16-06-2024, 07:37 AM
पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे
187
VOLUME II
विवाह
CHAPTER-4
मेहंदी
PART 7
फिर रोजी रूबी टीना और मोना जिन्होंने मेकअप का कोर्स किया हुआ था और ब्यूटी पारलर वाली हेमा और रीती ज्योत्स्ना को उबटन लगाने के लिए और मालिश करने के लिए राजकुमारी के पास गयी और बोली राजकुमारी जी हमारे हाथो से मालिश करा ले और उबटन लगवा ले आपको नबहुत अच्छा लगेगा . फिर सबसे पहले उन्होंने राजकुमारी को बोलै मुझे अपनी दुल्हन का जिस्म वैक्सिंग वाला और चूत बिल्कुल क्लीन शेवड चाहिए रोजी ने पहले ही बता दिया था इसलिए ज्योत्स्ना ने वैक्सिंग दो दिन पहले ही करा ली थी। अब वो मेरे लिए दुल्हन की छूट की बिलकुल मक्खन चूत बनाना चाहती थी। इसलिए वो आते ही राजकुमारी को लेकर बाथरूम घुस गई और तीन बार चूत और गांड को क्रीम लगा के साफ़ किया और चौथी पांचवी बार वीट लगा कर चूत ऐसी बना ली कि कोई मक्खी भी बैठ जाये तो फिसल जाए।
और फिर हेमा और रीती में गुरूजी के दिए हुए स्पेशल तेल को अपनी उंगलिओं मे लेके लगाना शुरू किया, तो ज्योत्स्ना की जो भी झिझक थी और दर्द, सब कुछ ही देर मे पिघल गया. पैरों, पिंडलियों, जाँघो की थकान तो गायब हो ही गई, उसे बिकुल एकदम हल्का लगने लगा . , . उसका हाथ जब नितंबो पे पहुँचा, और उसने अपने हाथों के बीच राजकुमारी के दोनो नितंबो को लेके मसलना शुरू किया.।
फिर उन्होंने उबटन लगाना शुरू किया और पहले पैरों पर लगाया फिर थोड़ा सा एक दूसरी कटोरी से कुछ अलग सा उबटन बूब्स के साइड मे लगा दिया. वो अपने आप करवट बदल के पीठ के बल हो गयी. अब रीती और हमने उभारों पे कुछ और उबटन लगाया और बोली थोड़ी देर ऐसे ही पड़े रहना राजकुमारी ज्योत्स्ना को बहोत अच्छा लग रहा था. वो बोली मुझे बहोत आराम लग रहा है और फिर सीधे ज्योत्स्ना के उरोजो पे और एक दूसरी कटोरी से एक अलग ढंग का उबटन ले के उसके सीने पे हल्के हाथों से लगाया. वो अनारदाने और अनार का एक ख़ास उबटन था जो बच्चे होने के बाद औरतों के सीने मे कसाव और शेप के लिए इस्तेमाल होता है फिर उसे यहीं लगा हुआ छोड़ कर फिर बाकी देह मे चंदन, हल्दी और सरसों का उबटन लगाना शुरू किया. एक घंटे के बाद फिर सीने पर लगा वो लेप छुड़ाया ।
सीने पे वो ख़ास उबटन जब वो छुड़ाती तो ज्योत्स्ना के सीने को सहला देती और कहती आपको कुमार कस के मसलेँगे वो जब ज्योत्स्ना के निपल्स को छू देती थी तो पता नही कैसी छुअन थी कि वो तुरंत एरेक्ट हो जाते थे और . फिर फिर हलके से खेंच कर वो कहती, राजकुमारी साहिबा , आपके दूल्हे तो बहुत किस्मत वाले हैं जो उनका इतना मस्त जवानी मिली है वो नीचे भी वो कोई मौका नही छोड़ रही थी, कभी उसकी कुँवारी किशोर पंखुड़ियो को सहला देती तो कभी तेल लगाने के बहाने उंगली की टिप से छेद को छु देती. ज्योत्स्ना एक दम मस्ती से भर जाती और जब वो उसे सीने को छुने से मना करती तो वो और मसल के बोलती, "अर्रे राजकुमारी साहिबा, ये तो जवानी के फूल हैं, आपके दूल्हे के खिलौने. अर्रे वो तो इतने कस कस के मसलेंगे कि आपके पसीने छूट जाएँगे. राजकुमार आपको सिर्फ़ हाथों से नही, होंठो से भी, चूमेगा, चुसेगा, चाटेगा और कच कचा के काटेगा. अब इन कबूतरो के उड़ने के दिन आ गये. और अब वे इन मस्त जोबन को वो लूट लेंगे ।"
