09-06-2024, 05:15 AM
वो अपने पंजो से मेरी चुचिया ब्रा के ऊपर से बुरी तरह निचोड़ रहे थे और मै एक शरीफ़ ज़हीन लड़की जिसने आज तक किसी लड़के की तरफ़ आँख उठाकर भी नहीं देखा था लेकिन आज अपने से दुगनी उमर के अपने ही टीचर के बिस्तर में नंगी होकर उनके मोटे लंड से अपने नाज़ुक गरम मुँह चुदवा रही थी
वो एक्साइटमेंट में मेरी ब्रा को मेरे बदन से नोच के फेंक देते हैं और अब मै उनके सामने माँदरज़ात नंगी थी मेरा गोरा बदन उनके आगे तश्तरी में साजी बिरयानी की तरह सजा हुआ था और वो किसी भूखे भेड़िये की तरह मेरा बदन नोच रहे थे
अचानक वो मेरे मुंह से अपना लंड निकाल लेते हैं
मुझे थोड़ा आराम मिलता है
लेकिन मेरा ये आराम पल भर का ही था
क्योंकि अब वो होने जा रहा था जो मैंने कभी सोचा भी नहीं था
मेरी नाज़ुक चूत जो आज तक चुदी नहीं थी वो आज चूत से बुर में बदलने जा रही थी
वो मुझे बालों से पकड़ते हैं और फिर से बिस्तर पर फेंक देते हैं
और मेरे ऊपर आ जाते हैं और मेरी टांगे चीर देते हैं
मेरी फूल जैसी नाज़ुक चूत की पंखुड़ियाँ उनके सामने खुल जाती हैं
वो अपनी एक उंगली मेरी चूत में घुसाते हैं और मेरी चूत से निकालने वाला मदन रस उँगलियों से चाटने लगते हैं
वो अपनी पूरी बिच की उँगली मेरी चूत में घुसा देते हैं और धीरे-धीरे मेरी चूत को उँगली से ही चोदने लगते हैं
मेरा बदन खिंच जाता है और मेरी चुचिया ऊपर उठ जाती है
वो लागातर मेरी चूत की चुदाई अपनी उँगली से कर ने लगते हैं
मैं ज़्यादा देर तक बर्दाश्त नहीं कर पाती और मेरा बदन अकडने लगता है
और मेरे बदन में हिलोरे उठने लगती हैं
और एक आनंद की लहर मेरी चूत के रास्ते होती हुई मेरे मुँह तक पहुँचती है
आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
और मैं पानी निकालने लगती हूँ . मेरी चूत से सारा पानी निकाल कर बिस्तर को और उनकी उंगली को भीगने देता है
मैं अधमरी सी हो जाती हूँ
और किसी मरी हुई कुतिया की तरह ढेर हो जाती हूँ और आँखें बंद करके लम्बी लम्बी सांसे लेने लगती हूँ
वो एक्साइटमेंट में मेरी ब्रा को मेरे बदन से नोच के फेंक देते हैं और अब मै उनके सामने माँदरज़ात नंगी थी मेरा गोरा बदन उनके आगे तश्तरी में साजी बिरयानी की तरह सजा हुआ था और वो किसी भूखे भेड़िये की तरह मेरा बदन नोच रहे थे
अचानक वो मेरे मुंह से अपना लंड निकाल लेते हैं
मुझे थोड़ा आराम मिलता है
लेकिन मेरा ये आराम पल भर का ही था
क्योंकि अब वो होने जा रहा था जो मैंने कभी सोचा भी नहीं था
मेरी नाज़ुक चूत जो आज तक चुदी नहीं थी वो आज चूत से बुर में बदलने जा रही थी
वो मुझे बालों से पकड़ते हैं और फिर से बिस्तर पर फेंक देते हैं
और मेरे ऊपर आ जाते हैं और मेरी टांगे चीर देते हैं
मेरी फूल जैसी नाज़ुक चूत की पंखुड़ियाँ उनके सामने खुल जाती हैं
वो अपनी एक उंगली मेरी चूत में घुसाते हैं और मेरी चूत से निकालने वाला मदन रस उँगलियों से चाटने लगते हैं
वो अपनी पूरी बिच की उँगली मेरी चूत में घुसा देते हैं और धीरे-धीरे मेरी चूत को उँगली से ही चोदने लगते हैं
मेरा बदन खिंच जाता है और मेरी चुचिया ऊपर उठ जाती है
वो लागातर मेरी चूत की चुदाई अपनी उँगली से कर ने लगते हैं
मैं ज़्यादा देर तक बर्दाश्त नहीं कर पाती और मेरा बदन अकडने लगता है
और मेरे बदन में हिलोरे उठने लगती हैं
और एक आनंद की लहर मेरी चूत के रास्ते होती हुई मेरे मुँह तक पहुँचती है
आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
और मैं पानी निकालने लगती हूँ . मेरी चूत से सारा पानी निकाल कर बिस्तर को और उनकी उंगली को भीगने देता है
मैं अधमरी सी हो जाती हूँ
और किसी मरी हुई कुतिया की तरह ढेर हो जाती हूँ और आँखें बंद करके लम्बी लम्बी सांसे लेने लगती हूँ