17-05-2024, 04:13 PM
मेरी फैमिली में चार लोग हैं। मेरे अलावा मम्मी, पापा और दीदी। उनका नाम प्रिया है। मेरी दीदी दिखने में बहुत मासूम लगती हैं। वे दिखने में बहुत सुंदर हैं। बहुत ही ज्यादा गोरी हैं। उनकी हाइट कम है लेकिन देखने में बहुत आकर्षक है। उनको देखकर किसी की भी नीयत खराब हो सकती है। दीदी बीकॉम के फाइनल ईयर की स्टूडेंट हैं और मैं एक मेडिकल स्टूडेंट हूं। दीदी मुझको बहुत प्यार करती हैं। हम दोनों में बहुत प्यार है। हम दोनों एक ही रूम में अलग अलग बेड पर सोते हैं और वहीं अपनी पढ़ाई भी करते हैं। दीदी ने मुझको पढ़ाई में बहुत हेल्प की है। ऐसे में दीदी के प्रति मेरे मन में कभी भी बुरा खयाल नहीं आया था। कभी कभी पढ़ाई करते करते मैं दीदी के बेड पर ही सो जाता था। दीदी भी मुझको नहीं उठाती थी और मुझको अपने बिस्तर पर ही सोने देती थी। ऐसा अक्सर होता रहता था। यह बात कुछ दिन पहले की है। एक दिन ऐसे ही दीदी के साथ ही सोया हुआ था। उसी वक्त मेरी नींद किसी वजह से खुल गई। मैंने देखा कि दीदी अपना एक पैर मेरे शरीर पर चढ़ा कर लेटी हुई है और मुझे जोर से पकड़कर सो रही है। यह मुझको जरा अजीब सा लग रहा था, लेकिन मैंने दीदी को ऐसे ही सोने दिया। ऐसे सोने में मुझको भी अच्छा लग रहा था कि कोई लडकी मुझको अपनी बाहों में सुला रही है। वह रात तो ऐसे ही बीत गई लेकिन मेरे अंदर हलचल मच गई थी और उस दिन शायद.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.