राजकुमारी शरमाती, गुस्सा होने का नाटक करती पर मन ही मन सोचती कि अब एक ही दिन की बात है और फिर वो मेरी बाहों मे होंगी, और मैं अपने सीने मे कस के भींच के, दबा के, रगड़ के रोज रात को उनके साथ प्यार करूँगा ।"
फिर उन्होंने राजकुमारी को शावर चला कर जिस्म मसल मसल कर नहलाया । और उसके बाद उसे एक लेहंगा और चोली पहना दी क्योंकि अभी मेहँदी लगनी थी मेहंदी के लिए, तीन चार मेहंदी वालियाँ आई थी और हाथ पैर के साथ, चारो ने नेवेल पे भी डिज़ाइन वाली मेहँदी लगवा दी . और फिर कमरे में कपडे बदलने के बहाने मेहंदी वालियों के साथ गयी और फिर नंगी होकर मेहंदी लगाने लगी। राजकुमारी ने अपने पैरों से लेकर ऊपर पूरी जांघों तक मेहंदी लगवाई और ठप्पे लगाने वाला मेहंदी डिज़ाइनर से ठप्पे और पैरों से लेकर चूत के पास तक डिज़ाइन बना लिए ।
रात में एक हॉल मे संगीत और नाच गाने का इन्तेजाम था, म्यूज़िक सिस्टम, गाने के कॅसेट सब कुछ बजता रहा और फिर , टीना एक नेई कॉकटेल ड्रेस ले आई थी , और उस के नीचे एक पुश-अप ब्रा भी थी . और जब वो ज्योत्स्ना को पहनाई तो वो ड्रेस एकदम कसी हुई सुकि देह से चिपकी, घुटने तक लम्बी थी और सबसे बढ़ के, उसका गला खुला था, जिससे राजकुमारी के उभारो को और अच्छी तरह उभार दिया था. बेल्ट कस के उसकी पतली कमर पे बाँध दी. जिससे राजकुमारी के किशोर उरोज एकदम साफ साफ ना सिर्फ़ उभरे लग रहे थे बल्कि क्लीवेज भी और गहरा लग रहा था . अब मोना इतने पे भी कहाँ मान-ने वाली थी, राजकुमारी का बहुत ही जबरदस्त मेकप किया .
जब राजकुमारी हाल में पहुंची तो सब लोग अपलक उसे देखते रह गए ।
जूही जो की राजकुमारी की सबसे नजदीकी सहेली थी और साथ में दोनों तरफ की सभी लड़किया और औरते भी थी सबने जम कर डांस किया और गाने गाये फिर राजकुमारी ने मेरे हाथों मे नई नई चूड़िया है गाने पे नाचना शुरू कर दिया, और जब मेने मेरे दर्जी से आज मेरी जंग हो गयी, मेने चोली सिलवाई थी, तंग हो गई पे अपने चोली मे कसे उभारो को मस्ती से उभारा तो चारों ओर मस्ती छा गई. जूही राजकुमारी को पकड़ के बोली "अर्रे बहुत उभर रहे है ना आ गया है दबाने वाला." इसके बाद जूही मुझे खींच कर संगीत और मेहँदी वाले कमरे में ले गयी और फिर मैंने भी उनके साथ डांस किया और फिर कपल डांस हुए और मैं और राजकुमारी आपस में चिपक कर बहुत देर तक नाचते रहे. खैर मेरी बाकी मंगेतर लड़किया और मेरी ससुराल की कई महिलाये भी मेरे साथ नाची और आखिर में पूरा परिवार साथ में नाचा और सब बहुत खुश थे ।
