09-11-2024, 02:17 PM
मैं मम्मी को अपने नीचे दबा कर मिशनरी पोजीशन में मम्मी की दोनों लम्बी और भरी भरी हुई टांगो को अपने कन्धों पर रख कर और अपने दोनों हाथों को मम्मी का कन्धों पर रख कर अपने लौड़े को मम्मी की चूत में जोर जोर से धक्के पर धक्का मारने लगा / कमरे में चप्पर चप्पर की आवाज़ आने लगी मम्मी की छूट अपना पानी छोड़ने लगी थी और मेरे लौड़े ने टाइट चूत को थोडा सा ढीला कर दिया था और पिस्टन के जैसे पूरी गति से आगे पीछे धक्के मार रहा था मेरी बड़ी बड़ी भरी गोटियाँ मम्मी की गांड के द्वार पर हर धक्के के साथ टकरा कर एक अलग ही संगीत पैदा कर रही थी / अब मम्मी को भी मस्ती चड़ने लगी थी / मम्मी मेरे हर धक्के के साथ साथ अपने चूतड़ को ऊपर की तरफ उच्छल उच्छल कर मेरे लौड़े को अपनी चूत के भीतर तक पूरा ले रही थी और मम्मी के होंठों से सिस्कारियां निकलने लगी थी /
कुछ और धक्के मारने के बाद मेरे लौड़े ने मम्मी की चूत में पानी छोड़ दिया / क्योंकि मम्मी के पीरियड बंद हो चुके थे इसलिए मुझे पता था की मम्मी के मां बनने का कोई चांस ही नहीं था अर्थात मम्मी प्रेग्नेंट नहीं हो सकती थी, मैं चाहे मम्मी के साथ जितना मर्जी मजा करूँ मम्मी को कोई परेशानी भविष्य में नहीं हो सकती थी/ मैंने अपने लौड़ा मम्मी की चूत की जड़ तक डाल दिया था और मम्मी की चूत के छोर में अपना पानी डाल दिया था / मेरा लौड़ा मम्मी की चूत में फसा हुआ था / कुछ देर तक मैंने अपने लौड़े को धीरे से बहार की तरफ खींच कर निकला तो मुझे ऐसा महसूस हुआ जैसे मेरे लौड़े ने बहार निकल कर सांस ली हो / एक गप्प की आवाज़ के साथ ही लौड़ा मम्मी की चूत से बहार आ गया /
(हाय मम्मी तुम इतनी सेक्सी क्यों हो? )
मैं दबा दबा कर जोर जोर से धक्के मार रहा था मेरा हर धक्का मम्मी की चूत की जड़ तक जा रहा था और मुझे महसूस हो रहा था की मेरा लौड़ा पूरा अंदर की दीवार को ठोकर मार रहा था / मेरे कुछ जबरदस्त धक्कों के साथ ही मम्मी की चूत ने भलभल्ला कर पानी की बौछार कर दी जो मेरे लौड़े पर भी महसूस होने लगी / अब जब मैं धक्के पर धक्का मारता तो छपाक छपाक की आवाजें आने लगी / मम्मी के होंठों से भी सिस्कारियां और आहें निकलने लगी थी मैंने अपने धक्कों की स्पीड थोड़ी और तेज़ कर दी थी / मम्मी मुझे चूमते हुए बोलने लगी – आह रवि, क्या लौड़ा है तुम्हारा , आज तो मेरी चूत की प्यास ही बुझा दी / रोज़ तुम ऐसे ही मेरी चूत को बजा बजा कर मारना आःह्ह् रवि मेरे सरताज आज तो मुझे स्वर्ग का मजा ही मिल गया / मेरी छूट की प्यास ही बुझा डाली तुम्हारे इस लम्बे मोटे और काले लौड़े ने / ये तुम्हारा ही लौड़ा है या किसी गधे या घोड़े का लौड़ा है, इतना लम्बा मोटा और सख्त और देखो मेरी चूत का पानी निअकल दिया और खुद झड़ने का नाम ही नहीं ले रहा है आअह्ह .. मेरे ... राजा ... और जोर जोर से धक्के मारो अआह्हह .../
(हाय मम्मी तुम इतनी सेक्सी क्यों हो? )
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!