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Adultery रंगीली बीबी
Heart 
मैं बस इतना सोच रहा था कि सलोनी एक जिस्म पर एक भी कपड़ा नहीं है और वो इसी कमरे में केवल एक चादर ओढ़े लेटी है जिसमें मेरे अलावा दो और आदमी भी हैं।

एक अरविन्द अंकल… चलो उनकी तो कोई बात नहीं… वो तो काफी कुछ देख और कर चुके हैं, मगर एक अनजान वेटर? यह पता नहीं क्या क्या सोच रहा होगा?

वेटर भी 25-28 साल का लम्बा और काला सा आदमी था पर बहुत ही साफ सुथरा और पढ़ा लिखा भी जान पड़ता था।

अरविन्द अंकल भी ना जाने क्या सोच रहे थे? उन्होंने भी वेटर को घूरते हुए देख लिया, उन्होंने सलोनी की भलाई करनी चाही, सोचा जगा दूंगा तो वेटर उसको नहीं घूर पायेगा, पर ऐसा हो जायेगा यह उन्होंने भी नहीं सोचा होगा।

उन्होंने सलोनी को आवाज लगा दी- अरे सलोनी बेटा… तुम भी चाय ले लो… ठंडी हो जाएगी।

और तभी सलोनी ने एक ओर करवट ले ली…

‘ओह माय गॉड… यह क्या हो गया…’

सलोनी का पूरा नंगा बदन जो अभी तक कम से कम अभी तक एक पतली चादर से ढका था, उसके चूतड़ों का आकार उस सिल्की चादर से पता तो चल रहा था मगर फिर भी उस पर एक परदा था।

सलोनी के करवट लेते ही चादर काफी हद तक उसके बदन से हट गई।

अरविन्द अंकल, मेरी और उस वेटर तीनों की नजर केवल सलोनी पर ही थी तो हम सबने ही भरपूर उस दृश्य को देखा।

अपनी बायीं करवट से सीधा होते हुए सबसे पहले चादर उसके कंधे से नीचे आई, फिर उसके दाईं ओर को सरक गई।

सलोनी का मस्त और रस से सराबोर जिस्म लगभग पूरा ही नंगा हो गया था।

चादर केवल उसकी दायीं चूची पर रुक गई थी जिसका ऊपरी भाग नंगा था, बायीं चूची पूरी बाहर आकर रात भर अपने मसले जाने की कहानी बयां कर रही थी।

उसकी गोरी गोलाई पर लाल लाल उँगलियों के निशान नजर आ रहे थे, गुलाबी निप्पल भी सिमटा सा एक ओर को ढलका हुआ था।

सलोनी की बायीं टांग भी चादर से पूरी तरह बाहर आ गई थी। शुक्र इतना था कि सलोनी की रात दो लण्ड से चुदी हुई चूत अभी चादर से ढकी हुई थी।

मगर साइड से साफ़ पता चल रहा था कि उसने कुछ भी नहीं पहना है, वो पूरी नंगी है।

हम तीनों इस मनुहारी दृश्य को देख ही रहे थे, मेरे दिमाग में बिल्कुल यह नहीं आया कि जाकर उसको आगाह कर दूँ या चादर सही कर दूँ।

तभी एक और धमाका हुआ…

सलोनी ने अभी तक अपनी आँखें नहीं खोली थी, वो शायद बहुत थकी थी और खुद को अपने ही बेडरूम में समझ रही थी।

उसने लेटे लेटे ही एक जोरदार अंगराई ली और जो ढका था वो भी नुमाया हो गया।

चादर दूसरी चूची को भी नंगी करते हुए पेट पर आ गई और चूत के ऊपर से भी सरक कर दूसरी टांग पर रह गई।

वो तो भला हो अरविन्द अंकल का जो तुरंत उठकर सलोनी के पास पहुँच गए और चादर को उसके ऊपर को करते हुए- अर्र रईईए क्या करती हो बेटा… कपड़े कहाँ है तेरे?

और जैसे सलोनी को होश आ गया हो!

उसने तुरंत उठकर खुद को ठीक किया है मगर वो पतली चादर उसके इस मस्ताने सुबह सुबह झलकते हुए जिस्म को कहाँ तक छुपाती।

उसका अंग अंग चादर से झांक रहा था, सलोनी बहुत ही मस्त दिख रही थी।

अरविन्द अंकल और मेरा तो फिर भी सही था मगर वेटर भी इस दृश्य का पूरा मजा ले रहा था, चाय बनाने के बाद भी वो कमरे से नहीं जा रहा था बल्कि कुछ न कुछ करने का बहाना किये वहीं खड़ा लगातार सलोनी के हुस्न को निहार रहा था।

कुछ ही देर में सलोनी की नींद पूरी तरह खुल गई और वो समझ गई कि वो कहाँ है और कमरे में सभी को उसने एक बार देखा, अंकल को गुड मॉर्निंग बोला, फिर अपनी नाइटी उठाकर वहीं सबके सामने पहनने लगी।

उसने नाइटी का निचला भाग गले में डाला और उसको नीचे करते हुए ही चादर को नीचे कर दिया हमेशा की तरह, सलोनी कपड़े पहनते हुए कभी सावधानी नहीं रखती।