जारी रहेगी
187
VOLUME II
विवाह
CHAPTER-4
मेहंदी
PART 7
फिर रोजी रूबी टीना और मोना जिन्होंने मेकअप का कोर्स किया हुआ था और ब्यूटी पारलर वाली हेमा और रीती ज्योत्स्ना को उबटन लगाने के लिए और मालिश करने के लिए राजकुमारी के पास गयी और बोली राजकुमारी जी हमारे हाथो से मालिश करा ले और उबटन लगवा ले आपको नबहुत अच्छा लगेगा . फिर सबसे पहले उन्होंने राजकुमारी को बोलै मुझे अपनी दुल्हन का जिस्म वैक्सिंग वाला और चूत बिल्कुल क्लीन शेवड चाहिए रोजी ने पहले ही बता दिया था इसलिए ज्योत्स्ना ने वैक्सिंग दो दिन पहले ही करा ली थी। अब वो मेरे लिए दुल्हन की छूट की बिलकुल मक्खन चूत बनाना चाहती थी। इसलिए वो आते ही राजकुमारी को लेकर बाथरूम घुस गई और तीन बार चूत और गांड को क्रीम लगा के साफ़ किया और चौथी पांचवी बार वीट लगा कर चूत ऐसी बना ली कि कोई मक्खी भी बैठ जाये तो फिसल जाए।
और फिर हेमा और रीती में गुरूजी के दिए हुए स्पेशल तेल को अपनी उंगलिओं मे लेके लगाना शुरू किया, तो ज्योत्स्ना की जो भी झिझक थी और दर्द, सब कुछ ही देर मे पिघल गया. पैरों, पिंडलियों, जाँघो की थकान तो गायब हो ही गई, उसे बिकुल एकदम हल्का लगने लगा . , . उसका हाथ जब नितंबो पे पहुँचा, और उसने अपने हाथों के बीच राजकुमारी के दोनो नितंबो को लेके मसलना शुरू किया.।
फिर उन्होंने उबटन लगाना शुरू किया और पहले पैरों पर लगाया फिर थोड़ा सा एक दूसरी कटोरी से कुछ अलग सा उबटन बूब्स के साइड मे लगा दिया. वो अपने आप करवट बदल के पीठ के बल हो गयी. अब रीती और हमने उभारों पे कुछ और उबटन लगाया और बोली थोड़ी देर ऐसे ही पड़े रहना राजकुमारी ज्योत्स्ना को बहोत अच्छा लग रहा था. वो बोली मुझे बहोत आराम लग रहा है और फिर सीधे ज्योत्स्ना के उरोजो पे और एक दूसरी कटोरी से एक अलग ढंग का उबटन ले के उसके सीने पे हल्के हाथों से लगाया. वो अनारदाने और अनार का एक ख़ास उबटन था जो बच्चे होने के बाद औरतों के सीने मे कसाव और शेप के लिए इस्तेमाल होता है फिर उसे यहीं लगा हुआ छोड़ कर फिर बाकी देह मे चंदन, हल्दी और सरसों का उबटन लगाना शुरू किया. एक घंटे के बाद फिर सीने पर लगा वो लेप छुड़ाया ।
सीने पे वो ख़ास उबटन जब वो छुड़ाती तो ज्योत्स्ना के सीने को सहला देती और कहती आपको कुमार कस के मसलेँगे वो जब ज्योत्स्ना के निपल्स को छू देती थी तो पता नही कैसी छुअन थी कि वो तुरंत एरेक्ट हो जाते थे और . फिर फिर हलके से खेंच कर वो कहती, राजकुमारी साहिबा , आपके दूल्हे तो बहुत किस्मत वाले हैं जो उनका इतना मस्त जवानी मिली है वो नीचे भी वो कोई मौका नही छोड़ रही थी, कभी उसकी कुँवारी किशोर पंखुड़ियो को सहला देती तो कभी तेल लगाने के बहाने उंगली की टिप से छेद को छु देती. ज्योत्स्ना एक दम मस्ती से भर जाती और जब वो उसे सीने को छुने से मना करती तो वो और मसल के बोलती, "अर्रे राजकुमारी साहिबा, ये तो जवानी के फूल हैं, आपके दूल्हे के खिलौने. अर्रे वो तो इतने कस कस के मसलेंगे कि आपके पसीने छूट जाएँगे. राजकुमार आपको सिर्फ़ हाथों से नही, होंठो से भी, चूमेगा, चुसेगा, चाटेगा और कच कचा के काटेगा. अब इन कबूतरो के उड़ने के दिन आ गये. और अब वे इन मस्त जोबन को वो लूट लेंगे ।"
