18-05-2024, 11:40 AM
मम्मी ने जैसे ही मेरी तरफ देखा तो मैं पीठ के बल सो रहा था और मेरा लौड़ा अपनी पूरी जवानी पर था / मम्मी ने धीरे से मुझे आवाज़ दी “रवि” लेकिन में अपनी आँखें बंद कर के पड़ा रहा और अपने लौड़े का ठुमका मारा / मम्मी की नज़र मेरे पजामे के अंदर ठुमका मरते मेरे लौड़े पैर चली गई / मम्मी ने समझा होगा की मैं कोई सपना देख रहा हूँ / मेरे लौड़े का उभार मम्मी को अपनी तरफ खींच रहा था / मैंने अपने लौड़े को जोर जोर से ठुमकाना शुरू कर दिया / मुझे महसूस हो रहा था की मेरे लौड़े का सुपाडा मेरे पजामे के अंदर रगड़ मार कर मेरे लौड़े को और भी टाइट कर रहा था क्योंकि हम लोग रात को अंडरवियर और औरते रात को पेंटी और ब्रा नहीं डालती थी / इसका मतलब इस टाइम मम्मी ने भी नीचे ब्रा और पेंटी नहीं डाली होगी / मम्मी ने जल्दी से कमरे की लाइट बंद कर दी लेकिन फिर ही खिडकियों से जो रौशनी अंदर आ रही थी वो सीधा मेरे ऊपर पड़ रही थी और मेरे पजामे के अंदर जो उभार था वो भी मम्मी को दिखाई दे रहा था / मेरे मूंह पैर अँधेरा था तो मैं धीरे धीरे से अपनी आँखें खोल कर मम्मी को देखना शुरू कर दिया था की मम्मी अब क्या करेगी / मम्मी धीरे धीरे से मेरी तरफ आने लगी और एक ऊँगली से मुझे हिला कर बोली, रवि बेटा, सो रहे हो क्या? लेकिन मैं बिना कुछ बोले चुपचाप पड़ा रहा / मैं देखना चाहता था कि मम्मी अब क्या करेगी?
हाय मम्मी ///
हाय मम्मी ///
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!