इस समय भी चादर तो पहले नीचे हो गई और उसने नाइटी बाद में चूची के ऊपर की, एक बार फिर उसके ये यौवन कपोप सभी को नजर आ गए।

फिर खुद ही चादर को पूरी तरह हटा उसने बिस्तर से उतरने के लिए पैर नीचे लटका दिए।

अभी भी उसकी नाइटी कमर तक ही आई थी और वो नीचे अपनी चप्पल को देखती हुई खड़ी हो गई।

इस समय उसकी पीठ हमारी ओर थी, चप्पल को देखती हुए ही उसने अपनी नाइटी पीछे से अपने चूतड़ों से नीचे की।

इस दौरान जो अभी तक उस वेटर ने नहीं देखा था, वो भी उसने देख लिया।

सलोनी के चूतड़ों का हर कटाव जब मुझे दिख गया तो उसने तो आसानी से सब साफ-साफ़ देखा होगा क्योंकि वो तो मेरे आगे खड़ा था।

सलोनी की चप्पल कुछ बिस्तर के नीचे को हो गई थी और फिर सलोनी ने बिना किसी से कुछ कहे नीचे झुककर चप्पल निकाली तो एक बार फिर उसके चूतड़ का ओर भी खुला रूप सबके सामने था।

सुबह सुबह सलोनी ने सभी का दिन बहुत ही सुन्दर बना दिया था।

वेटर ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि आज के दिन की शुरुआत उसकी ऐसे मजेदार ढंग से होने वाली है।

फिर तो उस वेटर ने हमारी बहुत सेवा की।

बस ऐसे ही हम लोग वहाँ खूब मजा कर रहे थे।

उसी शादी में अगले दिन किसी और जगह कोई बड़ा कार्यक्रम था, मुझे बहुत थकान हो गई थी, वहीं दूल्हे के मामा से मेरी अच्छी दोस्ती सी हो गई, हम दोनों वहीं एक दूसरी जगह एक कमरे में बैठे बात कर रहे थे।

मामाजी कर्नल थे इसलिए अपनी बहादुरी के किस्से ही सुना रहे थे, मैंने उनको सलोनी से भी मिलवा दिया था।

सलोनी ने उस दिन सिल्वर कलर की साड़ी और फैंसी ब्लाउज़ पहना था।

साड़ी उसके चूतड़ों पर बहुत कसी हुई थी, सलोनी उसमें बहुत ही सेक्सी दिख रही थी।

मामाजी और मैं बात करते हुए ही वहीं सो गए, कमरे में जमीन पर ही गद्दे लगे थे, एक ओर दीवार की तरफ मैं था और दूसरी ओर वो लेटे थे।

कुछ देर बाद सलोनी भी वहीँ आ गई, वो भी शायद ज्यादा थक गई थी।

वो मेरे दायीं ओर ही लेट गई, मैं दीवार से चिपका था तो उधर जगह नहीं थी।

अब सलोनी के बायीं ओर मैं लेटा था और दायीं ओर मामा जी थे।

मुझे कोई दस मिनट ही तेज झपकी लगी थी पर सलोनी के कमरे में आने के बाद मेरा ध्यान सेक्स की ओर चला गया।

कुछ देर बाद सलोनी फिर से कुनमुनाती हुई उठी, फिर मेरे से चिपक गई।

CONTD....
चूम लूं तेरे गालों को, दिल की यही ख्वाहिश है ....
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!

Love You All  Heart Heart
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रंगीली बीबी - by KHANSAGEER - 18-02-2024, 02:17 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 19-02-2024, 10:11 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 20-02-2024, 12:42 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 20-02-2024, 06:09 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 22-02-2024, 08:58 PM
RE: रंगीली बीबी - by sri7869 - 23-02-2024, 12:54 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 25-02-2024, 05:12 PM
RE: रंगीली बीबी - by Vamp - 26-02-2024, 04:53 PM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 01-03-2024, 04:19 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 02-03-2024, 11:12 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 06-03-2024, 06:58 AM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 06-03-2024, 08:05 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 10-03-2024, 02:08 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 11-03-2024, 10:33 PM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 12-03-2024, 02:53 AM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 12-03-2024, 05:54 PM
RE: रंगीली बीबी - by Vnice - 18-03-2024, 09:06 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 18-03-2024, 09:29 PM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 19-03-2024, 07:07 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 26-03-2024, 09:25 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 28-03-2024, 07:28 AM
RE: रंगीली बीबी - by Vnice - 28-03-2024, 08:26 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 31-03-2024, 10:13 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 01-04-2024, 04:26 PM
RE: रंगीली बीबी - by Dgparmar - 24-04-2024, 02:04 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 24-04-2024, 10:52 AM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 28-04-2024, 10:14 PM
RE: रंगीली बीबी - by Samar78 - 29-04-2024, 04:18 PM
RE: रंगीली बीबी - by KHANSAGEER - 19-05-2024, 01:48 PM
RE: रंगीली बीबी - by Apkeliya - 20-05-2024, 10:08 AM
RE: रंगीली बीबी - by urb0nd - 23-05-2024, 02:00 PM
RE: रंगीली बीबी - by saya - 03-06-2024, 09:09 PM
RE: रंगीली बीबी - by zerob3 - 05-06-2024, 09:56 PM
RE: रंगीली बीबी - by koolme98 - 22-06-2024, 04:38 PM



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