राजकुमारी शरमाती, गुस्सा होने का नाटक करती पर मन ही मन सोचती कि अब एक ही दिन की बात है और फिर वो मेरी बाहों मे होंगी, और मैं अपने सीने मे कस के भींच के, दबा के, रगड़ के रोज रात को उनके साथ प्यार करूँगा ।"
फिर उन्होंने राजकुमारी को शावर चला कर जिस्म मसल मसल कर नहलाया । और उसके बाद उसे एक लेहंगा और चोली पहना दी क्योंकि अभी मेहँदी लगनी थी मेहंदी के लिए, तीन चार मेहंदी वालियाँ आई थी और हाथ पैर के साथ, चारो ने नेवेल पे भी डिज़ाइन वाली मेहँदी लगवा दी . और फिर कमरे में कपडे बदलने के बहाने मेहंदी वालियों के साथ गयी और फिर नंगी होकर मेहंदी लगाने लगी। राजकुमारी ने अपने पैरों से लेकर ऊपर पूरी जांघों तक मेहंदी लगवाई और ठप्पे लगाने वाला मेहंदी डिज़ाइनर से ठप्पे और पैरों से लेकर चूत के पास तक डिज़ाइन बना लिए ।
रात में एक हॉल मे संगीत और नाच गाने का इन्तेजाम था, म्यूज़िक सिस्टम, गाने के कॅसेट सब कुछ बजता रहा और फिर , टीना एक नेई कॉकटेल ड्रेस ले आई थी , और उस के नीचे एक पुश-अप ब्रा भी थी . और जब वो ज्योत्स्ना को पहनाई तो वो ड्रेस एकदम कसी हुई सुकि देह से चिपकी, घुटने तक लम्बी थी और सबसे बढ़ के, उसका गला खुला था, जिससे राजकुमारी के उभारो को और अच्छी तरह उभार दिया था. बेल्ट कस के उसकी पतली कमर पे बाँध दी. जिससे राजकुमारी के किशोर उरोज एकदम साफ साफ ना सिर्फ़ उभरे लग रहे थे बल्कि क्लीवेज भी और गहरा लग रहा था . अब मोना इतने पे भी कहाँ मान-ने वाली थी, राजकुमारी का बहुत ही जबरदस्त मेकप किया .
जब राजकुमारी हाल में पहुंची तो सब लोग अपलक उसे देखते रह गए ।
जूही जो की राजकुमारी की सबसे नजदीकी सहेली थी और साथ में दोनों तरफ की सभी लड़किया और औरते भी थी सबने जम कर डांस किया और गाने गाये फिर राजकुमारी ने मेरे हाथों मे नई नई चूड़िया है गाने पे नाचना शुरू कर दिया, और जब मेने मेरे दर्जी से आज मेरी जंग हो गयी, मेने चोली सिलवाई थी, तंग हो गई पे अपने चोली मे कसे उभारो को मस्ती से उभारा तो चारों ओर मस्ती छा गई. जूही राजकुमारी को पकड़ के बोली "अर्रे बहुत उभर रहे है ना आ गया है दबाने वाला." इसके बाद जूही मुझे खींच कर संगीत और मेहँदी वाले कमरे में ले गयी और फिर मैंने भी उनके साथ डांस किया और फिर कपल डांस हुए और मैं और राजकुमारी आपस में चिपक कर बहुत देर तक नाचते रहे. खैर मेरी बाकी मंगेतर लड़किया और मेरी ससुराल की कई महिलाये भी मेरे साथ नाची और आखिर में पूरा परिवार साथ में नाचा और सब बहुत खुश थे ।
जारी रहेगी