तो दीदी का चेहरा उतरा हुआ था. कुछ देर बाद मैंने उनसे कहा- आप कुछ उदास हो गई हैं, क्या बात है?
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.