14-09-2024, 09:13 AM
फिर मैंने अचानक ही मम्मी को चूमना छोड़ दिया और फिर से मम्मी का माथा सहलाने लगा / मैं समझ गया था की मम्मी अब पूरी तरह से गर्म हो चुकी है और मेरी हर बात मानेगी / डॉली दो पता था कि आज मैं और मम्मी अकेले हैं, उसने भी जानबूझ कर शायद हम दोनों को अकेला छोड़ा था /
तभी डॉली का मोबाइल पे फोन आया तो मम्मी ने उठाया तो मम्मी ने पुछा – डॉली तुम्हारी मम्मी की तबियत कैसी है?
डॉली – हम्म मम्मी जी मम्मी को दवाई का अब कुछ कुछ फर्क है, लेकिन मुझे यहाँ पर मम्मी का ध्यान रखने के लिए कुछ दिन रहना पड़ेगा / आप कैसी हो मम्मी जी, और रवि कैसे हैं?
मम्मी बोली – मैं और रवि दोनों बहुत ठीक हैं डॉली, तुम यहाँ की चिंता मत करो, हम एक दुसरे का पूरा ध्यान रखेंगे |
डॉली – मैं जानती हूँ मम्मी जी आप और रवि एक दुसरे को कितना प्यार करते हैं, रवि मेरे साथ रहते हैं फिर भी आप की ही माला जपते रहते हैं कि मम्मी ऐसी है, मम्मी वैसी है, मुझ से ज्यादा तो वो आज भी आपको ही प्यार करते हैं, यह मैं जानती हूँ |
तभी डॉली का मोबाइल पे फोन आया तो मम्मी ने उठाया तो मम्मी ने पुछा – डॉली तुम्हारी मम्मी की तबियत कैसी है?
डॉली – हम्म मम्मी जी मम्मी को दवाई का अब कुछ कुछ फर्क है, लेकिन मुझे यहाँ पर मम्मी का ध्यान रखने के लिए कुछ दिन रहना पड़ेगा / आप कैसी हो मम्मी जी, और रवि कैसे हैं?
मम्मी बोली – मैं और रवि दोनों बहुत ठीक हैं डॉली, तुम यहाँ की चिंता मत करो, हम एक दुसरे का पूरा ध्यान रखेंगे |
डॉली – मैं जानती हूँ मम्मी जी आप और रवि एक दुसरे को कितना प्यार करते हैं, रवि मेरे साथ रहते हैं फिर भी आप की ही माला जपते रहते हैं कि मम्मी ऐसी है, मम्मी वैसी है, मुझ से ज्यादा तो वो आज भी आपको ही प्यार करते हैं, यह मैं जानती हूँ |
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!