09-11-2024, 02:15 PM
अब मेरी बारी थी मैंने मम्मी को बिस्तर पर लिटा दिया / और मम्मी की चूत की तरफ अपना मूंह कर लिया और मम्मी के गोरी लम्बी टाँगे खोल कर मम्मी की चूत की पंखुड़ियों को अलग कर के अपनी जीब से चाटना शुरू कर दिया मम्मी के होंठों से सिस्कारियां निकलने लगी / मम्मी पता चल गया की मम्मी का यह वीक पॉइंट है / मैंने मम्मी की चूत को खोल कर अपनी जीब को सखत करते हुए मम्मी के चूत को चाटना चालू रखा / मुझे चूत चाटने में बहुत ही मजा आ रहा था / मैं मजे से चूत चाट रहा था / मम्मी की चूत ने अपना पानी छोड़ना चालू कर दिया था / मुझे मम्मी की चूत का अमृत पी कर बहुत मजा आ रहा था / मैं और भी जोर जोर से चूत को चाटना शुरू कर दिया अचानक मम्मी की चूत ने मजे में झटके मारना शुरू कर दिया मैं समझ गया कि मम्मी की चूत झड गई है मम्मी की अब पूरी तरह से गीली थी / मैं सीधा हो कर मम्मी की गांड के पास जा कर बैठ गया और मम्मी की दोनों टांगों को फैला कर अपने लौड़े को मम्मी की बहती चूत के मूंह पर अपने लौड़े के सुपाडे को रखा और धीरे से सुपाडे को हल्का सा अंदर की तरफ धकेल दिया मेरा सुपाडा गीली चूत में एक दो इंच तक अंदर की तरफ फिसल गया / मम्मी के मूंह से सीसकरी निकली / मैंने धीरे से थोडा सा जोर लगाया तो आधा सुपाडा चूत के अंदर घुस गया /
मैं समझ गया था कि मम्मी की चूत बहुत टाइट थी, क्योंकि पापा का छोटा लंड मम्मी की चूत को ज्यादा खुला नहीं कर सका था और मेरे मोटे लम्बे लौड़े ने मम्मी की चूत को आज खुला कर देना था / मैं समझ चूका था की आज मुझे पूरी मेहनत करनी पड़ेगी / मैंने मम्मी के नमकीन चेहरे को अपनी तरफ घुमाया और मम्मी के प्यासे होंठों को अपने होंठों में भर कर चूसने लगा जैसे कि मैं जन्मों जन्मों का प्यासा हूँ / मम्मी के चूत पानी छोड़ने लगी थी / मैंने मम्मी के होंठों को कसते हुए अपने लौड़े का एक जोरदार धक्का मम्मी की चूत के अंदर मारा तो मेरा लगबघ आधा लौदा अंदर जाकर फास गया / मम्मी के मूंह से चीख निकल गई जो कि मेरे मूंह के अंदर ही फस कर रह गई / मम्मी का जिस्म तड़प रहा था जैसे मम्मी मुझे छोड़ने के लिए कह रही हो / मम्मी की नशीली आँखों में आंसू आ चुके थे / मुझे ऐसा महसूस हो रहा था जैसे मेरे लौड़े को किसी मशीन में कस लिया गया हो / मैं कुछ देर तक मम्मी की चूत में अपने लौड़े को फसा कर ऐसे ही शांत रहा फिर मैंने थोडा सा अपने लौड़े को बहार निकल कर एक जबरदस्त धक्के से मम्मी की चूत को अपने मोटे काले लौड़े से भर दिया / मेरे पूरे लौड़े को मम्मी की चूत ने जकड रखा था / कुछ सेकंड्स के बाद मैंने अपने लौड़े को, जो की एक मोटे पत्थर जैसा हो रहा था, धीरे धीरे से आगे पीछे करना शुरू किया / मम्मी की चूत अब मेरे लौड़े को अपने अंदर ग्रहण कर रही थी और छूट बिलकुल थोड़ा सा ढीली हुई थी लेकिन मेरे लौड़े पर पकड़ अभी तक मजबूत बनी हुई थी /
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!