06-08-2024, 10:08 AM
( प्रेजेंट टाइम )
मुझे पता था कि मम्मी परदे के पीछे से हमारे कमरे के अंदर मेरी और डौली की चुदाई देखने के लिए खड़ी थी / मैं डॉली की टांगों की तरफ आ कर बैठ गया मैंने फिर डॉली की दोनों नंगी टांगों को इधर उधर फैला कर खोल दिया जिस से डॉली की बिना बालों वाली चूत का मूंह भी थोडा सा खुल गया था / मैंने डॉली की चूत को दोनों हाथों की उँगलियों से फैला कर अपनी जीभ से चाटना और चूसना शुरू कर दिया / डॉली मस्ती में आह ऊह आह ऊह करने लगी / मुस्ती में डॉली के मूंह से सिस्कारियां निकल रही थी और मैंने थोड़ी देर तक डॉली की चूत को चूसा तो डॉली की चूत चमकने लगी थी और थोडा थोडा पानी भी छोड़ने लगी थी / मैंने अपने लौड़े को डॉली की चूत के सामने सेट किया और डॉली की छूट की दोनों चमकती हुई फाड़ियों को अलग अलग करके अपने लौड़े के सुपाडे को उसके उपर फिट किया जिससे मेरा सुपाडा थोडा सा चूत के अंदर तक चला गया था / और डॉली के कन्धों को दोनों हाथों से पकड़ कर एक जबरदस्त धक्का मारा मेरा लगबघ पूरा लंड ही डॉली की छूट को फाड़ता हुआ अंदर जाकर टाइट हो गया / डॉली की मूंह से एक जोरदार चीख निकली “हाय मर गई मम्मी मुझे बचाओ, मार डाला, मेरी चूत फाड़ दी” मैंने डॉली के होंठों पर अपने होंठ फंसा कर थोडा सा लौड़ा बहार निकला और एक जोरदार धक्का और मारा जिस से मेरा लौदा पूरा डॉली की चूत के अंदर समाकर फिक्स हो गया /
मुझे पता था कि मम्मी परदे के पीछे से हमारे कमरे के अंदर मेरी और डौली की चुदाई देखने के लिए खड़ी थी / मैं डॉली की टांगों की तरफ आ कर बैठ गया मैंने फिर डॉली की दोनों नंगी टांगों को इधर उधर फैला कर खोल दिया जिस से डॉली की बिना बालों वाली चूत का मूंह भी थोडा सा खुल गया था / मैंने डॉली की चूत को दोनों हाथों की उँगलियों से फैला कर अपनी जीभ से चाटना और चूसना शुरू कर दिया / डॉली मस्ती में आह ऊह आह ऊह करने लगी / मुस्ती में डॉली के मूंह से सिस्कारियां निकल रही थी और मैंने थोड़ी देर तक डॉली की चूत को चूसा तो डॉली की चूत चमकने लगी थी और थोडा थोडा पानी भी छोड़ने लगी थी / मैंने अपने लौड़े को डॉली की चूत के सामने सेट किया और डॉली की छूट की दोनों चमकती हुई फाड़ियों को अलग अलग करके अपने लौड़े के सुपाडे को उसके उपर फिट किया जिससे मेरा सुपाडा थोडा सा चूत के अंदर तक चला गया था / और डॉली के कन्धों को दोनों हाथों से पकड़ कर एक जबरदस्त धक्का मारा मेरा लगबघ पूरा लंड ही डॉली की छूट को फाड़ता हुआ अंदर जाकर टाइट हो गया / डॉली की मूंह से एक जोरदार चीख निकली “हाय मर गई मम्मी मुझे बचाओ, मार डाला, मेरी चूत फाड़ दी” मैंने डॉली के होंठों पर अपने होंठ फंसा कर थोडा सा लौड़ा बहार निकला और एक जोरदार धक्का और मारा जिस से मेरा लौदा पूरा डॉली की चूत के अंदर समाकर फिक्स हो गया /
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!