Thread Rating:
  • 2 Vote(s) - 3 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Fantasy दिशा के साथ 56 दिन - 1
#11
थोड़ी देर इस तरह चोदने के बाद मेने अपनी स्पीड बढ़ाने की सोची और उसके होटों को और बूब्स को छोड़ कर  वापस पहले वाली पोजीशन में आ गया और उसकी गांड को अपने दोनों हाथों से पकड़ कर लण्ड की चोदने की स्पीड को थोड़ा बढ़ा दिया।  अब दिशा की सिसकारियां कम और उसके मुँह से सेक्सी बातें निकलने लगी " यस श्याम यस। और तेज़ और तेज़.......आह ..आह .....ऐसे ही मुझे और तेज़ चोदो।"
और दिशा के ये कामुक शब्द सुनकर मेने अब दिशा की गांड को कस कर जकड लिया और अपने लन्ड को दिशा की चूत के बाहर तक खींच कर वापस एक ही झटके में पूरा लन्ड अंदर घुसेड़ दिया । और उतनी ही तेज़ी से वापस मेरे लन्ड को उसकी चूत से निकाल कर वापस अंदर तक पेल दिया ।  मेरे हर झटके के साथ दिशा की कामुक आवाजे और तेज होती जा रही थी और मैं उसके नीचे लटके हुए दोनों बोबो को मेरे हर झटके के साथ तेज़ी से आगे पीछे होते हुए दर्पण में देख रहा था ।
दिशा की पूरी नंगी दूध सी सफ़ेद पीठ और उसके नीचे उसकी गोल गोल गांड जो मेरे लन्ड के हर झटके के साथ हिल रही थी । [Image: 22478.gif] अब पुरे कमरे में मेरी जांघ और दिशा की गांड की "पट...पट............पट" और दिशा की जोर जोर से कामुकता से भरी आवाजे ही सुनायो दे रही थी । मेरा बहुत मन कर रहा था की दिशा की गांड पर १०-१५ चपत लगा दू पर मुझे दर था की कही वो नाराज नहीं हो जाये इसीलिए उसके दोनों नितम्भो को अपने हाथो की हथेली से कस कर पकड़ लिया (मेरी अंगुलिया उसकी सॉफ्ट सॉफ्ट गांड में धस सी गयी थी) [Image: 25794.gif]और तेज़ झटके मरने लगा। और १० मिनट तक ऐसी चुदाई करने के बाद मेरी नजर उसके गांड के छेद की तरफ गयी और मेने उसको चोदते हुए ही अपने हाथों से उसके दोनों नितम्भो को चौड़ा करने लगा।  जब मेने अपने हाथ उसके गांड से उठाये तो उसकी गांड पर मेरे हथेली और मेरी अँगुलियों के लाल लाल निशान रह गए।
दिशा की गांड का छेद भी गुलाबी रंग का हैं और मैं अब मेरे दाये हाथ की अंगुली को दिशा की गांड के छेद में डाल रहा था । अभी मेरी अंगुली दिशा की गांड में घुसी भी नहीं की दिशा एक दम से पलट गयी और मुझे गुस्से से देख कर बोली "श्याम वहां नहीं। आज नहीं कभी नहीं। " मैं एक बार उसके इस रूप को देख का दर गया पर वापस हिम्मत करके बोला "यार तुम्हारी गांड कितनी मस्त हैंप्लीज। "
 
इस पर वो नाराज होने लगी और बोली "नहीं वहां नहीं। वरना तुम अपने कमरे में जा सकते हो। " मेने सोचा क्यों खड़े लन्ड पर चोट कर रहा हूँ इसकी चूत ही मार लेता हूँ वरना ये भी नहीं मिलेगी। और ये सोच कर मैं उसको बोल  "ओके जैसा तुम कहो। अब नहीं करूँगा। पर अभी तो मुझे तुम्हारी चूत चोदने दो। "
[+] 2 users Like hotguptastories's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: दिशा के साथ 56 दिन - 1 - by hotguptastories - 08-05-2024, 12:34 AM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)