18-05-2024, 11:14 AM
ये कह के उन्होंने मुझे धक्का दिया और बेड से खड़ी हो गयी और फिर कांच में देख कर अपने बाल सुखाने लगी और बनाने लगी मैं थोड़ी देर तक उन्हें ऐसे ही देखता रहा फिर खड़ा हुआ और उनके पास गया वो अपने दोनों हाथ ऊपर करके अपने बालों में क्लिप लगा रही थी और मैंने पीछे से हाथ डालके उनके दोनों बोबे पकड़ लिए और उन्हें दबाने लगा उन्हें सहलाने लगा उन्होंने मेरे दोनों हाथ झटकते हुए कहा "बेशर्म इंसान जब देखो इन्ही के पीछे पड़े रहते हो कोई देख लेगा " ये कह के वो खिलखिलाके हंसती हुई रूम के बाहर चली गयी मैं भी उठ के अपना मुह धोके ड्राइंग रूम में गया वहां बस पापा मम्मी ही बैठे थे मैंने उन्हें गुड मोर्निंग कहा और मम्मी से पूछा "मम्मी प्रीती दीदी कहाँ है " मम्मी ने कहा "अरे वो उसकी फ्रेंड के गयी है पास में " मैंने कहा "सुबह सुबह " तो मम्मी ने कहा "हाँ उसने एक बुक मंगाई थी बसवही देने गयी है , अच्छा सोनू वो शिप्रा को बोल की चाय उबल गयी होगी तो छान के ला दे सबके लिए"
मैंने कहा "हाँ मम्मी " मैं किचन में गया तो शिप्रा दीदी चाये के पास ही खड़ी थी मैंने पीछे से जाके उनकी कमर को पकड़ लिया और उनकी पूरी पीठ पे किस करने लगा मैंने कहा "शिप्रा दीदी आज तो बहुत ही सेक्सी लग रही हो आप " फिर मैं पीछे से उनकी गर्दन पे किस करने लगा और उन्हें किस करते करते मैं अपना हाथ उनकी पतली सी सलवार पे से उनकी गांड पे फेरने लगा उनकी गांड बहुत ही कोमल थी फिर मैंने उनका हाथ पकड़ के उन्हें अपनी तरफ घुमाया उन्होंने कहा "सोनू पागल है क्या कोई देख लेगा " मैंने कहा "कोई नहीं देखेगा प्रीती दीदी है नहीं और पापा मम्मी बातें कर रहे है जब तक उनकी आवाजें हमें सुनाई दे रही है तब तक कोई प्रॉब्लम नहीं है " ये कह के मैं उन्हें किस करने लगा और उन्हें भी मेरी बात सही लगी और वो भी मुझे किस करने लगी मैंने उन्हें किस करते करते उनके बालो का क्लिप खोल दिया जिससे उनके बाल खुल गए
और मैं उन्हें किस करते हुए उनके बालो में हाथ फेरने लगा वो भी मेरे होंठो को चूस रही थी उन्हें किस करते करते मैंने अपना हाथ उनके बालों से निकाला और उनके बोबे पे रख दिया और उनके होंठ चूसते हुए उनके बोबे दबाने लगा शिप्रा दीदी के दोनों हाथ मेरे बालो में थे और मुझे किस करते हुए वो मेरे बालों में हाथ फेर रही थी थोड़ी देर तक हम ऐसे ही एक दूसरे के होंठ चूसते रहे फिर मैंने उन्हें अलग किया और उनकी आँखों में देखा तो उनकी आँखें नशीली और पूरी तरह से लाल हो चुकी थी मैं और उत्तेजित हो गया और उन्हें वापस किस करने लगा अब मैंने उन्हें किस करते हुए अपने हाथ नीचे से उनके कुर्ते के अंदर डाला आज शिप्रा दीदी ने कुर्ते के नीचे शमीज और उसके नीचे ब्रा पेहेन रखी थी मैंने उन्हें किस करते हुए पहले शमीज पे से उनके बोबे दबाये फिर उनकी शमीज में हाथ डालने के लिए उसे ऊपर करने की कोशिश की लेकिन वो ऊपर नहीं हुई शिप्रा दीदी ने शमीज अपनी सलवार के अंदर डाल रखी थी मैंने और थोडा जोर लगाया तो उनकी शमीज