24-10-2024, 06:59 PM
उन्होने दीदी से
कहा कि आपनी भाभी को समझाओ और इसे पकड़ के रखो और इसके बूब्स को
सक करो दीदी वैसा ही करने लगी और कहने लगी कि भाभी सह लो
थोड़ा ही दर्द होगा फिर तो मज़ा ही आना है. तो मैने कहा कि मैं तो
मरी जा रही हूँ प्ल्ज़ निकाल लीजिए लेकिन मुझे पता था कि अब बाबूजी
बाहर नही निकालेंगे सो तड़पती और छटपताती रही फिर बाबूजी ने एक
और धक्का मारा उनका लॉडा 8इंच के करीब आंदार चला गया मैं फिर
चीख उठी लेकिन अब बाबूजी ने परवाह नही की और एक और धक्के से पूरा ही
लॉडा मेरी गंद मे घुसा दिया अब धीरे धीरे आंदार बाहर करने
लगे दीदी अब भी मेरे बूब्स सक कर रही थी सो अब मुझे थोड़ी राहत
मिल रही थी दरद तो अभी भी हो रहा था लेकिन अब कम होने लगा था
बाबूजी की रफ़्तार धीरे धीरे बढ़ने लगी थी फिर वो पूरे जोश
मे धक्के मारने लगे मैं आ आहह आह आह आयी हाई हाई आह आह
उउउ उउउ आहह आह आह हहाइईइ उउउइ हहहिी आहह आहह आअहह
चिल्लाति रही फिर करीब 15 मिंट बाद उन्होने लॉड को गांद मे से
निकाला ओर सारा कम मेरे चुतड़ों पे डाल दिया फिर मेरे उपर ही लेट
गये 20 मिंट बाद दीदी से बोले कि चलो अब तुम्हारी गंद की भी सील
तोड़ता हूँ. फिर बाबूजी ने दीदी को भी गरम किया और उनकी भी गंद मारी
दीदी बहुत तदपि और छूटने की कोशिश भी की लेकिन मैने और बाबूजी ने
उन्हे हिलने ही नही दिया.
दीदी की गंद मारने के बाद बाबूजी ने मुझे लिटा कर मुझे चोदा फिर
दीदी को इस तरह वो 10 रातें हम ने बहुत मज़े किए. बीच मे एक
सनडे को भी बाबूजी घर पे रहे और सारा दिन हम ने जम के मस्ती की
थी. फिर 10 दिन बाद दीदी को फ़ोन. आ गया जीजू का कि तुम वापिस आ जाओ
तो वो वापिस चली गई लेकिन मेरे पति के आने मे अभी एक दिन बाकी
था जिस दिन दीदी गई तो वो बोली कि भाभी आज तो जम के चुदाइ करना आज तो
तुम अकेली ही हो आज तो मैं जा रही हूँ मैने जान बूझ कर कहा कि
तुम्हारे बिना वो मज़ा नही आएगा तो दीदी बोली की भाभी एक वादा करोगी
मैने कहा कि बोलो तो बोली की बाबूजी से चुदने के बाद मेरा मान कर
रहा है कि मुझे और भी लुंडों का टेस्ट देखना चाहिए अगर कोई लंड
फँसता दिखा तो आओगी मेरे साथ उसे चखने के लए तो मैने कह दिया कि
ठीक है ओके. फिर दीदी चली गई
कहा कि आपनी भाभी को समझाओ और इसे पकड़ के रखो और इसके बूब्स को
सक करो दीदी वैसा ही करने लगी और कहने लगी कि भाभी सह लो
थोड़ा ही दर्द होगा फिर तो मज़ा ही आना है. तो मैने कहा कि मैं तो
मरी जा रही हूँ प्ल्ज़ निकाल लीजिए लेकिन मुझे पता था कि अब बाबूजी
बाहर नही निकालेंगे सो तड़पती और छटपताती रही फिर बाबूजी ने एक
और धक्का मारा उनका लॉडा 8इंच के करीब आंदार चला गया मैं फिर
चीख उठी लेकिन अब बाबूजी ने परवाह नही की और एक और धक्के से पूरा ही
लॉडा मेरी गंद मे घुसा दिया अब धीरे धीरे आंदार बाहर करने
लगे दीदी अब भी मेरे बूब्स सक कर रही थी सो अब मुझे थोड़ी राहत
मिल रही थी दरद तो अभी भी हो रहा था लेकिन अब कम होने लगा था
बाबूजी की रफ़्तार धीरे धीरे बढ़ने लगी थी फिर वो पूरे जोश
मे धक्के मारने लगे मैं आ आहह आह आह आयी हाई हाई आह आह
उउउ उउउ आहह आह आह हहाइईइ उउउइ हहहिी आहह आहह आअहह
चिल्लाति रही फिर करीब 15 मिंट बाद उन्होने लॉड को गांद मे से
निकाला ओर सारा कम मेरे चुतड़ों पे डाल दिया फिर मेरे उपर ही लेट
गये 20 मिंट बाद दीदी से बोले कि चलो अब तुम्हारी गंद की भी सील
तोड़ता हूँ. फिर बाबूजी ने दीदी को भी गरम किया और उनकी भी गंद मारी
दीदी बहुत तदपि और छूटने की कोशिश भी की लेकिन मैने और बाबूजी ने
उन्हे हिलने ही नही दिया.
दीदी की गंद मारने के बाद बाबूजी ने मुझे लिटा कर मुझे चोदा फिर
दीदी को इस तरह वो 10 रातें हम ने बहुत मज़े किए. बीच मे एक
सनडे को भी बाबूजी घर पे रहे और सारा दिन हम ने जम के मस्ती की
थी. फिर 10 दिन बाद दीदी को फ़ोन. आ गया जीजू का कि तुम वापिस आ जाओ
तो वो वापिस चली गई लेकिन मेरे पति के आने मे अभी एक दिन बाकी
था जिस दिन दीदी गई तो वो बोली कि भाभी आज तो जम के चुदाइ करना आज तो
तुम अकेली ही हो आज तो मैं जा रही हूँ मैने जान बूझ कर कहा कि
तुम्हारे बिना वो मज़ा नही आएगा तो दीदी बोली की भाभी एक वादा करोगी
मैने कहा कि बोलो तो बोली की बाबूजी से चुदने के बाद मेरा मान कर
रहा है कि मुझे और भी लुंडों का टेस्ट देखना चाहिए अगर कोई लंड
फँसता दिखा तो आओगी मेरे साथ उसे चखने के लए तो मैने कह दिया कि
ठीक है ओके. फिर दीदी चली गई