18-05-2024, 11:15 AM
तभी मम्मी की ड्राइंग रूम से आवाज आई "शिप्रा चाय लिया बेटा जल्दी " शिप्रा दीदी ने मेरे होंठ छोड़े लेकिन मैं अभी भी उनकी चूत मसल रहा था शिप्रा दीदी ने कांपती और लडखडाती आवाज में कहा "हाँ मॊस्सी बस्स्स्स अभी लाअय्यीईई " लेकिन मैं शिप्रा दीदी को छोड़ ही नहीं रहा था मैं वापस उनके नंगे बोबे चूसने लगा और सलवार पे से उनकी चूत रगड़ने लगा शिप्रा दीदी का हाथ भी मेरे लोअर में था और वो भी मेरे नंगे लंड को मसल रही थी मैं वापस ऊपर गया अब हम दोनों एक दूसरे की आँखों में देख रहे थे वो मेरी आँखों में देखते हुए मेरे नंगे लंड को रगड़ रही थी और मैं उनकी आँखों में देखते हुए उनकी सलवार पे से उनकी चूत को रगड़ रहा था फिर मैंने उनकी आँखों में देखते देखते अपना हाथ उनकी सलवार के अंदर उनकी पेंटी में डाल दिया और उनकी नंगी चूत को ऊपर से लेके नीचे तक रगड़ने लगा
फिर मैंने उनकी आँखों में देखते हुए अपनी एक उंगली उनकी चूत की दोनों स्किन के बीच डाल दी और उसे ऊपर नीचे करने लगा अब शिप्रा दीदी की आँखें बंद हो चुकी थी और वो बहुत लम्बी लम्बी सांसें ले रही थी फिर मैं उन्हें किस करने लगा उनके होंठ चूसने लगा और जल्दी जल्दी अपनी उंगली उनकी चूत के अंदर ऊपर नीचे करने लगा और तभी शिप्रा दीदी ने मेरे बालों को जोर से खींचते हुए मुझे एक लम्बा सा किस किया और शिप्रा दीदी झर गयी उन्होंने थोड़ी देर बहुत प्यार से मेरी आँखों में देखा और नीचे घुटनों के बल बैठ गयी और मेरा लोअर नीचे कर दिया मेरा नंगा खड़ा हुआ लंड उनकी आँखों के सामने था उन्होंने मेरे लंड पे किस किया फिर उन्होंने अपनी जीभ मेरे लंड के टोपे पे गोल गोल घुमाई फिर उन्होंने अपनी उंगली से मेरे लंड के छेद को थोडा सा चोडा किया और उसपे अपनी जीभ घुमाने लगी मैं तो हवा में था और
फिर शिप्रा दीदी ने मेरा लंड अपने मुह में ले लिया मैं वापस उसी जन्नत में पहुँच गया वो मेरे लंड को चूसने लगी मैं शिप्रा दीदी के बालों में अपना हाथ फेरने लगा फिर शिप्रा दीदी मेरे लंड के टोपे को अपने होंठो से अंदर बाहर करने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर शिप्रा दीदी ने मेरी आँखों में देखा और मेरे लंड को अपने हाथ से ऊपर नीचे करने लगी फिर मेरी आँखों में देखते हुए ही उन्होंने वापस मेरा लंड अपने मुह में ले लिया और उसे चूसने लगी मेरा एक हाथ शिप्रा दीदी के बोबे पे गया और मैं उनका बोबा दबाने लगा वो भी जल्दी जल्दी मेरे लंड को चूसने लगी मैंने दूसरा हाथ उनके सर पे लगाया और अपने लंड पे धक्का दिया वो और जल्दी जल्दी मेरे लंड को चूसने लगी और तभी मेरा मुट निकल गया मेरा सारा मुट शिप्रा दीदी के मुह में निकल गया जिसे वो निगल गयी फिर वो खड़ी हुई हमने एक किस किया उन्होंने अपने कपडे सही किये मैंने अपना लोअर ऊपर किया और देखा तो चाय पूरी काली होके जल चुकी थी शिप्रा दीदी ने फटाफट वो पतीला धोया और नई चाय बनाने लगी तभी मम्मी के आने की आवाज आई मैं पानी पीने लग गया और शिप्रा दीदी चाय बनाने में मम्मी ने आके पुछा " क्या कर रही है शिप्रा क्या हुआ चाय का ये क्या नई चाय क्यों बना रही है क्या हुआ
फिर मैंने उनकी आँखों में देखते हुए अपनी एक उंगली उनकी चूत की दोनों स्किन के बीच डाल दी और उसे ऊपर नीचे करने लगा अब शिप्रा दीदी की आँखें बंद हो चुकी थी और वो बहुत लम्बी लम्बी सांसें ले रही थी फिर मैं उन्हें किस करने लगा उनके होंठ चूसने लगा और जल्दी जल्दी अपनी उंगली उनकी चूत के अंदर ऊपर नीचे करने लगा और तभी शिप्रा दीदी ने मेरे बालों को जोर से खींचते हुए मुझे एक लम्बा सा किस किया और शिप्रा दीदी झर गयी उन्होंने थोड़ी देर बहुत प्यार से मेरी आँखों में देखा और नीचे घुटनों के बल बैठ गयी और मेरा लोअर नीचे कर दिया मेरा नंगा खड़ा हुआ लंड उनकी आँखों के सामने था उन्होंने मेरे लंड पे किस किया फिर उन्होंने अपनी जीभ मेरे लंड के टोपे पे गोल गोल घुमाई फिर उन्होंने अपनी उंगली से मेरे लंड के छेद को थोडा सा चोडा किया और उसपे अपनी जीभ घुमाने लगी मैं तो हवा में था और
फिर शिप्रा दीदी ने मेरा लंड अपने मुह में ले लिया मैं वापस उसी जन्नत में पहुँच गया वो मेरे लंड को चूसने लगी मैं शिप्रा दीदी के बालों में अपना हाथ फेरने लगा फिर शिप्रा दीदी मेरे लंड के टोपे को अपने होंठो से अंदर बाहर करने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर शिप्रा दीदी ने मेरी आँखों में देखा और मेरे लंड को अपने हाथ से ऊपर नीचे करने लगी फिर मेरी आँखों में देखते हुए ही उन्होंने वापस मेरा लंड अपने मुह में ले लिया और उसे चूसने लगी मेरा एक हाथ शिप्रा दीदी के बोबे पे गया और मैं उनका बोबा दबाने लगा वो भी जल्दी जल्दी मेरे लंड को चूसने लगी मैंने दूसरा हाथ उनके सर पे लगाया और अपने लंड पे धक्का दिया वो और जल्दी जल्दी मेरे लंड को चूसने लगी और तभी मेरा मुट निकल गया मेरा सारा मुट शिप्रा दीदी के मुह में निकल गया जिसे वो निगल गयी फिर वो खड़ी हुई हमने एक किस किया उन्होंने अपने कपडे सही किये मैंने अपना लोअर ऊपर किया और देखा तो चाय पूरी काली होके जल चुकी थी शिप्रा दीदी ने फटाफट वो पतीला धोया और नई चाय बनाने लगी तभी मम्मी के आने की आवाज आई मैं पानी पीने लग गया और शिप्रा दीदी चाय बनाने में मम्मी ने आके पुछा " क्या कर रही है शिप्रा क्या हुआ चाय का ये क्या नई चाय क्यों बना रही है क्या हुआ
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.