28-05-2024, 12:25 PM
भाग - 5
हवस का पुजारी
मेरी कहानियां पढ़ने वाले सभी दोस्तो को आदाब, मैं आपका दोस्त सग़ीर ख़ान आज एक बार फिर से आप सबके लिए एक मस्त मादक कहानी ले कर आया हूँ।
जैसा कि अब तक आप लोग मुझे जानते हैं कि मैं चूत का कितना बड़ा रसिया हूँ, चूत देखते ही बस उसको खा जाने की तमन्ना एकदम से दिल में उभर पड़ती है। मैंने आज तक चुदाई करते हुए यह नहीं देखा या सोचा कि चूत किसकी है। बस अगर चोदने को मिली तो चोद दी क्योंकि चूत बनाई ही ऊपर वाले ने चुदने के लिए है, आप नहीं चोदोगे तो कोई और चोद देगा।
यही कारण है कि मैं अपने घर परिवार व रिश्तेदारी में कई हसीन चूतों का मज़ा ले चुका हूँ और आज भी जो मिल जाए चोदने को तैयार रहता हूँ। ऊपर वाले की दया से कभी चूत के लिए नहीं तरसा हूँ।
तो आइये लुत्फ़ लेते हैं आज की कहानी का जिसको नाम दिया है- "हवस का पुजारी"
चूम लूं तेरे गालों को, दिल की यही ख्वाहिश है ....
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!
Love You All
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!
Love You All