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Fantasy प्रेम... आत्मा की भूख है..
#9
मैने कहा कि ठीक है मैं कॉसिश करूँगी जब भी मौका लगे गा तुम्हे


बुला लूँगी बस तुम तैयार रहना मैने ये कह कर उसे टाल दिया ओर वो

झट से बोली कि ठीक है मैं तुम्हारी कॉल का इंतज़ार करूँगी ओर फिर

वो सो गई लेकिन मेरी आँखो से तो नींद गायब हो चुकी थी. बस बाबूजी

के बारे मैं सोचती रही मैं सारी रात और सुबह मैने सभी को नाश्ता

करवाया ओर सभी आपने आपने काम पे चले गये ओर शालु दीदी भी जीजा

जी के साथ वापिस चली गई.

सुबह जब मैं आपने देवर को चाइ देने गई तो मेरी देवरानी बाथरूम

मैं थी मैने पूछा कि नीरज कैसे रहे रात को तो बोला कि भाभी

आप का सिखाया हुआ हर एक गुर मेरे बहुत ही काम आया रात सच मैं

बहुत मज़ा आया ओर फिर उसकी वाईफे भी आ गई और दोनो चाइ पीने लगे.

उस रात मेरे हब्बी ने मुझे बताया कि नेक्स्ट वीक नीरज ओर उसकी वाइफ

15 दिन के लए गोआ जा रहे हैं हनीमून के लिए मैने कहा कि ठीक है.

और नेक्स्ट सुबह ही मेरी सासू मोम के माएके से फ़ोन. आ गया कि उनके बड़े

ब्रदर की तबीयत अचानक खराब हो गई है ओर डॉक्टर. ने 2 या 3 वीक के

लिए हॉस्पिटल मैं अड्मिट किया है सो मामी जी ने मेरी सासू मोम को वहाँ

पे बुला लिया था ओर जिस दिन मेरे देवर ओर देवरानी ने गोआ जाना था उससे

एक दिन पहले ही इनको भी मसेज आ गया कि टूर पे जाना है 15 दिन के लिए

मुंबई ओर नेक्स्ट डे ये भी मेरे देवर ओर देवरानी के साथ ही घर से

चले गये. अब घर पे मैं ओर मेरे ससुर जी ही थे. मेरे मन मे तो

लड्डू फुट रहे थे लेकिन ये समझ मे नही आ रहा था कि मैं करू

तो क्या करू. सारा दिन सोचने मैं गुजर गया. ईव्निंग मे मैं बाजार

गई तो मन मैं एक आइडिया आ गया और मैं बाजार से सारा समान ले आई.

रात को मैने आपने ससुर जी को खाना खिला दिया ओर जब दूध पकड़ाने गई

तो उसमे मैने दो नींद की गोलियाँ डाल दी जो मैं बाजार से लेकर आई थी

करीब उनके दूध पीने के 20 मिंट बाद मैं उनके रूम मे गई तो वो सो

रहे थे. उन्होने लोवर & शर्ट पहनी हुई थी मैने उनको हिला के देखा

लेकिन वो तो गोली के नशे मैं सो रहे थे मैने उनकी लोवर नीचे की

तो देखा कि उन्होने अंडरवेर नही पहना हुआ था ओर जो मैने देखा वो

देख के दंग रह गई अभी उनका लंड सोया हुआ था लेकिन फिर भी करीब

5 इंच के करीब था मैने उसे हाथ मे पकड़ा ओर इधर उधर कर के

देखने लगी तो उसका आकार बदलने लगा ओर फिर वो एकदम टाइट हो गया और

उसका आकार 11इंच का हो गया जो कि शालु ने बताया था. अब मुझ से रहा

नही जा रहा था मेरी चूत मैं खुजली होने लगी थी मैने उसे मूह

मे लिया ओर चूसने लगी ओर 15 मिंट चूसने के बाद मैं उठी ओर उनकी

लोवर ठीक की और आपने रूम मैं आ गई ओर उंगली से आपनी आग को शांत

किया मैं चाहती तो उसी वक़्त लंड का मज़ा ले लेती लेकिन मेरी तमन्ना थी

कि जब बाबूजी जाग रहे हों ओर वो पूरे प्रेम से ओर जोश से खुद मुझे

चोदे अब मैने उनके लंड का दीदार तो कर लिया था अब उसे पाने की ललक

मेरे मन मैं बहुत तीब्र हो चुकी थी मैं सारी रात सोचती रही कि

ये सब कैसे होगा मैं सारी रात सोई नही और कोई प्लान बनाती रही और

आख़िर मैं मुझे एक प्लान सूझ ही गया ओर नेक्स्ट सुबह जब बाबूजी नहाने

गये तो मैने उनके मोबाइल से अपनी ननद को फ़ोन. किया ओर कहा कि मुझे

फ़ोन. करो इसी नंबर. पे बाबूजी वाले पे अभी. मेरी ननद शालु ने फ़ोन. किया

तो बाबूजी बोले के कुसम बेटा देखो किस का फ़ोन. है तो मैने कहा कि

शालु दीदी काहै तो बोले कि बात कर लो मैने कहा कि ठीक है और फ़ोन. ले

कर आपने रूम मैं चली गई और बात करने लगी;.
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RE: प्रेम... आत्मा की भूख है.. - by nitya.bansal3 - 19-08-2024, 07:44 PM



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