उनकी सलवार में से निकल गयी अब मैंने उनकी शमीज भी ऊपर कर दी और उन्हें किस करते हुए उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबाने लगा फिर मैंने अपने दूसरे हाथ से शिप्रा दीदी का हाथ पकड़ा और उनके हाथ को अपने लंड पे लगाया अब शिप्रा दीदी लोअर पे से मेरे पूरे लंड पे अपना हाथ फेरने लगी मैं उन्हें किस कर रहा था और मेरा हाथ शिप्रा दीदी के कुर्ते में था उनकी ब्रा पे और शिप्रा दीदी का हाथ मेरे लंड पे था
मैंने कहा "हाँ मम्मी " मैं किचन में गया तो शिप्रा दीदी चाये के पास ही खड़ी थी मैंने पीछे से जाके उनकी कमर को पकड़ लिया और उनकी पूरी पीठ पे किस करने लगा मैंने कहा "शिप्रा दीदी आज तो बहुत ही सेक्सी लग रही हो आप " फिर मैं पीछे से उनकी गर्दन पे किस करने लगा और उन्हें किस करते करते मैं अपना हाथ उनकी पतली सी सलवार पे से उनकी गांड पे फेरने लगा उनकी गांड बहुत ही कोमल थी फिर मैंने उनका हाथ पकड़ के उन्हें अपनी तरफ घुमाया उन्होंने कहा "सोनू पागल है क्या कोई देख लेगा " मैंने कहा "कोई नहीं देखेगा प्रीती दीदी है नहीं और पापा मम्मी बातें कर रहे है जब तक उनकी आवाजें हमें सुनाई दे रही है तब तक कोई प्रॉब्लम नहीं है " ये कह के मैं उन्हें किस करने लगा और उन्हें भी मेरी बात सही लगी और वो भी मुझे किस करने लगी मैंने उन्हें किस करते करते उनके बालो का क्लिप खोल दिया जिससे उनके बाल खुल गए
और मैं उन्हें किस करते हुए उनके बालो में हाथ फेरने लगा वो भी मेरे होंठो को चूस रही थी उन्हें किस करते करते मैंने अपना हाथ उनके बालों से निकाला और उनके बोबे पे रख दिया और उनके होंठ चूसते हुए उनके बोबे दबाने लगा शिप्रा दीदी के दोनों हाथ मेरे बालो में थे और मुझे किस करते हुए वो मेरे बालों में हाथ फेर रही थी थोड़ी देर तक हम ऐसे ही एक दूसरे के होंठ चूसते रहे फिर मैंने उन्हें अलग किया और उनकी आँखों में देखा तो उनकी आँखें नशीली और पूरी तरह से लाल हो चुकी थी मैं और उत्तेजित हो गया और उन्हें वापस किस करने लगा अब मैंने उन्हें किस करते हुए अपने हाथ नीचे से उनके कुर्ते के अंदर डाला आज शिप्रा दीदी ने कुर्ते के नीचे शमीज और उसके नीचे ब्रा पेहेन रखी थी मैंने उन्हें किस करते हुए पहले शमीज पे से उनके बोबे दबाये फिर उनकी शमीज में हाथ डालने के लिए उसे ऊपर करने की कोशिश की लेकिन वो ऊपर नहीं हुई शिप्रा दीदी ने शमीज अपनी सलवार के अंदर डाल रखी थी मैंने और थोडा जोर लगाया तो उनकी शमीज उनकी सलवार में से निकल गयी अब मैंने उनकी शमीज भी ऊपर कर दी और उन्हें किस करते हुए उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबाने लगा फिर मैंने अपने दूसरे हाथ से शिप्रा दीदी का हाथ पकड़ा और उनके हाथ को अपने लंड पे लगाया अब शिप्रा दीदी लोअर पे से मेरे पूरे लंड पे अपना हाथ फेरने लगी मैं उन्हें किस कर रहा था और मेरा हाथ शिप्रा दीदी के कुर्ते में था उनकी ब्रा पे और शिप्रा दीदी का हाथ मेरे लंड पे था
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.