16-09-2024, 08:04 PM
उसने कार को गियर में डाला और बजरी वाले रास्ते पर टायर घुमाने लगी। उसके दिमाग में तरह-तरह के विचार आने लगे।
"मैं वहाँ इतने लंबे समय तक कैसे रह सकती थी? मैं समय का ध्यान नहीं रख पा रही थी क्योंकि मैं हर पल का आनंद ले रही थी, "मुझे बच्चों को 4 बजे कॉलेज से लेना है! मैं इस तरह बेपरवाह नहीं दिख सकती!"
जल्द ही सिमरन हाईवे पर आ गई। उसने तेज गति से गाड़ी बढ़ाई और फिर गति सीमा तक धीमी हो गई।
वह सिक्युरिटी अधिकारी सभी की गाड़ी चेक कर रहे थे वहां दो-तीन गाड़ी पहले से मौजूद था उसकी चेकिंग हो रही थी
सिमरन ने सोचा कि मैं अगर चेकिंग में रुक गई तो मुझे अपने बच्चों के कॉलेज जाने में और देरी हो जाएगी । ऐसे में लेट हो चुकी हूं
सिमरन ने अपनी सहेली रुचि को फ़ोन किया। उसने अपनी आवाज़ को शांत रखने की कोशिश की,
हे लो रुचि । "क्या आप सोनू और डोली को कॉलेज से ले जा सकते हैं? मैं दंत चिकित्सक के कार्यालय आई हूं , । मैं अपने दांत साफ करवा रही हूँ, मुझे कॉलेज जाते-जाते काफी लेट हो जाएंगे और मैं पहले से ही काफी लेट हूं। क्या आपके पास समय खाली है किया ?।
"कोई समस्या नहीं है मैं बाज़ार ही आई हु ," रुचि ने जवाब दिया। "मैं उन्हें तुम्हारे घर छोड़ दूँगी, 6: 00 बजे मिलते हैं।"
"धन्यवाद, आप एक अच्छी सहेली हैं।" फोन काट दिया।
अब तक तो सब ठीक है। अब घर का आधा रास्ता तय हो चुका है। सिमरन का दिल तेजी से धड़क रहा था। 10 मिनट बाद वह हाईवे से उतर गई।
कार एक ही रफ्तार से चल रही थी "अब बस दो ट्रैफिक लाइटें बाकी हैं,
फिर वह अपनी गली में आ गई। अपने घर से पाँच घर दूर उसने गैराज के दरवाज़े के रिमोट पर बटन दबाना शुरू कर दिया।
"चलो, चलो," सिमरन ने कार में बड़बड़ाया
आखिरकार दरवाज़ा खुलने लगा। सिमरन ने गैराज में गाड़ी खींची और तुरंत रिमोट दबाकर दरवाज़ा बंद कर दिया।
"क्या यह गेराज का दरवाजा हमेशा इतना ही धीरे चलता है?"
उसने कार का इंजन बंद कर दिया। आख़िरकार दरवाज़ा बंद हो गया। सिमरन अपना सिर हेडरेस्ट पर टिकाकर उसने अपनी आँखें बंद कर लीं और अपने तेज़ दिल की धड़कन को शांत होने दिया।
"मैं वहाँ इतने लंबे समय तक कैसे रह सकती थी? मैं समय का ध्यान नहीं रख पा रही थी क्योंकि मैं हर पल का आनंद ले रही थी, "मुझे बच्चों को 4 बजे कॉलेज से लेना है! मैं इस तरह बेपरवाह नहीं दिख सकती!"
जल्द ही सिमरन हाईवे पर आ गई। उसने तेज गति से गाड़ी बढ़ाई और फिर गति सीमा तक धीमी हो गई।
वह सिक्युरिटी अधिकारी सभी की गाड़ी चेक कर रहे थे वहां दो-तीन गाड़ी पहले से मौजूद था उसकी चेकिंग हो रही थी
सिमरन ने सोचा कि मैं अगर चेकिंग में रुक गई तो मुझे अपने बच्चों के कॉलेज जाने में और देरी हो जाएगी । ऐसे में लेट हो चुकी हूं
सिमरन ने अपनी सहेली रुचि को फ़ोन किया। उसने अपनी आवाज़ को शांत रखने की कोशिश की,
हे लो रुचि । "क्या आप सोनू और डोली को कॉलेज से ले जा सकते हैं? मैं दंत चिकित्सक के कार्यालय आई हूं , । मैं अपने दांत साफ करवा रही हूँ, मुझे कॉलेज जाते-जाते काफी लेट हो जाएंगे और मैं पहले से ही काफी लेट हूं। क्या आपके पास समय खाली है किया ?।
"कोई समस्या नहीं है मैं बाज़ार ही आई हु ," रुचि ने जवाब दिया। "मैं उन्हें तुम्हारे घर छोड़ दूँगी, 6: 00 बजे मिलते हैं।"
"धन्यवाद, आप एक अच्छी सहेली हैं।" फोन काट दिया।
अब तक तो सब ठीक है। अब घर का आधा रास्ता तय हो चुका है। सिमरन का दिल तेजी से धड़क रहा था। 10 मिनट बाद वह हाईवे से उतर गई।
कार एक ही रफ्तार से चल रही थी "अब बस दो ट्रैफिक लाइटें बाकी हैं,
फिर वह अपनी गली में आ गई। अपने घर से पाँच घर दूर उसने गैराज के दरवाज़े के रिमोट पर बटन दबाना शुरू कर दिया।
"चलो, चलो," सिमरन ने कार में बड़बड़ाया
आखिरकार दरवाज़ा खुलने लगा। सिमरन ने गैराज में गाड़ी खींची और तुरंत रिमोट दबाकर दरवाज़ा बंद कर दिया।
"क्या यह गेराज का दरवाजा हमेशा इतना ही धीरे चलता है?"
उसने कार का इंजन बंद कर दिया। आख़िरकार दरवाज़ा बंद हो गया। सिमरन अपना सिर हेडरेस्ट पर टिकाकर उसने अपनी आँखें बंद कर लीं और अपने तेज़ दिल की धड़कन को शांत होने दिया।