04-05-2024, 11:39 AM
मम्मी ने जानबूझ कर पूरी तरह से मेरे लौड़े के ऊपर हाथ रख कर और दबा दबा कर मेरे लौड़े को पूरा खड़ा कर दिया था मेरा लौड़ा पेंट में पूरी तरह से सख्त और पूरा खड़ा हो चूका था / थोड़ी देर में हम चौधरी साहब की हवेली में पहुँच गए / जब हम लोग कार से उतर रहे थे तो मम्मी ने मेरी पेंट के उभरे हुए हिस्से को देखा और मंद मंद मुस्कराने लगी, जैसे मन ही मन में कोई प्लान कर रही हो / चौधरी साहब के घर पर नाश्ता पानी करने के बाद चौधरी साहब के घर का फंक्शन था और हम सब ने फंक्शन तो एन्जॉय किया और जा रात हुई तो चौधरी साहब ने हमारे सोने के लिए एक अलग कमरा दिया हुआ था / उनके कहने पर हम लोग उस कमरे में गए / मैंने देखा की वहां पर एक डबल बेड लगा हुआ था / मैंने मम्मी को कहा मम्मी हम लोग एक ही बेड पर कैसे सोयेंगे? मम्मी बोली फिर क्या हुआ रवि, तुम मेरे बेटे हो, क्या मेरे साथ एक बेड पर नहीं सो सकते क्या? अगर हम चौधरी साहब को ये बात कहेंगे तो वो क्या सोचेंगे? उन लोगों ने स्पेशल हमें एक अलग कमरा दिया है नहीं तो हमें बाकि लोगों के साथ हाल में सोना पड़ता / कोई बात नहीं रवि, सिर्फ एक रात की ही तो बात है, कल तो हम लोगों को यहाँ से चले ही जाना है ना /
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!