10-09-2024, 08:22 AM
वह यह नहीं समझा सकती थी कि वह जो कर रही हैं, उससे उसे इतना आनंद, इतना परमानंद क्यों मिलता था। वह केवल इतना जानती थी कि वह नहीं चाहती थी कि वह रुके। सिमरन ने आज अपने मॉम की तरह कपड़े पहनी थी । सफेद शॉर्ट ब्लाउज और हल्के नीले रंग साड़ी। आरामदायक थी-लेकिन बहुत टाइट नहीं। तीन इंच ऊँची एड़ी वाली। वेज सैंडल और गले में एक मंगलसूत्र । इस गर्म वसंत दिन के लिए उसके इस पहनावे को पूरा किया। लेकिन वह आज उसका इंतज़ार कर रही थी।
सिमरन ने आज सुबह उसे संदेश भेजा। ", सुधीर क्या मैं आज तुम्हें से मिल सकती हूँ?". उसका उत्तर लगभग 20 मिनट बाद आया, "फार्म हाउस पर कल 12 बजे ,।"
जब सिमरन ने इसे पढ़ा तो वह मुश्किल से साँस ले पा रही थी। तब से दिन धुंधला हो गया था। कल सवेरे बच्चों को कॉलेज छोड़ने के बाद, सिमरन तैयार होने के लिए घर चली अई। उसने गर्म पानी से नहाने की शुरुआत की, हर जगह सावधानी से शेव करने में समय लिया। पहली छोटी मुलाकात के बाद यह दूसरा बड़ा मुलाकात बहुत खास था। सिमरन ने सुनिश्चित किया कि उसका मेकअप बिल्कुल सही हो और उसने अपने कंधे तक के भूरे बालों को एक बहुत ही साधारण पोनी टेल में बांधा, जैसा कि उसकी पसंद थी। फिर उसने नई मैचिंग लेस ब्रा और पैंटी पहनी। रेड डोरी वी शेप ब्लाउज और हल्के पीले रंग साड़ी। । वेज सैंडल और गले में एक मंगलसूत्र । फिर घड़ी की ओर देखा घड़ी में 11:25 बजे थे
सिमरन कार की सीट पर बैठते इधर-उधर छटपटाने लगी। उसने महसूस किया कि उसकी पैंटी का पीछे का हिस्सा उसकी चूत के होंठों में से एक के नीचे खिसक गया है। उसने अपने हाथ अपनी पेटीकोट के अंदर रखे। अपनी उंगलियों को लेसदार कपड़े के नीचे सरकाते हुए, उसने अपनी उंगलियों को अपनी चिकनी मुंडा चूत के होंठों पर फिराया, अपनी पैंटी को अपनी दरार से बाहर निकाला।
उसकी चूत के होंठों को छूने से उसके शरीर के निचले हिस्से में एक सुखद लहर दौड़ गई। उसकी चूत पहले से ही गीली होने लगी थी। सिमरन ने अपनी चूत में उंगली करने की इच्छा को रोकते हुए अपने हाथों को अपनी पेटीकोट के नीचे से बाहर निकाला। उसने आह भरी और फार्म हाउस के लिए रवाना हो गई। फार्म हाउस सिमरन के घर से 65 मिनट की ड्राइव पर था, । सिमरन 65 मिनट में कार से फार्म हाउस के सामने पहुंच कर अंदर शांति से बैठ कर थी। फार्म हाउस के आसपास कुछ दर्जन भर घर दिखाई दे रही था । सिमरन ने कार के अंदर से आपने कार के चारों ओर देखा एक बार फिर सिमरन ने सोचा, "मैं अब जा सकती हूँ। कार से उतर कर फार्म हाउस की ओर बड़ी सिमरन फार्म हाउस के पास जाकर रिंग बेल बजाई थोड़ी देर में दरवाजे खुला । उधर से एक अबाज आई " जी मैम आप को किसे मिला है ? । सिमरन ने - सुधीर से । आप अंदर आएये , यहा सोफे पर बैठीये।
सिमरन ने आज सुबह उसे संदेश भेजा। ", सुधीर क्या मैं आज तुम्हें से मिल सकती हूँ?". उसका उत्तर लगभग 20 मिनट बाद आया, "फार्म हाउस पर कल 12 बजे ,।"
जब सिमरन ने इसे पढ़ा तो वह मुश्किल से साँस ले पा रही थी। तब से दिन धुंधला हो गया था। कल सवेरे बच्चों को कॉलेज छोड़ने के बाद, सिमरन तैयार होने के लिए घर चली अई। उसने गर्म पानी से नहाने की शुरुआत की, हर जगह सावधानी से शेव करने में समय लिया। पहली छोटी मुलाकात के बाद यह दूसरा बड़ा मुलाकात बहुत खास था। सिमरन ने सुनिश्चित किया कि उसका मेकअप बिल्कुल सही हो और उसने अपने कंधे तक के भूरे बालों को एक बहुत ही साधारण पोनी टेल में बांधा, जैसा कि उसकी पसंद थी। फिर उसने नई मैचिंग लेस ब्रा और पैंटी पहनी। रेड डोरी वी शेप ब्लाउज और हल्के पीले रंग साड़ी। । वेज सैंडल और गले में एक मंगलसूत्र । फिर घड़ी की ओर देखा घड़ी में 11:25 बजे थे
सिमरन कार की सीट पर बैठते इधर-उधर छटपटाने लगी। उसने महसूस किया कि उसकी पैंटी का पीछे का हिस्सा उसकी चूत के होंठों में से एक के नीचे खिसक गया है। उसने अपने हाथ अपनी पेटीकोट के अंदर रखे। अपनी उंगलियों को लेसदार कपड़े के नीचे सरकाते हुए, उसने अपनी उंगलियों को अपनी चिकनी मुंडा चूत के होंठों पर फिराया, अपनी पैंटी को अपनी दरार से बाहर निकाला।
उसकी चूत के होंठों को छूने से उसके शरीर के निचले हिस्से में एक सुखद लहर दौड़ गई। उसकी चूत पहले से ही गीली होने लगी थी। सिमरन ने अपनी चूत में उंगली करने की इच्छा को रोकते हुए अपने हाथों को अपनी पेटीकोट के नीचे से बाहर निकाला। उसने आह भरी और फार्म हाउस के लिए रवाना हो गई। फार्म हाउस सिमरन के घर से 65 मिनट की ड्राइव पर था, । सिमरन 65 मिनट में कार से फार्म हाउस के सामने पहुंच कर अंदर शांति से बैठ कर थी। फार्म हाउस के आसपास कुछ दर्जन भर घर दिखाई दे रही था । सिमरन ने कार के अंदर से आपने कार के चारों ओर देखा एक बार फिर सिमरन ने सोचा, "मैं अब जा सकती हूँ। कार से उतर कर फार्म हाउस की ओर बड़ी सिमरन फार्म हाउस के पास जाकर रिंग बेल बजाई थोड़ी देर में दरवाजे खुला । उधर से एक अबाज आई " जी मैम आप को किसे मिला है ? । सिमरन ने - सुधीर से । आप अंदर आएये , यहा सोफे पर बैठीये।